साक्षी श्रीवास्तव, अयोध्या: 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए बड़ी हस्तियों को न्योता दिया गया है। प्राण प्रतिष्ठा के इस एतिहासिक क्षण का हर कोई साक्षी बनना चाहता है। ऐसे में की प्रथम कारसेवा 1990 में शहीद हुए अयोध्या धाम के कारसेवकों के परिजनों को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया गया। श्रीराम जन्मभूमि कारसेवा 30अक्टूबर और 2 नवंबर1990 को अयोध्या धाम के वासुदेव गुप्ता, रमेश पांडेय, राजेंद्र धरकार पुलिस की गोली से मारे गए थे। इनके परिजनों, गायत्री पांडेय, संदीप गुप्ता और अनीता धरकार को 22 जनवरी को होने वाले प्राणप्रतिष्ठा का आमंत्रण दिया गया। विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि लंबे कालखंड के उपरांत आज संपूर्ण देश राममय हो रहा है। भगवान राम अपने पावन जन्मस्थान पर विराजमान होने जा रहे हैं।
600 साल लग गए
इस पावन पल के साक्षी शहीद कारसेवकों का परिवार होगा, जिनके अपनो ने रामकाज के लिए अपनो ने प्राणों की आहूति दी है। यह महाआंदोलन उन शहीदों के बिना कभी पूर्ण नहीं हो सकता था। स्वतंत्रता के पश्चात इतना बड़ा धार्मिक स्वतंत्रता का यह आंदोलन युगों तक लोगों को स्मरण रहेगा। इसके लिए लगभग 600 वर्ष लग गए।from https://ift.tt/346kTMc
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