रांची: 23 साल के ने रांची टेस्ट की पहली पारी में भारत को मुश्किल से बाहर निकाला। जब टीम 177 रन पर 7 विकेट खो चुकी थी, तब जुरेल ने कमाल की बल्लेबाजी करके टीम को संभाला। उन्होंने 149 गेंदों पर 90 रन बनाकर टीम को मजबूती दी। कुलदीप यादव के साथ उन्होंने 76 रन की अहम साझेदारी की और भारत का स्कोर 353 रन के जवाब में 307 रन तक पहुंचाया। इंग्लैंड को भारत ने दूसरी पारी में 145 पर समेट दिया और आखिरी पारी में टीम को जीत के लिए 192 रन का टारगेट मिला।
शतक से चूकने पर क्या बोले जुरेल
भारत ने इस लय को बनाए रखा और पूरे तीसरे दिन इंग्लैंड पर हावी रहा। जुरेल 90 रन पर आउट हुए और टेस्ट में पहला शतक लगाने से चूक गए। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनका सपना भारत के लिए सीरीज जीतना है और शतक चूकने का कोई मलाल नहीं है। तीसरे दिन के खेल के बाद जुरेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यह मेरी पहली सीरीज है, तो थोड़ा दबाव था। मैं सोच रहा था कि टीम को मुझसे उस समय क्या चाहिए। कुलदीप के साथ मेरा अच्छा तालमेल है, हम दोनों यूपी से हैं और आपस में बात करते रहे।'उन्होंने आगे बात करते हुए कहा, 'सही बोलूं तो मुझे बिल्कुल अफसोस नहीं है। यह मेरी पहली टेस्ट सीरीज है। मेरा सपना सिर्फ ट्रॉफी को हाथों से उठाना है। अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना मेरा सपना था।'पिता के लिए था सैल्यूट
अर्धशतक पूरा करने के बाद ध्रुव जुरेल ने सैल्यूट ठोका था। इसके बारे में उनके सवाल किया गया तो विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा- वह मेरे पिता के लिए था। मेरा पापा करगिल वेटरन हैं वो उनके लिए था। कल शाम को उनसे बात हुई थी कि उन्होंने इनडायरेक्टली बोल रहे थे कि बेटा एक बार सैल्यूट तो दिखा दे क्योंकि मैं बचपन से वही करता आ रहा हूं। सुनील गावस्कर ने रविवार को जुरेल की पारी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत को एक और एमएस धोनी मिल गया है। जुरेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गावस्कर को उनके अच्छे शब्दों के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, 'सुनील गावस्कर सर से अच्छी बातें सुनना उत्साहवर्धक है, वह खेल के लीजेंड हैं। भारतीय टीम में शानदार माहौल है। उन्होंने मुझेसे विकेट पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताने को कहा गया था।'from https://ift.tt/miRPzLf
No comments:
Post a Comment