Friday, October 25, 2024

नांदेड़ लोकसभा सीट से क्याें लड़ना चाहते हैं औरंगाबाद के पूर्व सांसद इम्तियाज जलील, सामने आई वजह

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए सबसे पहले 99 कैंडिडेट का ऐलान करने वाली बीजेपी ने अभी तक से कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया है। कांग्रेस ने इस सीट पर दिवंगत सांसद वसंत राव चव्हाण के बेटे रवींद्र चव्हाण को मैदान में उतारा है। नांदेड़ सीट से पहले अशोक चव्हाण के परिवार से किसी के लड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही थी लेकिन पार्टी ने जब से उनकी बेटी श्रीजया को विधानसभा चुनाव में भोकर से उतारा है तब से यह संभावना भी खत्म हो गई है। नांदेड़ के चुनावी मैदान में अभी बीजेपी के प्रत्याशी का आना बाकी है लेकिन असुदद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम के नेता और औरंगाबाद से सांसद रह चुके इम्तियाज जलील नांदेड़ सीट पर नजर गड़ाए हुए हैं। कांग्रेस का गेम बिगड़ेगा इम्तियाज जलील नांदेड़ से लड़ने की बात कहकर कांग्रेस की धड़कनें बढ़ा रहे हैं। अगर इम्तियाज जलील नांदेड़ से लड़ते हैं तो इस सीट पर कांंग्रेस का गेम बिगड़ सकता है। इस सीट पर हम तो डूबेंगे सनम, आपको भी ले डूबेंगे वाली स्थिति का निर्माण हो सकता है। क्योंकि जलील के लड़ने कांग्रेस के वोटों से सेंध लगेगी? राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि जलील सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसा कर रहे हैं। वह नांदेड़ से नहीं लड़ेंगे जो भी हो। जलील के नांदेड़ ड्रीम के पीछे दलित और मुस्लिम वोट हैं। नांदेड़ में मुस्लिम और दलित मतदाता करीब 20-20 फीसदी हैं। जलील ने पिछले दिनों (अक्तूबर में ही) मनोज जरांगे पाटील से मुलाकात कर मराठा वोट साधने की कोशिश की थी। जरांगे का साथ चाहते हैं जलील अगर नांदेड़ में इम्तियाज जलील दलित के साथ मुस्लिम और कुछ मराठा वोट झटकते हैं तो वह बीजेपी और कांग्रेस दोनों को मुश्किल में डाल सकते हैं। यही वजह है कि जलील नांदेड़ से लड़ना चाहते हैं हालांकि हैदराबाद में बैठे हाईकमान ने अभी जलील को लेकर फैसला नहीं लिया है। 2024 में कांग्रेस के वसंत चव्हाण ने भाजपा के पूर्व सांसद प्रतापराव पाटील चिखलीकर को शिकस्त दी थी. अब कांग्रेस ने उनके सुपुत्र रवींद्र चव्हाण को टिकट दिया है। चिखलीकर अब अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी में शामिल हो गए हैं। पार्टी ने उन्हों लोहा विधानसभा क्षेत्र से उतारा है। कांग्रेस के लिए जरूरी है जीत कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों में 13 सीटें जीती थीं। पार्टी के नांदेड़ सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन पर अब सांसदों की संख्या 12 हो गई है। ऐसे में पार्टी को अपनी पुरानी संख्या रखने के लिए नांदेड़ में जीतना जरूरी है। महाराष्ट्र में कांंग्रेस के साथ निर्दलीय सांसद विशाल पाटिल भी हैं। वह सांगली से जीते हैं। इस सीट पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की प्रतिष्ठा दांव पर है। नांदेड़ में जीत सुनिश्चित करने के लिए सितंबर महीने में पटोले ने बड़ा ऑपरेशन करते हुए बीजेपी के पूर्व सांसद खतगावकर की कांग्रेस में वापसी कराई थी।


from https://ift.tt/M5KI4Q8

No comments:

Post a Comment