
लखनऊ: चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ लखनऊ सुपर जायंट्स के ने आते ही तेजी से रन बनाना शुरू कर दिया। इस बीच 13वें ओवर में मथीशा पथिराना के खिलाफ पटकी हुई गेंद पर उन्होंने अपर कट लगाने की कोशिश की। गेंद बल्ले पर ठीक से नहीं आई और थर्ड मैन पर विजय शंकर ने इसे लपक लिया। पथिराना ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। इस बीच अंपायरों ने बल्लेबाज को रुकने के लिए बोल दिया।
अंपायर ने नो बॉल करार दे दिया
मथीशा पथिराना ने बॉल फेंकने के दौरान ओवर स्टेप नहीं किया था। गेंद सीधे बल्लेबाज के कमर के ऊपर भी नहीं थी। ना ही अतिरिक्त फील्डर 30 यार्ड सर्कल से बाहर थे। इसके बाद भी अंपायर ने इस नो बॉल करार दिया। दरअसल पथिराना की यह गेंद आयुष बडोनी के कंधे के ऊपर थी। ऐसा होता है तो इसे बाउंसर करार दिया जाता है। आईपीएल में गेंदबाज एक ओवर में दो बाउंसर मार सकता है। मथीशा पथिराना शुरुआती चार गेंदों पर ही दो बाउंसर मार चुके थे। ऐसे में मैदानी अंपायर ने थर्ड अंपायर को चेक करने के लिए बोला। गेंद आयुष बडोनी के कंधे के ऊपर थी और इसी वजह से अंपायर ने इसे नो बॉल करार दे दिया। बडोनी आउट होने से बच गए और उन्हें अगली गेंद फ्री हिट भी मिली।चेन्नई के सामने 167 का लक्ष्य
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया। पिच में गेंदबाजों के लिए मदद थी और इसी वजह से रन आसानी से नहीं बन रहे थे। कप्तान ऋषभ पंत ने सीजन की पहली फिफ्टी लगाई। इसकी वजह से लखनऊ की टीम 7 विकेट पर 166 रनों तक पहुंच गई। पंत ने 49 गेंदों पर 63 रनों की पारी खेली। सलामी बल्लेबाज मिचेल मार्श ने 30 रन बनाए। चार ओवर में नूर अहमद ने सिर्फ 13 रन दिए। जडेजा को दो जबकि पथिराना को भी दो ही विकेट मिले।from https://ift.tt/e3WCo7M
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