Monday, December 26, 2022

लखनऊ में कोरोना का नया मरीज मिला, जीनोम सिक्वेंसिंग के लिये भेजा गया सैंपल... गाइडलाइन जारी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी का नया मरीज मिलने के बाद सरकारी तंत्र एक्टिवेट हो गया है। चीन में कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 के संक्रमण से मामलों में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अलर्ट हो गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने की अपील करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिए हैं। वहीं, राजधानी लखनऊ में कोरोना का एक नया मामला सामने आ गया है। इस तरह लखनऊ में कोरोना एक्टिव मरीजो की संख्या 2 पहुंच गई है। इससे पहले 23 दिसम्बर को टुडियागंज में एक महिला कोरोना से संक्रमित मिली थी। राजधानी के अलीगंज इलाके की रहने वाली महिला की जांच रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में कोरोना पॉजिटिव महिला होम आइसोलेशन में है। फिलहाल, उसकी स्थिति ठीक बताई जा रही है। लखनऊ सीएमओ ऑफिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, महिला की कोई ट्रैवेल हिस्ट्री नहीं मिली है। इसके बाद भी महिला के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। सीएमओ ऑफिस की ओर से वृद्ध और बच्चों को भीड़- भाड़ वाले जगहों पर ले जाने से बचने की अपील की गई है। सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, बाजारों और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क, सेनेटाइजर का प्रयोग करते हुए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए कहा गया है। पीएम मोदी के निर्देश पर मंगलवार को प्रदेश भर के अस्पतालों में कोविड रोगियों के इलाज की व्यवस्था परखी जाएगी। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने यूपी के अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विशेषज्ञों की टीमें बना ली हैं। सुबह 10 बजे से अस्पतालों में मॉक ड्रिल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। कोविड के लक्षण वालों की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। विदेश यात्रा से लौटने के बाद यदि किसी की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आ रही है तो उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी। ऐसे रोगियों को होम आईसोलेशन या अस्पताल में रखा जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों में मॉक ड्रिल किया जाएगा। इसमें रोगियों के भर्ती की प्रक्रिया को परखा जाएगा। इमरजेंसी में रोगियों की भर्ती में लगने वाले समय को देखा जायेगा। इमरजेंसी में क्या-क्या संसाधन हैं? क्या कमियां हैं, उन्हें परखा जाएगा। जो कमियां मिलेंगी उन्हें दूरुस्त किया जाएगा। इमरजेंसी में जांच की सभी सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। कोविड अस्पतालों में सीटी स्कैन, एक्सरे, पैथोलॉजी समेत दूसरी जांच की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही, एम्बुलेंस से मरीजों को रिसीव करने की प्रक्रिया भी देखी जाएगी। डिप्टी सीएम ने बताया कि सभी अस्पताल दवाओं और वेंटिलेटर की स्थिति को भी विशेषज्ञों की टीम परखेगी। आईसोलेशन और आईसीयू की स्थितियों को भी टीम देखेंगी। कोरोना को लेकर सभी अस्पताल तैयार रहें। ऑक्सीजन की व्यवस्था देखी जाएगी। (रिपोर्ट: अभय सिंह)


from https://ift.tt/TEQiIhx

No comments:

Post a Comment