Saturday, March 22, 2025

राजस्थान: वनरक्षक भर्ती परीक्षा पेपरलीक में कांग्रेस का युवा नेता नरेश देव सारण गिरफ्तार, जानें क्या है भूमिका

जयपुर: पेपर लीक मामले में एसओजी एक के बाद एक लगातार खुलासे कर रही है। पेपर लीक के जरिए सरकारी नौकरी करने वालों की धरपकड़ भी कर रही है। इसी कड़ी में शनिवार 22 मार्च को एसओजी ने वनरक्षक भर्ती 2020 के पेपर लीक मामले में कांग्रेस के एक युवा नेता को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी नरेश देव सारण बाड़मेर का रहने वाला है। वह गवर्नमेंट कॉलेज बाड़मेर का छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुका है और पूर्व में कांग्रेसी पार्षद भी रह चुका है। आरोपी नरेश सारण ने कई अभ्यर्थियों को सॉल्वड पेपर पढाया था। अब इस मामले में और भी कई गिरफ्तारियां होना तय है।

बाड़मेर से उदयपुर भेजा सॉल्वड पेपर पढाने के लिए

प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपी नरेश देव सारण ने एसओजी की पूछताछ में बताया कि उसने 7 अभ्यर्थियों के साथ डील की थी। प्रत्येक से 6-6 लाख रुपए लेकर सॉल्वड पेपर पढाया था। सॉल्वड पेपर पढाने के लिए नरेश ने सातों अभ्यर्थियों को एक इनोवा गाड़ी से बाड़मेर से उदयपुर भेजा। उदयपुर में इस गिरोह के अन्य सदस्यों ने भी कई अभ्यर्थियों को सॉल्वड पेपर पढाया था। एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एक दिन पहले वनरक्षक भर्ती 2020 में सॉल्वड पेपर पढाने के मामले में तीन पुलिस कांस्टेबल और एक युवती को गिरफ्तार किया था। पुलिसकर्मियों ने अपने रिश्तेदारों को जिस घर में सॉल्वड पेपर पढाया, उसी घर में नरेश देव सारण ने भी 7 अभ्यर्थियों को सॉल्वड पेपर पढाने के लिए भेजा था।

बांसवाड़ा पुलिस ने किया था सबसे पहले खुलासा

कुछ महीनों पहले बांसवाड़ा पुलिस ने वीडीओ सकन खड़िया को गिरफ्तार किया था। सकन खड़िया ने वनरक्षक भर्ती 2020 की परीक्षा का पेपर लीक किया था और कई अभ्यर्थियों को सॉल्वड पेपर पढाया था। इसके बाद इस मामले की जांच एसओजी को सौंपी गई। बाद में एसओजी ने इस प्रकरण में कई अभ्यर्थियों और पेपर लीक गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारियां की। जिस व्यक्ति कंवराराम जाट के घर पर सॉल्वड पेपर पढाया गया। उसे भी गिरफ्तार किया गया। गिरोह के कुछ सदस्य अभी भी फरार है।15 दिन पहले पकड़ा गया मास्टरमाइंड हरीश सहारणवनरक्षक भर्ती 2020 के पेपर लीक का मास्टर माइंड हरीश सहारण है। हरीश पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था जिसे करीब 15 दिन पहले एसओजी ने इंदौर से गिरफ्तार किया था। हरीश की गिरफ्तारी के बाद ही नरेश देव सारण का नाम सामने आया था। एसओजी की टीम ने शुक्रवार 21 मार्च की शाम को ही नरेश देव सारण को उसके घर से उसे हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद शनिवार 22 मार्च गिरफ्तार कर लिया। वनरक्षक भर्ती 2020 पेपर लीक मामले में एसओजी अब तक 27 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।


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