Friday, January 31, 2025

'देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल के 65% मंत्री दागी, उन्हें बर्खास्त करें', प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले महायुति सरकार को घेरा

मुंबई: महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष (Nana Patole) ने महायुति सरकार पर आरोप लगाया कि फडणवीस सरकार के कैबिनेट में 65% मंत्री दागी हैं। उन पर कई तरह के आपराधिक मामले दर्ज़ हैं। इन सभी को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग नाना पटोले ने की है। शुक्रवार को नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने सरकार को चौतरफा घेरा। उन्होंने कहा कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री धनंजय मुंडे पर आए दिन गंभीर आरोप लग रहे हैं, लेकिन सिर्फ मुंडे या संजय राठौड़ ही नहीं, बल्कि राज्य मंत्रिमंडल में शामिल 65% मंत्रियों पर विभिन्न प्रकार के अपराध दर्ज़ हैं। अगर बीजेपी खुद को पार्टी विथ डिफरेंस मानती है, तो फिर उनकी सरकार में ऐसे दागी मंत्री क्यों शामिल हैं? इन सभी दागी मंत्रियों कैबिनेट से बर्खास्त किया जाना चाहिए। बीजेपी गठबंधन की सरकार अपराधियों की सरकारकांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीड जिले के मासाजोग के सरपंच संतोष देशमुख और परभणी के सोमनाथ सूर्यवंशी की पुलिस पिटाई से हुई मौत के दोनों मामलों के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। लेकिन, सरकार इस पर कोई कड़ा रुख अपनाती नज़र नहीं आ रही है। महाराष्ट्र की बीजेपी गठबंधन की सरकार अपराधियों की सरकार है, जिसमें कई मंत्री गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं। पटोले ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को आत्मचिंतन करना चाहिए और राज्य की छवि खराब करने वाले मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।तबाह हो चुके हैं किसानपटोले ने कहा कि फडणवीस की सरकार में किसान तबाह हो चुके हैं, क्योंकि उन्हें अपनी कृषि उपज का कोई मूल्य नहीं मिल रहा है। चाहे वह सोयाबीन हो, धान हो, प्याज हो या कपास हो। किसान हर दिन आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी गठबंधन सरकार ने घोषणा की थी कि किसानों के बिजली बिल माफ किए जाएंगे, लेकिन किसानों को अब तक बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। बिजली की दरें बढ़ा दी गई हैं। एसटी टिकट की कीमतें बढ़ा दी गई हैं। प्रदेश में 24 लाख छात्रों ने नौकरी के लिए आवेदन किया है। काफी संख्या में युवा बेरोजगार हैं। महंगाई अपने चरम पर है, लेकिन सरकार इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही है। कांग्रेस पार्टी जनता के इन मुद्दों को लेकर आगे भी संघर्ष करेगी।BJP ने कुंभ को इवेंट बना दियापटोले ने आगे कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ मेला आयोजित हो रहा है। यह लोगों की आस्था, भावना और भक्ति का विषय है, लेकिन बीजेपी सरकार ने महाकुंभ मेले को भी इवेंट बना दिया है। बीजेपी ने वीआईपी संस्कृति ला दी है और मोदी और योगी के बड़े-बड़े बैनर लगा दिए हैं। पटोले ने कहा कि कुंभ में भगदड़ के दौरान कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई, लेकिन बीजेपी सरकार अब भी मौत के आंकड़े छिपा रही है। शंकराचार्य ने मुख्यमंत्री योगी से इस्तीफे की मांग की है। नाना पटोले ने पूछा कि इतनी बड़ी त्रासदी पर आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत क्यों मौन हैं? उन्होंने अब तक मोदी-योगी का इस्तीफा क्यों नहीं मांगा है।


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Thursday, January 30, 2025

10 साल पुराने रेट खरीद सकते हैं खुद का घर, 30 फीसदी तक मिल रही है छूट, लोन की भी नहीं होगी दिक्कत

रायपुर: छत्तीसगढ़ में जिन लोगों का अपना खुद का घर नहीं है उनके लिए सुनहरा मौका है। 10 साल पुरानी कीमतों ने मकान और दुकान बेच रहा है। इस योजना का लाभ आप भी ले सकते हैं। प्रदेशभर में और दुकान में वन टाइम सेटलमेंट योजना के तहत 10 से 30 फीसदी तक की छूट मिल रही है। इस योजना से खरीदारों को 10 लाख रुपये तक का फायदा हो सकता है।

किस इलाके में कितनी छूट

हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, मकान और फ्लैट में 10 से 30 फीसदी तक की छूट दी जा रही है। नवा रायपुर में 20 प्रतिशत छूट, प्रक्षेत्र शंकर नगर में 30 प्रतिशत, डूमरतराई फेस-1 में 20, बोरियाकला में 30, डूमतराई फेस-टू में 30 फीसदी और बिलासपुर, कोरबा, दुर्ग, दंतेवाड़ा में 30 प्रतिशत की छूट का फायदा उपभोक्ता ले सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि रायपुर के साथ ही प्रदेशभर में भी कई प्रोजेक्ट है, जहां बिक्री नहीं हो रही है। लोगों बिक्री की तरफ आकर्षित हो इसके लिए यह ऑफर लाया गया है।

हाउसिंग बोर्ड ने बनाए हैं मकान

हाउसिंग बोर्ड ने पूरे प्रदेश में मकान, फ्लैट्स व दुकानें बनाई हैं। इसके साथ ही व्यापसायिक परिसर का भी निर्माण किया था। लेकिन यह फ्लैट और मकान नहीं बिके। अब 10 साल पुराने रेट में यह मकान बेचे जा रहे हैं। खारुन ग्रींस अमलताश, कुम्हारी अभिलाषा परिसर, बिलासपुर डूमरतराई फेस एक और दो, रायपुर कचना फेस एक व दो इलाके में फ्लैट्स और मकान की बिक्री हो रही है।

लोन भी होगा पास

अधिकारियों के अनुसार, हाउसिंग बोर्ड द्वारा बनाए गए इन मकानों को लेने के लिए उपभोक्ताओं को लोन लेने के लिए भी परेशान नहीं होना पड़ेगा। उपभोक्ताओं को बैंक के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। उपभोक्ता 35 प्रतिशत राशि शुरुआत में दे देता है तो बाकी राशि के लिए हाउसिंग बोर्ड लोन पास करेगा।


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Wednesday, January 29, 2025

बेटा मैं ट्रैक पर पड़ा हूं, बचा लो... महाकुंभ से वापस लौटते समय चलती ट्रेन से गिर गया शख्स, घायल अवस्था में किया फोन

भोपाल: प्रयागराज महाकुंभ में से भोपाल लौट रहा एक व्यक्ति ट्रेन से नीचे गिर गया। घायल अवस्था में वह अपने बेटे को फोन करके बताया कि मैं रेलवे ट्रैक पर चलती ट्रेन से गिर गया हूं। मुझे बचा लो। सूचना के बाद परिजन मौके पर पहुंचे और उस व्यक्ति को अस्पताल ले गए। जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।दरअसल, पूरा मामला मंगलवार का है। भोपाल के छोला मंदिर हम्माली के निवासी रवि बंशकार ने बताया कि शनिवार को मेरे पिता कल्ला बंशकार प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने गए थे। वे महाकुंभ में 2 दिन तक रुके और तीसरे दिन स्नान करके तड़के सुबह भोपाल के लिए ट्रेन से रवाना हो गए। ट्रेन में सीट न होने की वजह से वह गेट पर बैठे थे, तभी उन्हें नींद का झोंका आया और वे चलती ट्रेन से नीचे गिर गए।

इलाज के दौरान हो गई मौत

रवि ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर से उन्होंने घायल अवस्था में फोन किया और कहा कि मैं ट्रेन से गिर गया हूं। उनके बताए गए जगह सूखी सेवनिया ट्रैक पर पहुंचे तो उनकी सांसे चल रही थीं। हम लोग उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। इलाज के दौरान मंगलवार की देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया। बुधवार को पुलिस ने पीएम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बता दें कि महाकुंभ में भगदड़ के बीच कई लोगों की मौत हो गई है। प्रशासन ने 30 लोगों के मौत का आंकड़ा जारी किया है।


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Tuesday, January 28, 2025

अखिलेश यादव के साथ कौन है चार साल की बच्ची, मिलने के लिए फतेहपुर से लखनऊ सपा कार्यालय तक बुलवा लिया

इरशाद सिद्दीकी, : प्रमुख के साथ एक बच्ची की फोटो को लेकर चर्चा हो रही है। के फतेहपुर जिले की हुसैनगंज विधानसभा क्षेत्र के हथगाम थाना के कसरांव मजरे बड़ेरापर गांव के रहने वाले नरेंद्र सिंह की 4 वर्षीय बेटी आन्वी सिंह अखिलेश यादव से मिलने की जिद पर अड़ी थी। आखिरकार मंगलवार सुबह बच्ची को सपा कार्यालय लखनऊ बुला लिया गया। यहां पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बच्ची मुलाकात कर करीब आधे घंटे तक गुफ्तगू की। इसके बाद शॉपिंग भी करवाई। वहीं बच्ची ने 16 मार्च को अपने मुंडन कार्यक्रम में सपा सुप्रीमों को अपने गांव आने का इनविटेशन भी दिया है, उन्होंने स्वीकार भी किया।

बच्ची को लखनऊ लेकर पहुंचने का आया था फोन

सोमवार को देर शाम हुसैनगंज की सपा विधायिका ऊषा मौर्या को पार्टी कार्यालय से फोन आया कि बच्ची को लेकर पार्टी कार्यालय लखनऊ पहुंचे। अखिलेश यादव बच्ची से मिलना चाहते हैं। इस पर मंगलवार को विधायिका ने पिता और ग्राम प्रधान अवधेश कुमार के साथ आन्वी को लेकर पार्टी कार्यालय पहुंचीं। यहां अखिलेश यादव ने बच्ची से आधे घंटे बातचीत की। इस दौरान बच्ची ने 16 मार्च को होने वाले अपने मुंडन समारोह में गांव आने के लिए आमंत्रित किया। इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को भेजकर आन्वी को शॉपिंग भी करवाई। आन्वी के पिता ने बताया कि पार्टी कार्यालय में उन्हें और बेटी को भरपूर सम्मान और प्यार मिला। विधायक ऊषा मौर्या, सपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह यादव और सपा छात्र सभा के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार सिंह ने बच्ची की मुलाकात करने में अहम भूमिका निभाई।


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Monday, January 27, 2025

'मोदी आक्रांता मोहमूद गजनवी जैसे', रेवंत रेड्डी की टिप्पणी पर चढ़ा बीजेपी का पारा, माफी की मांग की

भोपालः अपने विवादित बयान के लिए सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस नेता और तेलगांना का एक बार फिर पीएम मोदी और बीजेपी के लिए विवादास्पद बयान सामने आया है। इंदौर संभाग के महू में कांग्रेस के कार्यक्रम में पहुंचे रेवंत रेड्डी ने पीएम मोदी की तुलना आक्रांता से की है। उनके इस बयान के बाद बीजेपी के सीनियर नेताओं ने तीखी आलोचना की है। साथ ही कांग्रेस पार्टी, रेवंत रेड्डी से देश के सर्वोच्च पद का ऐसे अपमान करने पर जनता से और पीएम से माफी की मांग की है।दरअसल, महू जिले में आयोजित जय बापू-जय भीम- जय संविधान रैली आयोजित कर रही है। इस रैली में शामिल होने के लिए तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी भी आए हुए थे यहां उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए उनकी तुलना आक्रांता मोहम्मद गजनवी से कर दी। उनके इस विवादित बयान के बाद बीजेपी के सीनियर नेताओं ने तीखी आलोचना की है। साथ ही कांग्रेस को पीएम मोदी और देश की जनता से माफी मांगने की बात कही है।

क्या बोले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

कांग्रेस नेता और सीएम रेड्डी को आड़े हाथों लेते हुए सिंधिया ने ट्वीट करते हुए कहा कि घोर निंदनीय! भारत ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता आदरणीय पीएम मोदी की तुलना एक विदेशी लुटेरे और आक्रांता महमूद गजनवी से करके कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने अपनी नफरती मानसिकता का परिचय दिया है।वे यहीं पर नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की भाषा का प्रयोग अत्यंत शर्मनाक है। मैं उनके इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। ये बयान केवल प्रधानमंत्री जी का अपमान नहीं है, बल्कि देश के उन करोड़ों गरीबों, वंचितों, महिलाओं और आदिवासी भाइयों का अपमान है, जिनके जीवन को बदलने के लिए वह दिन-रात जुटे हुए हैं।

सिंधिया ने की माफी मांगने की मांग

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और रेवंत रेड्डी को अपने इस घृणित बयान के लिए देश की जनता एवं आदरणीय प्रधानमंत्री जी से तत्काल माफी मांगनी चाहिए।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने रेड्डी पर साधा निशाना

इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी पीएम मोदी की आक्रांता से तुलना करने पर तेलंगाना सीएम रेड्डी पर निशाना साधा। अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा कि 7 बार भारत पर लूट की मंशा से आक्रमण करने वाले विदेशी आक्रांता महमूद गजनवी की तुलना विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता यशस्वी पीएम मोदी से करके कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने एक बार फिर अपनी पार्टी और नेतृत्व के नफरती और जहरीली मानसिकता का परिचय दिया है।

गांधी परिवार पर भी साधा निशाना

वीडी शर्मा यहीं पर नहीं रुके उन्होंने कहा कि एक ओर दशकों तक सत्ता पर काबिज रहकर नकली गांधी परिवार ने देश की जनता को लूटा, कांग्रेस सरकार ने देश पर इमरजेंसी थोपकर जनसमान्य पर क्रूरता से अत्याचार किया, राज्य की स्थाई सरकारों को बार-बार गिराया और संविधान में एक परिवार की सुविधा अनुसार कई बार संशोधन किया। वहीं दूसरी ओर सामान्य परिवार से आने वाले पीएम मोदी ने बीते 10 वर्षों में दुनियाभर में मां भारती की गरिमा बढ़ाई। इसके साथ ही करोड़ों बेघर को घर देकर उनका सपना पूरा किया। देश की अर्थव्यवस्था, अधोसंरचना, सांस्कृतिक विरासत के पुनरूत्थान और तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं से देश की दशा और दिशा बदली है।

करोड़ों देशवासियों का किया अपमान

रेवंत रेड्डी के बयान की अलोचना करते हुए शर्मा ने कहा कि गरीब, महिला और वंचितों के हितैषी प्रधानमंत्री मोदी का अपमान करके रेवंत रेड्डी ने करोड़ों देशवासियों का अपमान किया है। जिसके लिए जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। रेवंत रेड्डी जी अपने इस गलत बयान के लिए प्रधानमंत्री जी और देश की जनता से माफी मांगें।


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Sunday, January 26, 2025

क्या सच में ठंड हो गई उड़न छू? दिल्ली में इस गणतंत्र दिवस सबसे गर्म रहा मौसम, टूटा 8 साल का रिकॉर्ड

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते आठ साल में पहली बार गणतंत्र दिवस पर मौसम सबसे गर्म रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है। इससे पहले 26 जनवरी 2017 को राजधानी में अधिकतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पिछले कुछ वर्षों में 26 जनवरी को दिल्ली के तापमान में काफी उतार-चढ़ाव आया है।

दिल्ली में क्या चली गई ठंड?

साल 1991 से इस दिन का अधिकतम दीर्घावधि औसत (एलपीए) 22.1 डिग्री सेल्सियस रहा है। लेकिन हाल के वर्षों में तापमान ठंडा रहा है। 2024 में तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस, 2023 में 17.3 डिग्री सेल्सियस और 2022 में 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आईएमडी ने दिल्ली में लगातार सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान दर्ज किए जाने का कारण साफ आसमान और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं बताया।

जल्द बदलेगा राष्ट्रीय राजधानी में मौसम

‘स्काईमेट’ के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि हाल ही में पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी होने के बावजूद, दिन में धूप खिलने के कारण दिल्ली में अधिकतम तापमान पर अपेक्षाकृत कोई असर नहीं पड़ा है। हालांकि, साफ आसमान रहने और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट आई है।

गणतंत्र दिवस पर बीते 8 साल में सबसे ज्यादा पारा

रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। इससे पहले शनिवार को 8.6 डिग्री सेल्सियस और शुक्रवार को 9.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था। 28 जनवरी से एक नये पश्चिमी विक्षोभ के इस क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है, जिससे अधिकतम और न्यूनतम तापमान में और वृद्धि होगी।

आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम

आईएमडी के अनुसार, वीकेंड तक न्यूनतम तापमान 9-11 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 216 रहा, जो 'खराब' श्रेणी में आता है। शनिवार को एक्यूआई 174 दर्ज किया गया था। दिल्ली के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (ईडब्ल्यूएस) के अनुसार, 27 और 28 जनवरी को एक्यूआई का स्तर 'खराब' श्रेणी में रहने का अनुमान है, 29 जनवरी तक यह 'बहुत खराब' श्रेणी में चला जाएगा।


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Saturday, January 25, 2025

मेक्सिको ने अमेरिका को दिया झटका, प्रवासियों को वापस भेजने वाले विमान को उतरने की नहीं दी अनुमति

वॉशिंगटन: अमेरिका के पड़ोसी देश मेक्सिको ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन को जोर का झटका दिया है। सूत्रों का कहना है कि मेक्सिको ने प्रवासियों को वापस भेजने वाले अमेरिकी सैन्य विमान को देश में उतरने की अनुमति देने के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है। अमेरिकी सैन्य विमान ने शुक्रवार को ग्वाटेमाला के लिए दो समान उड़ानें भरीं, जिनमें से प्रत्येक में लगभग 80 प्रवासी थे। हालांकि, मेक्सिको द्वारा अनुमति न दिए जाने के बाद ट्रंप प्रशासन C-17 परिवहन विमान को मेक्सिको में उतारने की योजना पर आगे नहीं बढ़ पाया।

मेक्सिको के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा

मेक्सिको के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात एक बयान में कहा कि देश के अमेरिका के साथ "बहुत अच्छे संबंध" हैं और वह आव्रजन जैसे मुद्दों पर सहयोग करता है। मंत्रालय ने कहा, "जब प्रत्यावर्तन की बात आती है, तो हम हमेशा खुले दिल से मैक्सिकन लोगों के हमारे क्षेत्र में आने का स्वागत करेंगे।" मैक्सिकन अधिकारी ने उतरने की अनुमति न दिए जाने का कोई कारण नहीं बताया, जबकि विदेश मंत्रालय ने घटना का उल्लेख नहीं किया।

मेक्सिको की राष्ट्रपति का अमेरिका पर निशाना

ट्रंप प्रशासन ने इस सप्ताह की शुरुआत में घोषणा की कि वह "मेक्सिको में रहें" नामक कार्यक्रम को फिर से शुरू कर रहा है, जिसके तहत गैर-मैक्सिकन शरणार्थियों को संयुक्त राज्य अमेरिका में उनके मामलों के समाधान होने तक मैक्सिको में प्रतीक्षा करने के लिए मजबूर किया जाता है। मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने बुधवार को कहा कि इस तरह के कदम के लिए शरणार्थियों को प्राप्त करने वाले देश को सहमत होना होगा, और मेक्सिको ने ऐसा नहीं किया है। अमेरिकी विदेश विभाग और पेंटागन ने टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया।

ट्रंप के आते ही मेक्सिको से संबंध खराब हुए

ट्रंप ने सोमवार को शपथ लेते ही दोनों देशों की साझा सीमा पर आपातकाल का ऐलान किया था। इससे अमेरिका-मेक्सिको संबंध तेजी से चर्चा में आ गए हैं। ट्रंप ने अब तक वहां 1,500 अतिरिक्त अमेरिकी सैनिकों को भेजने का आदेश दिया है। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि जल्द ही हजारों और सैनिक तैनात किए जा सकते हैं। राष्ट्रपति ने मैक्सिकन ड्रग कार्टेल को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है, मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी कर दिया है और फरवरी से मैक्सिकन सामानों पर 25% शुल्क लगाने की धमकी दी है।


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Friday, January 24, 2025

सोना लगातार 8वें दिन चढ़कर 83,000 रुपये के पार, चांदी भी चमकी, अब कितने हो गए दाम?

नई दिल्ली: दिल्ली सराफा बाजार में सोने का भाव और बढ़ गया। शुक्रवार को सोना 200 रुपये महंगा हो गया। अब 10 ग्राम सोने का दाम 83,000 रुपये से ज्‍यादा हो गया है। यह लगातार आठवां दिन है जब सोने के दाम बढ़े हैं। वैश्विक बाजार की अनिश्चितता के कारण सोने की मांग बढ़ी है। इसलिए सोने की कीमत में तेजी देखी जा रही है। दिल्ली के सराफा बाजार में सोने ने पहली बार 83,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पार किया है।वैश्विक बाजार की अनिश्चितताओं के चलते जोरदार लिवाली के बीच शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के सराफा बाजार में सोने की कीमतों में लगातार आठवें सत्र में तेजी जारी रही। यह 200 रुपये चढ़कर पहली बार 83,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गई। अखिल भारतीय सराफा संघ ने यह जानकारी दी। 99.9 फीसदी शुद्धता वाला सोना 200 रुपये बढ़कर 83,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए सर्वकालिक ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। गुरुवार को यह 82,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।

ट्रंप फैक्‍टर की वजह से तेजी

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में जिंस मामलों के सीनियर एनालिस्‍ट सौमिल गांधी ने कहा, ‘सोने में बढ़त शुक्रवार को भी जारी रही और घरेलू बाजार में हाजिर सोना नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।’गांधी ने कहा कि सोने में मौजूदा तेजी अमेरिका में संभावित शुल्क (टैरिफ) योजना और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अन्य नीतियों से उपजी अनिश्चितता का नतीजा है। मौजूदा हालात में सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की खरीदारी में उछाल आया है।99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना भी 200 रुपये बढ़कर 82,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। पिछले कारोबारी सत्र में यह 82,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।इसके अलावा, शुक्रवार को चांदी भी 500 रुपये बढ़कर 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 93,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स सोना वायदा 15.50 डॉलर प्रति औंस बढ़कर 2,780.50 डॉलर प्रति औंस हो गया।

आगे कौन तय करेगा द‍िशा?

कोटक सिक्योरिटीज की सहायक उपाध्यक्ष (जिंस शोध) कायनात चैनवाला ने कहा कि निवेशक प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक गतिविधि के शुरुआती संकेतों के लिए पीएमआई आंकड़ों पर नजर रख सकते हैं। अर्थव्यवस्था के बारे में आगे की जानकारी के लिए अमेरिका में जारी होने वाले आवास आंकड़े पर भी नजरें रहेंगी।एशियाई कारोबार में कॉमेक्स चांदी वायदा भी 1.53 फीसदी बढ़कर 31.32 डॉलर प्रति औंस हो गया।एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषण विभाग के उपाध्यक्ष (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि निवेशकों की नजर आगामी केंद्रीय बजट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णय पर भी रहेगी। ये सराफा कीमतों के लिए भविष्य की दिशा तय करने वाले प्रमुख घटनाक्रम हैं।


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Thursday, January 23, 2025

लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर बॉम्बे हाईकोर्ट सख्त, कहा- यह किसी भी धर्म का जरूरी हिस्सा नहीं, शिकायत पर फौरन हटाएं

मुंबई: ने गुरुवार को व्यवस्था दी कि लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किसी भी धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं है। अदालत ने इसी के साथ कानून प्रवर्तन एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे ध्वनि प्रदूषण के मानदंडों और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ फौरन कार्रवाई करें। जस्टिस एएस गडकरी और जस्टिस एस सी चांडक की बेंच ने कहा कि शोर स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है और कोई भी यह दावा नहीं कर सकता कि अगर उसे लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी गई तो उसके अधिकार किसी भी तरह प्रभावित होंगे।

किसने दायर की याचिका?

हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह धार्मिक संस्थाओं को ध्वनि स्तर को नियंत्रित करने के लिए तंत्र अपनाने का निर्देश दे, जिसमें स्वत: ‘डेसिबल’ सीमा तय करने की ध्वनि प्रणालियां भी शामिल हों। अदालत ने यह फैसला कुर्ला उपनगर के दो आवास संघों - जागो नेहरू नगर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन और शिवसृष्टि कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटीज एसोसिएशन लिमिटेड की ओर से दायर याचिका पर पारित किया। याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि क्षेत्र की मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर से होने वाले ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

याचिका में क्या कहा गया?

याचिकाकर्ताओं ने दलील दी कि अजान सहित धार्मिक उद्देश्यों के लिए लाउडस्पीकर का उपयोग शांति को भंग करता है और ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम, 2000 के साथ-साथ पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के प्रावधानों का उल्लंघन करता है। बेंच ने अपने आदेश में कहा कि मुंबई एक महानगर है और जाहिर है कि शहर के हर हिस्से में अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं। हाईकोर्ट ने कहा कि यह जनहित में है कि ऐसी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। ऐसी अनुमति देने से इनकार करने पर भारत के संविधान के अनुच्छेद 19 या 25 के तहत अधिकारों का उल्लंघन नहीं होता है। लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किसी भी धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं है।

कानून लागू करने वाले अधिकारी मूकदर्शक बने रहेंगे?

अदालत ने कहा कि राज्य सरकार और अन्य प्राधिकारियों का यह ‘कर्तव्य’ है कि वे कानून के प्रावधानों के तहत निर्धारित सभी आवश्यक उपाय अपनाकर कानून को लागू करें। फैसले में कहा गया कि एक लोकतांत्रिक राज्य में ऐसी स्थिति नहीं हो सकती कि कोई व्यक्ति/व्यक्तियों का समूह/व्यक्तियों का संगठन कहे कि वह देश के कानून का पालन नहीं करेगा और कानून लागू करने वाले अधिकारी मूकदर्शक बने रहेंगे। इसमें कहा गया है कि आम नागरिक लाउडस्पीकर और/या एम्प्लीफायर के इन घृणित उपयोग के असहाय शिकार हैं।
शिकायत पर फौरन कार्रवाई करे पुलिस
अदालत ने कहा कि पुलिस को ध्वनि प्रदूषण नियमों का उल्लंघन करने वाले लाउडस्पीकर के खिलाफ शिकायतों पर शिकायतकर्ता की पहचान मांगे बिना कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि ऐसे शिकायतकर्ताओं को निशाना बनाए जाने, दुर्भावना और घृणा से बचाया जा सके। अदालत ने मुंबई के पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया कि वे सभी थानों को निर्देश जारी करें कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के खिलाफ कोई भी शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई हो।
ध्वनि का स्तर कितना?
कोर्ट ने कहा कि हम इस तथ्य का न्यायिक संज्ञान लेते हैं कि आम तौर पर लोग/नागरिक तब तक किसी चीज के बारे में शिकायत नहीं करते जब तक कि वह असहनीय और परेशानी का कारण न बन जाए। अदालत ने अधिकारियों को याद दिलाया कि आवासीय क्षेत्रों में परिवेशी ध्वनि का स्तर दिन के समय 55 डेसिबल से अधिक नहीं होना चाहिए और रात में 45 डेसिबल से अधिक नहीं होना चाहिए। (इनपुट भाषा)


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Wednesday, January 22, 2025

राजू दास संत नहीं, बकवास है... मुलायम सिंह पर विवादित टिप्पणी से भड़के हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञानदास

डीएल गुप्ता, संत कबीर नगरः उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर जिले में पहुंचे अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष और हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञानदास ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने महंत राजू दास पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह साधू नहीं बकवास है। बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह की मूर्ति लगाई गई है। इसे लेकर अयोध्या के महंत राजू दास की ओर से की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर पूरे देश में घमासान मचा है। बुधवार को गंगासागर से वापस आते वक्त संतकबीरनगर में मीडिया के सवाल पर महंत ज्ञानदास ने कहा कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी। यह साधु की भाषा नहीं है। उन्होंने कहा कि अयोध्या पहुंचकर राजू दास को तलब कराऊँगा। इस दौरान उन्होंने मुलायम सिंह यादव की सराहना करते हुए कहा कि इस दुनिया में मुलायम सिंह से अच्छा नेता कोई नहीं। उनकी जगह कोई नहीं ले सकता है। सनातन बोर्ड बनाने की मांग के सवाल पर उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड तो पहले से है। अब क्या बनेगा। खलीलाबाद शहर डीघा बाईपास हनुमानगढ़ के महंत ज्ञान दास महाराज के पहुंचने पर सपा के दिग्गज नेता और मेंहदावल के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी जयराम पांडेय ने स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान उन्होंने जयराम पांडेय के क्षेत्र में आम जनमानस के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की। सनातन बोर्ड बनाए जाने की मांग के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो पहले से है अब इसकी क्या जरूरत है।


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Tuesday, January 21, 2025

रिटायर्ड अधिकारी की सिर कूंचकर हत्या, गेस्ट हाउस पहुंचे नौकर को टीनशेड के नीचे मिली डेडबॉडी

शादाब रिजवी, कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में मंगलवार की सुबह एक रिटायर्ड अपर जिलाधिकारी (ADM) की सिर कुचलकर हत्या कर दी गई। शव खुद के गेस्ट हाउस में टीनशेड के नीचे पड़ा मिला है। पुलिस का कहना है कि एडीएम का परिवार गाजियाबाद में रहता है, वह अकेले ही कासगंज में रह रहे थे। सुबह नौकर गेस्ट हाउस पहुंचा तब हत्या का पता चला। पुलिस जांच कर रही हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हैं। के मुताबिक रिटायर्ड एडीएम का नाम राजेंद्र प्रसाद कश्यप हैं। उनके सिर में चोट के निशान मिले हैं। हत्या की आशंका है। पुलिस का कहना है कि गेस्ट हाउस का दरवाजा अंदर से बंद था। थाना कासगंज के नगला कंचन नगर गांव निवासी नौकर धर्मेंद्र सुबह 3 बजे एडीएम को चाय देकर अपने गांव चला गया। सुबह आठ बजे फिर गेस्ट हाउस पहुंचा। बकौल नौकर दरवाजा अंदर से बंद था। नौकर ने राजेंद्र प्रसाद को कॉल किया। लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई।उसने यह जानकारी मोबाइल से परिवार वालों को गाजियाबाद दी। परिजनों के कहने पर धर्मेंद्र दीवार से कूदकर अंदर पहुंचा। गेट खोला। तब उसे टीन शेड में राजेंद्र प्रसाद का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। नौकर ने पुलिस और परिजनों को घटना के बारे में बताया। पुलिस के मुताबिक एडीएम का घर कासगंज के कोतवाली सदर क्षेत्र में गोरहा गांव में है। खुद एडीएम यहीं पर रहते थे। पत्नी बच्चों के साथ गाजियाबाद में रहती है। वह 4 से 6 महीने में परिवार से मिलने गाजियाबाद जाते थे। एडीएम के दो बेटे और दो बेटियां हैं। छोटा बेटा सुमित अमेरिका में नौकरी करता है। दूसरा बेटा शिवम मां मीना देवी की साथ गाजियाबाद में रहता है। बड़ी बेटी निशा अमेरिका में पति के साथ रहती हैं। छोटी बेटी ऋचा शादी के बाद से रामपुर में रहती है। पुलिस को रिटायर एडीएम के भतीजे राम अवतार ने बताया कि राजेंद्र प्रसाद छह साल पहले आजमगढ़ से एडीएम पद से रिटायर हुए थे। उसके बाद कासगंज में मीनाक्षी गेस्ट हाउस बनाया था। गेस्ट हाउस में 4 दिन पहले चोरी भी हो गई थी। उसके बाद से राजेंद्र प्रसाद घर के बजाए गेस्ट हाउस में ही रहने लगे थे। कासगंज की एसपी अंकिता शर्मा का कहना है कि रिटायर्ड शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पीएम रिपोर्ट में मौत की असल वजह साफ हो सकेगी। शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। हत्या की आशंका है। वारदात सुबह 3 बजे के बाद हुई है। फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत एकत्र किए हैं।


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Monday, January 20, 2025

ट्रंप भारत के लिए कितना मायने रखते हैं... जानिए डिफेंस, ट्रेड, टेक्नोलॉजी पर क्या होगा असर

नई दिल्ली: अमेरिका में एक बार फिर ट्रंप 'राज' शुरू हो चुका है। डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यूएस राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। प्रेसिडेंट बनने के बाद भारत और अमेरिका के रिश्तों पर क्या असर होगा, इसे लेकर एक्सपर्ट कई तरह की उम्मीदें जता रहे। जानकारों के मुताबिक, ट्रंप के आने से भारत और अमेरिका के संबंध और गहरे होंगे। चीन को लेकर दोनों देशों की चिंता इन्हें करीब लाएगी। यह ट्रेंड पिछले पांच अमेरिकी राष्ट्रपतियों के कार्यकाल जैसा ही रहेगा। क्वाड (QUAD) और मजबूत होगा। प्रशासन के कई विभागों में भारत के अच्छे संबंध बनेंगे। राजनीतिक और वैचारिक तालमेल भी अच्छा रहने की उम्मीद की जा रही। इसके साथ ही रक्षा, खुफिया और सुरक्षा मामलों में दोनों देशों के बीच भरोसा बढ़ेगा। टेक्नोलॉजी में सहयोग की संभावनाएं बढ़ने के आसार हैं।

ट्रंप के आने से भारत को फायदे की उम्मीद

अमेरिका में प्रेसिडेंट ट्रंप वापसी से भारत के लिए तीन चीजें फायदेमंद रहेंगी। पहला, दोनों देशों के नेताओं के बीच अच्छे संबंध हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी और ट्रंप के बीच अच्छी बातचीत होती है। ट्रंप के पूर्व NSA रॉबर्ट ओ'ब्रायन के अनुसार, ट्रंप, मोदी में खुद को देखते हैं। ऐसा उनके राष्ट्रवाद और जनता में उनकी लोकप्रियता के कारण है। दोनों नेताओं को याद होगा कि डोकलाम, बालाकोट और गलवान में अमेरिका ने भारत का साथ दिया था। दोनों देशों के राष्ट्रवादी विचारधाराओं में समानता है। भारत की सरकार को पता है ट्रंप को कैसे प्रभावित करना है।

चीन के लिए बढ़ सकती है टेंशन

दूसरा, चीन के बारे में चिंता दोनों देशों को जोड़ती है। रणनीतिक, रक्षा, सप्लाई चेन और आर्थिक सहयोग इसी चिंता का परिणाम है। ऐसे में क्वाड का रोल बेहद अहम रहेगा। ट्रंप इस ग्रुप को पुनर्जीवित करने में गर्व महसूस करते हैं। यही वजह है कि मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित करके चीन को एक मजबूत मैसेज देना चाहते हैं। वहीं एक संभावना यह भी है कि ट्रंप चीन पर एक मजबूत लेकिन सावधानी भरा रुख बनाए रख सकते हैं जैसा जो बाइडेन ने किया था। यह दिल्ली के लिए अच्छी खबर है क्योंकि ऐसा होने पर भारत को फायदा हो सकता

ऐसे भारत के लिए लकी है ट्रंप 'राज'

और अंत में, ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा कर्मियों का चयन जिस तरह का रहा है वो भारत के काफी भाग्यशाली रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज, प्रमुख उप NSA एलेक्स वोंग समेत वरिष्ठ से लेकर मध्य स्तर तक के प्रमुख विभागों में भारत के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण रखने के लिए समझा जाता है। इसका काफी असर पड़ता है। भारत को वाशिंगटन में एक बेहतर आर्थिक माहौल बनाने की जरूरत है, एक ऐसा माहौल जिसमें व्यापार, आउटबाउंड और इनबाउंड निवेश और प्रौद्योगिकी शामिल हो।

ट्रंप के वैश्विक रुख पर रहेगी नजर

एक और मुद्दा अहम है ट्रंप का वैश्विक रुख। ये वो नहीं है जो अमेरिका भारत के साथ करता है या नहीं करता, जो संबंधों का एकमात्र निर्धारक है। यह वह है जो अमेरिका बाकी दुनिया में करता है। अगर यूरोप के साथ अमेरिका के संबंध टूट जाते हैं, या यूरोप में अमेरिका की विश्वसनीयता पर गंभीर संदेह पैदा होता है, तो यूरोप को चीन से दूर जाने के लिए राजी करने का काम अचानक और कठिन हो जाएगा।

चीन से सौदे की ओर बढ़ा अमेरिका तो...

अगर अमेरिका अफ्रीका में सार्वजनिक स्वास्थ्य और नागरिक समाज की पहल का समर्थन करना बंद करने का फैसला करता है, तो यह केवल क्षेत्र की दूसरी बड़ी शक्ति, चीन की सहायता करता है। अगर अमेरिका को चीन के साथ सौदा करते देखा जाता है, तो इंडो-पैसिफिक में उसके खुद के सहयोगी अपने हितों को सुरक्षित करने के लिए वाशिंगटन के ऐसा करने से पहले इसी तरह का सौदा करने की कोशिश करेंगे।

यूक्रेन-रूस पर पड़ेगा असर

अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला और सैन्य रूप से सबसे ताकतवर देश है। साथ ही यह कई अंतरराष्ट्रीय सामरिक गठबंधनों, आर्थिक और वित्तीय प्रणालियों और दुनिया के कई महत्वपूर्ण संस्थानों का केंद्र है। ट्रंप के आने पर मध्य-पूर्व में जारी जंग और यूक्रेन-रूस युद्ध खत्म होने के बाद की व्यवस्था पर भी बड़े पैमाने पर प्रभाव पड़ सकता है।

ट्रंप माने जाते हैं 'अनप्रिडिक्टेबल'

ट्रंप को अनप्रिडिक्टेबल माना जाता है। ऐसे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। वैसे ट्रंप सरकार में भारत और अमेरिका के व्यापार संबंधों में एक नई दिशा देखने को मिल सकती है, क्योंकि ट्रंप प्रशासन 'अमेरिका फर्स्ट ' की नीति पर जोर देता है, जिसका भारत को सामना करना पड़ सकता है। सवाल ये है कि भारत इसे डिप्लोमैटिक तरीके से कैसे संभालेगा।

दक्षिण एशिया में कितना असर

दक्षिण एशिया में भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव आते हैं। दक्षिण एशिया में भारत एक तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। इन देशों में भारत ने कुछ सालों में अपनी स्थिति मजबूत बनाई है। ट्रंप के जिस तरह से पीएम मोदी के साथ अच्छे संबंध हैं ऐसे में उनके दूसरे कार्यकाल में भारत की स्थिति मजबूत होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिका के साथ पाकिस्तान और अफगानिस्तान में रिश्ते काफी बदल चुके हैं।

भारत-अमेरिका में बढ़ेगा निवेश

पिछले कुछ सालों में भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में अरबों का निवेश किया है। 2023 की पिछली CII रिपोर्ट बताती है कि 160 भारतीय कंपनियों ने 40 बिलियन डॉलर का निवेश किया है और 425,000 नौकरियां पैदा की हैं, जो भारत में अमेरिकी निवेश का दो-तिहाई है। वहीं यह चुनिंदा नीतिगत सभाओं में एक चर्चा का विषय है, यह कहानी बड़े पैमाने पर अनकही रहती है क्योंकि अमेरिका में लगभग अदृश्य भारतीय सार्वजनिक कूटनीति और व्यापक राजनीतिक और सार्वजनिक क्षेत्र के साथ संवाद करने में इसकी विफलता है।

'मेक इन इंडिया' पर क्या होगा प्रभाव

ट्रंप की विदेश नीति के अप्रत्याशित तरीके से रणनीतिक अनिश्चितता बढ़ सकती है। इंडो-पैसिफिक के प्रति ट्रम्प की प्रतिबद्धता पर सवाल उठेंगे, लेकिन साथ ही भारत पर बोझ साझा करने का दबाव भी बढ़ेगा। रक्षा और तकनीकी संबंध इस बात पर निर्भर करेंगे कि भारत अमेरिका के लिए क्या कर सकता है। व्यापार और निवेश दोनों क्षेत्रों में आर्थिक संबंधों में तनाव आ सकता है। भारत को यह समझाना होगा कि 'मेक इन इंडिया' और 'मेड इन अमेरिका' एक-दूसरे के खिलाफ नहीं हैं। ऊर्जा, जलवायु, क्रिप्टो, वीजा और यूरोप के साथ संबंधों पर ट्रंप के फैसलों का अप्रत्यक्ष प्रभाव भी भारत पर पड़ेंगे। ये अच्छे और बुरे दोनों तरह के हो सकते हैं।


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Sunday, January 19, 2025

महाकुंभ 2025 में आग को लेकर आया अखाड़ा परिषद का बड़ा बयान, अधिकारियों ने बताई रणनीति

महाकुंभ नगर: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रविवार को चल रहे कुंभ मेले में लगी आग पर काबू पा लिया गया है। इस आग में कोई हताहत नहीं हुआ। आग पर प्रशासन की सजगता के चलते आधे घंटे से भी कम समय में काबू पा लिया गया है। आग बुझने के बाद एडीजी प्रयागराज भानु भास्कर, प्रयागराज के डीआईजी वैभव कृष्ण ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए प्रशासन की सजगता के बारे में बताया। साथ ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने पत्रकारों से बात करते हुए आग में किसी के हताहत न होने देने के लिए सरकार को धन्यवाद कहा।एडीजी प्रयागराज भानु भास्कर ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बताया कि हमें सूचना मिली कि सेक्टर 19 में लगभग चार बजे के आसपास सिलेंडर फटने के कारण आग लग गई है। सूचना मिलने के बाद सिर्फ तीन मिनट के भीतर उत्तर प्रदेश पुलिस, फायर सर्विसेज, एसडीआरएफ और इमरजेंसी सर्विसेज की टीम मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद, सभी संस्थाओं के साथ मिलकर तुरंत कार्रवाई की गई और सबसे पहले लोगों को सुरक्षित स्थान पर बाहर निकाल लिया गया।

इलाके को कराया गया खाली

एडीजी ने कहा कि इसके बाद इलाके को पूरी तरह से खाली कर दिया गया। आग के स्रोत तक पहुंचने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए। उन्होंने आगे कहा कि फायर टेंडर की मदद से आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि की कोई सूचना नहीं है और सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। अब हम राहत कार्य में जुटे हुए हैं और यहां हुई क्षति का मूल्यांकन किया जा रहा है।एडीजी ने कहा कि पूरी घटना के दौरान हमारी टीम ने 5 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंचकर काम शुरू कर दिया था। आग लगने के कारण के बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं मिली है, लेकिन यह सिलेंडर के फटने या शॉर्ट सर्किट के कारण हो सकता है। इस मामले की पूरी जांच की जा रही है जल्द ही इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। आग बुझाने के लिए लगभग 20 दमकल की गाड़ियों की जरूरत पड़ी।

डीआईजी ने दी जानकारी

प्रयागराज के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि यह घटना क्षेत्र के सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में हुई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई थी। अच्छी बात यह है कि कोई जनहानि की सूचना नहीं है। हालांकि, नुकसान की व्यापकता और इसका आकलन अभी किया जा रहा है। जनहानि के मामले में कोई भी पुष्टि नहीं है।डीआईजी ने कहा कि सही जानकारी मीडिया के माध्यम से सभी तक पहुंचाई जाएगी, ताकि अफवाह न फैले। मुख्यमंत्री ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति की समीक्षा की। हमें सख्त निर्देश दिए कि राहत कार्य प्रभावी रूप से किए जाएं। इस समय जांच की जा रही है कि आग लगने का कारण क्या था और जैसे ही सही जानकारी सामने आएगी, वह साझा की जाएगी।

अखाड़ा परिषद ने दिया धन्यवाद

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार ने पहले ही पूरे मेला क्षेत्र में फायर ब्रिगेड की व्यवस्था सुनिश्चित की है। सभी अखाड़ों के पास फायर ब्रिगेड की गाड़ियां खड़ी हैं और छोटे गैस सिलेंडर भी रखे गए हैं। हमारा प्रयास था कि सभी कैंप्स में फायर उपकरण लगाए जाएं और सरकार ने इस दिशा में कदम उठाए। इसका परिणाम यह है कि स्थिति पर बहुत जल्दी काबू पा लिया गया, वरना यह एक बड़ी घटना बन सकती थी।परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार का प्रयास सराहनीय है। हमारे फायर ब्रिगेड विभाग ने भी शानदार काम किया है। आग पर काबू पाना कोई आसान काम नहीं था। मुझे खुशी है कि फायर ब्रिगेड और प्रशासन ने मिलकर बहुत अच्छा काम किया।


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Saturday, January 18, 2025

उत्तर प्रदेश में बदलने वाला है मौसम, IMD ने जारी कर दिया अलर्ट, इन इलाकों में हो सकती है झमाझम बारिश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड ने आम जनजीवन को प्रभावित कर रखा है। दिन में हल्की धूप जरूर निकल रही है, लेकिन तेज पछुआ हवाओं के कारण ठंड का असर अब भी बरकरार है। इस बीच, मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश में मौसम के बदलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में 22 और 23 जनवरी को बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से भले ही पश्चिमी यूपी में बारिश हो, लेकिन प्रदेश के अन्य हिस्सों में बादल छाने से दिन के तापमान में भी गिरावट के संकेत हैं।पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ों पर बर्फबारी के आसार भी जताए गए हैं। इससे एक बार फिर मैदानी इलाकों तक कंपकंपी वाली ठंड बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ठंड के बीच बारिश का यह दौर न्यूनतम तापमान में थोड़ी वृद्धि कर सकता है। उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में इन दिनों तापमान 6 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में लगभग 5 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है।

घने कोहरे का अलर्ट

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में घने कोहरे का असर देखा जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, 19 से 21 जनवरी तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाया रहेगा। लखनऊ, आगरा, कानपुर, अलीगढ़, आजमगढ़ जैसे शहरों में कोहरे की वजह से सड़क यातायात प्रभावित हो सकता है।

लखनऊ कोहरे और ठंड का अटैक

राजधानी लखनऊ में शुक्रवार सुबह घने कोहरे और ठंडी हवाओं के कारण ठंड का असर बढ़ गया। दिन में हालांकि धूप निकलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। लखनऊ में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अगले कुछ दिनों में तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है। 22 जनवरी तक लखनऊ का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री तक पहुंच सकता है। कानपुर में भी तापमान में बढ़ोतरी का अनुमान है। यहां न्यूनतम तापमान 11 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। वहीं, इटावा में शुक्रवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

जनजीवन हुआ है प्रभावित

घने कोहरे के कारण लखनऊ और आसपास के इलाकों में सड़क यातायात बाधित हुआ। कई रेलगाड़ियां कोहरे की वजह से घंटों देरी से चलीं। ठंडी हवाओं और दृश्यता में कमी ने सुबह के समय लोगों को मुश्किल में डाला। मौसम विभाग ने ठंड और कोहरे के मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर यात्रा करने वाले लोगों को कोहरे के कारण सावधानी बरतने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है।


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Friday, January 17, 2025

विदेशी मेहमान कुरजां की जान ले रहा वायरस! जैसलमेर में मौत का सिलसिला जारी, अब तक 28 की गई जान गई

जैसलमेर : राजस्थान के सरहदी जिले जैसलमेर में प्रवासी पक्षी कुरजा () की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बर्ड फ्लू (H5N1 ) की आशंका के चलते जहां कुरजा पक्षियों की जान जा रही है, वहीं जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (निषाद) की रिपोर्ट में जिले के लुनेरी तालाब में मृत कुरजा पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिला कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत के निर्देशन में वन विभाग और पशुपालन विभाग की टीमों का गठन कर जिले के जल स्त्रोतों का सर्वेक्षण किया जा रहा है।

मोहनगढ़ में 14 कुरजा पक्षी मृत पाए गए

शुक्रवार सुबह मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र के बाकलसर स्कूल के पास खेत में 14 कुरजा पक्षी मृत मिलने से हड़कंप मच गया। खेत के काश्तकार ने बताया कि उड़ते हुए कुरजा पक्षी अचानक खेत में गिरने लगे और कुछ ही देर में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। घटना की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग और पशुपालन विभाग को दी। मौके पर पहुंची टीमों ने मृत पक्षियों का निस्तारण किया।

अब तक 28 कुरजा पक्षियों की मौत

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक उमेश व्रगतिवार ने जानकारी दी कि जिले में सबसे पहले देगराय ओरण इलाके में कुरजा पक्षियों की मौत के मामले सामने आए थे।
  • 11 जनवरी को 6 कुरजा पक्षी मृत पाए गए।
  • 12 जनवरी को 2, 13 जनवरी को 2, 15 जनवरी को 3 और 16 जनवरी को 1 कुरजा मृत मिला।
  • 17 जनवरी को मोहनगढ़ के बांकलसर गांव में एक साथ 14 कुरजा पक्षी मृत मिले।
अब तक कुल 28 कुरजा पक्षियों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही इन मौतों ने स्थानीय लोगों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन द्वारा मृत पक्षियों के निस्तारण और क्षेत्र में सर्वेक्षण की प्रक्रिया जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए सावधानी बरतनी होगी।


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Thursday, January 16, 2025

खुशखबरी! बांसवाड़ा में युवा सीखेंगे हवाई जहाज उड़ाना, खुलने वाला है फ्लाइंग ट्रेंनिंग सेंटर

बांसवाड़ा : राजस्थान के बांसवाड़ा के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। भजनलाल सरकार की ओर से राइजिंग राजस्थान के तहत जो एमओयू हुआ उसके तहत अब काम होने लगा है। हम बात कर रहे हैं फ्लाइंग ट्रेंनिंग सेंटर को लेकर हुए एमओयू की। यह सेंटर बांसवाड़ा में खोला जाना है। इसमें अब जिले के युवा हवाई जहाज उड़ना सीख सकेंगे। इसके लिए अव्यना एवियशन की टीम बांसवाड़ा पहुंची है, जो ट्रेनिंग सेंटर के लिए सर्वे कर रही है। इस फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर को क्षेत्र में रोजगार के अवसर के रूप में भी देखा जा रहा है।

तलवाड़ा में बनेगा बांसवाड़ा का फ्लाइंग सेंटर

राइजिंग राजस्थान अभियान के तहत बीते दिनों बांसवाड़ा में फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर बनाए जाने का एमओयू किया गया। इस दौरान जिले के तलवाड़ा गांव में हवाई पट्टी पर फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर के सर्वे के लिए अव्यना एवियशन दिल्ली की टीम तलवाड़ा पहुंची है। टीम की ओर से फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे रिपोर्ट को तैयार करने के बाद राज्य सरकार को भेजा जाएगा। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई प्रारंभ होगी।

सर्वे टीम ने तलवाड़ा गांव में शुरू किया काम

दिल्ली से आई टीम ने बांसवाड़ा प्रशासन से मुलाकात की। इस दौरान टीम ने ट्रेनिंग सेंटर के लिए अपनी प्राथमिकताओं के बारे में बताया। इसके बाद दिल्ली की टीम तलवाड़ा पहुंची, जहां हवाई पट्टी का एक साथ पांच एयरक्राफ्ट की लैंडिंग, टेक ऑफ, लंबाई- चैड़ाई, हैंगर के लिए उचित स्थान आदि के बारे में सर्वे किया। इसके अलावा एविएशन कंपनी के सदस्यों ने कई तकनीकी बिंदुओं की भी जांच की है।

ट्रेनिंग सेंटर से जिले में आएंगे रोजगार के अवसर

यदि बांसवाड़ा में फ्लाइंग सेंटर खुलता है, तो जिले में नए रोजगार के अवसर विकसित होंगे। इसको लेकर जिला कलेक्टर इंद्रजीत यादव ने बताया कि तलवाड़ा पट्टी पर फ्लाइंग ट्रेनिंग के लिए एमओयू हुआ है। इसके लिए टीम ने धरातलीय स्थिति देखी है। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग सेटर से स्थानीय स्तर पर रोजगार भी मिलेगा। सेंटर के लिए पट्टी पर खाली जमीन पड़ी है, उसके पास हैंगर बनाया जा सकता है। इसके अलावा कोर्ट के अंदर खाली जमीन पर बंकर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पायलट के लिए का स्थान भी चयन कर किया जाएगा।


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Wednesday, January 15, 2025

अमेरिका में नहीं बुझी जंगलों की आग, धूं-धूं कर जल रहा कैलिफोर्निया, अब नई आफत ने लोगों को डराया!

वॉशिंगटन: अमेरिका के कैलिफोर्निया के लॉस एंजिल्स में जंगलों की आग अब भी पूरी तरह नहीं बुझ पाई है। भयंकर आग फैलने की घटनाएं एक हफ्ते पहले शुरू हुई थीं। आग की चपेट में आकर जान गंवाने वालों का आंकड़ा 25 तक पहुंच गया है। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। 12,300 से ज्यादा इमारतें जलकर नष्ट हो गई हैं। आग से 40,000 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र जल गया है। इस बीच राष्ट्रीय मौसम सेवा (NWS) ने दक्षिणी कैलिफोर्निया के लिए फिर से 'विशेष रूप से खतरनाक' हवाओं की चेतावनी दी है। एनडब्ल्यूएस के अनुसार, तटीय दक्षिणी कैलिफोर्निया में बुधवार (15 जनवरी) को भी मध्यम से लेकर स्थानीय स्तर पर तेज सैंटा एना हवाओं के कारण गंभीर आग लगने की स्थिति बनी रहेगी। विशेष रूप से खतरनाक स्थिति के लिए रेड फ्लैग चेतावनियां लागू रहेंगी। सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि अब तक की सबसे बड़ी आग - पैलिसेड्स और ईटन की - बेकाबू होकर जल रही है।

दक्षिणी कैलिफोर्निया में आग के मौसम को लेकर NWS का क्या है अनुमान?

ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है कि दक्षिणी कैलिफोर्निया में वेंचुरा और लॉस एंजिल्स काउंटी के कुछ हिस्सों में स्थानीय समयानुसार कम से कम बुधवार (15 जनवरी) दोपहर तक स्थानीय रूप से अत्यधिक आग का खतरा बना रहेगा, साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में 30-50 मील प्रति घंटे (अलग-अलग स्थानों पर 60 मील प्रति घंटे की गति से हवाएं) की उत्तर-पूर्वी हवाएं चलेंगी।'' एनडब्ल्यूएस ने बताया, ''आज भी ट्रांसवर्स और पेनिनसुलर रेंज के अधिकांश हिस्सों में गंभीर आग लगने की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि, हवा के झोंके वेंचुरा और लॉस एंजिल्स काउंटी की तुलना में उतने मजबूत नहीं हो सकते हैं, लेकिन आग के तेजी से बढ़ने, स्थानीय स्तर पर पेड़ों के गिरने और बिजली गुल होने की संभावना अब भी बनी रहेगी। गुरुवार (16 जनवरी) को दिन के दौरान स्थिति में सुधार होता दिख रहा है क्योंकि सतही दबाव की मात्रा कमजोर हो रही है और हवाएं कमजोर रूप से तट की ओर बढ़ने लगी हैं।''

'हम अब भी खतरे से बाहर नहीं'

इसके अलावा, सीबीएस न्यूज के मुताबिक, राष्ट्रीय मौसम सेवा के लॉस एंजिल्स कार्यालय ने कहा कि मंगलवार को हवाएं कमजोर रहीं, लेकिन बुधवार को बढ़ी हुई हवाएं चल सकती हैं। इसने स्थानीय समयानुसार सुबह तीन बजे से दोपहर तीन बजे तक 'विशेष रूप से खतरनाक स्थिति' वाली रेड फ्लैग चेतावनी जारी रखी है। शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक पैलिसेड्स और ईटन फायर जोन में कर्फ्यू लागू है। यूएसए टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यालय ने कहा, ''हम अब भी खतरे से बाहर नहीं हैं। कृपया तेजी से फैलने वाली आग के लिए सतर्क रहें।'' मंगलवार तक, काउंटी में लगभग 88,000 निवासी अनिवार्य निकासी आदेशों के तहत थे, जबकि अधिकारियों ने निकासी चेतावनियों के तहत 84,800 अन्य निवासियों से अपने घर छोड़ने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया था।

लॉस एंजिल्स में कहां कितनी बुझी आग?

यूएसए टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया अग्निशमन विभाग (कैल फायर) ने बताया कि पैलिसेड्स में आग ने 37 वर्ग मील क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है और 18 फीसद पर काबू पा लिया गया है। ईटन की आग ने 22 वर्ग मील से ज्यादा क्षेत्र जला दिया है और 35 फीसद पर काबू पा लिया गया है।कैल फायर और वेंचुरा काउंटी फायर डिपार्टमेंट के अनुसार, सोमवार शाम को वेंचुरा काउंटी में लगी ऑटो फायर ने 61 एकड़ क्षेत्र को जला दिया है और 47 फीसद तक आग पर काबू पा लिया गया है। विभाग ने मंगलवार शाम को कहा कि आग पर आगे की प्रगति रोक दी गई है और यह अपने मूल स्तर पर स्थिर बनी हुई है।बता दें कि एक्यूवेदर ने लॉस एंजिल्स के जंगलों में लगी आग से 250 बिलियन डॉलर से ज्यादा के नुकसान और आर्थिक क्षति का प्रारंभिक अनुमान लगाया है।


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Tuesday, January 14, 2025

ऋषभ पंत सात साल बाद रणजी ट्रॉफी खेलने मैदान पर उतरेंगे, विराट कोहली पर क्या है अपडेट?

नई दिल्ली: भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में हार मिली। उससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में भी टीम हारी थी। इसी वजह से लगातार भारतीय टेस्ट टीम के खिलाड़ियों के घरेलू क्रिकेट में खेलने की मांग हो रही है। रणजी ट्रॉफी के अगले राउंड की शुरुआत 23 जनवरी से हो रही है। इसमें टीम इंडिया के कई प्रमुख खिलाड़ी खेलते नजर आ सकते हैं। टीम के विकेटकीपर का नाम भी शामिल हो गया है। शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल पहले ही रणजी में उतरने की बात कंफर्म कर चुके हैं।

ऋषभ पंत ने डीडीसीए को दी जानकारी

डीडीसीए सचिव अशोक शर्मा ने जानकारी दी है कि ऋषभ पंत सौराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबला खेलेंगे। पंत के साथ ही प्रमुख भारतीय बल्लेबाज बल्लेबाज को रणजी ट्रॉफी के अंतिम दो लीग चरण मैचों के लिए संभावित खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया गया था। अशोक शर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'ऋषभ पंत ने पुष्टि की है कि वह राजकोट में सौराष्ट्र के खिलाफ दिल्ली के रणजी ट्रॉफी खेल के लिए चयन के लिए उपलब्ध होंगे।'

विराट पर अभी जानकारी नहीं

विराट कोहली के रणजी ट्रॉफी में खेलने पर अभी जानकारी नहीं है। अशोक शर्मा ने कहा कि विराट कोहली ने डीडीसीए से संपर्क नहीं किया है और हर्षित राणा टी20 टीम में चुने गए हैं, इसलिए नहीं खेलेंगे। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में विराट कोहली ने शतक लगाया था। लेकिन उसके अलावा सभी पारी में फ्लॉप रहे। पूरी सीरीज में विराट लगातार ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर आउट हो रहे थे।

मुंबई के क्रिकेटर से सीखें विराट

अशोक शर्मा ने एक इंटरव्यू में कहा कि विराट कोहली को मुंबई के क्रिकेटर्स से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा- विराट को मुंबई के खिलाड़ियों से प्रेरणा लेनी चाहिए और जब भी वह उपलब्ध हों, घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलना चाहिए। मुंबई में हमेशा से एक संस्कृति रही है जहां उनके भारतीय खिलाड़ी जब भी उपलब्ध होते हैं, रणजी मैचों के लिए आते हैं। नॉर्थ में यह मिसिंज है, खासकर दिल्ली में।


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Monday, January 13, 2025

लोड़ही पर अरविंद केजरीवाल का भांगड़ा, लोगों के साथ मनाया त्योहार; देखिए वीडियो

नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख ने लोहड़ी के मौके पर लोगों के साथ जश्न मनाया। इस दौरान केजरीवाल ने पंजाबी गाने पर भांगड़ा किया। भांगड़ा डांस करते हुए केजरीवाल का वीडियो आम आदमी पार्टी ने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है।

आप ने शेयर किया केजरीवाल के भांगड़े वाला वीडियो

अरविंद केजरीवाल का वीडियो शेयर करते हुए आप ने एक्स पर पोस्ट किया, 'हैप्पी लोहड़ी! जब मौका लोहड़ी का हो तो भांगड़ा तो बनता है।' इस दौरान अरविंद केजरीवाल खुशी-खुशी लोगों के साथ नाचते गाते और लोहड़ी का जश्न मनाते दिखे।

केजरीवाल ने लोहड़ी की बधाई दी

इससे पहले केजरीवाल ने देशवासियों को लोहड़ी की बधाई दी। उन्होंने एक्स पर पंजाबी में पोस्ट करते हुए कहा, 'सभी को लोहड़ी पर्व की शुभकामनाएं। यह शुभ त्योहार हर किसी के जीवन में स्वास्थ्य और खुशियां लाए।'

AAP ने लोहड़ी पर जारी किया नया सॉन्ग

वहीं सोमवार को लोहड़ी के अवसर पर आम आदमी पार्टी ने ‘दिल्ली दा पूत्त केजरीवाल’ के बोल वाला एक गीत जारी किया, जिसमें दिल्लीवासियों से आगामी विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल को फिर से चुनने की अपील की गई। पार्टी के एक बयान में कहा कि एक मिनट 33 सेकंड के पंजाबी गीत की पंक्ति है, ‘इस वारी सुन लो, फिर केजरीवाल नुं चुन लो’ है जिसमें मतदाताओं से जनकल्याण योजनाओं को जारी रखने और उनके वादों को पूरा करने के लिए केजरीवाल को फिर से चुनने का आह्वान किया गया है।सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी किए गए इस गाने को आप समर्थकों ने खूब साझा किया है। इस गाने में दिल्ली में केजरीवाल की उपलब्धियों को बताया गया है और शहर के विकास के लिए उनके दृष्टिकोण पर जोर दिया गया है। इस गाने में ‘आप’ के घोषणापत्र के तहत नयी गारंटियों का भी जिक्र किया गया है। इन घोषणाओं में महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना शामिल हैं।


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Sunday, January 12, 2025

ढाका में भारतीय उच्चायुक्त को 'तलब' कर क्या बोला बांग्लादेश, BSF पर भड़की मोहम्मद यूनुस सरकार

ढाका: बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने रविवार को ढाका के विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक के दौरान हाल के सीमा तनाव को लेकर ''गहरी चिंता'' व्यक्त की। सरकारी समाचार एजेंसी 'बीएसएस' ने पहले अपनी खबर में बताया था कि प्रणय वर्मा को विदेश मंत्रालय ने सीमा पर बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए ''तलब'' किया था। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य में हालांकि इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ''विदेश सचिव राजदूत मोहम्मद जशीम उद्दीन ने आज विदेश मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के समक्ष बांग्लादेश-भारत सीमा पर भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की हाल की गतिविधियों को लेकर बांग्लादेश सरकार की ओर से गहरी चिंता जताई।'' बीएसएस की खबर के अनुसार वर्मा अपराह्न लगभग तीन बजे (स्थानीय समयानुसार) विदेश मंत्रालय पहुंचे। विदेश सचिव के साथ उनकी मुलाकात लगभग 45 मिनट तक चली।

भारतीय विदेश सचिव ने क्या कहा

भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने बैठक के बाद मीडिया से कहा, ''मैंने विदेश सचिव से मुलाकात कर अपराध मुक्त सीमा सुनिश्चित करने, तस्करी, अपराधियों की आवाजाही और मानव तस्करी की चुनौतियों से प्रभावी तरीके से निपटने संबंधी भारत की प्रतिबद्धता पर चर्चा की।'' उन्होंने कहा, ''सुरक्षा के लिए सीमा पर बाड़ लगाने के संबंध में हमारे बीच आपसी सहमति है। इस संबंध में बीएसएफ और बीजीबी (सीमा सुरक्षा बल और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश) के बीच बातचीत जारी है। हम उम्मीद करते हैं कि आपसी सहमति को लागू किया जायेगा और अपराध से निपटने के लिए सहयोगपूर्ण दृष्टिकोण अपनाया जायेगा।'' यह घटनाक्रम बांग्लादेश द्वारा यह आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों बाद सामने आया है कि भारत द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन करते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा पर पांच स्थानों पर बाड़ लगाने की कोशिश कर रहा है। बयान के अनुसार विदेश सचिव ने ''इस बात पर जोर दिया कि ऐसी गतिविधियों, विशेषकर कांटेदार तार की बाड़ लगाने के अनधिकृत प्रयास और बीएसएफ द्वारा संबंधित परिचालन कार्रवाइयों के कारण सीमा पर तनाव और अशांति पैदा हुई है।''

भारत की तारबंदी से नाराज है बांग्लादेश

इसमें कहा गया है, ''उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उचित अनुमति के बिना कांटेदार तार की बाड़ का निर्माण दोनों पड़ोसी देशों के बीच सहयोग और मैत्रीपूर्ण संबंधों की भावना को कमतर करता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी बीजीबी-बीएसएफ महानिदेशक स्तर की वार्ता में इस मामले पर विस्तार से चर्चा हो सकेगी।''

बीएसएफ पर भड़का बांग्लादेश

बयान के अनुसार हाल में सुनामगंज में बीएसएफ की कथित कार्रवाई में एक बांग्लादेशी नागरिक के मारे जाने का उल्लेख करते हुए विदेश सचिव ने सीमा पर इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति पर गहरी चिंता और निराशा व्यक्त की। इसके अनुसार उन्होंने ''हत्या की इन घटनाओं को लेकर कड़ी नाराजगी जताई और भारतीय अधिकारियों से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आह्वान किया।''जशीम उद्दीन ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह ''भारत में सभी संबंधित अधिकारियों को सलाह दे कि वे किसी भी भड़काऊ कार्रवाई से बचें, क्योंकि इससे साझा सीमा पर तनाव बढ़ सकता है।'' बयान के अनुसार उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश का मानना है कि ''ऐसे मुद्दों को रचनात्मक बातचीत के जरिए, मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार और इस तरह से सुलझाया जाना चाहिए जिससे सीमा पर शांति और सौहार्द कायम रहे।''

सीमा पर तारबंदी का काम रुका

इससे पहले दिन में गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जहांगीर आलम चौधरी ने कहा था कि भारत ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश और स्थानीय लोगों के कड़े विरोध के कारण सीमा पर कांटेदार तार की बाड़ लगाने का काम रोक दिया है। चौधरी ने प्रेस वार्ता में कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान हस्ताक्षरित कुछ समझौतों के कारण, "बांग्लादेश-भारत सीमा पर कई मुद्दे पैदा हो गए हैं।'' उन्होंने कहा, ''हालांकि, हमारे लोगों और बीजीबी के प्रयासों ने भारत को कांटेदार तार की बाड़ लगाने समेत कुछ गतिविधियों को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा।'' चौधरी ने कहा कि बांग्लादेश और भारत के बीच सीमा गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए चार समझौता ज्ञापन (एमओयू) हैं। उन्होंने कहा, ''इनमें से 1975 के एमओयू में यह स्पष्ट किया गया है कि रक्षा क्षमता वाला कोई भी विकास कार्य 'जीरो लाइन' के 150 गज के भीतर नहीं किया जा सकता।

तारबंदी पर बांग्लादेश क्या कह रहा

दूसरे एमओयू में कहा गया है कि आपसी सहमति के बिना इस सीमा के भीतर कोई भी विकास कार्य नहीं किया जा सकता। ऐसे किसी भी कार्य के लिए दोनों देशों के बीच पूर्व सहमति की आवश्यकता होती है।'' सलाहकार ने कहा कि भारत ने बांग्लादेश के साथ 4,156 किलोमीटर लंबी सीमा में से 3,271 किलोमीटर पर पहले ही बाड़ लगा दी है और लगभग 885 किलोमीटर सीमा बिना बाड़ के रह गई है। उन्होंने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली पिछली सरकार पर भारत को अनुचित अवसर प्रदान करने का आरोप लगाया, जिसके कारण 2010 से 2023 के बीच 160 स्थानों पर कांटेदार तार की बाड़ लगाने को लेकर विवाद हुआ।

सीमा पर किन इलाकों में है विवाद

उन्होंने कहा, ''हाल में पांच क्षेत्रों में विवाद सामने आए हैं, जिनमें (उत्तर-पश्चिमी) चपैनवाबगंज, नौगांव, लालमोनिरहाट और तीन बीघा कॉरिडोर शामिल हैं।'' उन्होंने दावा किया कि 1974 के समझौते के तहत बांग्लादेश ने संसदीय अनुमोदन के बाद बेरुबारी को भारत को सौंप दिया था। उन्होंने कहा कि इसके बदले में भारत को बांग्लादेश को तीन बीघा कॉरिडोर तक पहुंच प्रदान करनी थी, लेकिन वह इस प्रतिबद्धता को पूरा करने में विफल रहा। उन्होंने कहा, ''वे एक घंटे के लिए इस गलियारे को खोलते थे और फिर एक घंटे के लिए बंद कर देते थे। आखिरकार 2010 में गलियारा 24 घंटे खुला रखने के लिए समझौता हुआ। हालांकि, इस समझौते के तहत भारत को 150 गज के नियम का उल्लंघन करते हुए अंगारपोटा में 'जीरो लाइन' पर सीमा बाड़ लगाने की भी अनुमति दी गई।'' उन्होंने कहा, ''अब, जबकि हम इस निर्माण का विरोध कर रहे हैं, हमें चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि बांग्लादेश 2010 के समझौते पर हस्ताक्षरकर्ता है।''


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Saturday, January 11, 2025

गांधी परिवार में पैदा हुई हैं तो खुद को राजकुमारी न समझें, प्रियंका गांधी पर केशव प्रसाद मौर्य ने बोला हमला

सुधांशु मिश्र, हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई में कार्यकर्ता सम्मान समारोह में पहुंचे सूबे के डिप्टी सीएम ने प्रियंका गांधी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी खुद को राजकुमारी न समझें। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी जी से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पहली बार सांसद चुनकर गई हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी जी लगातार 22 वर्ष से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है, वैसे ही नरेंद्र मोदी विश्व के सबसे बड़े नेता हैं।

प्रधानमंत्री जी से सीखने की जरूरत

डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा पहली बार सदन में पहुंची हैं और उनको प्रधानमंत्री जी से बहुत कुछ दिखने की जरूरत है। प्रधानमंत्री जी जब बोले हैं तो देश के 140 करोड़ लोग उन्हें सुनना चाहते हैं। प्रियंका यदि कोई सवाल संसद में उठना चाहें तो उठा सकती हैं, लेकिन वह यह न समझें कि गांधी परिवार में पैदा हुई हैं तो वह राजकुमारी हैं।

सपा की साइकिल पंक्चर

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सपा पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि सपा की साइकिल पंक्चर हो गई है और उसके कई पुर्जे सैफई पहुंच गए हैं। जल्द ही सब पुर्जे वहां पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया 2047 तक प्रदेश में सत्ता में आने की बात नहीं सोचें।

दिल्ली में भी कमल खिलने जा रहा है

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भी इस बार कमल खिलने जा रहा है। उन्होंने कहा कि झूठे वादों से बार-बार जनता को नहीं बरगलाया जा सकता। कहा कि विश्व की सबसे सुंदर राजधानी दिल्ली को डबल इंजन की सरकार ही बना सकती है।


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Friday, January 10, 2025

संभल में बावड़ी पर बने अवैध मकान को ढहाने का काम शुरू, फिर से शुरू होगी खुदाई

सुनील मिश्रा, संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में ऐतिहासिक बावड़ी पर बना अवैध मकान नगर पालिका ने 24 घंटे में मकान को तोड़ने का नोटिस जारी किया। वहीं, डीएम डॉ. राजेन्द्र पेंसिया ने ऐतिहासिक स्थल से अतिक्रमण हटाने का भी आदेश दिया है। इधर, अवैध अतिक्रमण की जद में आए मकान में रह रही महिला ने मकान खाली कर दिया है। मकान में तोड़फोड़ शुरू हो गई है। एक बार फिर से ऐतिहासिक बावड़ी की खुदाई की उम्मीद जागी है।दरअसल, संभल के चंदौसी में बावड़ी कुआं पर अवैध रूप से मकान बनाने पर नगर पालिका ने मकान स्वामी को नोटिस देकर 24 घंटे में निर्माण हटाने का आदेश दिया है। बतातें है कि बावड़ी कुआं पर जानबूझकर अवैध रूप से मकान बनाने का आरोप है। चूंकि, आदेश का पालन न करने पर पालिकाकर्मियों ने दीवार को हटाया है। बाद में महिला ने भी मकान खाली करना शुरू कर दिया है। इस दौरान महिला का रो-रोकर बुरा हाल है। डीएम भी मौके पर पहुंचे और बरसात के पानी को बावड़ी से बचाने के लिए डीएम ने बावड़ी पर शेड बनवाने की बात कही है। बावड़ी से अतिक्रमण हटाने और मकान मालिक महिला से मकान को जमीन बेचने वाले प्रापर्टी डीलर के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने की बात कही है। इसके बाद फिर से ऐतिहासिक बावड़ी कुआं की खुदाई की उम्मीद जागी है।डीएम डॉ. राजेन्द्र पेंसिया का बावड़ी के निरीक्षण के दौरान कहना था कि वर्तमान में बारिश की कुछ संभावना के मद्देनजर और बावड़ी के अंदर कुछ दरारें पाई गई थीं। इसमें मलबा बहुत भरा होने के चलते अत्याधिक भार था। बावड़ी के ऊपर तो भविष्य में बरसात के दृष्टिगत इसके ऊपर शेड बनाया जाएगा और पूरी भूमि को चिह्नित करके जो जगह इसकी जद में आ रही है, इसका अतिक्रमण भी हटवाया जा रहा है। बावड़ी में गैस नहीं थी, इसकी रिपोर्ट भी हमारे पास आ गई है। मलबा होने और नीचे पानी भरा था। अब धीरे-धीरे आगे इसमें काम शुरू कराया जाएगा, ताकि बावड़ी को किसी प्रकार से नुकसान न हो।


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Thursday, January 9, 2025

खलीफा एर्दोगन की सनक तो देखें, एक साथ 31 युद्धपोत बना रहा तुर्की, टेंशन में भारत के दो दोस्त

अंकारा: तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने पिछले सप्ताह खुलासा किया कि तुर्की के शिपयार्ड एक साथ 31 नौसैनिक जहाज बना रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि आने वाले दशकों में ये युद्धपोत तुर्की की नौसेना की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे। इनमें एक विमानवाहक पोत और एक विध्वंसक पोत शामिल हैं। मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय पनडुब्बी परियोजना (मिल्डेन) का पहला वेल्डिंग समारोह गोलकुक शिपयार्ड कमांड में आयोजित किया गया। इसके अतिरिक्त, TF-2000 एयर डिफेंस विध्वंसक और विमानवाहक पोत (मुगेम) परियोजनाओं के लिए पहली शीट मेटल कटिंग इस्तांबुल शिपयार्ड कमांड में हुई, जो उनके निर्माण प्रक्रियाओं की शुरुआत को चिह्नित करती है।

तुर्की की सैन्य शक्ति बढ़ा रहे एर्दोगन

अंकारा दशकों से अपने नौसैनिक बेड़े में निवेश कर रहा है। 2002 से तुर्की की सत्ता पर काबिज खुद को इस्लामी जगत का खलीफा साबित करने की कोशिश करने वाले राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने अपने देश की सैन्य शक्ति को काफी मजबूत किया है। उनके कार्यकाल में तुर्की ने अपने क्षेत्रों और बाहर के देशों में कुर्द सशस्त्र समूहों के खिलाफ सैन्य अभियान चलाए। इस कारण अमेरिका जैसे देशों ने तुर्की पर आधिकारिक और अनौपचारिक सैन्य प्रतिबंध लगा दिए थे। इस कारण तुर्की ने अपने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा दिया और कई डिफेंस प्रोजेक्ट को गति दी।

31 जहाजों का एक साथ निर्माण कर रहा तुर्की

हालांकि, 31 जहाजों का एक साथ निर्माण एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जैसा पहले किसी भी देश ने नहीं किया है। कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस तरह की महत्वाकांक्षी परियोजना की कीमत $8 बिलियन से अधिक हो सकती है। तुर्की की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों से काफी खस्ताहाल है। ऐसे में इतना भारी भरकम खर्च करने से तुर्की की अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा। इसके अलावा तुर्की को इन जहाजों के निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर विदेशी मुद्रा खर्च कर रक्षा उपकरणों का आयात भी करना पड़ेगा।

31 जहाजों में कौन-कौन से युद्धपोत शामिल

तुर्की में बनाए जा रहे 31 युद्धपोतों में एक एयरक्राफ्ट कैरियर, एक विध्वंसक और एक नई पनडुब्बी के अलावा, जर्मन-डिजाइन किए गए टाइप 214 पर आधारित पांच रीस-क्लास पनडुब्बियां, सात I-क्लास फ्रिगेट, छह खुले समुद्र के गश्ती जहाज (OPV-2100), आठ आधुनिक लैंडिंग क्राफ्ट टैंक (LCT), एक आधुनिक माइन-हंटिंग शिप और एक 55-क्लास फास्ट अटैक क्राफ्ट (FAC) शामिल हैं। यह निर्माण अभियान तुर्की की न केवल अपने आस-पास के क्षेत्र में बल्कि हॉर्न ऑफ़ अफ़्रीका और हिंद महासागर तक शक्ति प्रदर्शित करने की आकांक्षाओं को दर्शाता है।

भारत के दो दोस्तों की बढ़ेगी टेंशन

तुर्की के इस नौसैनिक ताकत से भारत के दो दोस्त देश इजरायल और ग्रीस की टेंशन बढ़ सकती है। इन दोनों देशों का तुर्की के साथ गंभीर विवाद है। हाल में ही इजरायल की एक सरकारी कमेटी ने सुझाव दिया है कि सेना को तुर्की के साथ युद्ध की संभावनाओं पर तैयारी करनी चाहिए। तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने कई मौकों पर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को हिटलर बताया है और इजरायल से युद्ध की वकालत की है। वहीं, ग्रीस के साथ तुर्की का द्वीपों को लेकर विवाद है। तुर्की, ग्रीस के कई द्वीपों पर दावा करता है और सैन्य ताकत के दम पर कब्जे की धमकी भी देता है। इसे लेकर ग्रीस और तुर्की की सेनाएं भी आमने-सामने आ चुकी हैं।


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Wednesday, January 8, 2025

इजरायल के नए मानचित्र पर क्यों मचा बवाल, जॉर्डन, कतर, यूएई ने जताया विरोध, हमास भी भड़का

तेल अवीव: इजरायल के नए मानचित्र पर कूटनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। इस मानचित्र को इजरायली विदेश मंत्रालय ने अरबी भाषा के ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड किया है। इसमें बाइबिल में उल्लेखित इजरायल (यहूदी राज्य) का मानचित्र दिखाया गया है। हालांकि, कई अरब देशों ने इसे संप्रभुता के सीधे उल्लंघन बताया है। अरब देशों का कहना है कि नए मानचित्र में कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों और पड़ोसी अरब भूमि के कुछ हिस्सों को "ग्रेटर इजरायल" के हिस्से के रूप में दर्शाया गया है।

इजरायल ने मानचित्र शेयर कर क्या लिखा

इजरायली विदेश मंत्रालय ने मानचित्र वाले पोस्ट में लिखा, "क्या आप जानते हैं कि इजरायल का साम्राज्य 3000 साल पहले स्थापित हुआ था?" इसमें आगे लिखा था, "हालांकि, प्रवासी यहूदी लोग अपनी शक्तियों और क्षमताओं के पुनरुद्धार और अपने राज्य के पुनर्निर्माण की प्रतीक्षा कर रहे थे, जिसे 1948 में इज़रायल राज्य में मध्य पूर्व में एकमात्र लोकतंत्र घोषित किया गया था।"

इजरायल के नए मानचित्र पर मचा बवाल

इस पोस्ट ने फिलिस्तीनियों और अरब देशों में आक्रोश पैदा कर दिया, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल की विस्तारवादी महत्वाकांक्षाओं पर लगाम लगाने और उसे और अधिक फिलिस्तीनी और अरब क्षेत्र पर कब्जा करने के प्रयास से रोकने का आह्वान किया। जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात और कतर ने इजरायल के नए नक्शे को विस्तारवाद के साथ जोड़ा और इसकी निंदा की। वहीं, फिलिस्तीनी प्रशासन और हमास ने भी इजरायल के नक्शे पर नाराजगी जताई।

जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने जताया विरोध

जॉर्डन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस पोस्ट की "कड़े शब्दों में" निंदा की और चित्रण को फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना को रोकने के लिए इज़राइल के दक्षिणपंथी द्वारा प्रचारित "आरोप और भ्रम" बताया। प्रवक्ता ने कहा, मंत्रालय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आधिकारिक इजरायली खातों द्वारा प्रकाशित क्षेत्र के मानचित्रों की कड़े शब्दों में निंदा करता है, जिसमें दावा किया गया है कि वे इजरायल के लिए ऐतिहासिक हैं, जिसमें कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों, जॉर्डन, लेबनान और सीरिया के हाशमी साम्राज्य के कुछ हिस्से शामिल हैं।"

कतर ने नए मानचित्र की निंदा की

क़तर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि "ऐतिहासिक इजरायल का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाला" मानचित्र अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों का "घोर उल्लंघन" है। उसने चेतावनी देते हुए कि इजरायल की स्पष्ट आकांक्षाएं क्षेत्र में शांति की संभावनाओं को और बाधित कर सकती हैं। कतर ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से "इजरायली कब्जे पर अंतर्राष्ट्रीय वैधता प्रस्तावों का अनुपालन करने और अरब भूमि में अपनी विस्तारवादी महत्वाकांक्षाओं का सामना करने के लिए दबाव डालकर अपनी कानूनी और नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने" का आह्वान किया।

यूएई ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने इजरायल सरकार से संबद्ध आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कथित "ऐतिहासिक इजरायल" मानचित्र के प्रकाशन की कड़े शब्दों में निंदा की है, जिसमें कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र, जॉर्डन, लेबनान और सीरिया के कुछ हिस्से शामिल हैं। यूएई ने इसे कब्जे का विस्तार करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास और अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन माना है। एक बयान में, विदेश मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र की कानूनी स्थिति को बदलने के उद्देश्य से सभी उत्तेजक प्रथाओं और अंतर्राष्ट्रीय वैधता पर प्रस्तावों के उल्लंघन में सभी उपायों को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करता है, जो आगे बढ़ने और तनाव की धमकी देते हैं, और क्षेत्र में शांति और स्थिरता प्राप्त करने के प्रयासों को बाधित करते हैं।


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Tuesday, January 7, 2025

तो केंद्र के सालाना बजट में दिल्ली के लिए नहीं होगी कोई घोषणा, जान लीजिए क्यों

नई दिल्ली: दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने मंगलवार को चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया। दिल्ली में 5 फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे की घोषणा 8 फरवरी को होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कहना है, 'केंद्रीय बजट 1 फरवरी को आएगा और दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा। आज ही हम कैबिनेट सचिव को स्थायी निर्देश जारी करेंगे कि बजट में दिल्ली से जुड़ी कोई घोषणा नहीं होनी चाहिए।' मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि चुनाव आयोग कैबिनेट सचिव को पत्र लिखकर सूचित करेगा कि केंद्रीय बजट में दिल्ली के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया जा सकता जिससे सभी के लिए समान अवसर प्रभावित हों। चुनाव से कुछ दिन पहले पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा, ‘हम कैबिनेट सचिव को लिखेंगे कि केंद्रीय बजट में दिल्ली के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया जा सकता, जिससे सभी के लिए समान अवसर प्रभावित हों।’राजीव कुमार ने घोषणा की कि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा और मतों की गिनती 8 फरवरी को होगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी है और नामांकन पत्रों की जांच 18 जनवरी तक की जाएगी। उम्मीदवार 20 जनवरी तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। उत्तर प्रदेश में मिल्कीपुर और तमिलनाडु में इरोड विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव इसी कार्यक्रम के अनुसार होंगे।

दिल्ली में कुल कितने वोटर्स?

ईसीआई राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख वोटर्स हैं। इसके अलावा, पुरुष मतदाता की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख मतदाता है और युवा मतदाता की संख्या 25.89 लाख मतदाता हैं। उधर, पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है। इसके अलावा, दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है।


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Monday, January 6, 2025

सद्दाम ने राजेश बनकर युवती को प्यार के जाल में फंसाया, निकला 4 बच्चों का बाप, पीड़िता ने दर्ज कराया केस

अज़हर अब्बास, सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर का रहने वाले ट्रक चालक मो. सद्दाम ने जाति धर्म बदलकर राजेश यादव बन युवती को फेसबुक के माध्यम से अपने जाल मे फंसा लिया। दोस्ती के नाम पर आरोपी ने युवती से साढ़े तीन लाख रुपये वसूल लिए। पीड़िता जब उसके घर पहुंची तो उसको उसकी असलियत पता चली। जिसके बाद उसने थाने पर जाकर अपनी आपबीती बताई।पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर विभिन्न धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिसके बाद युवती फिर फरीदाबाद हरियाणा को चली गयी है।देहात कोतवाली के सेमरी पुरुषोत्तमपुर निवासी मो. सद्दाम ट्रक चालक है जो वाहन लेकर अन्य प्रांतो में आता जाता रहता है। उसने अपने मोबाइल में धर्म व जाति बदलकर राजेश यादव बन फेसबुक एकाउंट पर हरियाणा फरीदाबाद में रहकर नौकरी करने वाली एक हिंदू राजपूत युवती से दोस्ती कर ली। सद्दाम युवती को अपने झांसे में लेकर उसके कमरे पर भी जाने लगा तथा दोस्ती के जरिऐ साढे तीन लाख रूपया भी वसूल लिया। जिसके बाद वह युवती के पास आना जाना बंद कर दिया तो युवती उसके घर तक पहुंच गयी। पीड़िता ने थाने पर बताई आपबीतीकोतवाली देहात के सेमरी पुरुषोत्तमपुर पहुंचने पर युवती को पता चला कि राजेश यादव ही मो. सद्दाम है तथा वह अविवाहित नहीं बल्कि शादीशुदा है और उसके चार बच्चे है। सद्दाम युवती को घर ले गया और उसका मोबाइल रखकर दो दिन बंधक बनाये रखा। कार्रवाई न करने की शर्त पर उसने युवती को ले जाकर ट्रेन पर बैठा दिया। युवती रास्ते से लौटकर कोतवाली देहात थाने पहुंची तथा पुलिस को आपबीती सुनाई। युवती ने आरोपी के परिवार पर सोने की चेन, मंगलसूत्र तथा चार हजार रूपया छीनने का भी आरोप लगाया है। युवती ने लगाया शारीरिक शोषण का आरोपयुवती मूलतः बंदायू जिले की है जो हरियाणा के फरीदाबाद मे प्राइवेट नौकरी करती है। उसके मां बाप नहीं है और एक दिव्यांग भाई है। युवती रविवार को फिर फरीदाबाद वापस चली गयी है। युवती ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है लेकिन शारीरिक शोषण व अन्य मामले नहीं दर्ज है। इसके लिए वह महिला हेल्पलाइन, मुख्यमंत्री पोर्टल तथा राज्य महिला आयोग मे सूचना देकर न्याय की गुहार की है। एसओ सतेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि बाहर की युवती की तहरीर पर आरोपी पर नामजद मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।


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Sunday, January 5, 2025

सूफीज्म से बड़ा कोई मजहब नहीं, सरकार ने बता दिया... PM मोदी ने दरगाह पर भेजी चादर तो बोले सूफी नेता कशिश वारसी

मुरादाबाद: सूफी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चादर भेजने को सराहनीय कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इससे देश की फिजा बिगाड़ने वाले को सबक मिला है कि हमारी एकता की जड़ें कितनी मजबूत हैं। कशिश वारसी ने कहा कि हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स मुबारक मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्री और भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष को चादर और एक संदेश लेकर भेजा। उन्होंने देश की फिजा बिगाड़ने वालों को बता दिया है कि यहां पर कौमी एकता की जड़ें कितनी मजबूत हैं।वारसी ने कहा कि पीएम ने बताया है कि देश, प्रधानमंत्री और सरकार ख्वाजा गरीब नवाज का सम्मान करती है। सूफीज्म की इज्जत करती है। कट्टरपंथियों को समझ लेना चाहिए कि देश की सरकार क्या चाहती है? देश की सरकार ने यह बता दिया कि सूफीज्म से बड़ा मजहब कोई नहीं होता है। ख्वाजा गरीब नवाज ने, हजरत औलिया ने, अमीर खुसरो ने अच्छाई और मोहब्बत का पैगाम दिया है। पीएम मोदी को ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स पर भेजी गई चादर के ल‍िए मुबारकबाद देता हूं। देश के तमाम सूफियों को ख्वाजा गरीब नवाज के पैगाम-ए-मोहब्बत के लिए मुबारकबाद पेश करता हूं।प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की अजमेर दरगाह पर शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की ओर से चादर पेश की गई। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से अजमेर दरगाह के लिए 11वीं बार चादर भेजी गई है। सालाना उर्स के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को मुबारकबाद दी और देश-दुनिया में अमन-चैन और भाईचारे की कामना की। इस चादर को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने पेश किया।


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Saturday, January 4, 2025

'लोगों से मिलती थी धमकी, कहते थे लौट जाओ बांग्लादेश' अब बांग्लादेशी महिला को मिली भारतीय नागरिकता

आराः बिहार के आरा में एक महिला ने भारतीय नागरिकता के लिए 40 वर्षों का लंबा इंतजार किया। महिला पिछले 40 वर्षों से आरा शहर के चित्र टोली रोड में वीजा लेकर रह रही थीं। लेकिन अब महिला को भारतीय नागरिकता मिल गई। संभवत यह बिहार के लिए पहला मामला है। जिन्हें नागरिकता नियम, 2009 के 11क के उपनियम (1) और नियम 13 क के तहत राज्य स्तरीय सशक्त समिति की नागरिक निबंधन के तहत नागरिकता मिला है।

40 वर्षों तक वीजा के लिए थाना और दूतावास का लगती रहीं चक्कर

महिला पिछले 40 वर्षों से अपनी नागरिकता को लेकर कभी थाने तो कभी वीजा के लिए दूतावास का चक्कर लगा रही थीं। अब सुमित्रा प्रसाद को नागरिकता मिल गई। इससे पहले उन्हीं के नाम डेढ़ महीना पहले आरा के प्रधान डाकघर में एक पत्र आया था जिसमें के तहत पत्र आने की बात कही गई वो पत्र इनका ही था, जिसमें उन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान की गई। मिलने की खुशी में यह परिवार इतना खुश है कि इन लोगों ने कल से खाना नहीं खाया है।

1985 के बाद कभी बांग्लादेश लौट कर नहीं गईं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए महिला सुमित्रा प्रसाद उर्फ रानी साहा ने बताया कि जब वो पांच साल की थी तब अपनी बुआ के घर बांग्लादेश गई थी, उस समय बांग्लादेश का विभाजन नहीं हुआ था। उसी दौरान सुमित्रा अपनी बुआ के घर गई। जहां उन्होंने बुआ के घर रहकर पढ़ाई पूरी की और 1985 में भारत आ गईं। सुमित्रा 1985 के बाद कभी बांग्लादेश लौट कर नहीं र्गइं। लेकिन उनको भारत में ही वीजा लेकर रहना होता था, क्योंकि तब तक बांग्लादेश का विभाजन हो चुका था।

1970 में सुमित्रा अपनी बुआ के घर बांग्लादेश गईं थी

सुमित्रा ने बताया कि उनके पिता के पास इतना पैसा नहीं था कि वो अपने परिवार का भरण पोषण कर सके। दरअसल सुमित्रा के पिता मदन गोपाल चौधरी को दो बेटी सुमित्रा रानी साहा, कृष्णा रानी साहा और दो बेटे विजय प्रसाद, नरेश प्रसाद थे। छह लोगों का खर्च मदन गोपाल नहीं उठा पा रहे थे। इसी बीच मदन गोपाल चौधरी की तबियत भी खराब हो गई। इस वजह से सुमित्रा अपनी बुआ के घर 1970 में चली गई। उस समय वो महज पांच साल की थी। जिसके बाद 16 दिसंबर 1971 में बांग्लादेश विभाजित हो गया। फिर सुमित्रा 15 साल बाद जनवरी 1985 को भारत लौट आईं। उसके बाद कभी बांग्लादेश नहीं गईं।

कैंसर से पति की मौत से मुश्किलें बढ़ गईं

सुमित्रा रानी साहा ने बताया कि भारत लौटने के बाद वो बिहार के कटिहार जिले में अपने पिता के पास गई। जहां 10 मार्च 1985 को आरा शहर के चित्र टोली रोड में उनकी शादी परमेश्वर प्रसाद से हुई। उसके बाद से ही सुमित्रा आरा में अपने परिवार के साथ रहने लगी। सुमित्रा रानी साहा को तीन बेटी प्रियंका प्रसाद, प्रियदर्शिनी और ऐश्वर्या हुई। उसके बाद 2010 में बैक बोन कैंसर की वजह से सुमित्रा रानी साहा के पति परमेश्वर प्रसाद की मृत्यु हो गई। इस दौरान सुमित्रा रानी साहा को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। सुमित्रा वीजा लेकर यहां रह रही थीं। हर साल वीजा के लिए इन्हें परेशान होना पड़ता था।

40 वर्षों में वीजा के लिए कई बार भटकना पड़ा

वहीं सुमित्रा रानी साहा को इन 40 वर्षों में बहुत बार वीजा के लिए भटकना पड़ा। मोहल्ले में भी कई लोग उन्हें बार बार बांग्लादेश जाने के लिए बोलते थे। वहीं 2023 में वीजा में देरी होने के कारण टाउन थाना में बुलाकर उन्हें बांग्लादेश वापस लौटने के लिए बोला गया था। आसपास के लोग काफी डराते-धमकाते थे। कहते थे कि बांग्लादेश भेज देंगे। जेल भेज देंगे। लेकिन अंत में कोलकाता से वीजा मिला और पिछले तीन बार से कलकत्ता से ही सुमित्रा जी को वीजा मिल रहा था। इसी दौरान जब 2024 में वीजा के लिए कोलकाता में आवेदन दिया, तो सुमित्रा के परिवार वालों को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के बारे में जानकारी दी गयी।

2024 में सीएए के बारे में मिली जानकारी

नागरिकता संशोधन कानून के बारे में पता चलने के बाद सुमित्रा की बेटी ऐश्वर्या प्रसाद ने सीएए के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया। इस बीच उन्हें वीजा का एक्सटेंशन भी तीन साल का मिल गया। अक्टूबर 2024 से ही ऐश्वर्या सीएए के लिए लग गई। दरअसल भारत आने के बाद से ही ये परिवार संघर्षों से भरा जीवन जी रहा था। आरा में सुमित्रा के पति होम अप्लायंस की दुकान चलाते थे। सुमित्रा की तीन बेटी हैं। दो की शादी हो गयी है। एक बेटी ऐश्वर्या प्रसाद जो अभी इनका ख्याल रख रही हैं।

आधार, राशन कार्ड और पैन कार्ड भी नहीं बन पाया

वहीं भारतीय नागरिकता मिलने के बाद सुमित्रा का परिवार काफी खुश है। उनकी बेटी ऐश्वर्या का कहना है कि उनकी मां को अभी तक सभी सरकारी सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा था। आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड अभी तक नहीं बन पाया था। गैस कनेक्शन भी नहीं मिलता था। लेकिन, अब सभी सुविधाएं मिलेंगी। ऐश्वर्या ने कहा कि अब सभी डॉक्यूमेंट बनाया जायेगा। कोरोना काल में तीन साल तक वीजा एक्सटेंशन नहीं हुआ था, तो उस दौरान काफी परेशान थी। लेकिन, अब यह सभी परेशानियों से मुक्ति मिल गई है।


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Friday, January 3, 2025

सीएम योगी ने लगाया सटीक निशाना, पहली ही बार ‘बुल्स आई’, मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण में दिखाया जौहर

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एक अच्छे निशानेबाज भी हैं। यह उन्होंने एक बार फिर साबित किया। राजनीतिक लक्ष्य को भेदने के साथ-साथ निशानेबाजी में भी वे लक्ष्य भेदने में बिल्कुल सटीक रहे। दरअसल, सीएम योगी गोरखपुर के भाटी विहार कॉलोनी में नवनिर्मित मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण समारोह में पहुंचे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां शूटिंग रेंज में राइफल से लक्ष्य पर निशाना भी साधा। उनकी सटीक निशानेबाजी देख साथ में मौजूद लोग हतप्रभ रह गए। मुख्यमंत्री ने पहली ही बार में ‘बुल्स आई’ टारगेट कर दिया, यानी सौ फीसद सटीक लक्ष्य पर ही निशाना। मुख्यमंत्री की खेलों के प्रति खासी दिलचस्पी है। इसमें भी पारंपरिक भारतीय खेलों के साथ निशानेबाजी से उनका लगाव कई बार सार्वजनिक देखा जाता है। जब भी वह सैन्य प्रदर्शनियों और खेल एकेडमी या खेल केंद्रों में जाते हैं तो निशानेबाजी के अभ्यास से खुद को नहीं रोक पाते।

निशानेबाजी में आजमाया हाथ

शुक्रवार को गोरखपुर के भाटी विहार कॉलोनी में मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री जब मल्टीपर्पज हाल में बने शूटिंग रेंज में आए तो उन्होंने दस मीटर रायफल शूटिंग के रेंज पर निशानेबाजी में हाथ आजमाया। उनका पहला शॉट ही बुल्स आई रहा। उनके सटीक निशाने पर वहां मौजूद सभी लोग आश्चर्यचकित होकर मुस्कराने लगे। गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निरीक्षण के दौरान तथा सैनिक स्कूल के लोकार्पण के दौरान भी निशानेबाजी के अभ्यास में हाथ आजमा चुके हैं।


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Thursday, January 2, 2025

अहमदाबाद, फरीदाबाद, मैंगलोर... ब्रिटेन और यूरोप के साथ डील पर बातचीत के बीच भारत का यह कैसा प्‍लान?

नई दिल्‍ली: सरकार खाने-पीने की चीजों के निर्यात को बढ़ाना चाहती है। इसके लिए वह के व‍िस्‍तार की योजना बना रही है। उसका सुविधाओं को बेहतर बनाने का प्‍लान है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी है। वाणिज्‍य मंत्रालय के तहत आने वाले (EIC) ने निर्यात के लिए फूड टेस्टिंग इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर पर विस्तृत अध्ययन शुरू किया है। यह अध्ययन अगले 2-3 महीनों में पूरा हो जाएगा। इसके बाद खाने-पीने की चीजों की टेस्टिंग के लिए और बेहतर सुविधाएं बनाने की पूरी योजना बनाई जाएगी। ईआईसी निर्यात के लिए निरीक्षण, परीक्षण और प्रमाणन प्रक्रियाओं को व्यवस्थित करने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रेसेबिलिटी मॉड्यूल भी शुरू करने वाली है। नई लैब अहमदाबाद, फरीदाबाद और मैंगलोर में स्थापित की जा रही हैं। ईआईसी उत्पादों के लिए अलग-अलग देशों के साथ म्‍यूचुअल रिकग्‍निशन एग्रीमेंट (MRA) और एमओयू पर भी हस्ताक्षर कर रही है। इसका उद्देश्य अपनी प्रक्रियाओं को वैश्विक मान्यता दिलाना है।

फूड टेस्टिंग इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर में गैप का अध्‍ययन

वाणिज्य विभाग के संयुक्त सचिव नितिन कुमार यादव ने बताया है कि फूड टेस्टिंग इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर में गैप की पहचान की जा रही है। उम्मीद है कि अध्ययन 2-3 महीनों के भीतर पूरा हो जाएगा। इसके बाद और अधिक समग्र तरीके से बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए व्यापक योजना विकसित होगी। यादव ने यह भी बताया कि परिषद IoT-आधारित सैम्पलिंग तकनीकों जैसी उन्नत तकनीकों को अपना रही है।यह पहल ऐसे समय में हो रही है जब भारत ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) पर बातचीत कर रहा है। इससे घरेलू मानकों में सुधार की उम्मीद है। संयुक्‍त अरब अमीरात (UAE) जैसे बाजारों में खाद्य पदार्थों के निर्यात की भी काफी संभावनाएं हैं। इसने 2022 में भारत के साथ एफटीए पर हस्ताक्षर किए थे।

देशभर में परीक्षण सुविधाओं में बढ़ोतरी

यादव ने कहा, 'हम भारत के लिए MRA स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। हम अन्य देशों की आवश्यकताओं का भी अध्ययन कर रहे हैं। इन समझौतों को सुविधाजनक बनाने के लिए क्षमताओं का निर्माण किया जा रहा है।'मंत्रालय के अनुसार, निर्यात निरीक्षण परिषद यानी ईआईसी ने देश भर में परीक्षण सुविधाओं में बढ़ोतरी की है। मानता प्राप्त प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़कर 78 हो गई है। EIC प्रणाली के जरिये स्वीकृत निर्यात प्रतिष्ठानों की संख्या पिछले एक दशक में 794 से बढ़कर 1,446 हो गई है। मंत्रालय ने कहा, 'आयात करने वाले देशों की ओर से मान्‍यता प्राप्‍त प्रमाणपत्र एक दशक में लगभग दोगुने हो गए है। इनकी संख्‍या 61,000 से बढ़कर 120,000 से अधिक हो गई है। 2013-14 में ISO 17025 मानकों वाली मान्यता प्राप्त 21 प्रयोगशालाए थीं। ये बढ़कर 2024-25 में 78 हो गई हैं।


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Wednesday, January 1, 2025

कर्नाटक हाईकोर्ट ने अतुल सुभाष के पिता से निकिता सिंघानिया की हिरासत के बारे में मांगा जवाब

बेंगलुरु: कर्नाटक हाईकोर्ट ने पिछले महीने बेंगलुरु में आत्महत्या करने वाले एआई इंजीनियर के पिता को उनकी पुत्रवधू और मामले में आरोपी निकिता की न्यायिक हिरासत के बारे में सुप्रीम कोर्ट को जवाब देने का निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट नाबालिग पोते की अभिरक्षा मांग रहीं अतुल सुभाष की मां की याचिका पर सुनवाई कर रही है।पुलिस गिरफ्तारी का आधार बताने में विफलजस्टिस हेमंत चंदनगौदार ने निकिता की याचिका पर सुभाष के पिता को यह निर्देश दिया। निकिता ने खुद को गिरफ्तार किए जाने और पति की मौत के बाद उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किए जाने को चुनौती दी है। निकिता के वकील भरत कुमार ने कहा कि उनके मुवक्किल की गिरफ्तारी गैर-कानूनी है और पुलिस गिरफ्तारी का आधार बताने में विफल रही।निकिता को अंतरिम जमानत देने का अनुरोधवकील भरत कुमार ने निकिता को अंतरिम जमानत देने का अनुरोध करते हुए कहा कि आरोपी को शीर्ष अदालत में खुद का बचाव करने की जरूरत है। हालांकि राज्य लोक अभियोजक-2 विजयकुमार मजागे ने जांच का विवरण प्रदान करने के लिए छह जनवरी तक का समय मांगा। सुनवाई के दौरान निकिता के वकील ने कहा कि निचली अदालत ने उसकी और अन्य आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर सुनवाई के लिए चार जनवरी की तारीख तय की है।सुनवाई छह जनवरी तक के लिए स्थगितवकील भरत कुमार ने हाईकोर्ट से अनुरोध किया कि वह निचली अदालत को उसी दिन जमानत याचिका पर निर्णय लेने का निर्देश दे। इसके बाद उच्च न्यायालय ने सहमति जताते हुए याचिका पर सुनवाई छह जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी।


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