ग्रेटर नोएडा। (Jaypee Infratech) के मामले में मंगलवार को एनसीएलटी (नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्युनल) का फैसला आ सकता है। एनसीएलटी (NCLT) की सुनवाई लिस्ट में कल जेपी इंफ्राटेक का मामला पैनल में लगा हुआ है। बता दें कि कई महीने पहले एनसीएलटी ने सभी पक्षों की आपत्ति का निस्तारण करने के बाद फैसला रिजर्व रखा लिया था। जेपी इंफ्राटेक में फंसे करीब 22 हजार बायर 2016 से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। पिछले तीन साल में कई बार वोटिंग इस मामले को लेकर हुई है कि जेपी इंफ्राटेक के अधूरे प्रॉजेक्ट आखिर कौन पूरे करेगा।
इस वजह से नहीं आ सका फैसला
करीब डेढ़ साल पहले बायर्स व अन्य निवेशकों के माध्यम से हुई वोटिंग के आधार पर जेपी इंफ्राटेक के अधूरे प्रॉजेक्ट पूरे करने के लिए सुरक्षा एजेंसी का चयन कर लिया गया था। साथ ही आईआरपी (इंट्रिम रिजॉल्युशन प्रोफेशनल) ने एनसीएलटी में यह प्रस्ताव रख दिया था कि निवेशकों की ओर से सुरक्षा एजेंसी का चयन अधूरे प्रॉजेक्ट पूरे करने के लिए किया गया है। पिछले डेढ़ साल में एक के बाद एक आपत्ति आने की वजह से एनसीएलटी इस प्रस्ताव पर फैसला नहीं ले पा रही थी।3 महीने पहले फैसला रखा था रिजर्व
करीब तीन महीने एनसीएलटी ने फैसला रिजर्व रख लिया था। मंगलवार को इसी फैसले के आने की उम्मीद की जा रही है। अब देखना यह है कि एनसीएलटी इस मामले में क्या आदेश देती है। बहरहाल जो भी आदेश होगा लेकिन बायर्स इस बात की उम्मीद कर रहे हैं अब कम से कम जेपी इंफ्राटेक के अधूरे प्रॉजेक्टों में काम शुरु हो सकेगा।from https://ift.tt/v7AsTBO
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