Sunday, January 22, 2023

स्वामी प्रसाद मौर्य को पागलखाने भेजो.... रामचरित मानस पर बयान देकर संतों के निशाने पर आए पूर्व मंत्री

अयोध्याः समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस पर प्रतिबंध लगाने और ग्रंथ को बकवास कहने पर अयोध्या के महंतों और विश्व हिंदू परिषद ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि रामचरितमानस पर इस तरीके का बयान देना बहुत ही निंदनीय है। मैं समझता हूं कि उस व्यक्ति को रामायण का ज्ञान नहीं है। सत्येंद्र दास ने अखिलेश यादव को आगाह करते हुए कहा कि अगर उन्हें सपा से नहीं निकाला गया तो यह उनके लिए घातक सिद्ध होगा। विहिप ने कहा कि कुर्सी न मिलने के कारण मौर्य को पागलपन का दौरा पड़ रहा है।बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को समाज को बांटने वाला बताने के बाद से जमकर बवाल मचा था। अब इसी मसले पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी विवादित टिप्पणी कर दी है। मौर्य ने कहा कि रामचरितमानस बकवास है और उस पर सरकार को प्रतिबंध लगा देना चाहिए। उन्होंने ग्रंथ की चौपाई 'ढोल-गंवार-शूद्र-पशु-नारी' पर आपत्ति जताई और कहा कि तुलसी बाबा ने शूद्रों को अधम होने का सर्टिफिकेट दे दिया। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस में जिस समुदाय को गाली दी गई, वह भी उसी समुदाय से आते हैं। पूर्व मंत्री ने मांग की कि ग्रंथ में से आपत्तिजनक सामग्री को हटा देना चाहिए या सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।मौर्य के इस बयान के बाद अयोध्या के संत उन पर भड़क गए हैं। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जिस तरीके से स्वामी प्रसाद मौर्या ने रामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है, हम इसकी घोर निंदा करते हैं।अगर ऐसे व्यक्ति को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पार्टी से नहीं निकाला तो यह सपा के लिए घातक होगा। अखिलेश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपकी पार्टी पर राम के भक्तों का प्रभाव पड़ेगा। एक भी चौपाई शुद्ध बोल नहीं पाएंगे मौर्यः महंतइसके अलावा तपस्वी छावनी के परमहंस आचार्य ने कहा कि इस तरह की राजनीति कर समाज में जहर घोलने का काम किया जा रहा है। यह बिल्कुल गलत है। उन्होंने मौर्य को शास्त्रार्थ की चुनौती दी और कहा कि वह रामचरितमानस की एक भी चौपाई शुद्ध बोल नहीं पाएंगे। जो चौपाई नहीं बोल सकता, वो अर्थ क्या करेगा। उन्होंने कहा कि चाहे मुगल हों या अंग्रेज। दो हजार वर्ष से यही हो रहा है। लोगों को लड़ाकर तुच्छ स्वार्थ साधने वाले लोगों पर विधिक कार्रवाई होनी चाहिए। विहिप ने मौर्य को बताया पागलविहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि हिन्दू धर्मग्रंथ श्रीरामचरित मानस पर पूर्व मंत्री सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे 'ऐरे-गैरे, नथ्थू-खैरे' प्रतिबंध लगाने की बेतुकी बातें कर रहे हैं। सत्ता-कुर्सी न मिलने के कारण उन पर पागलपन का दौरा पड़ रहा है। यूपी सरकार ऐसे मानसिक विक्षिप्त श्रीराम विरोधी को गिरफ्तार कर रांची या आगरा भेजे। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस एक पुस्तक नहीं, मानव जीवन को सर्वश्रेष्ठ बनाने का अमृत कुंभ है। मौर्य ने श्रीराम भक्तों का अपमान किया है।


from https://ift.tt/1WxewgS

No comments:

Post a Comment