चेन्नै: चक्रवाती तूफान 'मैंडूस' के चलते तमिलनाडु के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, लैंडफॉल प्रॉसेस शुरू हो चुका है। भारी बारिश के साथ तेज रफ्तार हवाएं चलती रहेंगी। तूफान को लेकर तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। तूफान के शुक्रवार रात या शनिवार तड़के पुडुचेरी और श्रीहरिकोटा में पहुंचने के आसार है। चक्रवाती तूफान को देखते हुए तमिलनाडु में एहतियात उपाय किए जा रहे हैं। सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि सरकार लोगों की सुरक्षा करेगी। चक्रवात की जिलावार निगरानी की जा रही है। स्टालिन ने सभी नागरिकों से सरकार के आदेश का पालन करने की अपील की। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात मैंडूस के मामल्लापुरम के आसपास पुडुचेरी और श्रीहरिकोटा के बीच उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और आस-पास के दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की आशंका है। आज नौ दिसंबर की रात या 10 दिसंबर की सुबह 65-75 किमी से लेकर 85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। व्यवस्था का जायजा लेने उतरे सीएम स्टालिन चक्रवाती तूफान के कारण चेन्नै समेत कई क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई। नुंगमबक्कम में रिकॉर्ड सात सेंटीमीटर बारिश हुई जबकि चेंगलपेट और नागापट्टिनम सहित अन्य तटीय क्षेत्रों में रुक-रुक कर, हल्की से मध्यम (तीन सेमी तक) स्तर की बारिश हुई। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने यहां आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष में जिलों में निगरानी अधिकारियों और अन्य अधिकारियों से बातचीत कर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कांचीपुरम में एक अधिकारी से कहा, ‘मध्यरात्रि तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है।’ पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा, राहत और बचाव कार्यों के लिए तमिलनाडु राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की 40 सदस्यीय टीम के अलावा 16,000 पुलिसकर्मियों और 1,500 होमगार्ड को तैनात किया गया है। इसके अलावा जिला आपदा प्रतिक्रिया बल की 12 टीम को तैयार रखा गया है।एनडीआरएफ और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमों के लगभग 400 कर्मियों को पहले से ही कावेरी डेल्टा क्षेत्रों के पास सहित तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है। 13 फ्लाइट रद्द, स्कूल-कॉलेज बंद आईएमडी ने कहा कि डॉपलर मौसम रडार चक्रवात की निगरानी कर रहे हैं, जो 24 घंटे से कम समय के लिए एक गंभीर चक्रवाती तूफान के बाद नौ दिसंबर को एक चक्रवाती तूफान के रूप में तब्दील हो गया। ‘मैंडूस’ अरबी भाषा का एक शब्द है और इसका अर्थ है खजाने की पेटी (बॉक्स)। यह नाम संयुक्त अरब अमीरात द्वारा चुना गया था। शुक्रवार शाम छह बजे से आधी रात तक तमिलनाडु से कम से कम 13 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। इस दौरान उपनगरीय सेवाओं सहित ट्रेनों का संचालन किया गया और कई क्षेत्रों में जलभराव के कारण बस सेवाओं में कुछ व्यवधान आया। कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रहे। पड़ोसी पुडुचेरी में, क्षेत्रीय प्रशासन ने आईएमडी के चक्रवात की चेतावनी जारी करने के बाद शुक्रवार और शनिवार को पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूलों और कॉलेजों के लिए अवकाश घोषित किया गया है। 10 दिसंबर को कम होने लगेगा असर तमिलनाडु के परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर ने कहा कि चक्रवात आने से दो घंटे पहले और बाद में ममल्लापुरम और ईस्ट कोस्ट रोड के आस-पास बस सेवाएं निलंबित कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि चेन्नई, चेंगलपेट, कांचीपुरम, तिरुवल्लुर, कुड्डालोर और विल्लुपुरम के तटीय जिलों में बसें हमेशा की तरह चलती रहेंगी। अधिकांश स्थानों में 10 दिसंबर को वर्षा की तीव्रता कम होने की संभावना है, हालांकि उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा और आसपास के दक्षिणी आंध्र प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। तूफान के तट से टकराने के बाद, चक्रवाती तूफान की तीव्रता कम हो जाएगी और 10 दिसंबर को यह निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा। समाचार एजेंसी भाषा से मिले इनपुट के साथ
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