इंफाल: मणिपुर में दूसरे दिन मंगलवार यानी 30 जनवरी को हिंसा का सिलसिला जारी रहा। राज्य में एक ग्रामीण स्वयंसेवक की मौत के बाद हुई फायरिंग के दो और लोग मारे गए, जबकि पांच अन्य घायल हो गए। ताजा हिंसा की घटना जिसमें दो समूहों के बीच हुई। गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई और राज्य के एक शीर्ष भाजपा युवा नेता सहित कम से कम पांच लोग घायल हो गए।पुलिस सूत्रों ने कहा कि इंफाल पश्चिम जिले के कौट्रुक गांव में गोलीबारी हुई और मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है। कम से कम एक व्यक्ति लापता भी बताया जा रहा है। निवासियों ने किया पलायन बीजेपी की युवा शाखा BJYM के पूर्व अध्यक्ष मनोहरमयुम बारिश शर्मा गोलीबारी में घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। सूत्रों ने कहा कि इंफाल पश्चिम और कांगपोकपी जिलों की सीमा पर दो समुदायों के ग्रामीण स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी हुई। ताजा हिंसा के बाद इम्फाल घाटी के कडांगबंद, कौट्रुक और कांगचुप गांवों से निवासियों के भागने की भी खबरें हैं। मंगलवार की घटना राज्य की राजधानी इंफाल और कांगपोकपी जिले के बीच एक क्षेत्र में दो सशस्त्र समूहों के बीच गोलीबारी में एक ग्राम रक्षा स्वयंसेवक की मौत के ठीक दो दिन बाद हुई है और चार लोग घायल हो गए थे।10 विधायकों ने मांगा अलग प्रशासनमणिपुर में हिंसा की घटनाओं के बीच राज्य के दस आदिवासी विधायकों, जिनमें सत्तारूढ़ बीजेपी के सात विधायक भी शामिल हैं।सभी ने पीएम नरेंद्र मोदी को भेजे एक ज्ञापन में आदिवासियों के लिए एक अलग प्रशासन (अलग राज्य के बराबर) गठित करने की अपनी मांग दोहराई। प्रधानमंत्री को दिए अपने ज्ञापन में आदिवासी विधायकों ने कहा कि मणिपुर में जारी संघर्ष की स्थिति बद से बदतर हो गई है। मणिपुर के तीन विधायक जिनमें राज्य कांग्रेस अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह और सत्तारूढ़ भाजपा के दो विधायक शामिल हैं। इन सभी को कथित तौर पर 24 जनवरी को इंफाल के कांगला किले में अरामबाई तेंगगोल के सदस्यों द्वारा पीटा गया और मजबूर किया गया।
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