गांधीनगर: आज से गुजरात में डिफेंस एक्सपो शुरू हो रहा है। पहली बार डिफेंस एक्सपो में सिर्फ भारत की रक्षा कंपनियां भाग ले रही हैं। यहां देश का अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन शो भी होगा। डिफेंस एक्सपो में अलग अलग अग्रीमेंट और एमओयू से 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के इंवेस्टमेंट की उम्मीद की जा रही है। सिर्फ गुजरात की कंपनियों के लिए ही साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये के अग्रीमेंट की उम्मीद है। दिखाएगा आत्मनिर्भरता इस बार का डिफेंस एक्सपो रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता दिखाएगा। रक्षा सचिव अजय कुमार ने कहा कि भारत अब रक्षा क्षेत्र में ट्रांसफर ऑफ टेक्नॉलजी से डिजाइन और डिवेलपमेंट आधारित अप्रोच की तरफ बढ़ा है। मंगलावर से शुरू हो रहे पांच दिन के डिफेंस एक्सो में तीन दिन बिजनेस के लिए रखे गए हैं। आखिरी दो दिन पब्लिक के लिए खुले रहेंगे। 75 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। 33 देशों के विदेश मंत्री अलग अलग सेमिनार और डायलॉग में हिस्सा लेंगे। इसमें अब तक की सबसे ज्यादा 1340 इंडियन कंपनियां शामिल हो रही हैं। 10 राज्यों कि पेवेलियन होंगे और गुजरात का सबसे बड़ा पेवेलियन होगा। सबसे बड़ा ड्रोन शो साबरमती रिवरफ्रंट पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन शो होगा। जिसमें 1600 ड्रोन हिस्सा लेंगे। गणंतत्र दिवस पर जो ड्रोन शो हुआ था उसमें 1000 ड्रोन शामिल थे। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि यह गुजरात की उत्पादन और क्षमता को दिखाने का मौका है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने कुछ सालों में ही हथियारों के सबसे बड़े आयातक के रोल से निर्यातक तक का सफर तय किया है। आज भारत दुनिया के टॉप 25 निर्यातक देशों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि डिफेंस एक्सपो की थीम है- पाथ टू प्राइड यानी गर्व का रास्ता। हमारी सोच पर, हमारे ज्ञान विज्ञान पर, स्वदेशी उत्पाद पर गर्व। उन्होंने कहा कि हमें दुनिया को अपने उत्पाद पर भरोसा दिलाना है तो पहले खुद भरोसा करना होगा। डिफेंस एक्सपो का पहला एडिशन है जो एक्सक्लूसिवली इंडियन सेलर्स के लिए है। पहली बार इंवेस्ट फॉर डिफेंस रक्षा सचिव अजय कुमार ने कहा कि पहली बार डिफेंस एक्सपो में इंवेस्ट फॉर डिफेंस नाम का इवेंट भी हो रहा है। इसकी वजह यह है कि अब हमारी डिफेंस इंडस्ट्री में इतनी शक्ति है और अब इंवेस्टमेंट की जरूरतों को ज्यादा मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। इसका मकसद है कि जो इंवेस्टर्स हैं वे जान सकें कि डिफेंस में इंवेस्ट करने के क्या मौके हैं और इसी तरह डिफेंस इंडस्ट्री नई तकनीक के लिए अच्छा वित्तीय डील पा सकें। उन्होंने कहा कि पिछले बार के डिफेंस एक्सपो में 201 अग्रीमेंट हुए थे, इस बार इंडस्ट्री के साथ अलग अलग तरह के 451 अग्रीमेंट होने हैं। इन सब को मिलाकर 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपये का इंवेस्टमेंट की उम्मीद है। गुजरात के लिए यह बहुत अच्छा मौका है। 33 अग्रीमेंट और एमओयू गुजरात की कंपनियों के साथ हो रहे हैं। जिसमें गुजरात में करीब 5 हजार करोड़ रुपये के इंवेस्टमेंट की उम्मीद है।
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