Saturday, November 23, 2024

एयरपोर्ट पर वाइफ रितिका ने रोहित शर्मा को गले लगकर दी भावुक विदाई, ऑस्ट्रेलिया के लिए हुए रवाना

मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया में अपना शिकंजा कस लिया है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट मैच पर्थ क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने टीम इंडिया की कप्तानी संभाली। हालांकि, सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के लिए नियमित कप्तान रोहित शर्मा उपलब्ध रहेंगे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच एडिलेड में खेला जाएगा। ऐसे में रोहित शर्मा अब ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो चुके हैं। रोहित का 24 नवंबर को पर्थ में टीम इंडिया के साथ जुड़ने की उम्मीद है। रोहित शर्मा देर शाम 23 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हुए। एयरपोर्ट पर रोहित साथ उनकी पत्नी भी पहुंची थी। इस दौरान रितिका ने रोहित को गले लगाकर भावुक विदाई दी, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 15 नवंबर को दूसरी बार पिता बने हैं रोहितबता दें कि रोहित शर्मा बीते 15 नवंबर को दूसरी बार पिता बने हैं। इसी कारण के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं गए थे। हालांकि, अब वह नेशनल ड्यूटी के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना हो चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया यहां पहुंचने के बाद प्राइम मिनिस्टर इलेवन के खिलाफ रोहित शर्मा प्रैक्टिस मैच में भी खेलेंगे।हालांकि, रोहित शर्मा को लेकर यह लेकर कहा जा रहा था वह पर्थ टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे, लेकिन अपनी न्यू बॉर्न बेबी के साथ समय बिताने का फैसला किया, लेकिन सीरीज के बाकी बचे हुए मैचों के लिए रोहित उपलब्ध रहेंगे। पर्थ में टीम इंडिया का दबदबाऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने अपना दबदबा बना लिया है। मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए 150 रन का स्कोर खड़ा किया था। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ 104 रन ही बना पाई। इस तरह पहली पारी में भारतीय टीम को 46 रनों की बढ़त मिली। वहीं दूसरी पारी में टीम इंडिया ने दूसरे दिन के खेल में बिना कोई विकेट गंवाकर 172 रन बनाए जिससे की टीम इंडिया की बढ़त 218 रन की हो गई।


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Friday, November 22, 2024

सुकन्‍या समृद्धि, पीपीएफ, किसान विकास पत्र... किसमें कितना ब्‍याज, कहां सबसे ज्‍यादा फायदा?

नई दिल्‍ली: बड़ी संख्‍या में लोग छोटी बचत स्‍कीमों में पैसा लगाते हैं। सरकार हर तीन महीने में इन बचत स्‍कीमों की ब्याज दरों की समीक्षा करती है। इनमें , महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, (पीपीएफ), किसान विकास पत्र (केवीपी), राष्ट्रीय बचत पत्र और पोस्‍ट ऑफिस फिक्‍स डिपॉजिट जैसी स्‍कीमें शामिल हैं। दिसंबर तिमाही के लिए सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी इन पर सितंबर तिमाही जितना ही ब्‍याज मिलेगा। ये योजनाएं अलग-अलग तरह के लोगों के लिए बनाई गई हैं। मसलन, बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना, महिला निवेशकों के लिए महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीनियर सिटीजन सेविंग्‍स स्‍कीम (एससीएसएस)। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए पीपीएफ, किसान विकास पत्र और राष्ट्रीय बचत पत्र जैसी स्‍कीमें हैं। छोटी अवधि के निवेशकों के लिए पोस्‍ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट जैसी योजनाएं उपलब्ध हैं। 30 सितंबर, 2024 को वित्त मंत्रालय ने कहा था, 'वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही यानी 1 अक्टूबर, 2024 से 31 दिसंबर, 2024 तक विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए अधिसूचित दरों के समान रहेंगी।' इसका मतलब है कि इस तिमाही के लिए सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।आइए, यहां अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए 7.5% से 8.2% तक ब्याज दरों की पेशकश करने वाली छोटी बचत योजनाओं के बारे में जानते हैं।

1. सीनियर सिटीजन सेविंग्‍स स्‍कीम

सीनियर सिटीजन सेविंग्‍स स्‍कीम यानी एससीएसएस ऐसी सरकारी स्‍कीम है जो वरिष्ठ नागरिकों और रिटायर्ड कर्मचारियों को रेगुलर इनकम प्रदान करती है। एससीएसएस खाते को 1000 रुपये की न्यूनतम जमा राशि से खुलवाया जा सकता है। इसकी अधिकतम सीमा 30 लाख रुपये है। अक्टूबर-दिसंबर, 2024 के लिए यह स्‍कीम सालाना 8.2% ब्याज की पेशकश करती है।

2. पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट

पांच साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट के तहत निवेश आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत कटौती के लिए योग्य है। टाइम डिपॉजिट के लिए न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये है। आपको 2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए 5 साल की सावधि जमा पर 7.5% की ब्याज दर मिलती है।

3. नैशनल सेविंग्‍स सर्टिफिकेट

नैशनल सेविंग्‍स सर्टिफिकेट (NSC) सरकार समर्थित बचत योजना है जो निश्चित रिटर्न और टैक्‍स बेनिफिट प्रदान करती है। इस योजना के तहत जमा आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कटौती के लिए योग्य है। जमा की तारीख से पांच साल पूरे होने पर जमा राशि मैच्‍योर हो जाती है। राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र अक्टूबर-दिसंबर, 2024 की तिमाही के लिए 7.7% का ब्याज प्रदान करता है। इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र पर ब्याज दर की गणना सालाना की जाती है। लेकिन, भुगतान मैच्‍योरिटी पर किया जाता है।

4. किसान विकास पत्र (KVP)

किसान विकास पत्र (KVP) एक कम जोखिम वाला निवेश है जो गारंटीड रिटर्न और निश्चित ब्याज दर प्रदान करता है। निवेश की गई राशि 115 महीनों (9 साल और 7 महीने) में दोगुनी हो जाती है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए KVP सालाना 7.5% की ब्याज दर प्रदान करता है। ब्याज दर का कैलकुलेशन सालाना होता है।

5. महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र

महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (MSSC) सरकार समर्थित योजना है जो महिलाओं और लड़कियों को 2,00,000 रुपये तक का निवेश करने में सक्षम बनाती है। इस योजना के तहत मार्च 2025 तक निवेश किया जा सकता है। इंडिया पोस्ट की वेबसाइट के अनुसार, 'खाता खोलने की तारीख से दो साल बाद देय राशि जमाकर्ता को दे दी जाएगी।' यह स्‍कीम सालाना 7.5% की ब्याज दर प्रदान करती है। ब्याज का कैलकुलेशन तिमाही आधार पर किया जाता है।

6. सुकन्या समृद्धि योजना

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बेटियों के माता-पिता के लिए शानदार बचत स्‍कीम है। इस योजना के तहत जमा आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कटौती के लिए योग्य है। अर्जित ब्याज आयकर अधिनियम के तहत टैक्‍स फ्री है। सुकन्या समृद्धि खाता अभिभावक की ओर से तब तक ऑपरेट किया जाता है जब तक कि बेटी बालिग यानी 18 साल की न हो जाए। सुकन्या समृद्धि योजना में अक्टूबर-दिसंबर, 2024 की तिमाही के लिए 8.2% ब्याज है।

अक्टूबर-दिसंबर, 2024 के लिए छोटी बचत स्‍कीमों की ब्याज दरें

योजना का नाम ब्याज दर (01.10.2024 से 31.12.2024 तक) परिपक्वता अवधि
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना 8.2% 1 साल
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (VIII अंक) 7.7% 5 साल
किसान विकास पत्र 7.5% 115 महीने
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र 7.5% 2 साल
सुकन्या समृद्धि खाता योजना 8.2% 21 वर्ष या बेटी के विवाह तक
5 साल की सावधि जमा 7.5% 5 साल


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Thursday, November 21, 2024

उदयपुर: कॉपी में लिखी मिला कुरान की आयतें और कलमा, उदयपुर में दो चचेरी बहनों के सुसाइड मामले में चौंकाने वाला खुलासा

उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में दो चचेरी बहनों की मौत के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस को शक है कि 11वीं क्लास में पढ़ने वाली इन दोनों बहनों का ब्रेनवॉश किया गया था। उनके स्कूल बैग से एक कॉपी मिली है, जिसमें कुरान की आयतें और कलमा लिखा हुआ है। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर उन्होंने अपना नाम बदलकर मुस्कान और अनीसा रख लिया था।

10 नवंबर की शाम को घर से लापता हुई थी लड़कियां

यह घटना 11 नवंबर की है, जब उदयपुर के गोगुंदा थाना क्षेत्र के जसवंतगढ़ ग्राम पंचायत के गहलोत का गुड़ा गांव में 16 और 17 साल की दो चचेरी बहनों के शव मिले थे। दोनों के शव घर से 500 मीटर दूर एक खेत में पड़े थे। दोनों ने एक जैसे रंग के कपड़े पहने थे और जहर खाकर जान दे दी थी। परिजनों ने बताया कि दोनों लड़कियां 10 नवंबर की शाम को घर से लापता हो गई थीं। देर रात तक तलाश करने के बाद भी जब वे नहीं मिलीं तो अगली सुबह फिर से तलाश शुरू की गई। इसी दौरान उनके शव खेत में पड़े मिले।

पुलिस को ब्रेनवॉश और धर्म परिवर्तन होने का शक

बताया जा रहा है कि पुलिस को दोनों बहनों के स्कूल बैग से एक कॉपी मिली, जिसमें कुरान की आयतें और कलमा लिखा हुआ था। इसके अलावा, हिंदी और उर्दू में भी कुछ वाक्य लिखे थे, जिससे पता चलता है कि उन्हें कुछ सिखाया जा रहा था। सोशल मीडिया पर दोनों ने अपना नाम बदलकर मुस्कान और अनीसा रख लिया था। पुलिस को शक है कि किसी ने धर्म परिवर्तन के लिए उनका ब्रेनवॉश किया था।

पूरे मामले में एक युवक को लिया हिरासत में

परिवार ने पुलिस को दोनों लड़कियों के मोबाइल और नोटबुक भी सौंप दिए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में पुलिस ने उत्तर प्रदेश से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। उसे गोगुंदा लाया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपी इंस्टाग्राम के जरिए दोनों बहनों के संपर्क में था। "वह लंबे समय तक दोनों बहनों के संपर्क में रहा। वह बार-बार बात करने के लिए दबाव भी बनाता था। इससे दोनों बहनें परेशान हो गई थीं।" पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या दोनों बहनों को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था।


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Wednesday, November 20, 2024

पाकिस्तान में 10 साल की हिंदू लड़की का अपहरण, जबरन धर्मांतरण कर अधेड़ से कराया निकाह

कराची: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 10 वर्षीय एक हिंदू लड़की को अगवा करके जबरन उसकी शादी एक मुस्लिम व्यक्ति से कराने का मामला सामने आया है। हालांकि, अधिकारियों ने उसे बचा लिया है। सिंध प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में हिंदू समुदाय के लिए नाबालिग और किशोर हिंदू लड़कियों का अपहरण, जबरन धर्मांतरण और विवाह एक बड़ी समस्या बनी हुई है।

15 साल की लड़की की 50 साल के अधेड़ से शादी

पाकिस्तान दरावर इत्तेहाद (अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए गठित एक गैर सरकारी संगठन) के अध्यक्ष शिवा काछी के अनुसार एक अन्य मामले में संघर में एक 15 वर्षीय हिंदू लड़की की 50 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति से जबरन शादी करा दी गई, जिसे अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है। शिवा ने बुधवार को बताया कि कुछ भ्रष्ट पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते हैं और जब पीड़ित के माता-पिता/वकील मामला अदालत में ले जाते हैं तो उन्हें अदालत में पेश कर दिया जाता है।

घर के बाहर से लड़की को किया गया अगवा

उन्होंने बताया कि 10 वर्षीय लड़की को पिछले सप्ताह मीरपुरखास के कोट गुलाम मुहम्मद गांव में उसके घर के बाहर से अगवा कर लिया गया और उसे सरहंदी एयर समारो मदरसा ले जाया गया। उन्होंने कहा कि लड़की को इस्लाम स्वीकार करने के लिए मजबूर किया गया और फिर उसकी शादी शाहिद तालपुर से कर दी गई, लेकिन जब इस मुद्दे को क्षेत्र के अधिकारियों के समक्ष उठाया गया तो एसएसपी पुलिस अनवर अली तालपुर ने हस्तक्षेप किया और लड़की को बरामद कर उसके घर वापस भेज दिया गया।


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Tuesday, November 19, 2024

युवती का बयान दर्ज करने के बहाने कमरे में बुलाकर पुलिस कर्मियों ने किया दुष्कर्म! SP ने दिए जांच के आदेश

विशाल वर्मा, जालौन: के जालौन में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां की रहने वाली एक युवती ने पुलिस के ऊपर ही दुष्कर्म का आरोप लगाया है। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। युवती का आरोप है कि एक केस में बयान दर्ज करने के बहाने सिपाहियों ने उसे बुलाया और फिर कमरे में उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। मामले की शिकायत युवती ने जालौन के पुलिस अधीक्षक से की तो जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंप दी गई है। चौंकाने वाला मामला उरई कोतवाली क्षेत्र का है। यहां के एक मोहल्ले की रहने वाली युवती ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसके मकान मालिक ने उसके साथ रेप किया था। इसकी शिकायत 11 नवंबर को उसने पुलिस से की थी। इसी मामले में 15 नवंबर को उरई कोतवाली की कोबरा में तैनात पुलिसकर्मियों ने जांच के लिए बुलाया। बयान लेने के बहाने उसे कमरे तक ले गए। वहां दो सिपाहियों ने उसके साथ मारपीट की और युवती का आरोप है कि उसके साथ दुष्कर्म भी किया।

महिला कांस्टेबल ने की मारपीट

इस घटना के बारे में उसने अपनी दादी को बताया और वह 16 नवंबर को उरई कोतवाली शिकायती पत्र देने पहुंची थी। पुलिसवालों ने अभद्रता की। इतना ही नहीं एक महिला कांस्टेबल ने उसके साथ मारपीट की। साथ ही कहा गया कि पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी और मामले में समझौता करने को कहा।

एसपी ने दिए जांच के आदेश

पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार को दी है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


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Monday, November 18, 2024

जम्मू-कश्मीर में पकड़ा गया लश्कर-ए-तैबा का आतंकी, यूपी के मजदूर को मारी थी गोली

श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में 24 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के बिजनौर निवासी मजदूर शुभम को गोली मारने वाला कथित आतंकी जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के हत्थे चढ़ गया है। इसे कश्मीर के पुलवामा जिले के आवंतीपोरा के त्राल इलाके से रविवार-सोमवार देर रात पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैबा को ज्वाइन कर चुका था। लश्कर के एरिया कमांडर ने उससे परखने के लिए शुभम पर गोली मारने के आदेश दिए थे। हमले में शुभम को केवल घायल ही करना था, जान से नहीं मारना था। गिरफ्तार आरोपी का नाम इरशाद अहमद चोपानजम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम इरशाद अहमद चोपान है। यह कश्मीर के त्राल का रहने वाला है करीब 20 साल के इरशाद ने इसी साल अगस्त में लश्कर-ए-तैबा को ज्वाइन किया था। शुरूआती पूछताछ में पता लगा है कि शुभम से इसकी कुछ दिन पहले ही दोस्ती हुई थी। फिर लश्कर कमांडर ने इसे जम्मू-कश्मीर में आजादी के नाम पर भड़काकर अपने ही दोस्त को गोली मारने के लिए उकसाया। वह देखना चाहता था कि क्या आरोपी लश्कर के लिए काम कर भी सकता है या नहीं। आरोपी को उसके दोस्त शुभम को घायल करने के लिए गोली मारने के लिए कहा गया था, मारने के लिए नहीं।ट्रेनिंग के लिए जाने वाला था पाकिस्तान तफ्तीश में यह भी पता लगा है कि कुछ दिनों बाद ही यह ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाने वाला था। लेकिन इससे पहले ही मिले इनपुट के आधार पर इसे पकड़ लिया गया। इसके पास से एक पिस्तौल, 18 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन और अन्य सामान बरामद किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि इसकी गिरफ्तारी से 20 अक्टूबर को गांदरबल में हुए आतंकी हमले, 24 अक्टूबर को ही बारामुला जिले में सेना के काफिले पर हुए हमले और 9 जून को रियासी में तीर्थ यात्रियों से भरी बस में गोलियां बरसाने वाले आतंकी हमले में भी कुछ लीड मिल सकती है। यह साउथ कश्मीर में कई हमलों में शामिल रहा है।भारी मात्रा में हथियार बरामदमामले में यह भी जानकारी ली जा रही है कि आतंकी संगठन लश्कर ने इसके जैसे और कितने नौजवानों को गुमराह करके आतंकी बनाने की राह पर चलाया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसकी गिरफ्तारी से कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं। इसके अलावा बारामूला जिले में बारामूला जिले में एक अन्य ऑपरेशन में आतंकवादियों के लिए काम करने के आरोप में एक और आरोपी को पकड़ा गया है। इसे बारामूला जिले के जांबाजपोरा-बिन्नेर रोड से पकड़ा गया। पकड़े गए आरोपी का नाम शौकत अहमद भट बताया गया है। इसके पास से एक एके-47, एक मैगजीन और कुछ अन्य हथियार बरामद किए गए हैं। इसके बारे में बताया गया है कि यह पिछले सप्ताह कुलगाम के पोरा क्षेत्र के नागनाड गांव से कथित रूप से 'गायब' चल रहा था।


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Sunday, November 17, 2024

दिल्ली विधानसभा चुनाव महाभारत जैसा 'धर्मयुद्ध'... कार्यकर्ताओं का जोश ऐसे हाई कर रहे केजरीवाल

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के आगामी चुनाव की तुलना एक 'धर्मयुद्ध' से की है। उन्होंने कहा है कि यह महाभारत की तरह एक 'धर्मयुद्ध' है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव अगने साल फरवरी में होने की संभावना है। केजरीवाल ने चांदनी चौक में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दैवीय शक्तियां आम आदमी पार्टी के पक्ष में हैं। उन्होंने दिल्ली नगर निगम महापौर चुनाव में पार्टी की जीत का हवाला दिया। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली विधानसभा चुनाव एक 'धर्मयुद्ध' की तरह है। उनके पास कौरवों की तरह अपार धन और शक्ति है, लेकिन भगवान और लोग हमारे साथ हैं, जैसा कि पांडवों के साथ था।' उन्होंने आप कार्यकर्ताओं से कहा कि वे चुनाव में खड़े होने वाले पार्टी उम्मीदवार की ओर न देखें। उन्होंने कहा, 'आपको ऐसे काम करना चाहिए जैसे मैं (दिल्ली में) सभी 70 सीट पर चुनाव लड़ रहा हूं।'

'मैं अपने किसी रिश्तेदार... टिकट नहीं दूंगा'

केजरीवाल ने कहा, 'मैं अपने किसी रिश्तेदार, परिचित या मित्र को टिकट नहीं दूंगा।' उन्होंने अधिकारियों को आप की उपलब्धियों की याद दिलाते हुए दिल्ली की कॉलोनियों में 10,000 किलोमीटर सड़कें बनाने का श्रेय लिया और कहा कि भाजपा उन 20 राज्यों में भी इस उपलब्धि की बराबरी नहीं कर सकती जहां वह सत्ता में है। आप प्रमुख केजरीवाल ने कहा, 'हम छह मुफ्त रेवड़ियां दे रहे हैं - बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, तीर्थयात्रा और महिलाओं के लिए बस यात्रा। इन सुविधाओं को बंद करने के लिए भाजपा दिल्ली में सत्ता हथियाना चाहती है।'

'...भाजपा के पास अपार धन और शक्ति है'

उन्होंने कहा, 'भाजपा को हमें बताना चाहिए कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में दिल्ली के लोगों के लिए क्या किया है और लोगों को उसे वोट क्यों देना चाहिए?' कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, 'हम सीमित संसाधनों वाली एक छोटी पार्टी हैं। भाजपा के पास अपार धन और शक्ति है, लेकिन उन्होंने दिल्ली के लोगों के लिए कभी कुछ नहीं किया क्योंकि उनमें सेवा करने की इच्छाशक्ति का अभाव है।'


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Saturday, November 16, 2024

Omaxe बिल्डर को बेंची 1000 करोड़ की परिवहन वर्कशॉप की जमीन! सीएम योगी के मंत्री पर आरोप, UPSRTC ने दी सफाई

अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता यूपी के परिवहन विभाग और मंत्री दयाशंकर सिंह पर गंभीर आरोप लगा दिया है। सपा नेता ने लखनऊ के विभूति खंड के सबसे बड़े जमीन घोटाला में शामिल होने का आरोप लगाया है। आईपी सिंह ने सूत्रों के हवाले से आरोप लगाया है कि 500-1000 करोड़ रुपए की परिवहन कार्यशाला की जमीन बिना नीलामी के ओमैक्स बिल्डर को बेच दिया है। साथ ही इस घोटाले की जांच सीबीआई-ईडी से कराने की मांग की है। सपा नेता आईपी सिंह के इस आरोप के बाद हड़कंप मच गया है। हालांकि यूपीएसआरटीसी ने आईपी सिंह के आरोप को निराधार और भ्रामक बताया है।CBI-ED से इस घोटाले की जांच कराने की मांगदरअसल सपा नेता आईपी सिंह ने एक्स पर इस मामले से जुड़ा पोस्ट किया है। सपा नेता आईपी सिंह ने लिखा कि बहुत ही चौंकाने वाली जानकारी मिल रही है कि परिवहन मंत्रालय और मंत्री दयाशंकर सिंह लखनऊ के विभूति खण्ड के सबसे बड़े जमीन घोटाला में शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार 500-1000 करोड़ रुपये की परिवहन कार्यशाला की जमीन बिना नीलामी के Omaxe बिल्डर को बेच दिया गया है, जो वहां कामर्शियल बिल्डिंग बना रहा है। इस गंभीर घोटाले की जांच CBI-ED से होनी चाहिए और सभी तथ्य पारदर्शिता के साथ जनता के बीच रखे जाने चाहिए।तथ्यों पर ध्यान दें, अफवाहों पर नहीं- UPSRTCवहीं आईपी सिंह के पोस्ट पर UPSRTC ने जवाब दे दिया है। यूपीएसआरटीसी ने अपने जवाब में लिखा कि यह ट्वीट पूरी तरह से निराधार और भ्रामक है। साथ ही बताया गया कि गोमती नगर के विभूति खंड की परियोजना को सभी सरकारी नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करते हुए एक खुले और पारदर्शी निविदा प्रक्रिया के माध्यम से आवंटित किया गया है। बताया गया कि ये एक PPP परियोजना है, जो प्रदेश के विकास और आधुनिक सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बिना किसी तथ्य के ऐसे निराधार दावे करना जनमानस को गुमराह करने का प्रयास है, जो अस्वीकार्य है।परिवहन विभाग के मुख्यालय को बेंच देंगे मंत्री- आईपी सिंहउधर आईपी सिंह ने इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जवाब मांगा है। उन्होंने अपने दूसरी पोस्ट के जरिये पूछा कि लखनऊ में विभूतिखंड की बेशकीमती जमीन जिसकी कीमत 2000 करोड़ रु. है उसे सबसे बदनाम ओमेक्स बिल्डर को क्यों दी गई? क्या नीलामी की गई? आईपी सिंह ने लिखा कि परिवहन विभाग के कर्मचारियों की मेहनत की कमाई को मंत्री दयाशंकर सिंह ने लूट लिया है। SC इसका संज्ञान ले, CBI-ED से इस घोटाले की जांच हो और ये डील निरस्त की जाए। सपा नेता ने कहा कि 3 PPP के नाम पर घोटाला हुआ है, दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही हो। विभाग बैंकों से लोन लेकर इसका निर्माण कर सकता था। उन्होंने कहा कि इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाऊंगा और योगी सरकार को एक्सपोज करूंगा।


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Friday, November 15, 2024

गुरु नानक जयंती पर हरियाणा के किसानों की बल्ले-बल्ले, सैनी सरकार ने खातों में डाले 300 करोड़ रुपये

चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को 'गुरु नानक जयंती' के मौके पर राज्य के किसानों के लिए बोनस मद में 300 करोड़ रुपये की किस्त जारी की। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 2.62 लाख किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए गए। सैनी ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हितों को ऊपर रखते हुए खरीफ-2024 के दौरान प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण राज्य में पैदा होने वाली कृषि और बागवानी फसलों पर 2,000 रुपये प्रति एकड़ बोनस देने का निर्णय लिया था। कब जारी हुई थी पहल किस्तमुख्यमंत्री ने 16 अगस्त को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से 5.80 लाख किसानों के खातों में पहली किस्त के रूप में 496 करोड़ रुपये की बोनस राशि ट्रांसफर की थी। सैनी ने कहा कि यह बोनस उन सभी किसानों को दिया जाएगा जिन्होंने ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है। किसानों को कुल 1,380 करोड़ रुपये की राशि दी जानी है। उन्होंने कहा कि बोनस मद में अब तक दो किस्त जारी की जा चुकी हैं। तीसरी किस्त के रूप में बाकी 4.94 लाख किसानों के बैंक खातों में अगले 10 से 15 दिन में 580 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर कर दी जाएगी।40 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए एक और पहल करते व्हाट्सएप के जरिए से 40 लाख मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये जाने की शुरूआत की। यह कदम कार्ड छपने में देरी के कारण पैदा हुई दिक्कतों को दूर करने के लिए उठाया गया। कार्ड वितरण में देरी के कारण किसान समय पर सिफारिशों पर अमल नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने कहा कि अब, मृदा परीक्षण के परिणाम ऑनलाइन पोर्टल पर ‘अपलोड’ होते ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड सीधे किसानों के मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे जाएंगे।


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Thursday, November 14, 2024

सूर्य ग्रहण 2025 में कब-कब दिखाई देगा, जान लीजिए हर एक तारीख, भारत में नजर आएगा या नहीं?

वॉशिंगटन: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 2 अक्तूबर को हुआ था। यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण था, जिसे अर्जेंटीना और चिली के कुछ हिस्सों समेत दक्षिणी गोलार्द्ध में देखा गया था। इस तरह का सूर्य ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है, लेकिन सूर्य की डिस्क को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी से सबसे अधिक दूरी पर होता है, जिससे यह आकार में छोटा दिखाई देता है और सूर्य का कोरोना नजर आता है। आसमान में सूरज आग के छल्ले की तरह नजर आता है, जिसे 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है। अब खगोलविद अगले सूर्य ग्रहण को देखने का इंतजार कर रहे हैं, जो अगले साल मार्च में लगने जा रहा है। बीते अक्तूबर के सूर्य ग्रहण की तरह ही अगला ग्रहण भी सूरज के केवल एक हिस्से को ही ढक पाएगा। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने बताया है कि 29 मार्च 2025 को आंशिक सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इसे यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और अटलांटिक और आर्कटिक महासागरों के क्षेत्रों में देखा जा सकेगा।

क्या होता है सूर्य ग्रहण?

सूर्यग्रहण एक खगोलीय घटना को कहते हैं, जो चंद्रमा के पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरने के दौरान होती है। सूर्य के सामने आने के चलते चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है। इस दौरान पृथ्वी पर अनोखा नजारा होता है। सूर्य ग्रहण केवल पूर्णिमा के दौरान ही होता है और यह तीन तरह का होता है- पूर्ण सूर्य ग्रहण, वलयाकार और आंशिक सूर्य ग्रहण।

साल 2025 में कितने सूर्य ग्रहण?

साल 2025 में दो सूर्यग्रहण लगने जा रहे हैं। दोनों आंशिक सूर्य ग्रहण होंगे। पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा। अमेरिका के पूर्वी टाइम जोन के अनुसार यह सुबह 4.50 बजे शुरू होगा और सुबह 8.43 बजे खत्म होगा। सुबह 6 बजकर 47 मिनट पर ग्रहण अपने चरम पर होगा। भारतीय स्टैंडर्ड टाइम अमेरिका के पूर्वी टाइम जोन से लगभग साढ़े 10 घंटे आगे है।

21 सितम्बर को दूसरा सूर्य ग्रहण?

2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को होगा और यह भी आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। नासा के अनुसार यह ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। अमेरिका के पूर्वी टाइम जोन के अनुसार, यह दोपहर 1 बजकर 29 बजे से शुरू होगा और शाम 5.53 बजे खत्म होगा। दोनों सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। हालांकि, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इन्हें देखना संभव होगा।


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अचानक बंद हुए लिफ्ट के दरवाजे, फंसे शख्स की चित्कार से कांपी बिल्डिंग, डरा देगी बेंगलुरु की ये घटना

बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक दर्दनाक हादसा हुआ। एक 52 साल का सोने का कारीगर लिफ्ट में फंस गया। इस दौरान लिफ्ट और दीवार के बीच फंसने से उन्हें गंभीर चोटें आईं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। घटना के समय लिफ्ट में दो अन्य लोग भी मौजूद थे। यह घटना रिचमंड रोड स्थित एचजेएस चैंबर्स के अंदर हुई। यहां एमपी स्वर्ण महल स्थित है। इसमें मृतक लक्ष्मण प्रमाणिक पिछले 26 सालों से काम कर रहे थे। वे कब्बनपेट के रहने वाले थे और पश्चिम बंगाल के मूल निवासी थे।कैसे हुआ हादसा?दरअसल लक्ष्मण प्रमाणिक दोपहर करीब 12:30 बजे ग्राउंड फ्लोर से पहली मंजिल जा रहे थे। पुलिस के अनुसार, लिफ्ट में एक पुरुष और एक महिला पहले से मौजूद थे। प्रमाणिक जैसे ही लिफ्ट में दाखिल हुए। दरवाजे बंद होने लगे और लिफ्ट ऊपर जाने लगी। प्रमाणिक का आधा शरीर लिफ्ट के अंदर और आधा बाहर रह गया और वह लिफ्ट और दीवार के बीच फंस गए। इससे पहले कि लिफ्ट पहली मंजिल पर रुके। प्रमाणिक के शरीर के दबाव के कारण दरवाजे जाम हो गए।लिफ्ट में नजारा कंपाने वालालिफ्ट में मौजूद दोनों लोग चिल्लाने लगे। इससे आसपास के लोग जमा हो गए। सूचना मिलने पर दमकल और आपातकालीन सेवा के कर्मी मौके पर पहुंचे। सामने स्थित एक निजी अस्पताल से एक डॉक्टर भी वहां पहुंच गए। दमकल कर्मियों ने बताया कि सबसे पहले हमने लिफ्ट में ऑक्सीजन की सप्लाई की और अंदर फंसे लोगों से बात की। महिला बहुत डरी हुई थी क्योंकि उसने प्रमाणिक को दर्द से तड़पते हुए और फिर बेहोश होते देखा था।अस्पताल में तोड़ा दमइस बीच गैस वेल्डर की मदद से दमकल कर्मियों ने बड़ी सावधानी से लिफ्ट के दरवाजे खोले। प्रमाणिक को वहां से निकालने में एक घंटे से ज्यादा का समय लगा। उन्हें तुरंत मल्ल्या रोड स्थित विदेही अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।प्रमाणिक के परिवार में कौन?प्रमाणिक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं। प्रमाणिक के परिवार की शिकायत पर अशोकनगर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 109 (लापरवाही से मौत का कारण बनना) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं कर पाई है। हालांकि पुलिस ने बताया कि वह इमारत मालिक 82 वर्षीय निसार अहमद और रखरखाव प्रबंधक


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एंबुलेंस में पहले लगी आग, फिर जोरदार धमाका, ड्राइवर ने कैसे बचाई गर्भवती की जान?

मुंबई: महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम को एक गर्भवती महिला और उनके परिवार के साथ एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दरअसल, जिस एम्बुलेंस में वो सफर कर रहे थे, उसके इंजन में आग लग गई और कुछ ही देर बाद उसमे रखा ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया। यह घटना दादा वाडी इलाके में नेशनल हाईवे पर बने एक फ्लाईओवर पर हुई। घटना के वक्त एंबुलेंस गर्भवती महिला और उनके परिवार को एरंडोल सरकारी अस्पताल से जलगांव जिला अस्पताल ले जा रही थी।घटना का वीडियो आया सामनेइस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें एंबुलेंस पहले आग की चपेट में दिखाई दे रही है और फिर कुछ ही सेकंड में एक जोरदार धमाके के साथ आग का गोला बन जाती है। धमाका इतना जबरदस्त था कि आस-पास के कुछ घरों की खिड़कियां तक टूट गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंबुलेंस के ड्राइवर ने इंजन से धुआं निकलते देखा। उन्होंने तुरंत एंबुलेंस रोकी और खुद को सुरक्षित दूरी पर ले जाते हुए गर्भवती महिला और उनके परिवार को भी ऐसा करने को कहा। हादसे में किसी तरह की अनहोनी नहींइसके बाद सभी के एंबुलेंस से उतरने के कुछ मिनट बाद ही इंजन में आग लग गई और फिर अंदर रखा ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को चोट नहीं आई।इमारत में आग लगने से बुजुर्ग झुलसाउधर, मुंबई के चेंबूर इलाके में सात मंजिला इमारत में आग लगने से एक बुजुर्ग व्यक्ति झुलस गया। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि चेंबूर के वाशी नाका स्थित म्हाडा कॉलोनी की इमारत नंबर छह में एक कमरे में बुधवार रात करीब 10:45 बजे आग लग गई। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने के बाद दमकल के वाहन मौके पर पहुंचे और करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। अधिकारी ने बताया कि आग से नफीर सैय्यद (60) झुलस गए और उनके हाथ, चेहरे तथा गर्दन पर जलने के निशान हैं। उन्हें उपचार के लिए सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत स्थिर है।


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देख रहा है विनोद... प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के गेट के बाहर आंदोलनकारी छात्र अनोखे नारों के साथ दिखाई दिए

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने पिछले चार दिन से जारी आंदोलन के दौरान तख्तियों पर अलग-अलग तरह के नारे लिखकर छात्रों ने अपनी रचनात्मकता भी प्रदर्शित की है। धरना-प्रदर्शन के दौरान लगाई गई एक होर्डिंग में लिखा है, बनराकस: देख रहा है विनोद कैसे शांतिपूर्ण आंदोलन में पुलिस प्रशासन महिलाओं से अभद्रता कर रहा है। विनोद: देख तो माननीय योगी आदित्यनाथ भी करिया वाला चश्मा लगा के रहे हैं। बनराकस अरे हा..हा..हा.. यही तो समस्या है कि सिर्फ देख रहे हैं, कुछ कर थोड़े ही रहे हैं।इस नारे में वेब सीरीज पंचायत के बनराकस और विनोद किरदारों के बीच हुई बातचीत का इस्तेमाल किया गया है। इसी तरह एक छात्रा तख्ती लटकाए हुए घूमती दिखी जिसमें लिखा था, सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए आयोग में है। वहीं, एक अन्य छात्र “एक ही इच्छा, एक पाली में करो परीक्षा” नारा लिखा पोस्टर लेकर घूमता दिखा।धरना-प्रदर्शन के दौरान एक छात्र अपनी प्रतियोगी परीक्षा की किताबें सड़क पर पढ़ता दिखा और उसने पास एक पोस्टर लगा रखा था, जिस पर लिखा था, “मेरी लाइब्रेरी लोक सेवा आयोग का रोड है।” इसी तरह एक दिव्यांग छात्र की इलेक्ट्रिक तिपहिया गाड़ी के पीछे नारा लिखा था, "नेता नहीं, हम छात्र हैं।" गुरुवार को बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं प्लास्टिक का भोंपू बजाते दिखे और पूछने पर बताया कि उन्होंने खिलौने की दुकान से ये भोपू खरीदे हैं, ताकि इसकी आवाज आयोग के कानों तक पहुंच सके।बहरहाल, आंदोलनरत छात्रों की आवाज, आंदोलन के चौथे दिन आयोग तक पहुंची और आयोग ने पीसीएस-प्री की परीक्षा पूर्व की भांति कराने का निर्णय लिया। हालांकि, आरओ-एआरओ की परीक्षा यह कहते हुए फिलहाल टाल दी कि इसके लिए समिति गठित की गई है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट देगी।


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Wednesday, November 13, 2024

ट्रूडो सरकार की एक और हरकत, भारत में आतंक के आरोपी अफसर को दे दी क्लीन चिट

Canada-India Relations: भारत और कनाडा के संबंधों की कड़वाहट अब और ज्यादा बढ़ने लगी है. कनाडा सरकार ने भारत में आतंक के आरोपी अपने एक अफसर को क्लीन चिट दे दी. इसके कारण भारत की नाराजगी बढ़नी स्वाभाविक ही है.

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Tuesday, November 12, 2024

टीम इंडिया के रहे बैटिंग कोच, IPL के महागुरु, कितनी दौलत के मालिक हैं संजय बांगर, जानें उनकी नेटवर्थ

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ी और बैटिंग कोच रहे संजय बांगर अपने बेटे आर्यन को लेकर चर्चा में हैं। हालांकि, आर्यन अब अनाया बांगर बन चुके हैं। दरअसल आर्यन ने करीब 10 महीने पहले अपनी जेंडर ट्रांजिशन की शुरुआत की थी। इस प्रक्रिया को हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी या HRT कहते हैं। इस थेरेपी से शरीर में धीरे-धीरे हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते हैं। आर्यन ने जब इस थैरेपी को पूरा किया तो उन्होंने अपना नाम बदलकर अनाया कर लिया है। आर्यन से अनाया बनने के बाद उनके पिता संजय बांगर ने अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन इसका इसका खुलासा होने के बाद संजय बांगर की अब खूब चर्चा हो रही है। ऐसे में आइए जानते हैं संजय बांगर के क्रिकेट करियर से लेकर कोच बनने के सफर और उनके कुल नेटवर्थ के बारे में। संजय बांगर का क्रिकेटिंग सफरसंजय बांगर का जन्म 11 अक्टूबर 1972 को महाराष्ट्र के भीड में हुआ था। संजय बांगर ने टीम इंडिया के लिए साल 2001 में टेस्ट डेब्यू किया था। टेस्ट डेब्यू के अगले साल ही उन्हें वनडे में भी खेलने का मौका मिल गया। उनके क्रिकेटिंग करियर की बात करें तो वह भारत के लिए 12 टेस्ट और 15 वनडे मैच में मैदान पर उतरे। टेस्ट क्रिकेट में संजय ने भारत के लिए 470 रन बनाए जिसमें एक शतक और तीन अर्धशतक शामिल है। वहीं गेंदबाजी में उनके नाम 7 विकेट रहा। वहीं वनडे की बात की जाए तो उन्होंन े इस फॉर्मेट में 180 रन बनाने के साथ-साथ 7 विकेट लिए हैं। टीम इंडिया और आईपीएल में रहे हैं कोच क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद संजय बांगर ने साल 2014 में कोचिंग में अपना डेब्यू किया। उन्हें पहली बार टीम इंडिया का बैटिंग कोच गया था। संजय बांगर साल 2019 विश्व कप तक इस पद पर बने रहे थे। टीम इंडिया के अलावा संजय बांगर आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स में कोचिंग स्टाफ के सदस्य रह चुके हैं। इस कारण उनके पास कोचिंग का भी अच्छा अनुभव है। कितनी है संजय बांगर की नेटवर्थ संजय बांगर का टीम इंडिया के लिए करियर कुछ खास नहीं रहा था। यही कारण है कि सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के दौर में खेलने के बावजूद भी उनकी एक खिलाड़ी के तौर पर बहुत अधिक प्रसिद्धी नहीं रही। हालांकि, कोचिंग में उन्होंने जरूर नाम कमाया। यही कारण है कि उनके लिए ये कमाई का सबसे बड़ा जरिया बना। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संजय बांगर की कुल नेटवर्थ 10 करोड़ से अधिक बताई जा रही है। उनकी कमाई का मुख्य जरिया आईपीएल फ्रेंचाइजी और टीम इंडिया की कोचिंग रही है। इसके अलावा उनके पर्सनल लाइफ, घर और गाड़ी के बारे में कुछ खास जानकारी नहीं है।


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सस्ते कर्ज की राह में कैसे बड़ी चुनौती बनी फूड इंफ्लेशन?

नई दिल्ली: रिटेल इंफ्लेशन को काबू करने की कोशिशों में फूड इंफ्लेशन एक बड़ी चुनौती बन गई है। जहां नॉन-फूड इंफ्लेशन लगातार 11वें महीने 3% के करीब रही, वहीं सितंबर में 9.24% पर पहुंचने के बाद अक्टूबर में फूड इंफ्लेशन 10.87% पर पहुंच गई। यह पिछले साल जुलाई के बाद इसका सबसे ऊंचा स्तर है। दालों के बड़े पैमाने पर आयात के साथ सरकारी मोबाइल वैन से दिल्ली सहित प्रमुख शहरों में कम दाम पर प्याज और टमाटर बेचने के बावजूद यह स्थिति बनी है। सब्जियों की महंगाई दर 42.2% पर पहुंच गई, जो इसका 57 महीनों का ऊंचा स्तर है। खाद्य तेलों के दाम भी उछल गए। वैश्विक स्तर पर कीमतें बढ़ने के साथ आयात शुल्क बढ़ाने का असर पड़ा। सरकार ने सितंबर में कुछ रिफाइंड वेरायटी पर बेसिक कस्टम्स ड्यूटी 12.5% से बढ़ाकर 32.5% कर दी थी।मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, शहरों में रिटेल फूड इंफ्लेशन 11.09% और गांवों में 10.69% रही। सितंबर में फूड इंफ्लेशन 9.24% और सालभर पहले अक्टूबर में 6.61% थी। फूड इंफ्लेशन 14 महीनों बाद दहाई के आंकड़े में पहुंची है। मंत्रालय ने कहा, ‘अक्टूबर में दालों, अंडों, चीनी और मसालों की महंगाई में काफी कमी देखी गई। ऊंची फूड इंफ्लेशन के पीछे मुख्य रूप से सब्जियों, फलों और तेलों के दाम बढ़ने का हाथ रहा।’

क्या कहते हैं जानकार

केयरएज की चीफ इकनॉमिस्ट रजनी सिन्हा ने कहा, ‘फूड इंफ्लेशन को मैनेज करना जरूरी है क्योंकि इसका असर हाउसहोल्ड इंफ्लेशन एक्सपेक्टेशंस पर पड़ता है। सरकार को खाने-पीने की चीजों की महंगाई पर काबू पाने के लिए सप्लाई के मोर्चे पर और कदम उठाने की जरूरत है।’ फूड एंड बेवरेजेज का रिटेल इंफ्लेशन बढ़ाने में बड़ा हाथ रहा, जिसका कंस्यूमर प्राइस इंडेक्स में 45.86% हिस्सा है। फूड एंड बेवरेजेज की इंफ्लेशन अक्टूबर में 9.69% रही, जो सितंबर में 8.36% थी। फलों में महंगाई दर 8.43% पर पहुंच गई, जो सितंबर में 7.65% पर थी। अनाज में महंगाई 6.94% और मीट-मछली में 3.17% रही। वहीं, मसालों के दाम 7% नीचे आए। दालों में महंगाई 7.4% रही। खाद्य तेलों के दाम 9.5% बढ़े।सब्जियों में खासतौर से टमाटर और प्याज के दाम ज्यादा बढ़े। देश के कुछ इलाकों में बेमौसम बारिश का इसमें बड़ा हाथ रहा। वहीं, वैश्विक स्तर पर खाद्य तेलों के दाम सालभर पहले के मुकाबले 27% बढ़े। इस बीच, 14 सितंबर को सरकार ने तिलहन किसानों के हितों का हवाला देकर खाद्य तेलों पर बेसिक कस्टम्स ड्यूटी बढ़ा दी थी। इसका असर एडिबल ऑयल इंफ्लेशन पर पड़ा।

सब्जियों की कीमत

ICRA की चीफ इकनॉमिस्ट अदिति नायर ने कहा, ‘सितंबर में 36% से बढ़कर वेजिटेबल इंफ्लेशन अक्टूबर में 42.2% के साथ 57 महीनों के ऊंचे स्तर पर पहुंच गई। इसका असर फूड एंड बेवरेजेज सेगमेंट और ओवरऑल रिटेल इंफ्लेशन पर पड़ा। रिटेल इंफ्लेशन के 14 महीनों के ऊंचे स्तर पर पहुंचने में फूड एंड बेवरेजेज सेगमेंट में इंफ्लेशन बढ़ने का बड़ा हाथ रहा। 12 फूड ग्रुप्स में से 7 में इंफ्लेशन बढ़ी। सब्जियों को हटा दें तो फूड एंड बेवरेजेज इंफ्लेशन 4.3% पर और रिटेल इंफ्लेशन 3.6% पर आ जाएगी।’फूड एंड बेवरेजेज, फ्यूल एंड लाइ और पेट्रोल-डीजल को हटाने के बाद दिखने वाली कोर इंफ्लेशन अक्टूबर में कुछ बढ़ी, लेकिन लगातार 11वें महीने 4% से नीचे रही। वहीं, फ्यूल इंफ्लेशन लगातार 14वें महीने नेगेटिव जोन में बनी रही। क्रिसिल के चीफ इकनॉमिस्ट डी के जोशी ने कहा, ‘नॉन-फूड इंफ्लेशन 3 प्रतिशत के करीब बनी हुई है, लेकिन फूड इंफ्लेशन बार-बार बढ़ने के चलते रिटेल इंफ्लेशन ज्यादा बनी हुई है। इसे देखते हुए दिसंबर में आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी रीपो रेट जस का तस बनाए रख सकती है।’

तेल की कीमत

प्रभुदास लीलाधर के इकनॉमिस्ट अर्श मोगरे ने कहा, ‘ग्लोबल फैक्टर्स से चुनौती बनी हुई है। ब्रेंट क्रूड 72 डॉलर प्रति बैरल के आसपस हैं, लेकिन इंपोर्टेड इंफ्लेशन का रिस्क बरकरार है, खासतौर से पश्चिम एशिया में तनाव और रेड सी इलाकों में मुश्किलों की वजह से।’ ICRA की चीफ इकनॉमिस्ट अदिति नायर ने कहा, ‘CPI इंफ्लेशन ने अक्टूबर में 6% का दायरा पार कर लिया है। इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में यह आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के अनुमान से 60-70 बेसिस पॉइंट्स अधिक रह सकती है। दिसंबर की एमपीसी मीटिंग में रेट घटाए जाने की गुंजाइश नहीं है। अब अगले साल फरवरी में या उसके बाद 50 बेसिस पॉइंट्स के रेट कट साइकल की शुरुआत हो सकती है।’केयरएज की चीफ इकनॉमिस्ट रजनी सिन्हा ने कहा, ‘मौजूदा ट्रेंड से लग रहा है कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में इंफ्लेशन आरबीआई के अक्टूबर में दिए गए अनुमान से आगे निकल सकती है। दिसंबर में रेपो रेट जस का तस रह सकता है। फूड इंफ्लेशन घटने पर फरवरी मीटिंग में 25 बेसिस पॉइंट्स का रेट कट हो सकता है।’

लगाना होगा जोर, सुधर सकते हैं हालात

खरीफ सीजन की फसल आने से खाने-पीने की चीजों की महंगाई घटने की उम्मीद है। रबी सीजन में अच्छी बुआई का अनुमान है। ग्लोबल कमोडिटी प्राइसेज में नरमी से भी मदद मिलेगी। हालांकि पश्चिम एशिया में संघर्ष बढ़ा तो ग्लोबल कमोडिटी मार्केट्स और सप्लाई चेन पर बड़ा असर पड़ सकता है। इस बीच, सरकार सब्जियों और दूसरी जरूरी चीजों की सप्लाई बढ़ाने पर जोर लगा रही है, जिससे स्थिति सुधर सकती है।


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तुम्हें खत्म कर दूंगा! कपड़ा कारोबारी को लॉरेंस बिश्नोई से जान से मारने की मिली धमकी

मुकेश पटेल, कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में भी लॉरेंस विश्नोई गैंग के लोग सक्रिय हो चुके हैं। जिले फाजिलनगर कस्बे में स्थित एक कपड़ा व्यवसायी को मारने की धमकी मिली है। इससे व्यवसायी समेत उसका पूरा परिवार सहमा हुआ है। वहीं पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देकर अपनी आपबीती बताई। पुलिस तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज कर आरोपी के तलाश में जुट गई है। कई नंबरों से आया फोनमामला जिले के फाजिलनगर कस्बे का है यहां दीपक रौनियार नाम के व्यक्ति का फाजिलनगर मेन मार्केट में कपड़े की दुकान है। दीपक रौनियर को 4 नवंबर को उसके फोन पर अनजान नंबर से काल आई। फोन उठाते ही दूसरी ओर से युवक भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए लारेंस गैंग का सदस्य बताकर जान से मारने की धमकी देने लगा।इसके बाद बीते शनिवार शाम से रात 11 बजे के आसपास अलग-अलग नंबरों से फोन आने लगे और फोन करने वाले ने जान से मारने धमकी दी। व्यापारी के पास फोन करने वाले ने कहा- 'चाहे तू किसी से शिकायत कर लो, लेकिन तुम बच नहीं पाओगे, पुलिस तुम्हें नहीं बचा सकती। तुम्हारी सुपारी दी गई है। मैं तुम्हें खत्म कर दूंगा। अगर बचा सकते हो तो खुद को बचाने की कोशिश करो' जिसके बाद डरा सहमा पीड़ित पुलिस को शिकायत किया जिसके बाद पुलिस जांच में जुट गई।लोकेशन की जांच कर रही पुलिसथानाध्यक्ष पटहेरवा दीपक कुमार सिंह ने बताया- तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर फोन करने वाले नंबरों का लोकेशन और अन्य चीजों की जांच की जा रही है। एक-दो नंबरों के जांच में पश्चिम बंगाल का नंबर बताया जा रहा। जो स्पैम नंबर है। जल्द ही आरोपी पुलिस के गिरफ्त में होगा।


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ACB Trap: नगर निगम जयपुर हैरिटेज का भ्रष्टाचार आया सामने, सेनेटरी इंस्पेक्टर ने ली रिश्वत, एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा

जयपुर: जयपुर शहर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने सेनेटरी इंस्पेक्टर को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी जयपुर नगर निगम हेरिटेज के आदर्श नगर जोन का इंस्पेक्टर है। उसका कार्य सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करना है। सफाई निरीक्षक देव कुमार के अधीन जोन के सौ से ज्यादा सफाईकर्मी काम करते हैं। एक युवक ने पिछले दिनों एसीबी में शिकायत दर्ज कराई कि उसके पिता नगर निगम में सफाईकर्मी है। पिता को ड्यूटी में परेशान नहीं करने और हाजरी माफी देने की एवज में सफाई निरीक्षक रिश्वत की मांग कर रहा है। 3 हजार रुपए प्रति महीने के हिसाब से मांगे जा रहे हैं। एसीबी ने सत्यापन कराया को शिकायत सही पाई गई।

मंगलवार दोपहर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार

परिवादी की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत का सत्यापन होने के बाद एसीबी ने ट्रैप का जाल बिछाया। उधर निरीक्षक भी लगातार परिवादी को परेशान कर रहा था। एसीबी द्वारा ट्रेप की पूरी तैयारी करने के बाद सोमवार को परिवादी ने सफाई निरीक्षक देव कुमार से संपर्क किया। देव कुमार ने रिश्वत की राशि लेकर ऑफिस बुलाया। परिवादी ने जैसे ही रिश्वत की राशि के रूप में छह हजार रुपए दिए तो देव कुमार ने अपनी जेब में रख लिए। इसके तुरंत बाद एसीबी की टीम ने दबिश दी और देव कुमार को गिरफ्तार कर लिया।हाजरी माफी और कार्य नहीं करने की छूट का झांसापरिवादी के मुताबिक उसके पिता कुछ दिन अनुपस्थित रहे थे। इस वजह से सफाई निरीक्षक देव कुमार को परेशान करने का मौका मिल गया। वह हाजरी में छूट देने और काम नहीं करने के बावजूद भी हाजरी लगाने की बात कह कर हर महीने तीन हजार रुपए लेने का दबाव बनाने लगा। पिछले दो महीनों से लगातार रुपए की मांग कर रहा था। परेशान होकर पीड़ित ने एसीबी में शिकायत की जिसके बाद एसीबी ने ट्रेप की कार्रवाई को अंजाम दिया।


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Monday, November 11, 2024

मुस्लिम देशों की मीटिंग में शामिल नहीं हुए ईरानी राष्ट्रपति, सऊदी प्रिंस को पहले ही दी थी जानकारी, ये है कारण

तेहरान: इजरायल-हमास युद्ध को एक साल से ज्यादा का समय हो गया है। गाजा और लेबनान में बढ़ते संकट को देखते हुए में सोमवार को एक महत्वपूर्ण अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। अरब और इस्लामी दुनिया भर के नेताओं ने इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। लेकिन ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान इसमें शामिल नहीं हुए। शिखर सम्मेलन में शामिल न होने के पीछे उन्होंने व्यस्तता को कारण बताया।ईरान के राष्ट्रपति पेजेशकियान और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने ईरान-सऊदी अरब संबंधों पर चर्चा के लिए फोन पर बातचीत की। दोनों के बीच रविवार शाम को बात हुई। इसके बाद ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि वह सोमवार यानी 11 नवंबर को अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की संयुक्त मीटिंग में हिस्सा लेने में असमर्थ होंगे। ईरान की सरकारी मीडिया IRNA के मुताबिक ईरानी राष्ट्रपति ने दावा किया कि उनका कार्यक्रम व्यस्त है।

इजरायल की आलोचना करता रहा है सऊदी

इतनी अहम मीटिंग में ईरान के न शामिल होने का फैसला दिलचस्प है। ऐसा माना जा सकता है कि ईरान अपने राष्ट्रपति को मीटिंग में तभी शामिल करना चाहेगा जब इसका इस्तेमाल केवल इजरायल के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए हो। सऊदी अरब गाजा और लेबनान में इजरायली कार्रवाई की आलोचना करता रहा है। सऊदी अरब इस मीटिंग का इस्तेमाल अरब और मुस्लिम दुनिया के अपने नेतृत्व को दिखाने के लिए करना चाहता है।

ईरान के उपराष्ट्रपति होंगे शामिल

ईरानी मीडिया ने कहा, 'पेजेशकिया ने कहा कि उनके उपराष्ट्रपति मोहम्मद रजा अरेफ बैठक में हिस्सा लेंगे। ईरानी और सऊदी अधिकारियों के दृढ़ संकल्प का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति पेजेशकियान ने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच संबंध और विकसित होंगे।' सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने कहा कि वह समझते हैं कि पेजेशकियान इसमें शामिल नहीं होंगे और उन्होंने ईरान की सफलता की कामना की।


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Sunday, November 10, 2024

राजस्थान उपचुनाव 2024: नेताओं को संयमित भाषा अपनाने की दी नसीहत, टोंक में बोले सचिन पायलट

Keywords psis y टोेंक : राजस्थान में 13 नवंबर की तिथि नजदीक आने के साथ सियासत का पारा लगातार चढ़ता ही जा रहा है। इस दौरान राजस्थान के टोंक जिले की देवली उनियारा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के दिग्गज और टोंक विधायक सचिन पायलट ने हुंकार भरी है। उन्होंने भजनलाल सरकार को जमकर घेरते हुए सियासी हमले किए। इस दौरान एक फिर रघु शर्मा के ‘कत्ले आम‘ का बयान लेकर मुद्दा गरमाया। उन्होंने नेताओं को संयमित भाषा उपयोग करने की नसीहत दी। इस चुनावी सभा में सचिन पायलट के करीबी रह चुके निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा को टोंक सांसद हरीश मीणा ने उनके ही सामने जमकर घेरा। उन्होंने नरेश मीणा को बीजेपी का एजेंट बता दिया। उन्होंने कहा कि वह जिस थाली में खाता है, उसी में छेद करता है।

पायलट ने सरकार को घेरा, तो नेताओं को संयमित भाषा की नसीहत दी

दरअसल, सचिन पायलट टोंक जिले के उनियारा में रविवार को कांग्रेसी प्रत्याशी कस्तूर चंद मीणा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भजनलाल सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि 11 महीने में जनता का मोह इस सरकार से भंग हो चुका है। अब 4 साल बाद फिर से राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने वाली है। इस दौरान पायलट ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और कांग्रेसी नेता रघु शर्मा के बयानों को लेकर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि राजनीति में संयमित भाषा होनी चाहिए, जो मैंने स्वर्गीय पायलट साहब से यह सीखी।

पायलट के करीबी नरेश मीणा को जमकर घेरा सांसद ने

सचिन पायलट के खास रह चुके निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा को टोंक सांसद हरीश मीणा ने उनके ही सामने जमकर घेरा। उन्होंने नरेश मीणा को बीजेपी का एजेंट तक बताया। उन्होंने नरेश मीणा से पूछा कि कि एक हजार गाड़ियों और शराब का पैसा कौन दे रहा है? वह कहता है कि मैं कांग्रेस का सिपाही हूं, जबकि यह आदमी बीजेपी का एजेंट है। इस आदमी के राजस्थान की पुलिस पीछे पड़ी है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि यह आदमी जिस थाली में खाता है, उसी में छेद करता हैै।हरीश मीणा और नरेश मीणा के बीच जुबानी जंग जारीदेवली उनियारा विधानसभा उपचुनाव को लेकर सांसद हरीश मीणा और नरेश मीणा के बीच जमकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है। बीते दिनों नरेश मीणा ने अपना टिकट कटने की वजह टोंक सांसद हरीश मीणा को बताया। उन्होंने हरीश मीणा के खिलाफ जमकर बयान बाजी की। जवाब में सांसद हरीश मीणा भी नरेश मीणा को 'चोर और उठाईगिरा' बताते हुए नजर आ रहे हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हुआ। उन्होंने कहा कि “यह भाड़े के लोग 10 को ही चले जाएंगे…जो आदमी कभी मुरारी लाल मीणा को गाली देता है, कभी प्रमोद जैन भाया को गाली निकालता है, कभी शांति धारीवाल को गाली देता है, छबड़ा में करण सिंह जी को हरा दिया…है कौन ये, क्या संस्कार है इसके…हमें ऐसे उठाईगिरों और चोरों से ईमानदारी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।”


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Saturday, November 9, 2024

कानपुरियों को मिलेगा बड़ा तोहफा! बिना जाम के IIT से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो से करिए सफर, बनेंगे 5 नए स्टेशन

कानपुर: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, कानपुर समेत कई जिलों में मेट्रो सेवा शुरू होने से यात्रियों को जाम से छुटकारा मिल गया है। लखनऊ के बाद अब कानपुर में मेट्रो का विस्तार होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो की सौगात देने की घोषणा की है। सीएम योगी ने कहा कि कानपुर मेट्रो शहर की विकास यात्रा में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। वहीं आईआईटी से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो चलाने की तैयारी अंतिम चरण में चल रही है। आने वाले दिनों में मोतीझील के आगे कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो ट्रेन का टेस्ट रन किया जाएगा।यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि इसके शुरू होने से ट्रैफिक को सुदृढ़ करने और जाम से निजात दिलाने में काफी मदद मिलेगी। साथ ही मेट्रो का विस्तार होने से 5 नए मेट्रो स्टेशन भी बढ़ जाएंगे। कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो सेवा शुरू करने की तैयारीदरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को कानपुर पहुंचे थे। यहां शहरवासियों को आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो ट्रेन की सौगात दी है। सीएम योगी ने कहा कि कानपुर मेट्रो शहर की विकास यात्रा में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। शहर को मेट्रो के रूप में यात्रा का एक बेहतरीन साधन प्राप्त हुआ है। कानपुर मेट्रो बहुत शानदार तरीके से चल रही है, इससे शहर के अंदर यातायात की तस्वीर बदली है। सीएम योगी ने कहा कि आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो से यात्रा का आपका सपना भी जल्द ही सच साबित होने जा रहा है। जनवरी 2025 में कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो की यात्री सेवा आरंभ कर दी जाएगी। इससे शहरवासियों को ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी। आने वाले समय में अधिक से अधिक लोग रोजाना मेट्रो से यात्रा कर सकेंगे।विस्तार होने से 5 नए मेट्रो स्टेशन बनेंगेमेट्रो विभाग की ओर से बताया गया कि कानपुर मेट्रो द्वारा आईआईटी से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो चलाने की तैयारी अंतिम चरण में चल रही है। आने वाले दिनों में मोतीझील के आगे कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो ट्रेन का टेस्ट रन किया जाएगा। कानपुर मेट्रो का परिचालन मौजूदा समय में प्रॉयोरिटी कॉरिडोर पर IIT से मोतीझील तक किया जाता है। जिसके अंतर्गत कुल 9 एलिवेटेड स्टेशन आते हैं। जनवरी 2025 में कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो रूट के विस्तार होने के बाद 5 और स्टेशन जुड़ जाएंगे। जिसमें चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल शामिल होंगे। विभाग की ओर से बताया गया कि ये सभी स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे। इसके साथ ही शहर के अंदर अंडरग्राउंड मेट्रो से यात्रा का भी शुभारंभ हो जाएगा। NCMC कार्ड लागू करने वाला कानपुर मेट्रो प्रदेश की पहली मेट्रो सेवाये सभी स्टेशन शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में अवस्थित हैं, जिन्हें शहर का मुख्य व्यावसायिक क्षेत्र भी माना जा सकता है। इन क्षेत्रों से होकर मेट्रो के गुजरने से समय और उर्जा दोनों की ही बचत होगी। मेट्रो की सुविधाजनक और किफायती यात्रा का शहर की अर्थव्यवस्था पर भी काफी सकारात्मक असर पड़ेगा। कानपुर मेट्रो नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी कार्ड) लागू करने वाली प्रदेश की पहली मेट्रो सेवा भी है।वहीं मौजूदा समय में लगभग 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 आईआईटी- नौबस्ता के अंतर्गत कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर IIT-मोतीझील पर चल रहीं हैं। कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन यानी चुन्नीगंज से नौबस्ता तक चल रहे निर्माण कार्य के अलावा लगभग 8.60 किमी लंबे कॉरिडोर-2 CSA-बर्रा 8 का निर्माण कार्य भी तेजी से बढ़ रहा है। कॉरिडोर-2 पर टीबीएम मशीन गोमती द्वारा टनल निर्माण का कार्य भी आरंभ हो चुका है।मेट्रो शुरू होने से जाम से मिलेगा छुटकारावहीं उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि कानपुर शहर को ट्राम से मेट्रो तक के सफर का गौरव हासिल है। IIT से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो ट्रेन शुरू होने से शहर के अंदर ट्रैफिक को सुदृढ़ करने और ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने में काफी मदद मिलेगी। अभी आईआईटी से मोतीझील के बीच का सफर लगभग एक से सवा घंटे में सड़क के रास्ते पूरा होता है लेकिन मेट्रो से यह दूरी महज आधे घंटे से भी कम समय में तय की जा सकेगी।मोतीझील के आगे कानपुर सेंट्रल तक अप-लाइन पर मेट्रो ट्रैक का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। इस स्ट्रेच में पड़ने वाले सभी स्टेशनों पर ट्रैक, थर्ड रेल सिस्टम, सिग्नल आदि इंस्टॉल करने की प्रक्रिया भी लगभग अपने अंतिम चरण में है। जल्द ही इन स्टेशनों के फिनिशिंग का कार्य पूरा कर कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन किया जाएगा। कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन पर सभी निर्माण कार्य सुनियोजित ढंग से पूरे हो रहे हैं। जल्द ही शहरवासियों को आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो की सौगात मिलेगी।


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Friday, November 8, 2024

महिला नसबंदी से जुड़े वीडियो वायरल होने पर एक्शन, 2 डॉक्टरों समेत 6 कर्मचारियों पर गिरी गाज

अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में लापरवाह और गलत काम में संलिप्त अधिकारियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है। सीएम योगी से लेकर विभाग के मंत्री तक जिम्मेदारों के खिलाफ नजीर पेश करने वाली कार्रवाई करने में पीछे नहीं रहते हैं। इसी क्रम में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी फुल एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर संजीदा उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने सीतापुर जिले से वायरल महिला नसबंदी के वीडियो का संज्ञान लेकर बड़ी कार्रवाई के निर्देश दे दिए है। इस मामले में दो डॉक्टर समेत 6 कर्मचारियों पर गाज गिरी है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को किसी भी दशा में बक्शा नहीं जाएगा। महिलाओं के प्रति सरकार बेहद संवेदनशील है।दरअसल सीतापुर जिले के हरगांव इलाके के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के ओटी से एक महिला के नसबंदी संबंधित वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। वहीं उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए सीतापुर सीएमओ को जांच के आदेश दे दिए थे। उपमुख्यमंत्री के आदेश पर सीएमओ ने मामले की जांच कराई। शुरूआती जांच में दोषी पाए गए जिम्मेदारों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। वहीं इस मामले में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि हरगांव सीएचसी अधीक्षक डॉ. नीतेश वर्मा को तत्काल एलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थानान्तरित कर दिया गया है। साथ ही उनका एक महीने का वेतन रोकते हुए तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। इसके अलावा स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. गोविन्द का भी एक महीने का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। जबकि स्टाफ नर्स राधा वर्मा और वार्ड आया कल्पना को हरगांव सीएचसी से हटाकर कसमंडा सीएचसी में तैनात कर दिया गया है। साथ ही एक माह का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण तबल किया गया है।उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि ट्रेनी फार्मासिस्ट सत्य प्रकाश और अतुल अवस्थी के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। दोनों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि ने कहा कि महिलाओं की गोपनीयता भंग करने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी। पूरे प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट सीएमओ को चार दिन में देनी होगी। रिपोर्ट मिलने के बाद शासन स्तर से इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्यवाही की जाएगी। ब्रजेश पाठक ने कहा कि घटना के समय ओटी में मौजूद सभी डॉक्टर और कर्मचारियों के मोबाइल की जांच कराई जाएगी। मरीजों की गोपनीयता भंग करने वाले किसी भी दशा में बच नहीं पाएंगे।


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Thursday, November 7, 2024

सुक्खू की जगह उनके स्टाफ को कैसे परोसे गए समोसे-केक? CID जांच में हुआ खुलासा

शिमला में हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू 21 अक्टूबर को एक कार्यक्रम के सिलसिले में सीआईडी मुख्यालय गए थे. सीएम के लिए लाए गए समोसे और केक उनके बजाय उनके स्टाफ को परोस दिए गए. सीआईडी ने बकायदा ​​इस मामले की जांच की. आइये जानते हैं कि जांच में क्या खुलासा हुआ....

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Wednesday, November 6, 2024

20 रन बनाने में गिर गए 10 विकेट, इस भारतीय टीम के 9 बल्लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सके

शिलांग: रणजी ट्रॉफी ग्रुप ए एलीट वर्ग में के खिलाफ मेघालय की टीम का बुरा हाल हो गया। मैच में मेघालय की टीम को टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी का मौका था। मेघालय के लिए ओपनर बल्लेबाड बामनभा शेंगप्लियांग और अर्पित भटेवरा ने सधी हुई शुरुआत की थी, लेकिन शेंगप्लियांग 53 रन के स्कोर पर आउट हो गए।ऐसा लगा कि शेंगप्लियांग के बाद अर्पित पारी को संभालने का काम करेंगे, लेकिन वे भी 24 रन बनाकर आउट हो गए। बैक टू बैक दो विकेट गिरने के बाद मेजबान मेघालय की हालत खराब हो गई थी। यहां से टीम को एक अच्छी पार्टनरशिप की जरूरत थी, लेकिन जम्मू कश्मीर के गेंदबाजों ने ऐसा होने ही नहीं दिया।73 रन के स्कोर पर मेघालय ऑल आउट जम्मू-कश्मीर के खिलाफ जब मेघालय की पारी शुरू हुई थी तो टीम ने 2 विकेट के नुकसान पर 56 रन बना लिए थे। ऐसा लग रहा था कि मेघालय की टीम यहां से वापसी कर लेगी, लेकिन टीम की 20 रन बनाने में हालत खराब हो गई और पूरी टीम 73 रन के स्कोर सिमट गई। इस दौरान मेघालय के पांच बल्लेबाज ऐसे जो अपना खाता तक नहीं खोल पाए। वहीं 9 खिलाड़ी ऐसे रहे जो दहाई के आंकड़े को भी छूने में सफल नहीं रहे।आकिब और आबिद ने ढाया कहर गेंदबाजी में जम्मू-कश्मीर के लिए आकिब नबी और आबिद मुश्ताक ने अपना कहर बरपाया। इन दोनों गेंदबाजों ने अपनी टीम के लिए पंजा खोला। आकिब नबी ने 14 रन देकर पांच विकेट झटके जबकि आबिद मुश्ताक ने 19 रन देकर इतने ही विकेट अपने नाम किए।मेघालय को सिर्फ 73 रन के स्कोर पर समेटने के बाद जम्मू-कश्मीर ने बल्लेबाजी भी कुछ खास नहीं रही है। टीम ने सिर्फ 125 रन के स्कोर अपने 6 विकेट गंवा दिए। ऐसे में उसे पहली पारी में 52 रन की बढ़त हासिल हुई है। मेघालय के लिए गेंदबाजी में आकाश कुमार (39 रन तीन विकेट) ने मेजबान टीम को वापसी दिलाने की कोशिश की है।


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Tuesday, November 5, 2024

कानपुर के इन तीन हाइवे पर प्रति किलोमीटर देना होगा टोल टैक्स, नई व्यवस्था के बारे में जान लीजिए

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में अब एक्सप्रेसवे की तर्ज पर नेशनल हाईवे पर भी प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल टैक्स की व्यवस्था लागू होगी। नेशनल हाईवे पर आप अपने वाहन को जितनी दूर तक लेकर जाएंगे, उतना ही टोल देना पड़ेगा। प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल अदा करने की एनएचएआई की योजना पहले चरण में अप्रैल 2025 तक हाइब्रिड सिस्टम से लागू होगी। इस योजना में देश के प्रमुख हाईवे शामिल किए गए हैं। हालांकि, टोल प्लाजा भी पूर्व की तरह चलते रहेंगे। कानपुर क्षेत्र में प्रयागराज, अलीगढ़ और उन्नाव-लालगंज हाईवे को इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है।हाइवे पर प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल टैक्स वसूली को लेकर प्रक्रियाओं को पूरा कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है। तीनों हाइवे का पूरा डेटा ग्लोबल नेवीगेशन सेटेलाइट सिस्टम (GNSS) पर डाला जा रहा है। दूरी, टोल प्लाजा, गुजरने वाले वाहन और चढ़ने-उतरने की सर्विस लेन कनेक्टिविटी से लेकर पूरा मैप जीएनएसएस पर होगा।

टोल प्लाजा खत्म करने की है योजना

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से इस सिस्टम को लागू किया जा रहा है। इस सिस्टम के लागू होने के बाद धीरे-धीरे टोल प्लाजा खत्म किए जाएंगे। योजना के तहत हाइवे पर सफर करने के दौरान कोई वाहन 24 घंटे में 20 किलोमीटर तक सफर करता है तो उसे टोल टैक्स नहीं देना होगा।

क्या है वर्तमान व्यवस्था?

वर्तमान व्यवस्था के तहत दो टोल के बीच कोई वाहन सफर करता है तो उसे शुल्क नहीं देना पड़ता है। इसका अर्थ यह हुआ कि एक टोल से दूसरे टोल की न्यूनतम दूरी 60 किलोमीटर होती है। ऐसे में कोई फास्टैग लगा वाहन टोल प्लाजा से नहीं गुजरता है तो उसे पैसा नहीं देना होता है। हालांकि, प्रति किलोमीटर टोल व्यवस्था में 20 किलोमीटर से अधिक का सफर करने पर टोल टैक्स देना होगा। हाइब्रिड सिस्टम के तहत फास्टैग से भी टोल कटेगा।

वाहनों में ओबीयू जरूरी

जीएनएसएस के तहत टोल देने के लिए वाहनों में एबीयू यानी ऑन बोर्ड यूनिट लगवाना होगा। नए वाहनों में फैक्ट्री फिटेड ओबीयू होगा। अभी शोरूम मालिक अपने परिसर से बाहर निकलने वाली नई कारों में जिस तरफ फास्ट्रेक स्टिकर लगवाते हैं, वैसे ही ओबीयू लगवाएंगे। जैसे ही जीएनएसएस वाहन टोल गेट से गुजरेगा, उसे एक पिंग प्राप्त होगा।इस पिंग में वाहन चालक को दूरी, समय और टिकट मिलेगा। ओबीयू के जरिए फास्ट्रेक की तरह इलेक्ट्रॉनिक भुगतान होगा। इससे वाहन चालकों को अधिक परेशानी नहीं होगी।

एनएचएआई ने दी जानकारी

एनएचएआई के परियोजना निदेशक अमन रोहिला ने बताया कि एनएचएआई पहले चरण में टोल प्लाजा के साथ सेटेलाइट के माध्यम से टोल भुगतान की सुविधा शुरू करने जा रहा है। कानपुर के तीनों हाइवे की पूरी जानकारी हाइब्रिड सिस्टम पर डालने के लिए मुख्यालय को भेज दी गई है। एक्सप्रेसवे की तर्ज पर जितनी दूरी वाहन तय करेगा, उसे उतना ही टोल देना होगा।


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Monday, November 4, 2024

योगी जी का बुलडोजर क्यों नहीं आया अब तक... ताइक्वांडो प्लेयर अनुराग हत्याकांड, छोटी बहन ने किया सवाल

जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव की हत्या का मामला गरमाता जा रहा है। परिजनों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर खासी नाराजगी है। परिजन स्थानीय एसओ पर ढिलाई बरतने का आरोप लगा रहे है। मृतक अनुराग यादव के परिजनों का कहना है कि तलवार से हमारे बच्चे का सिर काट दिया गया, लेकिन अभी भी कई कातिल फरार हैं। परिवार के लोगों ने मर्डर केस में डीएम से मुलाकात की है। उन्हें घटना के बारे में जानकारी दी। डीएम ने पीड़ित परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान मृतक की छोटी बहन का बयान सामने आया है। छोटी बहन ने कहा है कि पुलिस कहती थी, जमीन विवाद में मारपीट और खून-खराबा होगा। इसके बाद भी समय पर एक्शन नहीं लिया गया। साथ ही, हत्या आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन की भी मांग उसने कर डाली।

छोटी बहन ने क्या कहा?

मृतक अनुराग यादव की छोटी बहन स्वाति जब मीडिया के सामने आई तो उसकी भावनाएं सामने आ गई। उसने कहा कि जब भी जमीन के विवाद की शिकायत करने हम थाने जाते थे, थाना प्रभारी कहते थे कि अहीर बिरादरी है। बिना मारपीट और खून-खराबे के मानेंगे नहीं और वैसा ही हुआ। मामला थाना गौराबादशाहपुर के कबीरुद्दीनपुर का है। यहां जमीन विवाद में 17 वर्षीय किशोर अनुराग यादव की हत्या कर दी गई। इस मामले में रिटायर दरोगा लालता यादव और उसके बेटे रमेश यादव पर हत्या का आरोप लगा है।स्वाति ने भाई की हत्या मामले में कहा कि पूरी प्लानिंग के साथ मेरे भाई को मारा गया। लेकिन, कोई कुछ नहीं कर रहा है। हमारी नाराजगी सबसे है। पुलिस, प्रशासन से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक से उसने नाराजगी जाहिर की। स्वाति ने सवाल किया कि मेरे भाई के सिर को धर से अलग कर दिया गया। आज योगी जी का बुलडोजर कहां है? क्यों नहीं उन आरोपियों पर बुलडोजर चला?

30 अक्टूबर को हुई थी घटना

जौनपुर के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कबीरूद्दीनपुर गांव में 30 अक्टूबर की सुबह ताइक्वांडो प्लेयर अनुराग यादव की तलवार से काटकर हत्या का मामला सामने आया। पूरा मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है। तलवार के हमले में अनुराग का सिर उसके धड़ से अलग हो गया था। हत्याकांड के खौफनाक मंजर को देखकर हर कोई हैरान रह गया था। अब इस मामले में परिजनों ने डीएम से मुलाकात के क्रम में पुलिस के एक्शन पर सवाल उठाए हैं।स्थानीय एसओ पर उचित एक्शन न लिए जाने का आरोप मृतक के परिजनों की ओर से लगाया जा रहा है। परिवार के लोगों का आरोप है कि एसओ राजाराम द्विवेदी सही तरीके से कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। पिछले 6 दिनों से उन्हें आश्वासन ही मिल रहा है, लेकिन मामले में सटीक एक्शन नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय थाना क्षेत्र के दारोगा की कार्रवाई से बिल्कुल संतुष्ट नहीं है।

बेटे को बताया बेकसूर

अनुराग के परिवार के लोगों ने कहा कि क्या यहां जंगलराज चल रहा है। हमार लड़के का सिर काट दिया गया। वह बिल्कुल बेकसूर था। दरअसल, अनुराग हत्याकांड में अब तक 4 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। अभी भी दो लोग फरार चल रहे हैं। मृतक अनुराग के पिता रामजीत यादव का कहना है कि आरोपियों के घर से हथियार बरामद हुए हैं। इससे साफ पता चलता है कि उन लोगों ने वारदात को अंजाम देने की पूरी तैयारी की हुई थी।

एसओ पर उठाए सवाल

मृतक अनुराग की बहन स्वाति भी एसओ राजाराम द्विवेदी पर नाराजगी दिखा रही है। उसका कहना है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी वह मुस्कुराते हुए आते हैं और चले जाते हैं। भाई की हत्या मामले में हमने आरोपी राजकुमार के खिलाफ तहरीर देनी चाही तो वह कहने लगे, हम समझ लेंगे। सही तरीके से एक आवेदन नहीं लिया जा रहा है। ऐसे में हम इस पुलिस अधिकारी से अधिक उम्मीद नहीं रख सकते हैं।इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी रमेश यादव, रमेश यादव का भाई मेरठ में दारोगा राजेश यादव, पिता लालता यादव और एक नाबालिग को अरेस्ट किया गया है। वहीं, जमीन विवाद में हत्या को लेकर लापरवाही के आरोप में लेखपाल जगदीश यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के लिए अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को नामित किया गया है।


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Sunday, November 3, 2024

भाई दूज पर मैनग्रोव संरक्षण का अनोखा प्रयास, पेड़ को टीका लगाकर की पूजा

Bhai Phonta: सागर द्वीप में महिलाओं ने भाई दूज पर मैनग्रोव पेड़ों को नई साड़ी पहनाई, चंदन का टीका लगाया और गीत गाए. इस अनोखे आयोजन में मैनग्रोव संरक्षण का संदेश देते हुए जागरूकता बढ़ाने के लिए रैली भी निकाली.

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भारत-चीन सीमा से सैनिकों की वापसी पर क्या बोले जयशंकर, यूक्रेन-इजरायल मुद्दे पर रखा देश का पक्ष

ब्रिस्बेन: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत और चीन ने सैनिकों को पीछे हटाने की दिशा में ''कुछ प्रगति'' की है। उन्होंने इस घटनाक्रम को ''स्वागत योग्य'' कदम बताया। जयशंकर की यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गतिरोध वाले दो बिंदुओं-डेमचोक और देपसांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के पीछे हटने के कुछ दिनों बाद आई है। भारतीय सेना ने देपसांग में सत्यापन गश्त शनिवार को शुरू की, जबकि डेमचोक में गश्त शुक्रवार को शुरू हुई थी।

जयशंकर ने ब्रिस्बेन में क्या कहा

जयशंकर ने ब्रिस्बेन में प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, ''भारत और चीन के संदर्भ में हमने कुछ प्रगति की है। आप जानते हैं कि हमारे संबंध कुछ कारणों से बहुत ही खराब थे। हमने (सैनिकों के) पीछे हटने की दिशा में कुछ प्रगति की है।''

सैनिकों की तैनाती से कई पहलू प्रभावित

विदेश मंत्री ने कहा, ''वास्तविक नियंत्रण रेखा के आसपास बहुत बड़ी संख्या में चीनी सैनिक तैनात हैं, जो 2020 से पहले वहां नहीं थे और बदले में हमने भी जवाबी तैनाती की। इस अवधि के दौरान संबंधों के अन्य पहलू भी प्रभावित हुए हैं। इसलिए स्पष्ट रूप से, हमें पीछे हटने के बाद देखना होगा कि हम किस दिशा में आगे बढ़ते हैं।''

मोदी-जिनपिंग मुलाकात को सराहा

जयशंकर ने कहा, ''लेकिन, हमें लगता है कि पीछे हटना एक स्वागत योग्य कदम है। इससे यह संभावना खुलती है कि अन्य कदम भी उठाए जा सकते हैं।'' उन्होंने कहा कि पिछले महीने रूस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद उम्मीद थी कि ''राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) और मैं दोनों अपने समकक्षों से मिलेंगे। तो चीजें इस तरह हुई हैं।''

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दी थी समझौते की जानकारी

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को दिल्ली में कहा था कि पिछले कई हफ्तों की बातचीत के बाद भारत और चीन के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है, जिससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों को पीछे हटाने और गश्त करने पर सहमति बनी, जो चार साल से जारी गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है। जून 2020 में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के संबंधों में गिरावट आई थी।

दो देशों की यात्रा में ब्रिस्बेन पहुंचे हैं जयशंकर

दो देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में आस्ट्रेलिया के शहर ब्रिस्बेन पहुंचे जयशंकर ने कहा कि इस समय दो संघर्षों पर हर किसी की नजरें टिकी हुई हैं। उन्होंने एक अन्य सवाल पर कहा, ''एक यूक्रेन है। और दूसरा पश्चिम एशिया में जो हो रहा है। अलग-अलग तरीकों से हम दोनों में कुछ करने का प्रयास कर रहे हैं।''

यूक्रेन-रूस संघर्ष पर क्या बोले जयशंकर

यूक्रेन-रूस संघर्ष पर जयशंकर ने कहा कि भारत कूटनीति पर फिर से जोर दे रहा है, तथा प्रधानमंत्री मोदी व्यक्तिगत रूप से दोनों देशों के नेताओं के साथ बैठकों में शामिल रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जुलाई में रूस गए थे और फिर अगस्त में यूक्रेन गए। प्रधानमंत्री ने जून में और सितंबर में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी ने कजान में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फिर से बैठक की थी।

संघर्ष के कारण पूरी दुनिया को नुकसान

जयशंकर ने कहा कि संघर्ष के कारण, हर दिन रूस और यूक्रेन तथा अमीर देशों के अलावा दुनिया को भी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा, ''इसलिए, यह ऐसी स्थिति है, जिसमें कुछ हद तक सक्रियता या सक्रिय कूटनीति की आवश्यकता है। हम ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ''जब हमने यह करना शुरू किया, तो ईमानदारी से कहूं तो एक हद तक संशय था। मैं कहूंगा कि आज, खासकर पश्चिमी देशों के बीच, काफी समझ है...हमारे प्रयासों के लिए हमें 'ग्लोबल साउथ' से भी बहुत मजबूत समर्थन मिल रहा है। इसलिए, हम उम्मीद कर रहे हैं कि कई बातचीत के माध्यम से, हम कुछ साझा आधार बनाने में सक्षम होंगे...।''

ग्लोबल साउथ का किया जिक्र

'ग्लोबल साउथ' का संदर्भ कम आय वाले देशों या विकासशील देशों के लिए किया जाता है। पश्चिम एशिया की स्थिति पर जयशंकर ने कहा कि वहां की स्थिति बहुत अलग है। उन्होंने विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा, ''फिलहाल, संघर्ष को फैलने से रोकने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यहां एक अंतर यह है कि ईरान और इजराइल एक-दूसरे से सीधे बात करने में असमर्थ हैं। इसलिए विभिन्न देश यह देखने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वे इस अंतर को पाट सकते हैं। हम उनमें से एक हैं।''

पश्चिम एशिया में शांति पर भारत का जोर

पिछले महीने रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान से मुलाकात की, जिन्होंने पश्चिम एशिया में शांति की आवश्यकता पर बल दिया तथा ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच सभी पक्षों के साथ अच्छे संबंधों के कारण संघर्ष को कम करने में भारत की भूमिका पर जोर दिया।

क्वाड पर भी दिया बयान

'क्वाड' के बारे में उन्होंने कहा कि चार सदस्यीय समूह का उद्देश्य बड़ा है। उन्होंने भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के समूह का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें चार बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश हैं। इन सभी देशों ने काम करने के लिए एक साझा एजेंडा बनाया है। उन्होंने कहा, ''मेरा मतलब है कि क्वाड कई काम करता है। कनेक्टिविटी और जलवायु पूर्वानुमान से लेकर फेलोशिप तक। इसलिए इसके तहत कई गतिविधियां होती हैं।''


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Saturday, November 2, 2024

दुनिया के सबसे बड़े 'कैदी' मगरमच्छ कैसियस की ऑस्ट्रेलिया में मौत, लंबाई दो मंजिले घर के बराबर

सिडनी: ऑस्ट्रेलिया में दुनिया के सबसे बड़े कैदी मगरमच्छ की मौत हो गई है। इस मगरमच्छ को कैसियस नाम दिया गया था। कैसियर की लंबाई 5.48 मीटर (18 फीट) थी। इसके नाम इंसानों की कैद में मौजूद सबसे बड़े मगरमच्छ का विश्व रेकॉर्ड था। शनिवार को ऑस्ट्रेलियाई वन्य जीव अभ्यारण्य ने इस विशालकाय पालतू मगरमच्छ की मौत की पुष्टि की। माना जा रहा है कि उसकी उम्र 110 साल से ज़्यादा थी।

अभ्यारण्य बोला- कैसियस की याद आएगी

मैरिनलैंड मेलानेशिया क्रोकोडाइल हैबिटेट ने फेसबुक पर बताया कि कैसियस का वजन एक टन से ज्यादा था और 15 अक्टूबर से ही उसकी सेहत में गिरावट आ रही थी। क्वींसलैंड के पर्यटक शहर केर्न्स के पास ग्रीन आइलैंड पर स्थित संगठन की एक पोस्ट के अनुसार, "वह बहुत बूढ़ा था और माना जा रहा था कि वह जंगली मगरमच्छ से ज़्यादा उम्र तक जी रहा था।" वन्य जीव अभ्यारण्य ने कहा, "कैसियस की बहुत याद आएगी, लेकिन उसके प्रति हमारा प्यार और यादें हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी।"

1987 से अभ्यारण्य में था कैसियस

समूह की वेबसाइट ने कहा कि वह 1987 से ही इस अभ्यारण्य में रह रहा था। उसे पड़ोसी उत्तरी क्षेत्र से लाया गया था, जहां मगरमच्छ इस क्षेत्र के पर्यटन उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। कैसियस, एक खारे पानी का मगरमच्छ था। उसके नाम कैद में दुनिया के सबसे बड़े मगरमच्छ के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का खिताब था। गिनीज के अनुसार, उसने फिलीपींस के मगरमच्छ लोलोंग की 2013 में मृत्यु के बाद यह खिताब जीता था, जिसकी लंबाई 6.17 मीटर (20 फीट 3 इंच) थी।


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Friday, November 1, 2024

तीन मुस्लिम युवक साधु बनकर मांग रहे थे भीख, गाजीपुर पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच में मऊ के रहने वाले निकले

अमितेश सिंह, गाजीपुर: के गाजीपुर में तीन मुस्लिम साधु बनकर घुमने के दौरान पकड़े गए। कासिमाबाद बाजार में शुक्रवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब जोगी-साधु के नकली रूप में भिक्षा मांगने का आरोप कुछ लोगों पर लगा। ग्रामीणों ने शंका के आधार पर तीन लोगों को पुलिस को सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में तीनों मुस्लिम समुदय के निकले। कासिमाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र के सुकहां बाजार में तीन जोगी साधुओं को फेरी करते हुए ग्रामीणों ने देखा। बातचीत के आधार पर लोगों को उनके गैर धर्म से संबंधित होने का शंका हुआ। कुछ लोगों ने उनकी रेकी करना शुरू कर दिया। थोड़ी देर में ही स्थानीय लोगों में से कुछ ने बताया कि साधु के रूप में भिक्षा मांग रहे तीनों के हैं।

तीनों मुस्लिम समुदाय के निकले

लोगों ने कासिमाबाद पुलिस को सूचित किया। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्र होने लगी। ग्रामीण ने तुरंत पुलिस को मौके पर बुलाया और तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़े गए तीन लोगों का नाम सोहराब खान, शहजाद खान और नियाद बताया जा रहा है। सभी लोग मऊ जनपद के दोहरीघाट थाना क्षेत्र के अतरसांवा गांव के निवासी बताए जा रहे हैं।

तीनों के खिलाफ केस दर्ज

प्रभारी निरीक्षक कासिमाबाद महेंद्र सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला, पिछली कई पीढियों से उनके परिवार में लोग जोगी-साधु बनकर भिक्षा मांगने का काम करते आ रहे हैं। इसमें वह लोग किसी प्रकार का साजिश नहीं करते। उन्होंने यह भी बताया कि दोहरीघाट कोतवाली से संपर्क कर इन सबके पारिवारिक पृष्ठभूमि की गहनता से जांच की जा रही है। वहीं सुकहां के रहने वाले शिवजी गुप्ता ने तीनों फर्जी साधुओं के खिलाफ कासिमाबाद कोतवाली में लिखित प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराया है।


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Thursday, October 31, 2024

खूब हुई आतिशबाजी, अब सांस को तड़पी दिल्ली, IMD ने बताई UP-बिहार में ठंड की डेट

दिवाली बीत गई, जश्न भी खूब मनाया गया. तमाम प्रतिबंध के बावजूद जमकर आतिशबाजी हुई. खूब पटाखे भी फोड़े गए. लेकिन, अब दिल्ली-एनसीआर की हवा का बुरा हाल हो गया है. शुक्रवार के लड़के दिल्ली का वायु गुणवत्ता गिरकर 400 पर कर गया है. इधर, देश भर में ठंड का इंतजार लंबा होते दिख रहा है, तो साउथ इंडिया में तमिलनाडु और केरल सहित कई राज्य में आईएमडी ने बारिश का अलर्ट जारी किया है.

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पंजाब किंग्स ने सबकी हवा टाइट कर दी, आईपीएल मेगा ऑक्शन में सभी के छक्के छुड़ा देगी प्रीति जिंटा की टीम

नई दिल्ली: स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज का दिल्ली कैपिटल्स के साथ 9 साल का संबंध खत्म हो गया, जबकि सनराइजर्स हैदराबाद ने हेनरिक क्लासेन (23 करोड़) को सबसे अधिक पैसे में रिटेन करके रिकॉर्ड बना दिया। आरसीबी के विराट कोहली (21 करोड़) फिलहाल सबसे महंगे खिलाड़ी नहीं हैं, जबकि केकेआर के आईपीएल विजेता कप्तान भी नीलामी का हिस्सा होंगे। यह रिलीज सबसे हैरान करने वाली रही, जबकि मुंबई इंडियंस ने पांचों सितारा खिलाड़ियों कप्तान हार्दिक पंड्या, भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, युवा तिलक वर्मा को रिटेन करते हुए मैदान मार लिया। के पास सबसे अधिक पैसेमुंबई टीम ने रिटेंशन का पूरा पर्स (75 करोड़ रुपये) खर्च कर दिया। हालांकि, पंजाब किंग्स ने सिर्फ 9.5 करोड़ रुपये खर्च किए हैं जो शशांक सिंह और प्रभसिमरन सिंह पर खर्च हुए। वे नीलामी में 110.5 करोड़ रुपये का पर्स और चार आरटीएम (राइट टू मैच) कार्ड लेकर उतरेंगे। आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन में इतने पैसे लेकर उतरने का मतलब है कि मनचाहे खिलाड़ी को मनचाहे कीमत पर टीम से जाड़ना। अब दूसरी टीमें रेस में पंजाब काफी दूर हैं। इसमें कोई शक नहीं कि इस बार रिलीज होने वाले प्लेयर्स में ढेर सारे क्वालीटी खिलाड़ी हैं। अगर पंजाब चाहे तो पहली बार सबसे स्ट्रॉन्ग टीम बनाने में कामयाब रह सकती है।श्रेयस अय्यर का रिलीज होना हैरान करने वाला हैश्रेयस अय्यर को लगा होगा कि केकेआर को आईपीएल खिताब दिलाने के बाद उनकी कीमत मौजूदा 12.25 करोड़ रुपये से अधिक होनी चाहिए, लेकिन भारत की टी20 टीम में उनकी जगह पक्की नहीं होने और खराब स्ट्राइक रेट के कारण केकेआर कभी उन पर इतना खर्च नहीं करेगा। उन्हें रिलीज कर दिया गया और अब वह दिल्ली के कप्तान बन सकते हैं। समझा जाता है कि डीसी ने उनके लिए 20 करोड़ रुपये रखे हैं।किस फ्रेंचाइजी के पास कितना पर्स, खिलाड़ियों की लिस्ट और बचे हुए आरटीममुंबई इंडियंस
  • खिलाड़ी: जसप्रीत बुमराह (18 करोड़ रुपये), सूर्यकुमार यादव (16.35 करोड़ रुपये), हार्दिक पंड्या (16.35 करोड़ रुपये), रोहित शर्मा (16.30 करोड़ रुपये), तिलक वर्मा (8 करोड़ रुपये)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 55 करोड़ रुपये
  • RTM: 1
सनराइजर्स हैदराबाद
  • खिलाड़ी: हेनरिक क्लासेन (23 करोड़ रुपये), पैट कमिंस (18 करोड़ रुपये), अभिषेक शर्मा (14 करोड़ रुपये), ट्रैविस हेड (14 करोड़ रुपये), नितीश कुमार रेड्डी (6 करोड़ रुपये)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 45 करोड़ रुपये
  • RTM: 1
लखनऊ सुपरजायंट्स
  • खिलाड़ी: निकोलस पूरन (21 करोड़ रुपये), रवि बिश्नोई (11 करोड़ रुपये) मयंक यादव (11 करोड़ रुपये), मोहसिन खान (4 करोड़ रुपये), आयुष बदोनी (4 करोड़ रुपये)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 69 करोड़ रुपये
  • RTM: 1
पंजाब किंग्स
  • खिलाड़ी: शशांक सिंह (5.5 करोड़ रुपये), प्रभसिमरन सिंह (4 करोड़ रुपये)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 110.5 करोड़ रुपये
  • RTM: 4
राजस्थान रॉयल्स
  • खिलाड़ी: संजू सैमसन (18 करोड़ रुपये), यशस्वी जायसवाल (18 करोड़ रुपये), रियान पराग (14 करोड़ रुपये), ध्रुव जुरेल (14 करोड़ रुपये), शिमरॉन हेटमायर (11 करोड़ रुपये), संदीप शर्मा (4 करोड़ रुपये)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 41 करोड़ रुपये
  • RTM: कोई नहीं
चेन्नई सुपर किंग्स
  • खिलाड़ी: रुतुराज गायकवाड़ (18 करोड़), मथीशा पथिराना (13 करोड़), शिवम दुबे (12 करोड़), रवींद्र जड़ेजा (18 करोड़), एमएस धोनी (4 करोड़)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 65 करोड़
  • RTM: 1
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु
  • खिलाड़ी: विराट कोहली (21 करोड़), रजत पाटीदार (11 करोड़), यश दयाल (5 करोड़)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 83 करोड़ रुपये
  • RTM: 3
कोलकाता नाइटराइडर्स
  • खिलाड़ी: रिंकू सिंह (13 करोड़), वरुण चक्रवर्ती (12 करोड़), सुनील नारायण (12 करोड़), आंद्रे रसेल (12 करोड़ रुपये), हर्षित राणा (4 करोड़ रुपये), रमनदीप सिंह (4 करोड़ रुपये)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 51 करोड़ रुपये
  • RTM: कोई नहीं
दिल्ली कैपिटल्स
  • खिलाड़ी:अक्षर पटेल (16.50 करोड़ रुपये), कुलदीप यादव (13.25 करोड़ रुपये), ट्रिस्टन स्टब्स (10 करोड़ रुपये), अभिषेक पोरेल (4 करोड़ रुपये)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 73 करोड़ रुपये
  • RTM: 2
गुजरात टाइटंस
  • खिलाड़ी: राशिद खान (18 करोड़ रुपये), शुभमन गिल (16.50 करोड़ रुपये), साई सुदर्शन (8.50 करोड़ रुपये), राहुल तेवतिया (4 करोड़ रुपये), शाहरुख खान (4 करोड़ रुपये)
  • नीलामी के लिए बचा हुआ पर्स: 69 करोड़ रुपये
  • RTM: 1


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शरद पवार का दर्द फ‍िर छलका, अज‍ित पवार के बाद अब 'मानसपुत्र' निशाने पर

शरद पवार ने दिलीप वलसे पाटिल पर इस बार जोरदार प्रहार क‍िए. बारामती में चुनाव प्रचार के दौरान उन्‍होंने उन सभी लोगों को निशाने पर रखा, जो उन्‍हें छोड़कर चले गए.

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Wednesday, October 30, 2024

झारखंड चुनाव: JLKM ने सबसे ज्यादा सीटों पर उतारे उम्मीदवार; भाजपा, झामुमो और कांग्रेस को पीछे छोड़ा

रांचीः झारखंड में अगले महीने विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग होगी। इस चुनाव में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा () पार्टी ने सबसे अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इस मामले में उसने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस जैसी पार्टियों को पीछे छोड़ दिया है।

जेएलकेएम ने 76 सीटों पर उम्मीदवार उतारे

राज्य में विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं। जेएलकेएम ने इनमें से 76 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा ने कुल 68, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 43, कांग्रेस ने 30, आजसू पार्टी ने 10, राष्ट्रीय जनता दल ने 7 और जनता दल यूनाइटेड ने 2 सीटों पर उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं।

चुनाव में जेएलकेएम का तीसरी शक्ति के रूप में उभार!

झारखंड में एनडीए और इंडिया गठबंधन से इतर इस पार्टी को तीसरी राजनीतिक शक्ति के उभार के तौर पर देखा जा रहा है। इस पार्टी के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो हैं, जो पिछले चार वर्षों के दौरान भीड़ जुटाने वाले नेता के तौर पर उभरे हैं। महतो और उनके साथी पिछले तीन-चार वर्षों से झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) नामक संगठन चला रहे थे।

नौकरी, स्थानीय नीति और भाषा के मुद्दे पर ध्यान खींचा

इस संगठन ने झारखंड के स्थानीय युवाओं से जुड़े मुद्दों, प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ियों और राज्य की स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता जैसे मुद्दों पर आंदोलनों से लोगों का ध्यान खींचा। करीब तीन महीने पहले इस संगठन ने औपचारिक तौर पर ‘झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा’ नामक राजनीतिक पार्टी का रूप ले लिया।

जयराम महतो की पार्टी को कैंची चुनाव चिह्न आवंटित

भारतीय निर्वाचन आयोग ने भी इसे पार्टी के तौर पर मान्यता दे दी है। चुनाव आयोग ने उसे कैंची चुनाव चिह्न आवंटित किया है। हाल में हुए लोकसभा चुनाव में इस संगठन ने राज्य की 14 में से आठ सीटों पर उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। इनमें से छह सीटों पर इसके उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्होंने कुल मिलाकर साढ़े आठ लाख वोट हासिल किए थे।

जयराम महतो की पार्टी का लोकसभा चुनाव में जोरदार प्रदर्शन

जयराम कुमार महतो गिरिडीह सीट पर 3 लाख 47 हजार 322 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे। इसी तरह रांची लोकसभा सीट से देवेंद्र नाथ महतो ने 1 लाख 32 हजार 647 वोट और हजारीबाग सीट पर संजय मेहता ने 1 लाख 57 हजार 977 वोट हासिल किए। इसके अलावा धनबाद, सिंहभूम और कोडरमा सीट पर इस संगठन के प्रत्याशियों को एक लाख से कम वोट मिले थे, लेकिन वे तीसरे स्थान पर रहे थे।

जयराम महतो डुमरी और बोकारो से मैदान में

विधानसभा चुनाव में पार्टी के अध्यक्ष जयराम कुमार महतो खुद एक साथ दो सीटों गिरिडीह जिले की डुमरी और बोकारो जिले की बेरमो में चुनाव लड़ रहे हैं। बुधवार को इस पार्टी ने चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र भी जारी कर दिया।


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Tuesday, October 29, 2024

गाजियाबाद कोर्ट में हंगामा, पुलिस और वकीलों के बीच हाथापाई, बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष समेत 50 पर केस

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की एक अदालत में मंगलवार को वकीलों और पुलिसकर्मियों के समूहों के बीच झड़प हो गई। इसमें कथित तौर पर कुछ वकील घायल हो गए और स्थानीय पुलिस चौकी में आगजनी की गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। गाजियाबाद में राज नगर इलाके में सुबह करीब 11 बजे जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर के अंदर अग्रिम जमानत के एक मामले की सुनवाई को लेकर सत्र जज और वकील के बीच बहस के बाद अफरा-तफरी मच गई। फिलहाल, कोर्ट में तनाव का माहौल है। कई थानों की पुलिस और पीएसी को कचहरी में लगाया गया है। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष समेत 50 वकीलों पर दो मुकदमे दर्ज हुए हैं।

घटना का वीडियो हुआ वायरल

घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें अदालत परिसर में वकीलों और लाठी लिए पुलिसकर्मियों के बीच झड़प होती दिखाई दे रही है। गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि वकीलों के एक समूह ने जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान जिला जज पर दबाव डालने की कोशिश की और हमला करने का प्रयास किया। सीपी ने कहा कि बाद में एक स्थानीय पुलिस चौकी में भी आग लगा दी गई।

वकील ने बताई पूरी घटना

एक वकील ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि वकीलों के एक समूह ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार से अग्रिम जमानत के एक मामले की प्राथमिकता के आधार पर सुनवाई करने की मांग की, जिसके लिए उन्होंने इनकार करते हुए कहा कि मामले की सुनवाई संख्या के अनुसार की जाएगी।वकील ने दावा किया कि इस पर वकीलों के एक समूह ने जिला जज के खिलाफ नारेबाजी की। मामला तब बिगड़ गया जब अदालती कार्यवाही बाधित हुई और जज ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने अदालत कक्ष में पहुंचकर लाठियां बरसाईं, जिससे 12 से अधिक वकील घायल हो गए।

हाई कोर्ट में की गई शिकायत

इस बीच, जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नाहर सिंह यादव ने घटना की शिकायत इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस कर दी। इसमें उन्होंने दावा किया है कि मंगलवार सुबह 11 बजे वकील जितेंद्र सिंह और अभिषेक यादव अग्रिम जमानत का विरोध करने के लिए अदालत पहुंचे। उन्होंने बताया कि अदालत में भीड़भाड़ होने के कारण वकीलों ने जिला जज से प्राथमिकता के आधार पर दलीलें सुनने या मामले को किसी अन्य अदालत में स्थानांतरित करने का आग्रह किया। नाहर सिंह यादव ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को भेजी शिकायत में आरोप लगाया कि जिला जज ने अपना आपा खो दिया। शिकायत में कहा गया है कि जज अपनी कुर्सी से खड़े हो गए और अपना कोट, गाउन उतार दिया। वकीलों को अपशब्द कहे। जिला जज ने पुलिस बल को बुलाया।शिकायत में कहा कि पुलिस उपायुक्त (सिटी जोन) राजेश कुमार सिंह और सहायक पुलिस आयुक्त (कविनगर) अभिषेक श्रीवास्तव की मौजूदगी में पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसके कारण 12 से अधिक वकील घायल हो गए। नाहर सिंह यादव ने सीसीटीवी फुटेज को तुरंत सुरक्षित रखने की भी मांग की है, ताकि पूरा घटनाक्रम स्पष्ट हो सके। शिकायत पर आठ वकीलों के हस्ताक्षर हैं।

सीपी ने दी जानकारी

गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने व्हॉट्सएप पर दिए बयान में कहा कि वकील नाहर सिंह यादव (बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं समाजवादी पार्टी के नेता), वकील अभिषेक यादव, वकील औरंगजेब खान, वकील बिलाल अहमद ने अपने साथी वकीलों के साथ जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान जिला जज पर दबाव बनाने की कोशिश की। उन पर हमला करने का प्रयास किया।पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस ने उचित हस्तक्षेप किया और हल्का बल प्रयोग करके उन्हें तितर-बितर किया। इस बीच, वकीलों के एक समूह ने पुलिस चौकी में आग लगा दी।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

इससे पहले, सोशल मीडिया पर इस हंगामे की वीडियो क्लिप में कथित तौर पर अदालत के अंदर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच झड़प होती दिखाई दे रही है। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों के हाथों में डंडे हैं। एक पुलिसकर्मी को लड़ाई में शामिल दूसरे पक्ष पर हमला करने के लिए हवा में कुर्सी पकड़े हुए भी देखा गया। एक वकील के सिर पर कथित तौर पर चोट के निशान भी देखे गए।


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Monday, October 28, 2024

बोकारो से श्वेता सिंह होंगी कांग्रेस उम्मीदवार, धनबाद से अजय दुबे लड़ेंगे चुनाव

रांचीः कौन बनेगा धनबाद और बोकारो सीट से कांग्रेस का प्रत्याशी? आखिरकार इस यक्ष प्रश्न का जवाब मिल ही गया। नामांकन खत्म होने की अवधि के 17 घंटे पहले सोमवार रात करीब दस बजे प्रत्याशी की घोषणा की गई। झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की ओर से सोमवार को उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी गई। कांग्रेस ने के लिए एक बार फिर से श्वेता सिंह को उम्मीदवार बनाया है, वहीं धनबाद से अजय दुबे को प्रत्याशी बनाया गया है।

अजय दुबे और श्वेता सिंह अंतिम दिन करेंगी नामांकन

धनबाद के कांग्रेस प्रत्याशी अजय दुबे कल 29 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करेंगे। वहीं बोकारो की कांग्रेस प्रत्याशी श्वेता सिंह की ओर से भी पहले ही नामांकन पत्र खरीद लिया गया है। वो भी मंगलवार को नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन अपना पर्चा भरेंगी

धनबाद सीट से दो नामों की हो रही थी कई दिनों से चर्चा

धनबाद सीट से दो नामों को लेकर कई दिनों से चर्चा चल रही थी। इसमें भाजपा नेता सह धनबाद के पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल तथा कांग्रेस के अजय दुबे का नाम लिया जा रहा था। पार्टी के नेताओं का भी कहना था कि दोनों में से किसी एक को ही टिकट मिल सकता है। हालांकि कांग्रेस जिला कमेटी तथा टिकट के अन्य दावेदार इस बात की वकालत कर रहे थे कि कुछ भी हो टिकट पुराने कांग्रेसियों को ही दिया जाए। चुनाव के चंद दिन पहले पार्टी में आने को आतुर नेताओं को तरजीह नहीं देने की वकालत की जा रही थी।

जिलाध्यक्ष ने जताया था विरोध

चंद्रशेखर अग्रवाल की दावेदारी पर धनबाद कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संतोष सिंह ने आपत्ति जताई थी। इसके लिए उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी पत्र लिखा था। इसमें कहा गया था कि भाजपा ने उन्हे कुछ कारणों से टिकट देने के इनकार कर दिया है। उन्हें धनबाद सीट से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाना भूल होगी।

अजय दुबे लड़ चुके हैं सांसद का चुनाव

कांग्रेस प्रत्याशी अजय दुबे धनबाद लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था। कांग्रेस के साथ-साथ इंटक की राजनीति में गहरी पैठ रखने वाले अजय दुबे धनबाद के हीरापुर हटिया के रहने वाले हैं।

श्वेता सिंह ने 2019 में बोकारो में बीजेपी को कड़ी टक्कर दी

कांग्रेस उम्मीदवार श्वेता सिंह ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी उम्मीदवार बिरंची नारायण को कड़ी टक्कर दी थीं। श्वेता सिंह ने पिछली बार 99 हजार से अधिक वोट प्राप्त कर सभी को चौंका दिया था। श्वेता सिंह के ससुर समरेश सिंह इस सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं। समरेश सिंह वर्ष 1977 में बोकारो विधानसभा में चुनाव लड़ा और इमामुल हई खान को पराजित कर प्रथम बार विधायक चुने गए। इसके बाद समरेश सिंह 1985 1990, 2000 और 2009 में बोकारो विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया।


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Sunday, October 27, 2024

महाराष्ट्र चुनाव: अंधेरी वेस्ट में बदला कैंडिडेट, कांग्रेस की चौथी लिस्ट में 14 नाम घोषित, देखें

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने कैंडिडेट की चौथी सूची जारी की है। इसमें कांग्रेस ने 14 कैंडिडेट के नाम घोषित किए हैं। पार्टी ने अंधेरी वेस्ट से सचिन सावंत के लड़ने से मना करने के बाद अशोक जाधव को टिकट दिया है। पार्टी ने पहली तीन सूची में कुल 87 कैंडिडेट के नामों का ऐलान किया था। अब पार्टी के कुल उम्मीदवारों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है। कांग्रेस की चौथी सूची में कुल 14 उम्मीदवारों पंढरपुर से भागीरथ भालके, अमलनेर से अनिल शिंदे, उमरेड से संजय मेश्राम, आर्मोरी से रामदास मसरा को उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस चौथी सूची: कहां से किसको मिला टिकट? क्र. सं. विधानसभा का नाम प्रत्याशी नाम
  1. अमलनेर - अनिल शिंदे
  2. उमरेड - संजय मेश्राम
  3. शस्त्रागार - रामदास मसराम
  4. चंद्रपुर - प्रवीण पडवेकर
  5. बल्लारपुर - संतोष सिंह रावत
  6. वरोरा - प्रवीण सुरेश काकड़े
  7. नांदेड़ उत्तर - उब्दुल सत्तार
  8. औरंगाबाद पूर्व - लहू शेवाले
  9. नालासोपारा - संदीप पांडे
  10. अंधेरी पश्चिम - अशोक जाधव
  11. पंढरपुर - भागीरथ भालके
  12. सोलापुर दक्षिण - दिलीप माने
  13. शिवाजीनगर - दत्तात्रय बहिरत
  14. पुणे कैटोनमेट - रमेश बागवे
कांग्रेस ने छुआ 100 का आंकड़ा कांग्रेस ने पहली सूची में 48 और फिर दूसरी सूची में 23 नाम घोषित किए थे। पार्टी ने शनिवार को जारी तीसरी सूची में 16 नाम घोषित किए थे, लेकिन पार्टी के नेता सचिन सावंत ने अंधेरी वेस्ट चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। पार्टी ने चौथी सूची में अंधेरी वेस्ट सीट पर अशोक जाधव को उम्मीदवार घोषित करते हुए 13 अन्य सीटों पर कैंडिडेट तय किए हैं। ऐसे में पार्टी के कुल उम्मीदवारों की संख्या 100 पहुंच गई है। महाविकास आघाडी की तरफ से अभी तक सबसे ज्यादा उम्मीदवारों का ऐलान कांग्रेस ने किया है। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने अभी तक 85 कैंडिडेट घोषित किए हैं। शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी ने तीन सूची जारी करते हुए अभी तक कुल 76 कैंडिडेट के नामों का ऐलान किया है। इनमें अणुशक्ति नगर से बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति फहाद अहमद भी शामिल हैं।


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Saturday, October 26, 2024

Reels बनाने का ये कैसा पागलपन! घर से भागकर ट्रेन पर चढ़ गए 4 नाबालिग, कानपुर में हुए बरामद

अनिल सिंह, बांदा: यूपी में बांदा जिले के थाना बबेरू क्षेत्र से 14 से 15 वर्ष आयु के चार किशोर किशोरी रील बनाने के जुनून में शुक्रवार को घर से भाग निकले। चारों पंजाब में जाकर डांस सीखना चाहते थे। पंजाब जाने वाली ट्रेन से इन्हें पुलिस ने कानपुर सेंट्रल से बरामद कर लिया। घटना शुक्रवार 25 अक्टूबर 2024 की है, जब कस्बा बबेरु के पांच बच्चे इण्डियन बैंक की शाखा में छात्रवृत्ति निकालने गए थे। इनमें से एक बच्ची घर लौट आई, लेकिन बाकी चार बच्चे शाम तक भी घर नहीं पहुंचे। बच्चों के घर न लौटने पर चिंतित परिजनों ने तुरंत थाना बबेरु में इसकी सूचना दी।सूचना मिलते ही बबेरु क्षेत्राधिकारी सौरभ सिंह के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक बलराम सिंह ने उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। बच्चों की सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस ने कई टीमों का गठन किया और कंट्रोल रूम, जीआरपी, रेलवे हेल्पलाइन, और चाइल्ड केयर हेल्पलाइन को भी सतर्क किया। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिनमें बच्चों के कानपुर की ओर जाने की पुष्टि हुई। पुलिस की तत्परता से की गई कार्रवाई के तहत देर रात चारों बच्चों को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से उस ट्रेन में बरामद कर लिया गया जो पंजाब जा रही थी। बाद में इन बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष प्रस्तुत किया गया और उनकी काउंसलिंग की गई। बच्चों ने बताया कि वे रील बनाने के लिए डांस सीखने पंजाब जा रहे थे। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज और नरैनी क्षेत्राधिकारी अंबुजा त्रिवेदी ने बच्चों से बातचीत कर उन्हें समझाया कि वे पढ़ाई पर ध्यान दें और अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए स्थानीय स्तर पर को-सर्कुलर गतिविधियों में हिस्सा लें। साथ ही, अगर किसी तरह की समस्या हो, तो वे महिला बीट आरक्षी या डायल-112 पर संपर्क करें। महिला बीट आरक्षी को भी निर्देशित किया गया कि समय-समय पर बच्चों की काउंसलिंग करते रहें। इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि बच्चों के परिजनों से भी बात की गई, उन्हें समझाया गया कि बच्चों को इस घटना के लिए परेशान न करें और उन्हें प्यार से समझाएं। चार बच्चों में तीन लड़कियां और एक लड़का शामिल थे। ऑपरेशन मुस्कान की त्वरित कार्रवाई के लिए चित्रकूटधाम परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय कुमार सिंह ने बरामदगी टीम की सराहना की और उन्हें पुरस्कृत किया।


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Friday, October 25, 2024

नांदेड़ लोकसभा सीट से क्याें लड़ना चाहते हैं औरंगाबाद के पूर्व सांसद इम्तियाज जलील, सामने आई वजह

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए सबसे पहले 99 कैंडिडेट का ऐलान करने वाली बीजेपी ने अभी तक से कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया है। कांग्रेस ने इस सीट पर दिवंगत सांसद वसंत राव चव्हाण के बेटे रवींद्र चव्हाण को मैदान में उतारा है। नांदेड़ सीट से पहले अशोक चव्हाण के परिवार से किसी के लड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही थी लेकिन पार्टी ने जब से उनकी बेटी श्रीजया को विधानसभा चुनाव में भोकर से उतारा है तब से यह संभावना भी खत्म हो गई है। नांदेड़ के चुनावी मैदान में अभी बीजेपी के प्रत्याशी का आना बाकी है लेकिन असुदद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम के नेता और औरंगाबाद से सांसद रह चुके इम्तियाज जलील नांदेड़ सीट पर नजर गड़ाए हुए हैं। कांग्रेस का गेम बिगड़ेगा इम्तियाज जलील नांदेड़ से लड़ने की बात कहकर कांग्रेस की धड़कनें बढ़ा रहे हैं। अगर इम्तियाज जलील नांदेड़ से लड़ते हैं तो इस सीट पर कांंग्रेस का गेम बिगड़ सकता है। इस सीट पर हम तो डूबेंगे सनम, आपको भी ले डूबेंगे वाली स्थिति का निर्माण हो सकता है। क्योंकि जलील के लड़ने कांग्रेस के वोटों से सेंध लगेगी? राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि जलील सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसा कर रहे हैं। वह नांदेड़ से नहीं लड़ेंगे जो भी हो। जलील के नांदेड़ ड्रीम के पीछे दलित और मुस्लिम वोट हैं। नांदेड़ में मुस्लिम और दलित मतदाता करीब 20-20 फीसदी हैं। जलील ने पिछले दिनों (अक्तूबर में ही) मनोज जरांगे पाटील से मुलाकात कर मराठा वोट साधने की कोशिश की थी। जरांगे का साथ चाहते हैं जलील अगर नांदेड़ में इम्तियाज जलील दलित के साथ मुस्लिम और कुछ मराठा वोट झटकते हैं तो वह बीजेपी और कांग्रेस दोनों को मुश्किल में डाल सकते हैं। यही वजह है कि जलील नांदेड़ से लड़ना चाहते हैं हालांकि हैदराबाद में बैठे हाईकमान ने अभी जलील को लेकर फैसला नहीं लिया है। 2024 में कांग्रेस के वसंत चव्हाण ने भाजपा के पूर्व सांसद प्रतापराव पाटील चिखलीकर को शिकस्त दी थी. अब कांग्रेस ने उनके सुपुत्र रवींद्र चव्हाण को टिकट दिया है। चिखलीकर अब अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी में शामिल हो गए हैं। पार्टी ने उन्हों लोहा विधानसभा क्षेत्र से उतारा है। कांग्रेस के लिए जरूरी है जीत कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों में 13 सीटें जीती थीं। पार्टी के नांदेड़ सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन पर अब सांसदों की संख्या 12 हो गई है। ऐसे में पार्टी को अपनी पुरानी संख्या रखने के लिए नांदेड़ में जीतना जरूरी है। महाराष्ट्र में कांंग्रेस के साथ निर्दलीय सांसद विशाल पाटिल भी हैं। वह सांगली से जीते हैं। इस सीट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की प्रतिष्ठा दांव पर है। नांदेड़ में जीत सुनिश्चित करने के लिए सितंबर महीने में पटोले ने बड़ा ऑपरेशन करते हुए बीजेपी के पूर्व सांसद खतगावकर की कांग्रेस में वापसी कराई थी।


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Thursday, October 24, 2024

कांग्रेस ने इन 7 नेताओं पर लगाया दांव, जानें इन सभी उम्मीदवारों की पूरी प्रोफाइल

जयपुर: राजस्थान में एक बार फिर उपचुनाव की चौसर बिछ गई है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में विधायक से सांसद बनने वाले पांच नेताओं और दो विधायकों के निधन के बाद राजस्थान में उपचुनाव हो रहे हैं। फिलहाल नामांकन प्रक्रिया जारी है और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि शुक्रवार 25 अक्टूबर है। कांग्रेस ने सातों सीटों पर नए नेताओं को दांव खेला है जो पहले कभी विधायक या सांसद नहीं रहे।

दौसा विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने दीन दयाल बैरवा को मैदान में उतारा

कांग्रेस ने दौसा विधानसभा सीट से दीन दयाल बैरवा को प्रत्याशी बनाया है। स्नातक तक पढे लिखे डीडी बैरवा दौसा पंचायत समिति के प्रधान रहे हैं। और अभी वे जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं। उनकी पत्नी बीना बैरवा अभी लवाण पंचायत समिति की प्रधान हैं। उनके पिता किशनलाल बैरवा भी प्रधान रह चुके हैं। वे दो बार विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके थे। दीन दयाल बैरवा कांग्रेस नेता सचिन पायलट के नजदीकी हैं। उनके पिता भी सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट के खास रहे हैं।

झुंझुनूं विधानसभा सीट पर अमित ओला

झुंझुनूं विधानसभा सीट से कांग्रेस ने अमित ओला को प्रत्याशी बनाया है। नागपुर विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिक में इंजीनियरिंग कर चुके ओला वर्तमान में पंचायत समिति सदस्य हैं। वे पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इनके पिता बृजेंद्र ओला चार बार विधायक रह चुके हैं और वर्तमान में झुंझुनूं से लोकसभा सांसद हैं। उनकी मां राजबाला ओला भी जिला प्रमुख रह चुकी हैं। पत्नी आकांक्षा ओला महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव हैं।

देवली उनियारा विधानसभा सीट पर कस्तूर चंद मीणा

टोंक जिले की देवली उनियारा विधानसभा सीट से कांग्रेस ने केसी मीणा को प्रत्याशी बनाया है। पोस्ट ग्रेजुएट केसी मीणा हिंदुस्तान जिंक में वरिष्ठ अधिकारी रह चुके हैं। पिछले कई सालों से वे समाजसेवा से जुड़े हैं और राजनीति में भी सक्रिय हैं। पहले वे बीजेपी में थे लेकिन बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए।

सलूंबर विधानसभा सीट पर रेशमा मीणा

उदयपुर की सलूंबर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने रेशम मीणा को चुनाव मैदान में उतारा है। पोस्ट ग्रेजुएट रेशम मीणा ने वर्ष 2018 में कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। वे लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ी हुई हैं। वे पंचायत समिति प्रधान भी रह चुकी हैं और वर्तमान में उदयपुर कांग्रेस कमेटी की जिला सचिव भी हैं।

चौरासी विधानसभा सीट से महेश रोत

29 वर्षीय महेश रोत को कांग्रेस ने चौरासी विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा है। वे उदयपुर की मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुके हैं और लंबे समय से कांग्रेस में सक्रिय हैं। छात्र राजनीति के समय वे एनएसयूआई से जुड़े हुए थे और बाद में यूथ कांग्रेस में रहे। महेश रोत संगठन में लंबे समय से सक्रिय हैं।

खींवसर विधानसभा सीट से डॉ. रतन चौधरी

नागौर जिले की खींवसर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने डॉ. रतन चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। डॉ. रतन चौधरी के पति रिटायर्ड आईपीएस सवाई सिंह चौधरी वर्ष 2018 में कांग्रेस के टिकट से खींवसर से चुनाव लड़ चुके हैं। 66148 वोट लेकर वे दूसरे स्थान पर रहे थे। नवंबर 2023 के विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले सवाई सिंह चौधरी भाजपा में शामिल हो गए थे लेकिन अब पत्नी को कांग्रेस का टिकट मिलने पर उन्होंने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

रामगढ़ विधानसभा सीट से आर्यन जुबेर खान

अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस ने दिवंगत विधायक जुबेर खान के बेटे आर्यन को चुनाव मैदान में उतारा है। बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक डिग्री के बाद एलएलबी कर चुके आर्यन खुद पहली बार चुनाव मैदान में हैं। हालांकि वे अपने पिता के चुनाव मैनेजमेंट का पूरा कामकाज देखते रहे हैं।


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Wednesday, October 23, 2024

यो मजबूत आदमी है... CM नायब सैनी ने ठेठ हरियाणवी अंदाज में सुनाई शमशेर गोगी की कहानी, ले लिए राहुल गांधी के मजे

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार हुई और बीजेपी ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की। 17 अक्तूबर को के नेतृत्व में नई सरकार ने शपथ ग्रहण किया। इसके बाद एक सभा में सीएम सैनी ने कांग्रेस और पर ठेठ हरियाणवी अंदाज में चुटकी ली। नायब सैनी का ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वो कह रहे हैं कि मेरे को बड़े-बड़े पत्रकार फोन कर रहे हैं। कांग्रेस के तो कई नेता सदमे में पड़े हैं इब तक उठे नहीं है, नहीं होया क्या है। ये एक्चुअल में हैं, जिस दिन इसने ये कह्या, गोगी ने। कहा जी महारी सरकार एरी आ। ये तो राजी फिर रहे थे, सरकार एरी आ, इनको कोई दिक्कत नहीं थी। राहुल गांधी के भी लिए मजेदरअसल सीएम सैनी असंध से कांग्रेस प्रत्याशी की बात कर रहे थे। वो आगे कहते हैं कि वो कह रहा था कि सबसे पहले तो मैं अपना घर भरूंगा। फिर कहा कि मेरे जो रिश्तेदार है उनके भरूंगा, बाकि के कहा भाड़ में जाओ। और देखिए आप इसकी बात। इसने जो स्टेटमेंट दी वो एकदम राहुल गांधी को पता लगा। राहुल गांधी को लगा की ये आदमी है जो मेरी सेवा करेगा, यो मजबूत आदमी है। अपना चुनाव प्रचार का शुभारंभ वहीं से कर दिया। बता दें कि राहुल गांधी ने हरियाणा में अपनी पहली रैली असंध विधानसभा क्षेत्र में की थी, जहां सैलजा समर्थित शमशेर सिंह गोगी चुनाव लड़ रहे थे। ऐसे में नायब सैनी ने राहुल गांधी के मजे ले लिए।शमशेर गोगी ने दिया था ये बयानदरअसल शमशेर सिंह गोगी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सरकार आने पर असंध का हिस्सा भी होगा। सरकार आने पर पहले अपने रिश्तेदारों को खुश करेंगे जो हमारी मदद कर रहे हैं, जो भाईचारे में आ रहे हैं उसकी मदद करेंगे, लेकिन पहले अपना घर तो भरेंगे ही। इसलिए सरकार में पड़ने के लिए चुनाव जीतना जरूरी है।


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Tuesday, October 22, 2024

इस आईपीएल फ्रेंचाइजी से जुड़ने को तैयार पार्थिव पटेल, कोचिंग स्टाफ में मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी

नई दिल्ली: आईपीएल 2024 में गैरी किर्स्टन गुजरात टाइटंस के बल्लेबाजी कोच और मेंटोर थे। हालांकि सीजन खत्म होने के बाद वह पाकिस्तान की वनडे और टी20 टीम के मुख्य कोच बन गए। किर्स्टन के जाने के बाद अब उनकी जगह गुजरात टाइटंस में भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज को मिल सकती है। पार्थिव को आईपीएल का भी अच्छा अनुभव है।गुजरात टाइटंस के साथ जुड़ सकते हैं पार्थिव पटेलद टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जीटी ने किर्स्टन की जगह पार्थिव पटेल को शामिल कर लिया है और वह जीटी के साथ बल्लेबाजी मेंटोर के रूप में काम करेंगे। बता दें कि पार्थिव पटेल मुंबई इंडियंस के साथ अभी तक टैलेंट स्काउट के रूप में जुड़े हुए थे। पटेल ने एमआई को 2020 में सभी फॉर्म से रिटायरमेंट लेने के बाद जॉइन किया था। उसके बाद से वह कमेंटरी भी करते हुए नजर आते हैं।पार्थिव पटेल को आईपीएल का अच्छा अनुभव39 साल के पार्थिव पटेल ने 13 साल तक आईपीएल खेला है। 2008 से 2019 के बीच उन्होंने 6 टीमों का इंडियन प्रीमियर लीग में प्रतिनिधित्व किया है। पार्थिल पटेल चेन्नई सुपर किंग्स, कोच्चि टस्कर्स केरला, डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद, मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेल चुके हैं। वह 3 बार इस दौरान आईपीएल के चैंपियन भी बन चुके हैं। पार्थिव पटेल ने अपने आईपीएल करियर में कुल 139 मुकाबले खेले हैं, जिसकी 137 पारियों में उन्होंने 120 के स्ट्राइक रेट से 2848 रन ठोके हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 13 अर्धशतक देखने को मिले हैं।विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल अशिश नेहरा और विक्रम सोलंकी के अलावा कोचिंग स्टाफ के अन्य सदस्यों के साथ जीटी में काम करते हुए नजर आ सकते हैं। नेहरा जीटी के मुख्य कोच हैं जबकि सोलंकी फ्रेंचाइजी के क्रिकेट निदेशक हैं। 2022 में नेहरा आईपीएल के इतिहास में खिताब जीतने वाले पहले भारतीय कोच बने थे।


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Monday, October 21, 2024

लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले को 1 करोड़ का इनाम, करणी सेना के राज शेखावत ने जारी किया वीडियो

अहमदाबाद: बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सुर्खियों में गैंगस्टर के खिलाफ क्षत्रिय करणी सेना ने मोर्चा खोल दिया है। क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राज शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को एक करोड़ ग्यारह लाख ग्यारह हज़ार ग्यारा सौ ग्यारह रुपये पुरस्कार के तौर पर देने का ऐलान किया है। एक दिन पहले राज शेखावत ने वडोदरा में लॉरेंस बिश्नोई को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा था। शेखावत ने कहा था कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में भी लॉरेंस का नाम सामने आया था। शेखावत ने कहा था कि पूरे देश में लॉरेंस और उसके जैसे गैंगस्टर ने भय का माहौल बनाया हुआ है। क्या बोले राज शेखावत?क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने एक वीडियो जारी करके एनकाउंटर पर इनाम घोषित किया है। इस एक मिनट के वीडियो में राज शेखावत ने कहा है कि लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिस कर्मी को 1,11,11,111 रुपये (एक करोड़ ग्यारह लाख ग्यारह हज़ार ग्यारह सौ ग्यारह रुपये दिए जाएंगे। शेखावत ने वीडियो संदेश में कहा है कि हमारे अनमोल रत्न एवं धरोहर अमर शहीद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जी के हत्यारे लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को क्षत्रिय करणी सेना यह राशि देगी। इतना ही नहीं उस बहादुर पुलिसकर्मी के परिवार की सुरक्षा एवं संपूर्ण व्यवस्थाओं का दायित्व भी हमारा ही रहेगा। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में आया नाम गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई काफी समय से गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। दशहरे के दिन मुंबई के बांद्रा में बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई थी। उसके अगले दिन एक फेसबुक पोस्ट में लॉरेंस गैंग ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। मुंबई क्राइम ब्रांच की 15 टीमें इस हत्याकांड की जांच में जुटी हैं। उन्होंने दो शूटर्स समेत कुल 10 को अरेस्ट किया है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद अभिनेता सलमान खान की सुरक्षा हाई अलर्ट पर है। सलमान खान को मुंबई पुलिस के ट्रैफिक वाले व्हाट्सएप ग्रुप में धमकी भी मिली है। इस सब के बीच अब क्षत्रिय करणी सेना ने लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।


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Sunday, October 20, 2024

सुधर जाएं या ट्रांसफर करवा लें, वरना इलाज से पीछे नहीं हटेंगे, अपनी ही सरकार के प्रशासन पर जानें क्यों भड़के BJP विधायक

जयपुर: राजस्थान में बीजेपी के विधायकों के बिगड़े बोल का सिलसिला जारी है। अबकी बार चित्तौड़गढ़ जिले की बेगू विधानसभा के विधायक सुरेश धाकड़ का विवादित बयान सामने आया है। इसमें विधायक ने सार्वजनिक मंच से पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को धमकी दे डाली। उन्होंने कहा कि या तो अधिकारी सुधर जाए या ट्रांसफर करवा लें, नहीं तो तुम्हारा इलाज करने से पीछे नहीं हटेंगे, अगर कानून भी हाथ में लेना पड़ा, तो वह भी लेंगे। उन्होंने अधिकारियों को धमकी देते हुए अंजाम भुगतने तक की हिदायत दे डाली। विधायक का यह बयान अब सियासत की काफी सुर्खियों में है।

अधिकारियों को धमकी- मैं छोडूंगा नहीं

विधायक सुरेश धाकड़ का यह बयान बेगू विधानसभा क्षेत्र के जावदा निमडी गांव में सामने आया, जहां भील समाज के एक कार्यक्रम में उन्होंने संबोधित करते हुए विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन को मामला दर्ज करना है, तो तैयार रखना, थानेदार जी और तुम्हारी टीम को, हम वहां मौके पर तुम्हारा इलाज करने से पीछे नहीं हटेंगे। यह चेतावनी है, मेरी कान खोलकर सुन लो....यह पहले वाला सुरेश धाकड़ नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को धमकी देते हुए अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दे डाली।

या तो अधिकारी सुधर जाएं, या ट्रांसफर करवा लें

कार्यक्रम में विधायक सुरेश धाकड़ इतने में भी नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मैं अपनी पार्टी के नेता से कहना चाहता हूं कि वह लोग उनको समझा दें, बस समझ जाएं तो ठीक है, नहीं तो सिफारिश ना करें, अब कभी माफ नहीं करूंगा....छोड़ूंगा नहीं....उसका इलाज करूंगा। उन्होंने कहा कि सरकार में हूं यह बात तो ठीक है, लेकिन लोगों के साथ अन्याय होगा तो पहले उनके साथ खड़ा रहूंगा। इस जंगल पर हम सब का अधिकार है, जो यहां रहते हुए सालों से उनके पूर्वजों ने मेहनत की है, दुख तकलीफ देती है और तुम नए-नए कानून बताकर, डराने की कोशिश करते हो, ऐसे सारे अधिकारियों से मैं कहता हूं कि वह सुधर जाएं या अपना ट्रांसफर करवा लें, अन्यथा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।

विधायक सुरेश धाकड़ की वन विभाग से है नाराजगी

बता दें कि वन विभाग ने गत 18 अक्टूबर को भांडाकुड़ी, बस्सी रेंज के परलई क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया। यहां पर पिछले कई सालों से चल रहे अतिक्रमण को वन विभाग ने हटाया। इस दौरान राजस्व और वन विभाग की ओर से संयुक्त रूप से जमीन का सर्वे किया गया। इसके बाद अतिक्रमण की गई पत्थरोें की दीवार को तोड़ा गया। इस मामले में ग्रामीणों ने विधायक सुरेश धाकड़ से इसकी शिकायत की। इसके बाद विधायक ने क्षेत्रीय वन अधिकारी नारायण सिंह कच्छावा पर नशे में होने का आरोप लगाया और डॉक्टरों की टीम को बुलवाकर अधिकारी के सैंपल लिए। इधर, रेंजर नारायण सिंह का कहना है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सरकार के आदेश पर की गई। विधायक इस कार्रवाई से नाराज है। इसी के चलते उन्होंने सार्वजनिक मंच से अधिकारियों को धमकी दी।


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