मुंबई: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने कहा कि सभी विपक्षी दलों को अपने दंभ को त्यागकर देश में 'लोकतंत्र को बचाने' के लिए एकजुट होकर बीजेपी से मुकाबला करने की जरूरत है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कहा कि बीजेपी से अलग-अलग लड़ने का कोई राजनीतिक मतलब नहीं है और कांग्रेस से विपक्षी दलों को एकजुट करने में नेतृत्व करने का आह्वान किया। बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए संपादकीय में कहा गया है, 'विपक्षी एकता की पहेली को जल्द सुलझाने की जरूरत है। बीजेपी के नकली राष्ट्रवाद और कट्टरवाद के जहर का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होने की जरूरत है।'केसीआर और ममता से चुभता हुआ सवाल 'सामना' में कहा गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल) और के चंद्रशेखर राव (तेलंगाना) अपने-अपने राज्य में अलग-अलग बीजेपी से लड़ रहे हैं और इस राजनीतिक दृष्टिकोण का कोई मतलब नहीं है। संपादकीय में सवाल किया गया है, 'कांग्रेस से नफरत करके आप बीजेपी से कैसे लड़ेंगे?''पीएम कैंडिडेट मुद्दे को बाद में सुलझाया जा सकता है' महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की सहयोगी है। संपादकीय में आगे कहा गया है कि 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के मुद्दे को बाद में सुलझाया जा सकता है, और समय की मांग है कि सभी बीजेपी विरोधी राजनीतिक ताकतें अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए चर्चा की मेज पर आएं।
from https://ift.tt/AZuprhe
No comments:
Post a Comment