वॉशिंगटन: पाकिस्तान की तरह अमेरिका में भी कर्ज को लेकर बहस छिड़ी हुई है। बस अंतर इतना है कि पाकिस्तान डिफॉल्ट होने के कगार पर है और अमेरिका नहीं। हालांकि, अमेरिका पर पाकिस्तान के कई गुना ज्यादा कर्ज है। इसके बावजूद यह वैश्विक महाशक्ति सबसे बड़ी आर्थिक और सैन्य ताकत बनी हुई है। अमेरिकी कांग्रेस की बैठक शुरू होने के बाद इस बात की चर्चा है कि देश की राष्ट्रीय ऋण सीमा क्या हो। इसे 2023 का शायद सबसे महत्वपूर्ण विधायी मुद्दा भी माना जा रहा है। अमेरिका का ट्रेजरी विभाग अगले हफ्ते तिमाही दस्तावेज जारी करेगा जिसमें यह बताया जाएगा कि वह अगले तीन महीनों में सरकार को कैसे वित्तपोषित करने की योजना बना रहा है। कर्ज के बारे में जानकारी देगा ट्रेजरी डिपार्टमेंटट्रेजरी विभाग के जारी किए जाने वाले दस्तावेजों में कर्ज के बारे में जानकारी शामिल है। संभावना जताई जा रही है कि ये दस्तावेज अमेरिका के संभावित डिफॉल्ट के समय पर प्रकाश डाल सकता है। यह 30 जनवरी को जारी होने वाली तिमाही फंडिंग के अधिक सामान्य अवलोकन का अनुसरण करता है। हालांकि, विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि अभी भी एक सटीक तारीख तय करना जल्दबाजी होगी, क्योंकि यह टैक्स कलेक्शन सहित कई दूसरे कारकों पर निर्भर करेगा। ऐसे में अमेरिका के लिए डिफॉल्ट होने की किसी एक तारीख का निर्धारण करना काफी मुश्किल है।मार्च या अप्रैल में जारी होगा नया बजट अनुमानमार्च या अप्रैल में, कांग्रेस का बजट कार्यालय वर्तमान टैक्स और खर्च कानूनों और आर्थिक पूर्वानुमानों के आधार पर वित्त वर्ष 2023 और वित्तीय वर्ष 2024 के लिए नए बजट अनुमान जारी करेगा। ये अनुमान सरकारी नकदी प्रवाह का एक साफ दृष्टिकोण प्रदान करेंगे। इससे यह भी पता चल सकेगा कि ट्रेजरी कब तक अपने बिलों का भुगतान करना जारी रख सकता है। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रपति जो बाइडेन संभवत दूसरी तिमाही में अपने वित्तीय वर्ष 2024 के बजट अनुरोध का खुलासा करेंगे। पिछले साल, यह मार्च की शुरुआत में हुआ था।अमेरिका पर कुल कितना कर्जनवंबर 2022 तक अमेरिका का कुल संघीय ऋण 31 ट्रिलियन डॉलर था। यह अमेरिका के कुल जीडीपी का 121.8% हिस्सा है। दिसंबर 2022 तक इस कर्ज को बनाए रखने के लिए अमेरिका को 210 बिलियन डॉलर खर्त करने पड़े थे। यह अमेरिका के कुल संघीय खर्च का 15 फीसदी है। पिछले दस वर्षों में हर साल अमेरिका के राष्ट्रीय ऋण में वृद्धि हुई है।
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