Monday, April 3, 2023

हरियाणा में हेल्‍थ वर्कर के लिए मास्क पहनना जरूरी, अस्पताल आने वाले खांसी-जुकाम के मरीजों का होगा कोरोना टेस्ट

चंडीगढ़: हरियाणा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने कहा है कि राज्य में 100 से अधिक व्यक्तियों की भीड़ वाले क्षेत्रों में मास्क पहनना अनिवार्य किया जाएगा, ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इसके अलावा, राज्य के सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। विज सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोविड संक्रमण को लेकर की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि खांसी, जुकाम के मरीज अस्पताल में आते हैं तो ऐसे मरीजों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया जाए। इसके अलावा जिन मरीजों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, ऐसे मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जाए।उन्होंने बताया कि अभी तक जो कोविड का वेरिएंट सामने आया है, वह काफी हल्के लक्षण वाला है। वर्तमान में प्रदेश में 724 सक्रिय मरीज हैं, लेकिन इसमें से कोई अस्पताल में नहीं है। उन्होंने बताया कि पिछले एक सप्ताह में राज्य में 25 हजार 404 लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है। इसके अलावा, कोरोना की पहली वैक्सिनेशन डोज की कवरेज 103 प्रतिशत, दूसरी डोज की 86 प्रतिशत है। वहीं ऐहतियाती डोज में कमी है, लेकिन राज्य के सभी सिविल सर्जन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि लोगों को ऐहतियाती डोज लगाने के लिए प्रेरित करें।हर‍ियाणा में कोरोना कौन सा वेर‍िएंट म‍िला अभी तक की टेस्टिंग में एक्सबीबी.1 और एक्सबीबी.1.5 वेरिएंट पाया गया है। इस पर मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड संक्रमण को रोकने के लिए फ्लू कॉर्नर, टेस्टिंग उपकरण, दवाइयों की पर्याप्त व्यवस्था करने के साथ-साथ वैक्सिनेशन पर बल दिया जाए। कोरोना से बचाव को दी सलाह स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोग कोविड से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, बार-बार हाथ धोना, मास्क पहनना और ज्यादा तरल पेय लेना इत्यादि का पालन करें तो इससे बड़ी ही आसानी से लड़ा जा सकता है। विज ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड के प्रोटोकोल को स्वयं की प्रेरणा से लोगों को मानना चाहिए।प्रदेश में 10-11 अप्रैल को मॉक ड्रिलस्वास्थ्य मंत्री को बताया गया कि आगामी 10 और 11 अप्रैल को राज्य के विभिन्न स्थानों में मॉक ड्रिल की जाएगी। राज्य में टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट, टीम वर्क, ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग पर काम किया जा रहा है। इसके अलावा, राज्य के सभी सिविल सर्जन को टेस्टिंग दोगुनी करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। ‘क्या करें व क्या न करें’ बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने ‘क्या करें व क्या न करें’ के संबंध में एसओपी तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इसमें भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मास्क पहनना, साबुन या सैनिटाइजर या पानी से हाथों को धोना, आंखों, नाक व मुंह का छूने से बचना, संक्रमित व्यक्ति से एक हाथ की दूरी बनाए रखना, खांसते व छींकते समय अपने मुंह को ढंकना, पानी ज्यादा पीने और पोषित आहार लेने जैसी बातें होंगी। इसी प्रकार, क्या न करें में हाथ न मिलाना, सार्वजनिक स्थानों पर न थूकना, समूह में खाना न खाना, बिना डाक्टरी सलाह के दवा न लेने की बात शामिल है।


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