मैसूर: कर्नाटक के मैसूरु जिले में अजीबोगरीब मामला सामने आया। जिले में मेगा लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान एक जज ने तलाक मांग रहे बुजुर्ग जोड़े को मिलवा दिया। इसकी लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। दरअसल व्यक्ति ने तलाक के अर्जी लगाई थी। युगल, 75 साल के बुजुर्ग और उनकी 70 साल की पत्नी की शादी को 35 साल हो चुके हैं और मैसूर शहर में रहते हैं। उनकी तीन बेटियां थीं। बताया गया कि बुजुर्ग की तीनों बेटियों ने अपनी पसंद के लोगों से शादी कर ली। जो कि उनके पिता को नागवार गुजरा। उन्होंने इस शादी को मानने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही बुजुर्ग ने बेटियों के आचरण को अस्वीकार कर दिया और अपनी बेटियों के साथ समझौता नहीं किया। युगल में था इस बात का मलालबुजुर्ग ने अपनी बेटियों की मर्जी से शादी के लिए अपनी पत्नी को दोषी ठहराया। पत्नी ने उसे यह कहकर शांत करने की कोशिश की कि शादियां हो चुकी हैं और अब इस बारे में कुछ नहीं किया जा सकता है। लेकिन बुजुर्ग ने पारिवारिक अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी। जज ने की दंपति की काउंसलिंग प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश जीएस संग्रेशी ने 11 फरवरी को आयोजित मेगा लोक अदालत कार्यक्रम में दंपति की काउंसलिंग की और पति को इस उम्र में पत्नी के प्रति कड़वाहट नहीं रखने के लिए राजी किया। वह आदमी सहमत हो गया और उसने तलाक की अर्जी वापस ले ली।तलाके मांगने वाले 36 जोड़े ने याचिका वापस ली जज ने कहा कि तलाक के लिए आवेदन करने वाले 36 जोड़े अपनी याचिका वापस लेने और एकजुट होने पर सहमत हुए।
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