जयपुर : आमेर महल की हाथी सवारी दुनियाभर में फेमस है लेकिन कई बार हथिनियों के बिदकने की घटनाएं सामने आती रहती है। पिछले हथिनी गौरी ने एक रूसी पर्यटक को सूंड से पकड़ कर घुमाया और फिर जोर से नीचे पटक दिया। इससे रूसी पर्यटक मारिया के पैर में फेक्चर आ गया। पर्यटक को पटकने की यह घटना 13 फरवरी की है लेकिन उसका सीसीटीवी वीडियो अब सामने आया है। हथिनी गौरी की सवारी बंद करने की मांग उठी है।
पेटा ने सरकार को लिखा पत्र
एनिमल वेलफेयर के लिए काम कर रही संस्था पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) ने हथिनी गौरी को हाथी सवारी से बैन करने के लिए राज्य सरकार और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी को पत्र लिखा है। पेटा की ओर से हथिनी गौरी को सेंचुरी भेजने की भी मांग की गई है। आमेर महल अधीक्षक राकेश छोलक का कहना है कि 13 फरवरी को हुई घटना के बाद हथिनी गौरी को अनफिट घोषित करके हाथी सवारी के लिए बैन किया जा चुका है। छोलक के मुताबिक 13 फरवरी को हुए हादसे के बाद आमेर महल प्रशासन की ओर से रूसी पर्यटक को तुरंत अस्पताल पहुंचा दिया गया था।महावत भी गिरा हथिनी से नीचे
सीसीटीवी कैमरे में यह घटना पूरी तरह से कैद हो गई है। फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि अन्य हथिनियों की तरह गौरी भी आमेर महल के जलेब चौक में पहुंचती है। अचानक वह बिदक जाती है और सामने खड़ी महिला पर्यटक मारिया को सूंड से उठाकर तेजी से घुमाती है और फिर जोर से जमीन पर पटक देती है। इस दौरान गौरी पर सवार महावत भी झटका लगने से नीचे गिर जाता है। हादसे में महिला पर्यटक के साथ महावत भी घायल हुआ था।गौरी को क्यों आया गुस्सा
हथिनी अचानक क्यों बिदक गई। इस बारे में गौरी के मालिक इशाक मंसूरी का कहना है कि जब पर्यटक आमेर महल में हथिनी गौरी से उतरा तो उसने उसके मुंह पर और आंख पर हाथ लगा दिया। इससे गौरी भड़क गई और पर्यटक को सूंड में उठाकर पटक दिया। महावत ने पर्यटक को बचाने का प्रयास किया था लेकिन इस दौरान वह भी नीचे गिर गया।डेढ साल पहले ही गौरी को आया था गुस्सा
करीब डेढ साल पहले अक्टूबर 2022 में भी हथिनी गौरी को गुस्सा आया था जब एक दुकानदार ने उसे गर्म कचोरी खिला दी थी। उस दिन गौरी ने दुकानदार पर हमला कर दिया। जिससे दुकानदार गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसकी पसलियां और अन्य हड्डियां टूट गई थी। पेटा इंडिया की ओर से डेढ साल पहले भी गौरी को हाथी सवारी से हटाने की मांग की थी। साथ में यह भी कहा गया था कि उसे एक अभयारण्य में भेजा जाए।from https://ift.tt/hMt5aOF
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