वॉशिंगटन: आज रात को पृथ्वी के नजदीक से हवाई जहाज से भी बड़ा क्षुद्रग्रह गुजरने वाला है। यह क्षुद्रग्रह रात को 12.30 बजे पृथ्वी के सबसे करीब होगा। इसका नाम 2024 BJ रखा गया है। पृथ्वी के नजदीक से गुजरते समय इसकी दूरी सिर्फ 354,000 किलोमीटर होगी, लेकिन इससे हमारे ग्रह को कोई खतरा नहीं है। नासा के वैज्ञानिकों ने बताया कि इस क्षुद्रग्रह के बारे में जानकारी इस हफ्ते की शुरुआत में हुई थी। माना जाता है कि 82 फीट चौड़ा (25 मीटर) क्षुद्रग्रह पहली बार 17 जनवरी को खोजा गया था।
कैसे देख सकते हैं क्षुद्रग्रह की मूवमेंट
एक रिपोर्ट के अनुसार, क्षुद्रग्रह लगभग 9 बजे ईएसटी पर चंद्रमा के करीब से उड़ान भरेगा और तीन से चार घंटे बाद पृथ्वी से गुजरेगा। पृथ्वी के नजदीक से गुजरते समय इस क्षुद्रग्रह की रफ्तार 22,850 किमी/घंटा होगी। नासा के अनुसार, यह दोपहर 12:30 बजे ईएसटी (भारत में रात 11 बजे) पर पृथ्वी के सबसे निकटतम बिंदु पर पहुंचेगा। इस क्षुद्रग्रह का लाइव टेलीकॉस्ट वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट लाइव फीड पर दोपहर 12:15 बजे ईएसटी पर उपलब्ध होगा।पृथ्वी से टक्कर की संभावना नहीं
क्षुद्रग्रह 2024 बीजे एक अपोलो प्रकार का क्षुद्रग्रह है जो "पृथ्वी के निकट का क्षुद्रग्रह" है। यह उन अधिकांश उल्कापिंडों में से एक है, जो कभी-कभी पृथ्वी पर गिरते रहते हैं। वर्तमान में 1,600 से अधिक ज्ञात अपोलो टाइप के क्षुद्रग्रह हैं जो पृथ्वी की कक्षा को पार करते वक्त कई बार वायुमंडल में प्रवेश कर जाते हैं। ये क्षुद्रग्रह - जो 0.6 मील (1 किमी) से अधिक चौड़े हैं। इन्हें संभावित रूप से खतरनाक माना जाता है क्योंकि पृथ्वी से इनका टकराव घातक होगा। लेकिन सौभाग्य से, पृथ्वी अगले 1,000 वर्षों तक इनमें से किसी भी घातक क्षुद्रग्रह से सुरक्षित है।कहां है यह क्षुद्रग्रह
एक ऑनलाइन मैप के अनुसार, एक दिन पहले तक इस क्षुद्रग्रह का स्थान औरिगा तारामंडल में था, जो पृथ्वी से लगभग 241,996 मील (389,456 किलोमीटर) दूर स्थित है। ऑरिगा मिथुन और वृषभ का पड़ोसी है और सर्दियों के महीनों के दौरान उत्तरी गोलार्ध में दिखाई देता है।from https://ift.tt/LEdPeFy
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