अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीते दो दिनों में दो लोगों ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। बुधवार को ठाकुरगंज निवासी 55 वर्षीय बिट्टन ने केजीएमयू के गांधी वार्ड में फंदे से झूलकर मौत को गले लगा लिया था। अब इसके बाद एनआईए कोर्ट के स्पेशल जज विवेकानंद त्रिपाठी के 18 वर्षीय बेटे ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। फिलहाल पुलिस इसको आत्महत्या मानकर चल रही है। वहीं, परिजनों ने अयोध्या में शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। दरअसल, स्पेशल जज विवेकानंद त्रिपाठी बटलर पैलेस में अपने परिवार के साथ रहते थे। जज के बेटे ने बुधवार रात को फांसी के फंदे से लटककर सुसाइड कर लिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, विवेकानंद त्रिपाठी का बेटा काफी दिनों से आईआईटी जेईई के एंट्रेंस एग्जाम के रिजल्ट को लेकर परेशान था। बुधवार रात को 2024 का रिजल्ट निकला था, जिसमें जज के बेटे का चयन नहीं हुआ था। जिसकी वजह विवेकानंद त्रिपाठी का बेटा बहुत परेशान था। रात में उसने कमरे को अंदर से बंद कर लिया था। जिसके बाद देर रात को फंदे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
परिजनों ने पोस्टमॉर्टम कराने से किया मना
बताया जा रहा है कि बुधवार रात करीब 12 बजे जज साहब, उनकी पत्नी और उनका इकलौता बेटा खाना खाने के बाद सोने चले गए थे। रात करीब एक बजे के करीब जज साहब की पत्नी बेटे को देखने उसके कमरे में पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक दरवाजा खुलवाने पर भी जब नहीं खुला तो तोड़ कर सभी अंदर गए। अंदर का नजारा देखकर सबके पैरों तले मानों जमीन खिसक गई। बेटे ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। हालांकि, उसे आनन-फानन में अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। परिजनों की सूचना पर हजरतगंज पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। फिलहाल परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। वहीं, परिजनों ने पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया था। पुलिस ने कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया था।from https://ift.tt/2AojIpx
No comments:
Post a Comment