Thursday, February 8, 2024

बेटी की विदाई से पहले उठ गई पिता की अर्थी, मृतक विनोद के घर पसरा मातम

नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर आज सुबह बड़ा हादसा हुआ है। दरअसल आज सुबह करीब 11 बजे पिंक लाइन के गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर बनी दीवार भरभराकर गिर गई। जिसकी चपेट में आकर विनोद कुमार नाम के शख्स की मौत हो गई। जब इस हादसे के बारे में विनोद के परिवार को पता चला तो उनका रो- रोकर बुरा हाल हो गया।

घर में चल रही थी शादी की तैयारी

गोकुलपुरी हादसे में जान गंवाने वाले विनोद उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के एक गांव के रहने वाले थे लेकिन वो काम के सिलसिले में दिल्ली के करावल नगर में अपने बेटे के साथ रह रहे थे। विनोद दिल्ली में चावल डिलीवरी का काम करते थे और उनका बेटा सागर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करता है। बता दें कि विनोद के घर में शादी की तैयारियां चल रही थी। दरअसल पिछले महीने 25 जनवरी को विनोद ने अपनी छोटी बेटी की सगाई की थी। जिसके बाद वो शादी की तैयारी के लिए दिल्ली आए थे और शादी की खरीदारी कर रहे थे।

जीटीबी एंक्लेव जा रहे थे विनोद

विनोद स्कूटी से चावल की डिलीवरी करने के लिए गुरुवार को जीटीबी एंक्लेव जा रहे थे। जैसे ही सुबह 11 बजे के करीब वो गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के नीचे पहुंचे तो अचानकर उनके ऊपर दीवार गिर गई। जिसकी चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। बता दें कि हादसे के बाद जो वीडियो और तस्वीरें आई हैं वहां पर विनोद की स्कूटी गिरी हुई दिख रही है।

क्या है पूरा मामला

हादसा गुरुवार सुबह लगभग 11 बजे हुआ। शिव विहार की ओर जाने वाली लाइन की तरफ के प्लैटफॉर्म की 50 मीटर लंबी दीवार अचानक भरभराकर नीचे आ गिरी। उस वक्त स्टेशन के नीचे से गुजर रहे स्कूटर सवार विनोद कुमार (53) समेत पांच लोग मलबे की चपेट में आ गए। बाद में इनमें से दो को फायर ब्रिगेड ने अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने विनोद कुमार को मृत घोषित कर दिया। अजीत कुमार, मोनू, संदीप, और ताजिर घायल हैं। हादसे के बाद दिल्ली मेट्रो के एमडी डॉ. विकास कुमार ने पूरे नेटवर्क की सेफ्टी चेकिंग के निर्देश दिए। मेट्रो ने मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए पांच लाख और मामूली घायलों के लिए एक लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। दिल्ली मेट्रो ने हादसे की जानकारी कमिश्नर मेट्रो रेलवे सेफ्टी (सीएमआरएस) को भी दी है।

2018 में ही बना है गोकुलपुरी का ये स्टेशन

जिस स्टेशन पर ये हादसा हुआ, उसका निर्माण 2018 में ही हुआ था। इसी वजह से निर्माण की क्वॉलिटी पर सवाल खड़े हो गए हैं। जानकारों का मानना है कि जब ये हादसा हुआ, उस वक्त प्लैटफॉर्म पर अधिक भीड़ नहीं थी और सौभाग्यवश उस वक्त प्लैटफॉर्म पर इस दीवार से सटकर कोई यात्री नहीं खड़ा था। अगर ऐसा होता तो ये हादसा बड़ा हो सकता था।


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