जालौन: तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप () में 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है वहीं, भारत सरकार ने मदद को हाथ बढ़ाते हुए यहां से एनडीआरएफ की टीम को रवाना किया है। इस बचाव दल में जालौन की बेटी शिवानी भी शामिल हैं। शिवानी ने स्नातक करने के बाद दैवीय आपदा में नौकरी ज्वॉइन की और अब अपनी जान की फिक्र किए बगैर वहां पर फंसे लोगों की जान बचाने का काम कर रही हैं। दरअसल, शिवानी जालौन के कोंच तहसील के छोटे से गांव धनौरा की रहने वाली है। शिवानी के पिता देवेंद्र अग्रवाल कृषक है और मां कल्पना गृहणी शिवानी ने गांव से ही अपनी शिक्षा पूरी की और तीतरा खलीलपुर से स्नातक की परीक्षा को पास किया अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के आवेदन किया तो तमाम नौकरियों को छोड़कर उसने दैवीय आपदा विभाग में शामिल होकर लोगों की जान बचाना का जिम्मा उठाया। शिवानी ने एनडीआरएफ में एसआई है फिलहाल वह तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में लोगों की जान बचाने का काम कर रही है। शिवानी ने बचाई जान तो, परिजनों का सिर गर्व से हुआ ऊंचातुर्की में सोमवार को भूकंप के झटकों ने देश को दहला दिया और तमाम इमारतें जमींजोद हो गई। अब तक इसमें 7 हजार से ज्यादा लोगों के मरने की खबर है। संकट की इस घड़ी में भारत ने मदद के लिए हर संभव प्रयास शुरू कर दिए हैं।इस बीच पीएम मोदी के निर्देश पर गाजियाबाद से NDRF की 2 टीमें तुर्की के लिए रवाना कर दी गई हैं। जिसमें जालौन की बेटी शिवानी भी शामिल हैं। शिवानी के द्वारा किए जा रहे साहसिक कार्य और कर्तव्यनिष्ठा की तस्वीरें टीवी पर देखते ही परिजन और क्षेत्रवासी का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। रिपोर्ट- विशाल वर्मा
from https://ift.tt/IFPRVuX
No comments:
Post a Comment