मुंबई: पिछले कुछ दिनों से जिस भूमिका ने महाराष्ट्र सहित पूरे देश का ध्यान खींचा है, उसकी घोषणा आज की गई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में महायुति को समर्थन देने का ऐलान किया है। शिवाजी पार्क में आयोजित पार्टी की गुड़ी पड़वा बैठक में राज ठाकरे ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव में सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी के लिए महायुति का समर्थन कर रहे हैं। इस मौके पर राज ठाकरे ने अगले छह महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अपना रुख साफ किया।खास ठाकरे अंदाज में संबोधित कियाअपने भाषण की शुरुआत में राज ठाकरे ने खास ठाकरे अंदाज में मीडिया को संबोधित किया। फिर उन्होंने बताया कि वे अमित शाह से क्यों और किसलिए मिले थे। बार-बार यह कहने के बाद कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक साथ आना चाहिए, उन्होंने कहा कि उन्होंने अमित शाह को फोन किया और उनसे मुलाकात कर साफ किया कि वास्तव में क्या किया जाना चाहिए। इस चर्चा से जो निकलकर आया, उससे हमने निर्णय लिया कि हमें राज्यसभा नहीं चाहिए। हमें बाकी बातचीत नहीं चाहिए। राज ने मोदी के प्रति अपने समर्थन की घोषणा की।रेल इंजन पर कोई समझौत नहीं अपने भाषण में राज ठाकरे ने लोकसभा में अपना रुख क्लियर करते हुए कहा कि मनसे के चुनाव चिन्ह वाले रेल इंजन पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। भले ही विधानसभा में यह समझौता महागठबंधन के साथ ही करना पड़े। रेल इंजन का प्रतीक चिन्ह मैंने और मेरे साथियों ने अर्जित किया है। हम उसी निशान पर चलते रहेंगे। राज ठाकरे ने कहा कि इसलिए किसी भी तर्क पर भरोसा न करें।राज ठाकरे के बयान के मायने?राज ठाकरे के बयान का मतलब यह है कि भले ही उन्होंने लोकसभा में बीजेपी-शिवसेना-राष्ट्रवादी पार्टी के महागठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया है, लेकिन कल विधानसभा में एमएनएस उम्मीदवार बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर नहीं लड़ेंगे। वह मनसे के चुनाव चिन्ह पर लड़ेंगे। इसलिए राज ठाकरे ने साफ किया कि मनसे उम्मीदवारों के लिए अन्य सिंबल पर चुनाव लड़ना कभी संभव नहीं होगा। राज की दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद से ही चर्चा थी कि मनसे बीजेपी के सिंबल पर लोकसभा चुनाव लड़ सकती है।
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