Monday, November 6, 2023

मुंबई लोकल के यात्रियों के लिए बड़ी राहत लेकर आ रही छठी लाइन, गोरेगांव तक तैयार

मुंबई: करीब एक महीने से पश्चिम रेलवे पर ट्रेनों का परिचालन लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था। 7 अक्टूबर से रेलवे ने गोरेगांव से खार के बीच छठी लाइन के कनेक्शन का काम शुरू किया था। इस दौरान करीब 2,500 लोकल सर्विस रद्द करनी पड़ीं लेकिन अब गोरेगांव तक छठी लाइन पूरी तरह से तैयार होने से आने वाले दिन रेलवे और यात्रियों के लिए राहत लेकर आएगी। ये राहत उन लोकल ट्रेनों के यात्रियों को भी मिलेगी, जिन्हें मेल-एक्सप्रेस ट्रेन के बांद्रा टर्मिनस से निकलने या प्रवेश करने के कारण इंतजार करना पड़ता था। गोरेगांव तक छठी लाइन तैयार होने के बाद लोकल और मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को अब अनावश्यक रूप से क्रॉसिंग का इंतजार नहीं करना होगा। इसका पूरा फायदा बोरीवली तक छठी लाइन तैयार होने के बाद मिलेगा। बाद में होगा सर्विस बढ़ाने पर फैसलाबोरीवली से मुंबई सेंट्रल तक छठी लाइन पूरी तरह तैयार होने के बाद 20 प्रतिशत तक लोकल ट्रेन सर्विस बढ़ने की उम्मीद है। फिलहाल, बोरीवली तक के लिए तो काम चल रहा है लेकिन खार से मुंबई सेंट्रल तक तीसरे फेज में छठी लाइन को बनाया जाएगा, जिसकी डेडलाइन तक नहीं है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगले दो सालों में पश्चिम रेलवे पर अंधेरी से बोरीवली तक बहुत से काम एक साथ चलने वाले हैं। इस दौरान लोकल ट्रेनों की सेवाएं बढ़ाने के लिए सोच-समझकर फैसला लेना होगा क्योंकि, ट्रेनें देरी से चलने, पॉइंट फैल होने जैसी घटनाएं बढ़ सकती हैं। मसलन, कुछ समय पहले विरार के पास लगातार दो दिन तक पॉइंट फैल हुए थे। यहां मुंबई रेल विकास निगम (MRVC) के काम के कारण सिग्नलिंग केबल डैमेज हो गई थी।कई प्रॉजेक्ट्स पर काम है जारीगोरेगांव से बोरीवली तक छठी लाइन बनाने का काम पश्चिम रेलवे ने शुरू कर दिया है। दस किमी की इस दूरी में साल 2025 तक काम पूरा होने की उम्मीद है। बोरीवली से विरार तक पांचवी और छठी लाइन का काम मुंबई रेल विकास निगम (MRVC) कर रही है। विरार से डहाणू के बीच तीसरी और चौथी लाइन का काम MRVC कर रही है। इसी दौरान, जोगेश्वरी पर टर्मिनस के काम को मंजूरी मिल चुकी है। गोरेगांव से बोरीवली तक हार्बर लाइन को भी विस्तार दिया जा रहा है। इन सभी कामों के साथ कुछ स्टेशनों पर अमृत स्टेशन का काम भी होगा। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीमित जगह में इतने सारे प्रॉजेक्ट एक साथ चलने के कारण बाधाएं आने वाली हैं। तकनीकी बाधाओं के अलावा एक साथ कई प्रॉजेक्ट्स को अंजाम देने के लिए सभी विभाग में तालमेल बिठाना भी चैलेंजिंग है।इस तरह प्लान हुई छठी लाइनफेज - दूरी - सेक्शन - स्टेटस
  • फेज 1 - 9 किमी - खार से गोरेगांव - तैयार
  • फेज 2 - 11 किमी - गोरेगांव से बोरीवली - 2025
  • फेज 3 - 10 किमी - मुंबई सेंट्रल से खार - तय नहीं
  • (कुल लागत 918 करोड़/रुपये में)

काम जारी है

MUTP 2
  • मुंबई सेंट्रल से बोरीवली छठी लाइन
MUTP 3
  • विरार से डहानू तीसरी और चौथी लाइन
MUTP 3A
  • गोरेगांव से बोरीवली हार्बर लाइन विस्तार
  • बोरीवली से विरार पांचवी-छठी लाइन
  • स्टेशनों का सुधार और अमृत भारत स्टेशन
  • जोगेश्वरी टर्मिनस
क्यों अधूरी रह सकती है ये योजना?खार से मुंबई सेंट्रल के बीच छठी लाइन की योजना को बंद किया जा सकता है। इन दस किमी की दूरी में कई बाधाएं हैं। मुंबई सेंट्रल तक ले जाने के लिए कई स्टेशनों पर यार्ड का काम करना पड़ेगा, जो लगभग नामुमकिन नजर आ रहा है। मुंबई सेंट्रल, महालक्ष्मी, परेल, प्रभादेवी, माटुंगा, माहीम और बांद्रा स्टेशनों पर यार्ड रीमॉडलिंग काम के अलावा हार्बर लाइन के लिए भी कट एंड कनेक्शन के काम करने होंगे। इसके अलावा यार्ड के काम के दौरान ट्रेनों को रिवर्स डायरेक्शन में चलाना होगा, सिग्नलिंग प्रणाली में बदलाव करने होंगे। इन चुनौतियों का सामना करना आसान नहीं। दूसरी ओर शक्ति मिल का मामला कोर्ट में होने के कारण रेलवे को वो जमीन कब मिलेगी, कहना मुश्किल है।


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