Wednesday, March 19, 2025

दंगाइयों ने की महिला पुलिस अधिकारी से अश्लील हरकत, कपड़े उतारने की कोशिश, नागपुर में अनर्थ टला

नागपुर: मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन के बाद नागपुर शहर में भड़की हिंसा को लेकर सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। हिंसा के दौरान दंगाइयों की भीड़ ने एक महिला कांस्टेबल से कथित तौर पर छेड़छाड़ की और उसे निर्वस्त्र करने की कोशिश की। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पेट्रोल बम भी फेंके। उन्होंने कहा कि पुलिस अब तक 51 दंगाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है और उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की कुल 57 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।वास्तव में क्या हुआ?जानकारी के अनुसार, सोमवार रात हिंसा भड़कने के बाद करीब पांच सौ लोगों की भीड़ नारेबाजी और पथराव कर रही थी। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए डीसीपी निकेतन कदम, डीसीपी शशिकांत सातव और डीसीपी अर्चित चांडक के साथ पुलिस इंस्पेक्टर मच्छिंद्र पंडित, पुलिस सब इंस्पेक्टर नितिन राजकुमार, दंगा नियंत्रण दस्ते के पांच कर्मचारी और एक महिला पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे। भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। पुलिस पर हमला किया। उन्होंने उनकी पिटाई भी की। भीड़ ने एक महिला पुलिस अधिकारी को पकड़ लिया। उन्होंने उनके कपड़े उतारने की कोशिश करते हुए अश्लील इशारे किए। महिला पुलिस अधिकारी की ओर से समय रहते स्वयं को बचा लेने से एक बड़ी दुर्घटना टल गई। इसके बाद भीड़ ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की।सशस्त्र पुलिस 24 घंटे गश्त पर रहती हैइस बीच सोमवार को नागपुर के महल इलाके में भड़के दंगों के बाद महल और मोमिनपुरा के अलावा शहर में ग्यारह अति संवेदनशील और उन्नीस संवेदनशील स्थानों पर पुलिस 'फिक्स्ड पॉइंट' स्थापित किए गए हैं। सशस्त्र पुलिस 24 घंटे क्षेत्र में गश्त कर रही है।कैसे भड़की थी हिंसा?छत्रपति संभाजीनगर जिले में औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से गांधीगेट क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर औरंगजेब का प्रतीकात्मक पुतला जलाया गया। उसी समय मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि मुस्लिम प्रतीकों का अपमान किया जा रहा है। यह कथित घटना जंगल में आग की तरह फैलने के बाद कुछ उपद्रवियों ने महल पर पथराव किया और आग लगा दी। इससे शहर में तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया। पुलिस पर हमले से घटना की गंभीरता बढ़ गई। सभी नेताओं ने शांति की अपील की। देर रात तनाव कम होने लगा।कार्रवाई करें: विहिपहमने कोई धार्मिक साहित्य नहीं जलाया। विश्व हिंदू परिषद ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसी अफवाहें फैलाने वालों और दंगा भड़काने तथा धार्मिक स्थलों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।(इनपुट एजेंसी)


from https://ift.tt/zr8CDXY

No comments:

Post a Comment