मुंबई: शिंदे सेना के प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे और उनके गठबंधन दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने फिर दावा किया कि बालासाहेब ठाकरे के विचारों को आगे लेकर उनकी पार्टी ही चल रही है। लोकसभा चुनाव में मिली सफलता पर दम भरते हुए शिंदे ने कहा कि उनसे (उद्धव ठाकरे) उनसे कम सीटों पर चुनाव लड़ा और उनसे ज्यादा वोट लिया इसलिए आने वाले विधानसभा चुनाव में उनके गठबंधन की सरकार बननी तय है। उद्धव का नाम लिए बिना शिंदे ने कहा कि वे कितना भी झूठ बोले, कितना भी झूठ का प्रचार करे लेकिन उन्हें जनता नकार देगी। शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे को हिंदू धर्म से एलर्जी है। उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के विचार को खत्म कर दिया है इसलिए उद्धव को बालासाहेब का नाम नहीं लेना चाहिए।धनुष-बाण चलाने की जो शक्ति हममें हैसीएम शिंदे ने कहा कि धनुष-बाण चलाने के लिए जो शक्ति, जो कलाई चाहिए वह हमारी शिवसेना में है इसलिए तो लोकसभा चुनाव में लोगों ने शिवसेना को वोट दिया। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए हम महायुति को मजबूत करना चाहते हैं। हमें अतीत को भूलकर आगे बढ़ना होगा। मैं महायुति का मुख्यमंत्री हूं इसलिए मेरी जिम्मेदारी सबसे ज्यादा है। उद्धव को निशाने पर लेते हुए शिंदे ने कहा कि कांग्रेस से बंधी शिवसेना को मुक्त कराने के लिए, बाला साहेब के विचारों को बचाने के लिए हमने विद्रोह किया। मराठी के न्याय के लिए शिवसेना बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना की को आज 58 साल का हो गई है। शिंदे ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे के विचार को बचाकर हमने गद्दार मुक्त कर कर दिया है।मुस्लिम वोटों से जीती यूबीटीसीएम शिंदे ने दावा किया कि मुस्लिम मतदाता के कारण महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार को जीत मिली है। दक्षिण मुंबई में यामिनी जाधव और दक्षिण-मध्य मुंबई में राहुल शेवाले को मुस्लिम क्षेत्र में कम वोट मिला इसलिए उनकी हार हुई है। वही उत्तर -पश्चिम लोकसभा सीट पर रविंद्र वायकर को मिली जीत विपक्ष पचा नहीं पा रही है इसलिए उनके खिलाफ लगातार षड्यंत्र रचा जा रहा है। वायकर की जीत मेरिट है हुई है, जबकि उद्धव सेना के उम्मीदवार का प्रचार बम ब्लास्ट का आरोपी कर रहा था। मुंबई आतंकवादी हमले में शहीद पुलिस अधिकारी तक चुनाव में नहीं छोड़ा। आतंकवादी अजमल कसाब के नाम पर चुनाव लड़ा गया।जनता ने शिवसेना को भरपूर प्रेम दियासीएम शिंदे ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में उद्धव सेना के विरोध में शिवसेना ने 13 सीट पर चुनाव उतारा जिसमें 7 सीटें हमारी पार्टी के उम्मीदवार ने जीता। उद्धव सेना को 42 जबकि हमारी पार्टी शिवसेना को 47 फीसदी वोट मिले है। इसके यह साबित होता है कि असली शिवसेना की जीत हुई है। उद्धव सेना से ज्यादा वोट हमारी शिवसेना को मिली है। लोकसभा चुनाव में शिवसेना की मुंबई, कोंकण संभाजीनगर सहित पूरे महाराष्ट्र में ताकत बढ़ी है जबकि उद्धव सेना कोंकण में एक भी जगह नही जीत सकी।शिवसेना के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर प्रस्ताव पारित किया गया। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने शिवसैनिकों में जोश भरा अपने भाषण में शिंदे ने कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव में काम कर लग जाने का निर्देश दिया।
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