Saturday, June 28, 2025

बेचारे गहलोत, सचिन पायलट ने कभी... राजस्थान BJP के प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल ने जानें क्या कह दिया

जयपुर: राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सीएम भजनलाल के खिलाफ षड्यंत्र वाले बयान से सियासत में खलबली मची हुई हैं। गहलोत के बयान के बाद अब बीजेपी उन पर लगातार बरस रही है। इस बीच राजस्थान के बीजेपी प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने गहलोत पर जमकर तीखा तंज कसा हैं। उन्होंने कहा कि गहलोत के खिलाफ तो उनकी पार्टी के नेता ही षड्यंत्र करते हैं। उन्होंने इसको लेकर सचिन पायलट के नाम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गहलोत जब सीएम थे, तो उनकी कुर्सी को कभी स्थिरता नहीं मिली।

बेचारे गहलोत कभी पांच साल चैन से कुर्सी पर बैठ भी नहीं पाए

जोधपुर में गहलोत के दिए बयान के बाद बीजेपी उन पर जमकर भड़की हुई। इसको लेकर बीजेपी चीफ मदन राठौड़, राज्यवर्द्धन सिंह, दीया कुमारी, झाबर सिंह खर्रा, घनश्याम तिवाड़ी समेत कई बीजेपी नेताओं के तीखे पलटवार सामने आए हैं। इस बीच बीजेपी प्रभारी ने कहा कि बेचारे गहलोत कभी पांच साल चैन से कुर्सी पर बैठ भी नहीं पाए। सचिन पायलट ने उनकी कुर्सी पर इतने कांटे लगाए कि वह आराम से नहीं बैठ सके। उन्होंने ने कहा कि गहलोत को आज भी सपने में षड्यंत्र ही नजर आते हैं, क्योंकि कांग्रेस में षड्यंत्र रचने की परंपरा है। उन्होंने कहा कि जो आदमी खुद षड्यंत्रों के बीच राजनीति करता है, वही हर जगह षड्यंत्र देखता है। हमारे संगठन में न तो ऐसी राजनीति होती है, न हम उसे स्वीकार करते हैं।

हम 5 साल के लिए मुख्यमंत्री नियुक्त करते हैं

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा में एक बार मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो उसके खिलाफ साजिश रचना भाजपा की कार्य संस्कृति में नहीं है। हम 5 साल के लिए मुख्यमंत्री नियुक्त करते हैं, बीच में किसी को उकसाकर उन्हें हटाना हमारी फितरत नहीं है। यह संस्कार कांग्रेस में है, हमारे में नहीं। उन्होंने सरदार पटेल का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें 15 में से 12 वोट मिले थे, लेकिन प्रधानमंत्री की कुर्सी नेहरू ने छीन ली। श्यामा प्रसाद मुखर्जी दो विधान, दो संविधान के खिलाफ चिल्लाते रहे, लेकिन उन्हें जेल में मरवा दिया गया, यह सब कांग्रेस की देन है।

गहलोत ने सीएम को हटाने के लिए यह दिया था बयान

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के दौरे पर प्रदेश की सियासत में खलबली पैदा करने वाला बयान दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान खुलासा किया कि दिल्ली और राजस्थान में कुछ लोग इसकी प्लानिंग कर चुके हैं, लेकिन भजनलाल इसे समझ नहीं पा रहे। गहलोत ने तंज कसते हुए कहा, हम बार-बार उन्हें समझा रहे हैं। पहली बार एक नए नौजवान को चार्ज मिला है। पहली बार विधायक बने और सीधे मुख्यमंत्री बन गए, कितनी बड़ी बात है। इनको मेंटेन रखें, बार-बार बदलने से क्या फायदा?


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