
इरशाद सिद्दीकी, : निराशा हाथ लगने के बाद भी नहीं मानी हार, आखिरकार उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के ढाई फीट के छात्र प्रदीप शर्मा को हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल ही गया। सोमवार को शुरू हुई यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल होने के लिए दिव्यांग प्रदीप पिता की गोद में केंद्र पहुंचकर एग्जाम दिया। दरअसल, शनिवार को परिजन दिव्यांग छात्र को लेकर डीआईओएस दफ्तर राइटर की अनुमति के लिए पहुंचे थे। हालांकि गाइडलाइन के अनुसार खरा न उतरने के कारण जिला विद्यालय निरीक्षक ने पात्र लेखक को लाने पर परमिशन की बात कही थी। इसके बाद परीक्षार्थी के पिता ने बच्चे के हौसले को देखकर लेखक का इंतजाम किया और एग्जाम देने की अनुमति मिल गई।
बचपन से ही पढ़ने में है होशियार
जानकारी के अनुसार, कौशांबी जिले के सिराथू ब्लॉक के मकनपुर गांव निवासी संतोष कुमार का 19 वर्षीय बेटा प्रदीप शर्मा की लंबाई ढाई फीट है। बताया जा रहा है कि छात्र पढ़ने में बचपन से ही होशियार था। जिसके चलते परिजन उसे पढ़ाने में इंटरेस्टेड थे। प्रदीप खागा तहसील के शिवपुरी में स्थित शिव भजन सिंह इंटर कॉलेज में हाईस्कूल के छात्र हैं। इनका परीक्षा केंद्र धाता ब्लॉक के इंटर कालेज बेलाईं में है। दिव्यांग होने के कारण लेखक की परमिशन के लिए परिजन छात्र को लेकर डीआईओएस से मुलाकात की थी। हालांकि पहली बार ले जाए गए लेखक को गाइडलाइन पूरी न करने की वजह से अनुमति नहीं दी गई थी।परिजनों की मेहनत रंग लाई
इसके बाद दूसरे राइटर का इंतजाम कर डीआईओएस के पास पहुंचे परिजनों को परीक्षा केंद्र में लेखक को ले जाने की परमिशन मिल गई। पिता संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि बेटा प्रदीप पढ़ने में होशियार है। शरीर का समुचित विकास न होने की वजह लिखने में दिक्कत होती है। बच्चे के जज्बे और हौसले को देखकर बड़ी जद्दोजहद के बाद अंकित एग्जाम में शामिल होने का मौका मिल ही गया।from https://ift.tt/bECvIxy
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