जयपुर: पूर्व राज्यसभा सांसद और समाज सुधारक डॉ. ज्ञान प्रकाश पिलानिया का निधन हो गया है। वे 92 वर्ष के थे। राजस्थान के किसान नेता के रूप में पहचान रखने वाले डॉ. पिलानिया पिछले कई महीनों से वे बीमार चल रहे थे। अस्पताल में इलाज लेने के बाद लंबे समय तक घर पर ही थे और पिछले दिनों उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार 13 अक्टूबर की देर शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली। डॉ. पिलानिया दो बार भाजपा से राज्यसभा सांसद रहे। पहली बार वर्ष 2004 से 2008 तक और दूसरी बार वर्ष 2008 से 2014 तक। उनके पुत्र नवीन पिलानिया भी जयपुर की आमेर विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं।
राजस्थान के डीजीपी रहे डॉ. पिलानिया
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले डॉ. ज्ञानप्रकाश पिलानिया वर्ष 1955 में आईपीएस बने थे। वे राजस्थान कैड में रहे। अगस्त 1988 से लेकर दिसंबर 1989 तक वे राजस्थान पुलिस के मुखिया यानी पुलिस महानिदेशक रहे। पुलिस महकमे में डॉ. पिलानिया को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने पुलिस में सुधार के कई बड़े कदम उठाए। अपराध नियंत्रण के साथ पुलिसकर्मियों के हकों के लिए वे हमेशा आगे रहे। पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद में समाज सेवा और राजनीति में सक्रिय हो गए।जाट समाज के अग्रणी नेता थे डॉ. पिलानिया
डॉ. पिलानिया जाट समाज के अग्रणी नेता रहे हैं। जाट समाज को ओबीसी में आरक्षण दिलाने लिए जब 90 के दशक में बड़े आंदोलन हुए। तब डॉ. पिलानिया ने आंदोलन की अगुवाई की थी। डॉ. पिलानिया सहित अन्य प्रमुख नेताओं के नेतृत्व में चले आंदोलन के बाद जाट समाज को सामान्य वर्ग से निकाल कर ओबीसी वर्ग में शामिल किया गया। एक समाज सुधार के रूप में उन्होंने नशे की प्रवृत्ति के खिलाफ भी अलख जगाई। वे ग्रामीण परिवेश के युवाओं को हमेशा पढाई के लिए प्रेरित करते थे। सोमवार 14 अक्टूबर को जयपुर में डॉ. पिलानिया के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा।from https://ift.tt/OrpVXon
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