विशाल सिंह, गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा में युवक के शरीर पर डीजल छिड़ककर आग लगाने का मामला काफी चर्चा में बना हुआ है। इस घटना में युवक की मौत हो गई। इसके बाद से सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक महकमे में मामले की चर्चा हो रही है। इस पूरे मामले में अब कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह की इंट्री हुई है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की है। सांसद ने इस मामले में बैंक अफसरों और कार्यप्रणाली को घेरा है। युवक की मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। युवक की मौत के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग भी सांसद ने की है।
क्या है मामला?
11 अक्टूबर की तारीख को गोंडा में बीच सड़क पर लोगों ने एक युवक को आत्मदाह करते देखा। जिसने भी नजारा देखा वह स्तबध रह गया। नगर कोतवाली के पास एसबीआई बैंक के ठीक सामने दिव्यराज पांडे नाम के एक युवक ने अपने ऊपर डीजल डालकर आग लगा ली। उसकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। युवक दिव्यराज ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। यह सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। सुसाइड नोट में दिव्यराज पांडे ने वाटर प्लांट लगाने के लिए 5 करोड रुपए का लोन का आवेदन बैंक में किया था, उसका जिक्र किया था। बैंक ने सुसाइड नोट में लिखी बातों को साफ इनकार कर दिया है। बैंक ने एक पत्र जारी कर कहस कि युवक ने किसी भी तरह का आवेदन उनके बैंक में लोन के लिए नहीं किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम नेहा शर्मा ने मृतक के घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की।डीएम के निर्देश पर मजिस्ट्रेट जांच शुरू हुई। साथ ही, घटना पर राजनीति भी शुरू हो गई। सपा नेता सूरज सिंह ने मामले में कहा कि इस तरह की घटना सरकार के भीतर के भ्रष्टचार को दर्शाता है। एक बेरोजगार युवक को आग लगाकर आत्महत्या करनी पड़ रही है।सामने आए सांसद
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह अब इस मामले में सामने आए हैं। उन्होंने इस घटना पर अपनी टिप्पणी की है। बैंक कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। अपने लेटर पैड पर पत्र लिखकर कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को पूरे घटना की जानकारी दी। मृतक दिव्यराज पांडेय के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से निवेदन किया। सांसद ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में गोंडा एसबीआई मैनेजर, फील्ड ऑफिसर और अन्य दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। सांसद ने बैंकों द्वारा की जा रही मनमानी और ऋण देने की प्रक्रिया में कमिशनखोरी को रोके जाने की अपील की। मृतक के परिजनों को बैंक और राज्य सरकार की ओर से सहायता राशि न मिलने का जिक्र करते हुए पीडित परिवार को सहायता राशि देने मांग की। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराया कि गोंडा में लगातार निगरानी समिति में उनकी ओर से बैंकों से आग्रह किया गया कि सिटीजन चार्टर लागू कर बकायदा लोन का आवेदन करने वाले आवेदकों को रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाए। लेकिन बैंक ऐसा नहीं नही कर रहे।सांसद ने आरोप लगाया कि बैंक कर्मचारी, फील्ड अफसर लोन पास कराने के नाम रिश्वत मांगते हैं। लोन अमाउंट का 25 प्रतिशत कमीशन लेते हैं। साथ ही, सांसद ने लिखा कि बैंकों के रवैए के कारण आम जनमानस में रोष व्याप्त है। बैंक कर्मचारी लोन के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों के साथ दुर्व्यहार करता है। उनका शोषण भी करता है। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बैंकों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए नियमावली को कठोर बनाए जाने की मांग भी की। देवराज पांडे के मामले में उच्च स्तरीय जांच कर कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई।from https://ift.tt/tvUryhX
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