पटना: पर सवार सैलानियों का पटना में वार्म-वेलकम किया गया। कर्मचारियों की आवभगत, परोसे गए भोजन की गुणवत्ता और पटना के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराने की व्यवस्था की पर्यटकों ने प्रशंसा की। गंगा विलास क्रूज को पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इसे दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज माना जा रहा है, जिसे वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक की अपनी यात्रा पूरी करने में 51 दिन लगेंगे।
पटना में स्वागत से गदगद सैलानी
क्रूज के यात्रियों ने 17 जनवरी को पटना साहिब गुरुद्वारा सहित शहर में पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया। पर्यटकों के यहां पहुंचने पर फूल देकर, शॉल ओढ़ाकर और तिलक लगाकर उनका भव्य स्वागत किया गया। भारतीय जनता पार्टी सांसद राम कृपाल यादव, पटना मेयर सीता साहू और गुरुद्वारा समिति के सदस्यों की ओर से आगंतुकों का स्वागत किया गया। यात्रियों को गुरुद्वारा समिति के सदस्यों ने गुरुद्वारा परिसर में ले गए। पटना साहिब के इतिहास पर आधारित पुस्तकें उन्हें उपहार में दी गईं।जर्मनी की एक यात्री स्टेफनी ने कहा कि यहां के लोग बहुत मिलनसार हैं और ये हमारे लिए एक शानदार अनुभव रहा। पर्यटकों को गुरुद्वारा से गोलघर ले जाया गया। पर्यटक इस ऐतिहासिक संरचना के बारे में जानने के लिए उत्सुक थे।गोलघर को देखकर सैलानी अचंभित
1770 के अकाल के बाद, 1786 में ब्रिटिश सेना के कैप्टन जॉन गारस्टिन की ओर से एक विशाल अनाजघर (गोलघर) का निर्माण किया गया था। इस स्मारक के चारों ओर घुमावदार सीढ़ी शहर और पास में बहने वाली गंगा नदी का एक शानदार दृश्य प्रदान करती है। गोलघर के चारों ओर बनी सीढ़ी से कोई भी इसके शीर्ष तक चढ़ सकता है।आगंतुकों को बिहार संग्रहालय भी ले जाया गया, जहां उन्होंने राज्य की संस्कृति दर्शाने वाली एक प्रस्तुति देखी।स्विट्जरलैंड के एक पर्यटक पीटर ने कहा कि बाहर घूमना बहुत दिलचस्प रहा और ये जहाज पर यात्रा करने वाले सभी पर्यटकों के लिए एक विशेष अनुभव था। शहर की संस्कृति और आतिथ्य हमें हमेशा याद रहेगा।क्रूज में रहने और खाने का बेहतर इंतजाम
स्विट्जरलैंड की एक अन्य यात्री ने कहा कि क्रूज शानदार और आरामदायक है। अपने पति के साथ यात्रा कर रही इस यात्री ने कहा कि क्रूज के चालक दल बहुत मददगार और सज्जन हैं। भारतीय भोजन, मसालेदार होने के बावजूद बहुत स्वादिष्ट हैं।स्टेफनी ने कहा कि परोसा गया भोजन शाकाहारी है और स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। पर्यटकों ने कहा कि कूज पर उन्हें केवल शाकाहारी भोजन परोसा गया और जहाज पर कोई शराब नहीं दी गई। पटना में पहुंचने से पहले ये क्रूज सारण जिले में रुका था, जहां यात्रियों ने चिरांद पुरातत्व स्थल का भ्रमण किया था। एमवी गंगा विलास क्रूज 51 दिनों में 3,200 किलोमीटर की यात्रा करेगा। ये क्रूज भारत के पांच राज्यों और बांग्लादेश से होकर गुजरेगा और इस क्रूज की यात्रा पर प्रति यात्री 50-55 लाख रुपए खर्च होंगे।from https://ift.tt/rv0lKXz
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