आसमान में दो या दो से ज्यादा लड़ाकू विमानों की लड़ाई को डॉगफाइट कहा जाता है। पहली डॉग फाइट सन 1914 के पहले विश्व युद्ध के दौरान हुई थी। उन दिनों, विमान के पायलट को दुशमन विमान को चकमा देने के साथ ही गनर की कमांड को एक साथ सुनना होता था। पायलट आम तौर पर दुश्मन विमान के मुकाबले बेहतर और लाभकारी पज़िशन खोजने की कोशिश करते है। चकमा देने के लिए कई बार पायलट अपनी पजिशन को सूरज और दुश्मन विमान के बीच कायम करने की कोशिश करते है, जिससे तेज चमक के चलते दूसरा पायलट विमान की पजिशन न देख पाए। पायलट विमान की टेल को क्लीयर रखने की कोशिश करते हैं, अगर नहीं तो वे घूमकर अपने दुशमन की तरफ बंदूक तान देने हैं। हाल ही में कुछ इसी तरह से फरवरी महीने में हिंदुस्तान और पाकिस्तान के लड़ाकू विमान की आसमान में डॉग फाइट हुई।
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