नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शनिवार कोरोना के 1 हजार 515 नये मामले सामने आए। वहीं कोरोना वायरस संक्रमण से 6 मरीजों की मौत हो गई। हालांकि इनमें से केवल एक मरीज की मौत का प्रारंभिक कारण कोविड पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। विभाग के आंकड़ों के अनुसार कोरोना पॉजिटिविटी रेट 26.46 प्रतिशत रही। वर्तमान समय में कोरोना के 361 मरीज हॉस्पिटल में भर्ती हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक दिन पहले ही कहा कि कोविड-19 के मामले स्थिर हो रहे हैं और आने वाले दिनों में उनमें कमी आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि हाल के दौर में राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से जिन लोगों की जान गई है, उनमें से ज्यादातर मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं और कोविड आकस्मिक था।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम शिक्षकों से कह रहे हैं कि अगर छात्रों को खांसी और जुकाम है तो उन बच्चों को आराम करने की सलाह दी जाए। हम अभिभावकों से बच्चों में ऐसा कोई लक्षण दिखने पर उन्हें स्कूल न भेजने की अपील करेंगे। कोविड महामारी से निपटने के लिए दिल्ली सरकार की तैयारी पर भारद्वाज ने कहा कि हमारे पास कोविड बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन आपूर्ति तथा अन्य समेत सभी व्यवस्था है।अभी तक दिल्ली में कोरोना नियंत्रण में देखा जा रहा है। नए मरीज और संक्रमण दर में जरूर इजाफा हुआ है, लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि स्थिति पूरी तरह से काबू में है। वहीं पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना की वजह से हो रही मौत में से कुछ की मौत की प्राइमरी वजह कोरोना बताया जा रहा है। हालांकि, इसके बाद भी एक्सपर्ट का कहना है कि यह बहुत रेयर है। स्वस्थ इंसान में इस बार कोरोना खतरनाक नहीं हो रहा है।
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