Saturday, June 7, 2025

नायब सरकार ने जिस हरियाणवी सिंगर के 10 गाने किए बैन, वो पहुंचा प्रेमानंद जी महाराज के पास, सुनाया भजन

चंडीगढ़: हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री के चर्चित गायक हाल के दिनों में अपने गन कल्चर वाले गानों के कारण विवादों में रहे हैं। लेकिन अब उन्होंने एक नया रुख अपनाते हुए आध्यात्मिकता की ओर कदम बढ़ाया है। हाल ही में मासूम शर्मा ने वृंदावन यात्रा के दौरान प्रसिद्ध धार्मिक गुरु से मुलाकात की और उनके समक्ष श्याम बाबा पर आधारित एक भक्ति गीत प्रस्तुत किया। इस मुलाकात के दौरान हरियाणवी गायक केडी भी मासूम शर्मा के साथ मौजूद रहे। जैसे ही को बताया गया कि यह वही गायक हैं जिनके कई गानों को सरकार ने बैन कर दिया है, तो महाराज ने उत्सुकता दिखाई और उनसे कोई भक्ति गीत सुनाने का आग्रह किया।मासूम शर्मा ने जिस धुन पर गन कल्चर आधारित गाना गाया था उसी पर। यह सुनकर प्रेमानंद महाराज भावविभोर हो उठे और उन्होंने गीत की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार की ऊर्जा और शैली अगर भगवान के चरणों में समर्पित हो, तो उसका प्रभाव कहीं अधिक सकारात्मक होता है। इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जहां लोगों ने मासूम शर्मा की इस धार्मिक और सकारात्मक छवि की सराहना की है। वीडियो में प्रेमानंद महाराज मुस्कुराते हुए शर्मा की गायकी की तारीफ करते नजर आ रहे हैं।सरकार ने 10 गाने किए हैं बैनमासूम शर्मा के सहायक दीपक कुमार ने जानकारी दी कि यह मुलाकात धार्मिक यात्रा के दौरान संयोगवश हुई थी। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों से मासूम शर्मा अपने गानों को लेकर चर्चाओं में रहे हैं और कई गानों पर प्रतिबंध भी लगाया गया है। सरकार द्वारा ट्यूशन बदमाशी का, 60 मुकदमे, पिस्तौल, चंबल के डाकू, खटोला जैसे करीब दस गानों को बैन कर दिया गया है क्योंकि इनमें हथियारों और हिंसा को बढ़ावा देने वाले दृश्य और बोल शामिल थे।नई शुरुआत की ओर इशारा?प्रेमानंद महाराज से मिलकर और भक्ति गीत प्रस्तुत कर मासूम शर्मा ने संकेत दिया है कि वह अब अपनी कला को सकारात्मक दिशा में मोड़ना चाहते हैं। उन्होंने श्याम बाबा पर बनाए गए इस गीत का ऑडियो पहले ही रिलीज कर दिया है, और अब इसका वीडियो भी जल्द ही आने की संभावना है। यह बदलाव देखकर उनके प्रशंसक भी उत्साहित हैं कि शायद अब मासूम शर्मा समाज में सकारात्मक संदेश देने वाले गीतों पर ध्यान देंगे। वहीं कुछ आलोचक यह भी कह रहे हैं कि यह बदलाव मात्र छवि सुधारने का प्रयास हो सकता है, लेकिन अगर यह बदलाव वास्तविक है तो इसे सराहा जाना चाहिए।


from https://ift.tt/aV7RA9W

No comments:

Post a Comment