Monday, September 30, 2024

श्याम बिहारी गुप्ता बने गो सेवा आयोग के अध्यक्ष, 2 साल बाद योगी सरकार ने बनाई नई टीम

अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गायों की सुरक्षा को लेकर हमेशा से सख्त रहे हैं। गौ तस्करी से लेकर गौ हत्या को रोकने के लिए सरकार कठोर कदम उठा रही है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने दूध ना देने वाली व बेसहारा गायों के लिए गौशालाएं भी बनवाई है। इसी क्रम में गायों की रक्षा-सुरक्षा और सेवा के लिए योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग का गठन कर दिया गया है। इसको लेकर आयोग का अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों की घोषणा कर दी गई है।योगी सरकार ने झांसी जिले के रहने वाले श्याम बिहारी गुप्ता को यूपी गौ सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही दो उपाध्यक्षों के नामों की घोषणा की गई है। कुशीनगर जिले के कप्तानगंज क्षेत्र के रहने वाले जसवंत सिंह उर्फ अतुल सिंह और बस्ती जिले के महेश कुमार शुक्ल को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है।इसके अलावा मुरादाबाद के रहने वाले दीपक गोयल, महोबा जिले के राजेश सिंह सेंगर और फिरोजाबाद जिले के रमाकांत उपाध्याय को सदस्य नियुक्त किया गया है। इस तरह एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और तीन सदस्य नियुक्त किए गए हैं।बीते लोकसभा चुनाव में आए नतीजों के बाद योगी सरकार लगातार आयोगों के गठन कर रही है। प्रदेश सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग, अनुसूचित जाति जनजाति आयोग और महिला आयोग का गठन कर चुकी है। इसी के चलते अब दो साल बाद उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग का गठन कर दिया गया है।इस संबंध में पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव के. रवीन्द्र नायक ने सोमवार को आयोग के पदों पर नियुक्ति के संबंध में आदेश जारी कर दिया है। आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता गौ पालन और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के अभियान के लिए जाने जाते हैं।


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Sunday, September 29, 2024

इजरायली जासूसों ने हिजबुल्लाह के गढ़ में कैसे की घुसपैठ, सीरिया से कनेक्शन की जबरदस्त कहानी

तेल अवीव: इजरायल ने 2006 के लेबनान युद्ध में हिजबुल्लाह सरगना हसन नसरल्लाह को तीन बार मारने की कोशिश की थी। इजरायल का पहला हवाई हमला अपने लक्ष्य से चूक गया था, क्योंकि उस जगह से हसन नसरल्लाह पहले ही निकल चुका था। दो अन्य हवाई हमले जमीन के कई फीट नीचे मौजूद उसके कंक्रीट के बंकर को भेदने में नाकाम रहे थे। लेकिन, शुक्रवार रात को इजरायली सेना ने अपनी पुरानी गलतियों को सुधार लिया। इजरायली मीडिया के अनुसार, नसरल्लाह को दक्षिण बेरूत में एक अपार्टमेंट परिसर के नीचे बने एक बंकर में ट्रैक किया गया और उसे मार गिराने के लिए 80 से अधिक बम गिराए गए।

इजरायल का आत्मविश्वास चरम पर

के बाद इजरायली सेना और दूसरे सुरक्षा प्रतिष्ठानों का आत्मविश्वास आसमान में है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि इजरायल ने इस क्षेत्र के अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंदियों में से एक को लगातार कई विनाशकारी झटके दिए हैं। इजरायल के पेजर और वॉकी टॉकी विस्फोटों ने हिजबुल्लाह को पहले ही घुटनों पर ला दिया था। इसके बाद इजरायली हवाई हमलों में हिजबुल्लाह के कई शीर्ष कमांडर मारे गए, जो दशकों से आतंकी अभियानों का नेतृत्व कर रहे थे। अब इजरायल ने हसन नसरल्लाह को मार गिराकर हिजबुल्लाह की कमर तोड़ दी है।

खुफिया जानकारी ने इजरायल को दिलाई सफलता

फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में वर्तमान और पूर्व अधिकारियों के हवाले से बताया है कि जो बदलाव हाल में देखने को मिले हैं, वे पिछले दो महीनों में इजरायल को मिली सटीक खुफिया जानकारी से संभव हुए हैं। इजरायल ने 30 जुलाई को हसन नसरल्लाह का दाहिना हाथ कहे जाने वाले फुआद शुकर को मार गिराया था। इन अधिकारियों ने बताया कि इजरायल 2006 से ही हिजबुल्लाह की जड़ें खोदने में जुटा हुआ था। इसके लिए इजरायल ने हिजबुल्लाह की बड़े पैमाने पर जासूसी करने का अभियान शुरू किया।

दशकों से हिजबुल्लाह की जासूसी कर रहा था इजरायल

अगले दो दशकों तक, इजरायल की परिष्कृत सिग्नल इंटेलिजेंस यूनिट 8200 और इसके सैन्य खुफिया निदेशालय, जिसे 'अमन' कहा जाता है, ने इजरायल के "उत्तरी क्षेत्र" में तेजी से बढ़ते हिजबुल्लाह के हर कदम पर नजर रखने के लिए बहुत अधिक मात्रा में डेटा का विश्लेषण किया। पूर्व वरिष्ठ खुफिया अधिकारी मिरी आइसिन ने कहा कि इसके लिए इजरायल ने हिजबुल्लाग को देखने के तरीके में एक मौलिक बदलाव की आवश्यकता थी। ऐसे में इजरायली खुफिया एजेंसियों ने हिजबुल्लाह को समझने और जासूसी के लिए अपने दायरे को बढ़ाया। इजरायल ने हिजबुल्लाह की न केवल मिलिट्री यूनिट, बल्कि उसकी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के साथ बढ़ते संबंध और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के साथ नसरल्लाह के संबंधों पर भी नजर बनाए रखा।

सीरिया मिशन ने हिजबुल्लाह की कब्र खोदी

इजरायली खुफिया एजेंसियों ने लगभग एक दशक तक हिजबुल्लाह को "ओसामा बिन लादेन" की तरह आतंकवादी समूह के बजाय "आतंकवादी सेना" के रूप में देखा। यह एक वैचारिक बदलाव था जिसने इजरायल को हिजबुल्लाह का उतना ही बारीकी से और व्यापक रूप से अध्ययन करने के लिए मजबूर किया जितना उसने सीरियाई सेना का किया था। जैसे-जैसे हिजबुल्लाह की ताकत बढ़ती गई, जिसमें 2012 में असद की तानाशाही के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह को दबाने में मदद करने के लिए सीरिया में तैनात होना भी शामिल है, इसने इजरायल को अपने तरीके से काम करने का मौका दिया। इसके बाद जो जानकारियां मिली, उससे साफ हुआ कि हिजबुल्लाह के संचालन किसके हाथ में था, किसे प्रमोशन मिल रही थी, कौन भ्रष्ट था, और कौन उसके दोस्तों से मिल रहा था।

इजरायल ने हिजबुल्लाह में बनाई पैठ

जब हिजबुल्लाह ने सीरिया में बसर अल असद के पक्ष में अपना सैन्य अभियान शुरू किया, तभी इजरायल को बड़ा मौका मिल गया। उस समय हिजबुल्लाह को बड़े पैमाने पर लड़ाकों की जरूरत महसूस हुई। ऐसे में इजरायली जासूसों ने अपने एजेंटों को हिजबुल्लाह में भर्ती करवाया और संभावित लोगों की पहचान की, जो पैसे के बदले जानकारियां दे सकते थे। इससे हिजबुल्लाह के आंतरिक नियंत्रण तंत्र कमजोर हो गए और समूह में बड़े पैमाने पर घुसपैठ के लिए दरवाजा खुल गया। सीरिया में युद्ध भी इजरायल के लिए एक बड़े डेटा का सोर्स बनकर उभरा। हिजबुल्लाह और उसके समर्थक युद्ध में मारे जाने वाले अपने लड़ाकों और उनके जनाजों की तस्वीरें पोस्ट करते थे। इससे यह पता चलता था कि लड़ाका किस शहर से था, वह कहां मारा गया था। अंतिम संस्कार और भी अधिक खुलासा करने वाले थे, जिनें कभी-कभी वरिष्ठ नेताओं को भी देखा जाता था।

हिजबुल्लाह ने असद को समर्थन देकर चुकाई कीमत

बेरूत में एक पूर्व उच्च पदस्थ लेबनानी राजनीतिज्ञ ने कहा कि इजरायल या अमेरिकी खुफिया एजेंसियों द्वारा हिजबुल्लाह में घुसपैठ करना "असद के लिए उनके समर्थन की कीमत थी।" उन्होंने कहा, "उन्हें सीरिया में खुद को सामने लाना पड़ा," जहां उन्हें कुख्यात भ्रष्ट सीरियाई खुफिया सेवा या रूसी खुफिया सेवाओं के साथ जानकारी साझा करनी पड़ी, जिन पर अमेरिका नियमित रूप से नजर रखता था। इससे इजरायल को और अधिक जानकारियां मिली और वह हिजबुल्लाह के कमांड सेंटर में अंदर तक घुस गया। इसके बाद इजरायल हर मौके पर हिजबुल्लाह से दो कदम आगे ही रहा। दो दिन पहले पूरी दुनिया ने उसी की धमक देखी, जब इजरायल ने बेरूत में हिजबुल्लाह सरगना हसन नसरल्लाह को मार गिराया।


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Saturday, September 28, 2024

सर्जिकल स्ट्राइक पर PAK की भाषा बोलती है कांग्रेस... जम्मू में रैली को संबोधित करते हुए बोले PM मोदी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शहरी नक्सलियों के पूर्ण नियंत्रण में है और सर्जिकल स्ट्राइक पर पाकिस्तान की भाषा बोलती है। पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग भ्रष्टाचार, आतंकवाद और अलगाववाद से मुक्त सरकार चाहते हैं ताकि उनके बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले एम ए स्टेडियम में आयोजित रैली में लोगों की भारी भीड़ इसका प्रमाण है कि भाजपा की सरकार आ रही है।

गोली का जवाब मोर्टार से दिया

इसके साथ ही पीएम मोदी ने 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि आतंक के आकाओं को पता है कि अगर उन्होंने कुछ गलत किया तो मोदी उन्हें 'पाताल' में भी ढूंढ निकालेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जम्मू में सीमा पर सीजफायर उल्लंघन आम बात हुआ करती थी क्योंकि वो (कांग्रेस) उन्हें सफेद झंडे दिखाते थे। भाजपा सरकार ने उनकी गोलियों का जवाब मोर्टार के गोले से दिया ताकि उनकी बुद्धि ठिकाने आ सके।

कांंग्रेस बोलती है पाकिस्तान की भाषा

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 28 सितंबर है और इस दिन ही सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी। भारत ने दुनिया को संदेश दिया कि यह एक नया भारत है और यह उनके घरों के अंदर घुसकर वार करता है। हालांकि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कांग्रेस ने सबूत मांगा था। उन्होंने कहा कि यह वह पार्टी है जो सर्जिकल स्ट्राइक पर पाकिस्तान की भाषा बोलती है। क्या आप कांग्रेस को ऐसी भाषा के लिए माफ करेंगे? कांग्रेस उन लोगों का सम्मान नहीं करती जो देश के लिए अपनी जान देते हैं।पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने जम्मू क्षेत्र के साथ भेदभाव किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो क्षेत्र में राज्य का दर्जा बहाल करेगी। आने वाले समय में जम्मू के विकास को और गति मिलेगी। मैं व्यापारिक समुदाय से कहना चाहता हूं कि आने वाला समय उनके लिए अवसरों से भरा होगा। उन्होंने कहा कि जम्मू में अधिक से अधिक निवेश लाने और स्थानीय युवाओं को उनके जिलों में ही रोजगार प्रदान करने के लिए उद्योग स्थापित करने के हमारे प्रयास जारी हैं। प्रधानमंत्री ने तीखा हमला करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग 'तीन परिवारों - कांग्रेस, एनसी और पीडीपी' के शासन का खामियाजा भुगतते रहे हैं और उन्हें वापस नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यहां के लोग भ्रष्टाचार, नौकरियों में भेदभाव, आतंकवाद, अलगाववाद और खून खराबा नहीं चाहते हैं। इसके बजाय, वे शांति चाहते हैं।


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Friday, September 27, 2024

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव की वोटिंग पूरी, 35 फीसदी पड़े वोट, रिजल्ट पर अभी रोक

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव की वोटिंग शुक्रवार शाम संपन्न हो गई। इसके साथ ही एबीवीपी, एनएसयूआई और लेफ्ट समर्थित छात्र संगठनों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए हैं। खास बात यह रही कि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन 'छात्र युवा संघर्ष समिति' ने शिरकत ही नहीं की। उसने चुनावों में विश्वविद्यालय की ओर से की जा रही निगरानी को मुद्दा बनाया है। ताजा अपडेट के अनुसार, इस बार कुल 35.16 फीसदी वोटिंग हुई। इस बार कुल 145893 में से 51300 वोट ही पड़े। यह पिछले साल हुए DUSU चुनाव में हुए मतदान प्रतिशत से भी कम है। 2023 में तब 42.16% वोट डाले गए थे। एबीवीपी को 4 सीटें जीतने की उम्मीदसंगठन से जुड़े छात्रों का मानना है कि इस चुनाव के लिए विश्वविद्यालय की ओर से समुचित निगरानी नहीं की जा रही थी। ऐसे ही आरोप-प्रत्यारोप के बीच दिल्ली की सत्ता पर काबिज आप दिल्ली विश्वविद्यालय की इस चुनावी दौड़ से पूरी तरह बाहर रही। चुनाव संपन्न होने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने डूसू चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करने वाले सभी छात्रों का धन्यवाद किया है। एबीवीपी को उम्मीद है कि उसे इस चुनाव में चारों सीटों पर जीत मिल सकती है। विद्यार्थी परिषद का कहना है कि छात्रों ने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र की पहली सीढ़ी में अपनी भागीदारी की है। विद्यार्थी परिषद ने लगाए एनएसयूआई पर आरोप विद्यार्थी परिषद ने आरोप लगाया कि मतदान की शुरुआत में ही एनएसयूआई के संयुक्त सचिव पद के प्रत्याशी ने प्रोफेसर के साथ मारपीट की। प्रोफेसरों के साथ अभद्रता की तथा बूथ कैप्चरिंग का प्रयास किया गया। उसका कहना है कि यह दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में अंकित हो गया है। चूंकि एनएसयूआई की हार तय हो गई है, इसलिए बौखलाहट में वह लगातार झूठे आरोप लगा कर बरगलाने का प्रयास कर रही है।रिजल्ट हाई कोर्ट के निर्देश के बाददिल्ली यूनिवर्सिटी चुनाव के रिजल्ट को लेकर हालांकि सस्पेंस है। यह दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद ही जारी होगा। दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को मतगणना पर उस समय तक के लिए रोक लगा दी थी, जबतक कि पोस्टर, होर्डिंग, दीवारों पर लिखे नारे आदि समेत भवनों को विरूपित करने वाली सामग्री नहीं हटा दी जाती है। कोर्ट ने सरकारी संपत्तियों को उनके मूल रूप में लाने के आदेश दिए थे। इस विषय पर, डूसू चुनाव के पीठासीन अधिकारी राजेश सिंह ने कहा था कि नियमों का उल्लंघन करने वाले अधिकतर होर्डिंग, पोस्टर एवं बैनर हटा दिये गये हैं। हमने चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशियों को बैठक के लिए बुलाया और उन्हें इन प्रचार सामग्री को हटाने का निर्देश दिया है। साल दर साल वोटिंग प्रतिशत
साल वोटिंग प्रतिशत
2024 35.16%
2023 42.16%
2019 39.9%
2018 44.6%
2017 42.8%
2016 36.9%
2015 43.9%


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Thursday, September 26, 2024

बंगाल में बिहार के युवकों से पिटाई करने वाले निकले फेक IB ऑफिसर, गिरिराज सिंह की पोस्ट के बाद जांच में खुली पोल

कोलकाता/सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में बिहार के युवकों के साथ अभद्रता और मारपीट के मामले में पुलिस एक्शन में आ गई है। केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह द्वारा युवकों के साथ अभद्रता और धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया गया था। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अब सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने वायसरल वीडियो में दिख रहे दो युवकों को अरेस्ट किया है। इस मामले को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी उठाया था, उन्होंने इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कार्रवाई की मांग की थी। दोनों युवक परीक्षा देने के लिए पश्चिम बंगाल गए थे। आईबी अधिकारी बनकर की अभद्रता जानाकारी के अनुसार सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने वायरल वीडियो में दिख रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए दो लोगों ने खुद को आईबी अधिकारी बताया था। अभद्रता के बाद बिहार के दो युवकों से उठक-बैठक करवाई थी। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है वे फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस के अनुसार आगे की जांच जारी है। पहले उन्होंने खुद को हिरासत में लिए जाने पर आईबी अधिकारी होने का दावा किया था। सिलीगुड़ी पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दोनों आरोपियों को अरेस्ट करने की जानकारी दी है। केंद्रीय मंत्री ने बोला था हमला केंद्रीय मंत्री ने इस घटना को उठाया था। उन्होंने लिखा था कि बंगाल में रोहिंग्या मुसलमान के लिए रेड कारपेट और परीक्षा देने गए बिहार के बच्चे के साथ मारपीट ? क्या ये बच्चे हिंदुस्तान के अंग नहीं? क्या ममता सरकार ने सिर्फ बलात्कारियों को बचाने का ठेका ले रखा है? उन्होंने अपनी पोस्ट में बंगाल बीजेपी के नेता और नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी को टैग किया था। वीडियो में देखा गया था कि एक कमरे में दो युवक सो रहे हैं तभी वहां पर व्यक्ति पहुंचकर डॉक्टमेंट मांगने लगते हैं और खुद को वे आईबी अधिकारी बताते हैं। इसके बाद वह अभद्रता करते हैं और मारपीट करते हैं। जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने भी सिलीगुड़ी की घटना पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वहां कोई सरकार और कानून नहीं है। वहां अराजकता की स्थिति है। ये बिहारियों का अपमान केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी इस घटना को उठाया था। उन्होंने लिखा था कि पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों से बर्बरतापूर्ण मारपीट की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। वहां की मुख्यमंत्री ने फिर एक बार बिहारियों का अपमान किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैं ममता बनर्जी जी से पूछना चाहता हूं कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है ? क्या अब भी विपक्षी दल के नेता चुप्पी साधे रहेंगे? मैं पूछना चाहता हूं बिहार के नेता प्रतिपक्ष से कि अब आप किस हक से तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे। मैं माननीय मुख्यमंत्री नितीश कुमार से आग्रह करता हूं कि मामले की गहन जांच करा कर दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई करें।


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Wednesday, September 25, 2024

कार चलाने को लेकर डांटा! गुस्साए बेटे ने चाकू से गोदकर कर डाली पिता की हत्या

वरुण शर्मा, बुलंदशहर: यूपी के बुलंदशहर में बुधवार को नाबालिग बेटे ने अपने पिता की चाकू मारकर हत्या कर दी। मृतक गाजियाबाद में बिजली विभाग में एंटी थैंफ्ट में सिपाही के पद पर तैनात था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, जमुनापुरम कॉलोनी निवासी सिपाही प्रवीण कुमार गाजियाबाद में तैनात था। प्रवीण का कार चलाने को लेकर अपने ही नाबालिग बेटे से विवाद हो गया। उनके नाबालिग बेटे ने अपने पिता पर चाकू से हमला कर दिया। चाकू प्रवीण के सीने में जा घुसा।आनन-फानन में गंभीर रुप से घायल हुए प्रवीण कुमार को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत को गंभीर देखते हुए उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। हायर सेंटर के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद घर में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची कोतवाली देहात पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों का कहना है कि बच्चा गलत संगति में बैठने लगा है। इसको लेकर आए दिन घर में आपस में विवाद रहता था।एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने बताया कि बेटे ने चाकू मारकर अपने पिता की हत्या की है। उसके सीने में चाकू लगा था। आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर कार्रवाई की जा रही है।


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Tuesday, September 24, 2024

भारत, चीन, इजरायल, रूस... संयुक्त राष्ट्र में अपने विदाई भाषण में क्या बोले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन

न्यूयॉर्क: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में मंगलवार को अपना आखिरी भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने मध्य पूर्व में जारी तनाव से लेकर भारत समेत दुनियाभर के देशों में हुए चुनावों का भी जिक्र किया। बाइडन ने अपने भाषण में चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि वह इंडो पैसिफिक में गठबंधन और साझेदारों को मजबूत करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका को दुनिया की मदद से पीछे नहीं हटना चाहिए। बाइडन ने लेबनान में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जारी तनाव के पूर्ण युद्ध में तब्दील होने के खतरे और गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ इजराइल के सैन्य अभियान के लगभग एक साल पूरे होने के बीच यह टिप्पणी की।

सूडान और रूस-यूक्रेन में शांति की अपील की

अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में पश्चिम एशिया में संघर्ष खत्म करने और सूडान में 17 महीने से जारी गृहयुद्ध का अंत करने की आ‍वश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने फरवरी 2022 से रूस के आक्रमण का सामना कर रहे यूक्रेन के लिए अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगियों के पूर्ण समर्थन को रेखांकित किया। बाइडन ने कहा, "मैंने इतिहास में एक उल्लेखनीय बदलाव देखा है। मैं जानता हूं कि आज जब कई लोग दुनिया को देखते हैं तो उन्हें परेशानियां नजर आती हैं और वे निराशा के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, लेकिन मैं ऐसा नहीं करता। जब दुनिया एक साथ काम करती है, तो हम जितना सोचते हैं, उससे कहीं ज्यादा मजबूत होते हैं।"

भारत समेत दुनियाभर में हुए चुनावों का किया जिक्र

बाइडन ने कहा, ‘‘हमने घाना से लेकर भारत और दक्षिण कोरिया तक दुनिया भर के लोगों को शांतिपूर्वक अपना भविष्य चुनते देखा है। विश्व की एक-चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले देश इस साल चुनाव करा रहे हैं।’’ अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में आखिरी बार संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन में बाइडन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र की बैठक में कहा, ‘‘यह उल्लेखनीय है कि 1972 में अमेरिकी सीनेट के लिए पहली बार चुने जाने के बाद से यह लोगों की शक्ति ही है जो भविष्य के बारे में मुझे अधिक आशावादी बनाती है।’’

बाइडन ने चीन को दिया कड़ा संदेश

बाइडन ने चीन को कड़ा संदेश देते हुए मंगलवार को विश्व नेताओं से कहा कि वाशिंगटन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने गठबंधनों और साझेदारियों के नेटवर्क को मजबूत करना जारी रखेगा। बाइडन ने स्पष्ट किया कि ये गठबंधन और साझेदारियां किसी देश के खिलाफ नहीं हैं, क्योंकि अमेरिका चीन के साथ प्रतिस्पर्धा का जिम्मेदारी से प्रबंधन करना चाहता है। बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के मंच से विश्व नेताओं को अपने आखिरी संबोधन में बाइडन ने कहा, “हमें अपने सिद्धांतों को भी बनाए रखने की आवश्यकता है, क्योंकि हम चीन के साथ प्रतिस्पर्धा का जिम्मेदारी से प्रबंधन करना चाहते हैं, ताकि यह संघर्ष में न तब्दील हो जाए।”

इंडो-पैसिफिक में साझेदारों को मजबूत करने का लिया संकल्प

अमेरिकी राष्ट्रपति ने संरा महासभा के 79वें सत्र की आम बहस में कहा, “अमेरिका स्पष्ट रूप से अनुचित आर्थिक प्रतिस्पर्धा के खिलाफ है, वह दक्षिण चीन सागर में अन्य देशों पर सैन्य दबाव बनाने के खिलाफ है और ताइवान जलडमरूमध्य में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के पक्ष में है। अमेरिका अपनी सबसे उन्नत प्रौद्योगिकियों की रक्षा कर रहा है, ताकि इनका हमारे खिलाफ या हमारे किसी साझेदार के खिलाफ दुरुपयोग न किया जा सके।” उन्होंने कहा, “इसके साथ ही हम पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में गठबंधनों और साझेदारियों के अपने नेटवर्क को मजबूत करना जारी रखेंगे। ये गठबंधन और साझेदारियां किसी राष्ट्र के खिलाफ नहीं हैं। स्वतंत्र, खुले, सुरक्षित और शांतिपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थापना के लिए कई सहायक कारक मौजूद हैं।”


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Monday, September 23, 2024

हरियाणा चुनावों के बीच कांग्रेस कैंडिडेट सुरेंद्र पंवार बरी, हाईकोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस को किया खारिज

चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अरेस्ट किए कांग्रेस के विधायक और सोनीपत से कैंडिडेट सुरेंद्र पंवार (Surender Panwar Sonipat) को जमानत मिल गई है। वह जेल में रहकर चुनाव लड़ रहे थे। उनके चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी बेटे और बहू समीक्षा ने संभाल रखी थी। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने सुरेंद्र पंवार की गिरफ्तारी को अवैध बताया है। हाईकोर्ट ने सुरेंद्र पंवार के खिलाफ 25 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस को भी खारिज कर दिया है। ईडी ने अवैध खनन के मामले में कार्रवाई करते हुए पंवार को अरेस्ट किया था। इस सीट पर बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व नेता निखिल मदन को मुकाबले में उतारा है। ईडी ने सुरेंद्र पंवार को 20 जुलाई, 2024 को अरेस्ट किया था। कांग्रेस ने नहीं काटा था टिकट सुरेंद्र पंवार ने 2019 में तत्कालीन मंत्री कविता जैन को शिकस्त दी थी। कविता जैन 2009 और फिर 2014 में चुनाव जीती थीं। पिछले चुनाव में सुरेंद्र पंवार को यहां 79,438 वोट मिले थे और उन्होंने करीब 30 हजार वोटों के अंतर से कविता को हराया था। पहले सुरेंद्र पंवार आईएनएलडी में रह चुके हैं। 2014 में उन्होंने सोनीपत सीट पर चुनाव आईएनएलडी की टिकट से लड़ा था। तब वह इस सीट पर तीसरे स्थान पर रहे थे। कांग्रेस ने ईडी के द्वारा अरेस्ट किए जाने के बाद भी सुरेंद्र पवार का टिकट नहीं काटा था और उन्हें सोनीपत से उम्मीदवार घोषित किया था। पंवार जेल में थे उनके परिवार के सदस्य प्रचार कर रहे थे। ससुर को जिताने के लिए बहू समीक्षा वोट मांग रही थीं।


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Sunday, September 22, 2024

सुरेश रैना की ताबड़तोड़ पारी पर फिरा पानी, मोर्ने वान विक के तूफानी शतक से गुजरात को मिली जीत

जोधपुर: साउथ अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज मोर्ने वान विक की शानदार शतकीय पारी के सहारे गुजरात ग्रेट्स ने लीजेंड्स लीग 2024 के अपने पहले मैच में टॉयम हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर अपनी पहली जीत दर्ज की। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद की टीम ने 7 विकेट पर 172 रन ठोक दिए। गुजरात ने आखिरी ओवर में मुकाबले को दो विकेट खोकर अपने नाम कर लिया।

रैना ने 162 की स्ट्राइक रेट से बनाए रन

चाडविक वॉल्टन और जॉर्ज वर्कर ने टॉयम हैदराबाद के लिए पारी की शुरुआत की। उन्होंने 19 के स्कोर पर पहला विकेट खोया, जब वर्कर 8 गेंदों पर 13 रन बनाकर आउट हुए। वॉल्टन 12 गेंदों पर 17 रन जोड़ सके। उन्हें लियाम प्लंकेट ने आउट किया। एक समय पर उनका स्कोर 4.2 ओवर में 36/3 था। कप्तान सुरेश रैना और रिकी क्लार्क ने चौथे विकेट के लिए 46 रन जोड़े। रैना ने 27 गेंदों में 44 रन की पारी खेली, जबकि रिकी क्लार्क ने 17 गेंदों में 15 रन बनाए। अंतिम ओवर्स में पीटर ट्रेगो ने 25 गेंदों में 36 रन बनाकर अपनी टीम को 172 तक पहुंचा दिया। गुजरात ग्रेट्स के लिए लियाम प्लंकेट के साथ ही मनन शर्मा और सीकुगे प्रसन्ना ने 2-2 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। वहीं शैनन गेब्रियल ने भी एक विकेट लिया।

धवन का बल्ला नहीं चला

173 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मोर्ने वान विक और कप्तान शिखर धवन ने गुजरात ग्रेट्स के लिए पारी की शुरुआत की। उन्होंने पहले विकेट के लिए 83 रन जोड़े। धवन 20 गेंदों में 21 रन बनाकर गुरकीरत सिंह मान के हाथों आउट हुए। इसके बाद मोर्ने वान विक को लेंडल सिमंस का साथ मिला। इस जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए 63 रन जोड़े। सिमंस के बल्ले से 20 रनों की पारी निकली। मोर्ने वान विक ने अपनी शतकीय पारी पूरी की और 69 गेंदों में 116* पर नाबाद रहे। यशपाल सिंह भी 11 गेंदों में 13* रन बनाकर नाबाद रहे। टॉयम हैदराबाद के लिए, इसुरु उदाना और गुरकीरत सिंह मान को एक-एक सफलता मिली।


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Saturday, September 21, 2024

इन 5 स्‍कीमों ने किया मालामाल, 6500 रुपये से सालभर में लखपति... क्‍या मौका चूक गए आप?

नई दिल्‍ली: म्‍यूचुअल फंड स्‍कीमों के बारे में एक बात अक्‍सर कही जाती है। वह यह है कि लंबी अवधि में ये स्‍कीमें अच्‍छा रिटर्न देती हैं। हालांकि, की कुछ स्कीमों ने कम समय में भी अच्छा रिटर्न दिया है। ईटी नाउ ने ऐसी ही 5 स्‍कीमों की पहचान की है। उसकी रिपोर्ट पिछले एक साल में 55% से ज्‍यादा रिटर्न देने वाली 5 म्‍यूचुअल फंड स्कीमों पर आधारित है। HDFC AMC और Quant फंड हाउस की कई सेक्टोरल/ थीमेटिक म्‍यूचुअल फंड स्कीमों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इनमें से टॉप 10 स्कीम ने एक साल में 45% से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है। टॉप 5 MF स्कीम ने तो 50% से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है। डाटा से पता चलता है कि सबसे ज्‍यादा रिटर्न देने वाली म्‍यूचुअल फंड स्कीम HDFC फंड हाउस की है। इसने पिछले साल 80% से ज्‍यादा का रिटर्न दिया है। अगर किसी निवेशक ने टॉप 5 स्कीम में हर महीने 6500 रुपये का SIP किया होता तो उनका कॉर्पस 1 लाख से रुपये ज्‍यादा हो गया होता।

1. क्वांट हेल्थकेयर फंड

क्वांट हेल्थकेयर फंड लगभग एक साल पुरानी स्कीम है। इसने पिछले एक साल में अपने डायरेक्ट प्लान में 59.91% का रिटर्न दिया है। अगर किसी ने एक साल तक हर महीने इसमें 6500 रुपये का SIP किया होता तो उनका कॉर्पस 1,03,679 रुपये हो गया होता।

2. HDFC ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड

HDFC ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड पिछले साल 17 अगस्त को लॉन्च हुई थी। इस सेक्टोरल स्कीम के डायरेक्ट प्लान ने पिछले एक साल में 63.25% का रिटर्न दिया है। इस स्कीम में एक साल तक हर महीने 6,500 का SIP करने पर कॉर्पस 1,04,317 रुपये हो गया होता।

3. क्वांट बिजनेस साइकिल फंड

क्वांट बिज़नेस साइकिल फंड 30 मई, 2023 को लॉन्च हुई थी। इसके डायरेक्ट प्लान ने पिछले एक साल में 67.35% का रिटर्न दिया है। इस स्कीम में हर महीने 6500 रुपये का SIP करने पर कॉर्पस ₹1,02,572 हो गया होता।

4. क्वांट मैन्युफैक्चरिंग फंड

क्वांट मैन्युफैक्चरिंग फंड 14 अगस्त, 2023 को लॉन्च हुआ था। म्‍यूचुअल फंड की इस स्कीम में हर महीने 6500 रुपये का SIP करने पर कॉर्पस 1,02,206 रुपये हो गया होता। इसके डायरेक्ट प्लान ने एक साल में 68.44% का रिटर्न दिया है।

5. HDFC डिफेंस फंड

HDFC डिफेंस फंड इस कैटेगरी की विजेता स्कीम है। इसे पिछले साल 2 जून को लॉन्च किया गया था। इसके डायरेक्ट प्लान ने एक साल में 82.11% का रिटर्न दिया है। इसमें हर महीने 6500 रुपये का SIP करने पर कॉर्पस 1,03,695 रुपये हो गया होता।डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।


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Friday, September 20, 2024

मुझे ईर्ष्या होती है... अपने ही साथी खिलाड़ी से जलते हैं रविचंद्रन अश्विन, चेन्नई टेस्ट के बीच किया खुलासा

चेन्नई: ने की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि वह अपने इस स्पिन जोड़ीदार की असाधारण प्रतिभा से जलन होती हैं। अश्विन सोचते हैं कि काश वह उनकी तरह बन पाते। गेंदबाजी में जब जोड़ी की बात आती है तो जेहन में तेज गेंदबाज आते हैं लेकिन अश्विन और जडेजा ने स्पिन जोड़ी के रूप में टेस्ट क्रिकेट में नई पटकथा लिखी। अब इन दोनों ने बल्लेबाजी में भी अच्छी जोड़ी बनाई है जिसकी बानगी बांग्लादेश के खिलाफ यहां चल रहे पहले टेस्ट मैच के दौरान भी देखने को मिली जब इन दोनों ने सातवें विकेट के लिए 199 रन की साझेदारी करके भारत को खराब शुरुआत से उबारकर चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। रविचंद्रन अश्विन ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मैं हमेशा उससे ईर्ष्या करता हूं कि वह कितना प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। उसने अपनी क्षमता को अधिकतम स्तर तक पहुंचाने के तरीके ढूंढ लिए हैं। काश मैं वैसा बन पाता, लेकिन मैं जैसा हूं उससे भी खुश हूं।’चेन्नई के इस खिलाड़ी ने स्वीकार किया कि दूसरे छोर पर जडेजा के होने से उन्हें अपना छठा टेस्ट शतक बनाने में मदद मिली। अश्विन ने कहा, ‘वह एक असाधारण क्रिकेटर है। मैं उसके लिए खुश हूं। मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में उसे बल्लेबाजी करते हुए देखने से मुझे यह भी पता चला है कि मैं कितना बेहतर हो सकता हूं।’ जब गेंदबाजी की बात आती है तो इन दोनों की अपनी अलग-अलग शैली होती है लेकिन वे टीम को फायदा पहुंचाने के लिए एक दूसरे का साथ देकर आगे बढ़ना सीख गए हैं। यह दोनों जनवरी में अनिल कुंबले और हरभजन सिंह (501 विकेट) को पीछे छोड़कर भारत की सबसे सफल गेंदबाजी जोड़ी बन गई है। अश्विन ने कहा, ‘वह इसे वास्तव में इसे सरल बनाए रखता है। वह इसे (गेंदबाजी) दिन-ब-दिन दोहरा सकता है। हम दोनों एक साथ आगे बढ़े हैं और हम दोनों ने कुछ खास चीजें की हैं। इस स्तर पर हम वास्तव में एक-दूसरे को महत्व देते हैं और हम दोनों एक-दूसरे की सफलता का पहले से कहीं अधिक आनंद ले रहे हैं।’


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Thursday, September 19, 2024

भारत और बांग्लादेश के टेस्ट में बिजी हैं फैंस, उधर मार्नस लाबुशेन ने डाल दिया करियर का बेस्ट स्पेल

नॉटिंघम: भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत हो गई है। हर तरफ क्रिकेट फैंस में इसी की चर्चा है। हालांकि इस मैच के साथ ही दुनिया भर में कई और इंटरनेशनल मैच चल रहे हैं। श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इसके साथ ही इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच भी वनडे सीरीज की शुरुआत हो गई है। काफी समय बाद दो बड़ी टीमों के बीच 5 मैचों की वनडे सीरीज हो रही है। इसका पहला मैच नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान पर हो रहा है।

लाबुशेन ने गेंदबाजी में किया कमाल

ऑस्ट्रेलिया के मुख्य रूप से बल्लेबाज हैं। हालांकि कभी कभी वह पार्ट टाइम लेग स्पिन गेंदबाजी कर लेते हैं। 52 मैच के वनडे करियर में उनके दो विकेट थे। अब इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर के 53वें मुकाबले में लाबुशेन ने तीन विकेट चटका लिया है। वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में बल्लेबाजी के लिए आसान विकेट पर उन्होंने 39 रन खर्च करके 6 विकेट में तीन शिकार किए।

डकेट को शतक बनाने से रोका

33वें ओवर में लाबुशेन ने डेन डकेट को अपना पहला शिकार बनाया। ओपनर डकेट वनडे में अपने दूसरे शतक की तरफ बढ़ रहे थे। तभी 95 के निजी स्कोर पर वह लाबुशेन की गेंद पर उन्हीं की हाथ में कैच मार बैठे। इसके बाद कप्तान हैरी ब्रुक भी लाबुशेन की गेंद पर आउट हुए. उन्होंने भी गेंदबाज के हाथ में ही कैच किया। इसके बाद जोफ्रा आर्चर को भी लाबुशेन ने पवेलियन भेजा।

ऑस्ट्रेलिया के सामने 316 का लक्ष्य

इंग्लैंड ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 315 रन बनाए। बेन डकेट के अलावा विल जैक्स के बल्ले से 62 रनों की पारी निकली। 25वें ओवर में जब जैक्स आउट हुए तो टीम का स्कोर 168 रन था। यहां से ऑस्ट्रेलिया ने वापसी करते हुए इंग्लैंड को 315 पर ही रोक दिया। निचले क्रम में बेथेल ने 35 रनों का योगदान दिया। लाबुशेन के अलावा एडम जम्पा ने भी तीन विकेट लिए।


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Wednesday, September 18, 2024

महंगाई से मिलेगी राहत! खाने-पीने की जरूरी चीजों की कीमत नहीं बढ़ेगी, सरकार ने दिलाया भरोसा

नई दिल्ली: त्योहारी सीजन पर आम जनता को महंगाई से राहत मिल सकती है। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि खाने-पीने की जरूरी चीजों की कीमत में बढ़ोतरी नहीं होगी। साथ ही सरकार ने कहा कि देश में चावल-गेहूं और खाद्य तेलों का पर्याप्त भंडार है। फूड सेक्रेटरी संजीव चोपड़ा ने बुधवार को कहा कि चीनी और खाद्य तेलों जैसी जरूरी चीजों की कीमतें स्थिर हैं और आगामी त्योहारी मौसम के दौरान इनके दाम में कोई बड़ा उछाल आने की उम्मीद नहीं है। चोपड़ा ने कंज्यूमर्स को आश्वस्त किया कि घरेलू तिलहन किसानों को समर्थन देने के उद्देश्य से कुछ खाद्य तेलों पर बेसिक कस्टम्स ड्यूटी में हाल ही में की गई बढ़ोतरी से कीमतों में कोई खास उछाल नहीं आएगा। फूड सेक्रेटरी ने कहा कि हम उपभोक्ताओं के लिए कीमतों को उचित स्तर पर बनाए रखने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि आगामी त्योहारी मौसम की स्थिति बेहतर दिख रही है। हमें आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में किसी तरह की तेजी की उम्मीद नहीं है।

बढ़ाई थी बेसिक कस्टम ड्यूटी

सरकार ने कच्चे सोयाबीन ऑइल, पाम ऑइल और सनफ्लावर ऑइल पर बेसिक कस्टम ड्यूटी शून्य से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दी है। वहीं रिफाइंड वैरिएंट पर शुल्क 12.5 फीसदी से बढ़ाकर 32.5 फीसदी कर दिया है। साथ ही 13 सितंबर को प्याज पर 550 डॉलर का न्यूनतम निर्यात मूल्य हटाया गया था और एक्सपोर्ट ड्यूटी भी 40 फीसदी के बजाय 20 फीसदी कर दी गई थी।

पुराना स्टॉक पुरानी कीमत पर

चोपड़ा ने बताया कि शून्य शुल्क पर आयातित 13 लाख टन अब भी स्टॉक में जमा है। उद्योग को निर्देश दिया गया है कि वे इस स्टॉक को मौजूदा कीमतों पर तब तक बेचें जब तक यह खत्म न हो जाए। उन्होंने कहा कि इस स्टॉक के खत्म होने के बाद भी शुल्क में वृद्धि के साथ कीमतों में 20 फीसदी की वृद्धि की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बेसिक कस्टम्स ड्यूटी बढ़ाए जाने के बाद भी इंटरनेशनल लेवल पर कीमत कम होने लगी है। आने वाले दिनों में कीमत और कम होगी।

थोक महंगाई दर में आई कमी

सब्जियों और ईंधन के दाम घटने के चलते अगस्त में थोक चार महीने के निचले स्तर पर आ गई। होलसेल प्राइस इंडेक्स पर आधारित महंगाई दर अगस्त में सालभर पहले के मुकाबले 1.31 फीसदी रही। जून में 3.43 के साथ 16 महीनों के ऊंचे स्तर पर पहुंचने के बाद जुलाई में थोक महंगाई दर 2.04 फीसदी के साथ 3 महीनों के निचले स्तर पर आ गई थी। सालभर पहले अगस्त में आंकड़ा माइनस 0.46 फीसदी पर था। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा, ‘अगस्त में फूड आर्टिकल्स, प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स के अलावा टेक्सटाइल्स और मशीनरी की मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ी कीमतें बढ़ने के चलते अगस्त में इंफ्लेशन पॉजिटिव जोन में रही।’ अगस्त में फूड इंफ्लेशन सालभर पहले के 11.43 फीसदी के मुकाबले 3.11 फीसदी रही। जुलाई में यह 3.45 फीसदी पर थी।


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Tuesday, September 17, 2024

बैंकों में बुधवार को रहेगी छुट्टी या करेंगे काम? अपने राज्‍य हाल जान लीजिए

नई दिल्‍ली: महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में के मौके पर छुट्टी की तारीख बदल दी थी। पहले यह छुट्टी 16 सितंबर 2024 को थी। लेकिन, अब यह 18 सितंबर 2024 को होगी। यानी महाराष्‍ट्र में बुधवार को बैंक बंद रहेंगे। ऐसा गणेश विसर्जन के साथ किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए किया गया है। ने भी इस बदलाव के बाद अपनी छुट्टियों की लिस्ट में बदलाव किया है।महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में ईद-ए-मिलाद की छुट्टी 16 सितंबर 2024 से हटाकर 18 सितंबर 2024 कर दी है। ऐसा गणेश विसर्जन के साथ कोई टकराव न हो इसलिए किया गया है। इसके बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी 16 सितंबर 2024 की छुट्टी रद्द कर दी थी।

RBI ने क्‍या बताया था?

RBI ने बताया था, 'महाराष्ट्र सरकार ने 18 सितंबर 2024 को नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 की धारा 25 के तहत सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।'महाराष्ट्र के अलावा पैंग-लहबसोल के लिए 18 सितंबर 2024 को सिक्किम में भी बैंक बंद रहेंगे।

सोमवार और मंगलवार को कई जगहों पर बंद रहे बैंक

देशभर में कई जगहों पर ईद-ए-मिलाद के मौके पर सोमवार, 16 सितंबर 2024 को बैंक बंद थे। इनमें गुजरात, मिजोरम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मणिपुर, जम्मू, केरल, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ और झारखंड शामिल थे। इसी तरह मंगलवार को अनंत चतुर्दशी के मौके पर राजस्‍थान समेत कई राज्‍यों में बैंकों की छुट्टी रही। ऐसे में अगर आप आज अपनी नजदीकी बैंक शाखा जाने की योजना बना रहे हैं तो RBI या बैंक शाखा की आधिकारिक सूची देख लें कि वे खुली हैं या नहीं।


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Monday, September 16, 2024

मुस्लिम युवक ने धर्म छुपाकर की शादी, गर्भपात कराया और जबरदस्ती कलमा पढ़वाने के साथ रोजे रखवाए

: धर्म छिपाकर आरोपी ने महिला को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। असलीयत पता लगने पर महिला ने विरोध किया तो आरोपी ने उसे अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद आरोपी ने महिला का जबरदस्ती करा दिया। गर्भवती होने पर आरोपी ने जबरदस्ती उसका गर्भपात करा दिया है। पीड़िता को जबरदस्ती कलमा पढ़वाया और रोजे भी रखवाए। अब पीड़िता ने महिला थाने में आरोपी के खिलाफ तहरीर दी है। महिला के साथ हिंदू संगठन के पदाधिकारी भी मौजूद थे। की रहने वाली एक महिला की शादी रोहतक हुई थी। शादी के बाद पति उसके साथ लगातार मारपीट करता था, जिससे वह दिल्ली वापस आ गई। वर्ष 2021 में उसकी मुलाकात बुढ़ाना थाना क्षेत्र के मोहल्ला काजीवाडा निवासी युवक से हुई। आरोप है कि आरोपी ने अपना धर्म छिपाकर अपना नाम आयुष बताया। इसके बाद उसने एक अधिवक्ता से मुलाकात कराई, जिसके बाद मेरठ में पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इस दौरान वह आयुष से बात करने लगी और में उसके साथ रहने लगी। आरोप है कि आरोपी हाथ में कलावा बांधे रखता था। धर्म की असलीयत पता लगने पर महिला ने विरोध किया तो आरोपी ने उसकी अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी।

पुलिस मामले की जांच में जुटी

आरोपी ने जबरदस्ती उसका धर्म परिवर्तन करा दिया और उसका नाम बदल दिया। इसके बाद आरोपी उसे अपने घर बुढ़ाना ले आया। घर पर जबरदस्ती उससे कलमा पढ़वाया गया और रोजे रखवाए गए। आरोप है कि गर्भवती होने पर महिला का जबरदस्ती गर्भपात करा दिया। हिंदू संगठन के पदाधिकारी संजय अरोरा के साथ पीड़िता ने महिला थाने में पहुंच आरोपी के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।


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'Indian English' पर अमेरिकी महिला बोली कुछ ऐसा कि Video हो गया Viral, आपने देखा?

: भारत में रहने वाली एक ने (Indian English) को लेकर सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो साझा किया है, जिसने काफी यूजर्स का ध्यान खींचा है। यूजर्स अमेरिकी महिला के वीडियो पर प्रतिक्रियाएं देने में भी खासी दिलचस्पी लेते हुए मालूम हो रहे हैं। अमेरिकी महिला का नाम क्रिस्टन फिशर है। इंस्टाग्राम के अनुसार, वह वेब डेवलपमेंट करती है। क्रिस्टन फिशन ने एक वीडियो में भारतीय और अमेरिकी अंग्रेजी की तुलना चुटकी लेते हुए की। साथ ही कैप्शन में लिखा, ''क्या आप जानते हैं कि इंडियन इंग्लिश के अपने अंग्रेजी शब्द और वाक्यांश हैं? यहां आने से पहले मैंने इनके बारे में कभी नहीं सुना था। आप और क्या जानते हैं?''

इंडियन इंग्लिश पर क्या कुछ कहा अमेरिकी महिला ने?

हाल ही में इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए वीडियो में क्रिस्टन फिशर कहती दिख रही है, ''कुछ शब्द हैं जो मैंने सीखे हैं जो इंडियन इंग्लिश के लिए यूनिक हैं। अंग्रेजी भारत की राष्ट्रीय भाषाओं में से एक है, जो बहुत व्यापक रूप से बोली जाती है, लेकिन मुझे नहीं पता था कि भारतीय अंग्रेजी और अमेरिकी अंग्रेजी के बीच अंतर है। एक उदाहरण है शिफ्टिंग। हम कहेंगे कि मूविंग, इसका मतलब बस इतना है कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना। भारतीय कहेंगे कि हमने अपना घर बदल लिया है...'' कई यूजर्स में कमेंट में क्रिस्टन को टोका कि अंग्रेजी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं हैं। इस पर क्रिस्टन ने जानकारी ने होने की बात कहते हुए भूल स्वीकार की और माफी मांगी।क्रिस्टन की ओर से भारतीय और अमेरिकी अंग्रेजी के बीच अंतर के कुछ एक उदाहरण और दिए गए। उन्होंने कहा कि अमेरिका में जिसे नट्स कहते हैं, भारत में उसे ड्राई फ्रूट बोला जाता है। उन्होंने एक शब्द 'लूज मोशन' का जिक्र किया। हालांकि, क्रिस्टन ने कहा, ''मैं इसे समझाने वाला नहीं हूं। अमेरिकी इसे नहीं समझेंगे। सभी भारतीय इसे समझेंगे और ठीक से समझेंगे कि मैं किस बारे में बात कर रहा हूं।''

क्या कुछ बोले यूजर्स?

रूपेश वाई कंडार नामक यूजर ने लिखा, ''हमारे भारत में ब्रिटिश इंग्लिश फॉलो की जाती है। इंडियन इंग्लिश के तहत आप जो भी शब्द बोल रही हैं वे असल में ब्रिटिश इंग्लिश के शब्द हैं।'' एनजी कुलकर्णी नामक यूजर ने चुटकी लेते हुए लिखा, ''लूज मोशन कभी भी स्लो मोशन में नहीं आता।'' द रामोस नामक यूजर ने लिखा, ''लूज मोशन फनी है। फिलीपींस में हम इसे LBM कहते हैं।'' ओम कुमार दुबे नामक यूजर ने पूछा, ''बस इतना ही पूछ रहा हूं कि आप भारत में क्यों बस गईं? मेरा मतलब है काम, शादी या कुछ और?माया पुल्लत नामक एक यूजर ने लिखा, ''सभी ड्राई फ्रूट्स नट्स नहीं होते। हालांकि भारतीय आमतौर पर ब्रिटिश अंग्रेजी का पालन करते हैं, लेकिन टीवी आदि के प्रभाव ने अमेरिकी अंग्रेजी के प्रभाव को भी बढ़ा दिया है।'' वहीं, कुकिल दास नामक यूजर ने नट्स और ड्राई फ्रूट्स के सवाल पर लिखा, ''...मुझे लगता है कि इसे ड्राई फ्रूट्स होना चाहिए क्योंकि किशमिश, खजूर नट्स नहीं हैं।''

कौन हैं क्रिस्टन फिशर?

क्रिस्टन फिशर की लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह अमेरिका के मूल रूप से कोलोराडो के कोलोराडो स्प्रिंग्स की रहने वाली हैं और फिलहाल अपने पति और बच्चों के साथ भारत में दिल्ली में रहती हैं। उन्होंने लिंक्डइन पर जानकारी दी है, ''हम साथ मिलकर स्काईफिश एलएलसी नाम से अपना व्यवसाय चला रहे हैं।'' अपनी एजेंसी में क्रिस्टन में कंटेट क्रिएटर की भूमिका में हैं। उन्होंने कोलोराडो विश्वविद्यालय से हेल्थकेयर साइंस में डिग्री प्राप्त की है।


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चीन-पाकिस्तान को मिला मध्य एशिया में नया दोस्त, ग्वादर बंदरगाह का करेगा इस्तेमाल, जानें नाम

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से मध्य पूर्व का एक नया देश जुड़ा है। इस देश का नाम तुर्कमेनिस्तान है। रेडियो पाकिस्तान ने रविवार को बताया कि चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तहत ग्वादर बंदरगाह तक पहुंचने वाला तुर्कमेनिस्तान पहला मध्य एशियाई राज्य बनने जा रहा है। पाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के बीच इस संबंध में जल्द ही एक समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को चीन ने अपने पैसों से विकसित किया है। यह बंदरगाह सीपीईसी का मुख्य आधार भी है।

दोनों देशों में जल्द होगा समझौता

पाकिस्तान सरकार ने सीपीईसी के तहत ग्वादर बंदरगाह और तुर्कमेनबाशी बंदरगाह के बीच समझौते के मसौदे की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया है। दोनों देश पहले से ही दक्षिण और मध्य एशिया के क्षेत्रों को जोड़ने के लिए तापी पाइपलाइन, रेल ट्रैक और फाइबर कनेक्टिविटी सहित विभिन्न संयुक्त उपक्रमों पर काम कर रहे हैं। तुर्कमेनिस्तान को पाकिस्तान तक पहुंचने के लिए अफगानिस्तान या ईरान के उन इलाकों से होकर जाना पड़ेगा, जहां सुरक्षा को खतरा हो सकता है।

पाकिस्तान के समुद्री मामलों के मंत्रालय ने क्या कहा

पाकिस्तान के समुद्री मामलों के मंत्रालय के अनुसार, विदेश, रक्षा और आंतरिक मंत्रालयों ने पहले ही उचित प्रक्रिया पूरी कर ली है। इससे पहले समुद्री मामलों के मंत्रालय ने कैबिनेट को बताया कि व्यवस्था का उद्देश्य माल और कंटेनरों के पारगमन के लिए दोनों बंदरगाहों की संभावित क्षमताओं का उपयोग करने के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग स्थापित करना है।चीन ने ग्वादर को बनाया सैटेलाइट स्टेटचीन ने पाकिस्तान के ग्वादर को अपना सैटेलाइट स्टेट बना लिया है। इस शहर के संसाधन कहने को पाकिस्तान में हैं, लेकिन उन पर अधिकार चीन का है। ग्वादर को महत्वाकांक्षी वन बेल्ट, वन रोड और समुद्री सिल्क रोड परियोजनाओं के महत्वपूर्ण बिंदू के रूप में विकसित किया जा रहा है। चीन की कोशिश ग्वादर बंदरगाह का इस्तेमाल शिनजियांग प्रांत के आयात-निर्यात के लिए करना है।


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रील्स के चक्कर में प्रिंसिपल हुए 'वायरल', शिक्षा विभाग को आया 'गुस्सा'; जानिए क्या है पूरा मामला

जमुईः जमुई में खैरमा के मिडिल स्कूल के प्रिंसिपल बुद्ध प्रकाश ने सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए बच्चों को पढ़ाने के बजाय रील्स बनाने लगे। बच्चों ने उनसे कहा था कि रील्स से वो जल्दी फेमस हो जाएंगे और पैसे भी कमाएंगे।

बच्चों को डायरेक्टर और कैमरामैन बनाया

बुद्ध प्रकाश पर बच्चों की बात का इतना असर हुआ कि उन्होंने स्कूल में ही भोजपुरी गानों पर रील्स बनानी शुरू कर दी। उन्होंने खुद एक्टर बनकर बच्चों को डायरेक्टर और कैमरामैन बना दिया। ये सब उनके दफ्तर में ही होता था। कई वीडियो में वो दूसरे कमरों और स्कूल के बाहर भी डांस करते दिख रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल पर विभाग हरकत में आया

सोशल मीडिया पर उनके वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया। जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आ गया है और जांच टीम बना दी गई है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, 'मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी और दोषी विद्यालय प्रधान के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।'

सोशल मीडिया पर एक दर्जन से ज्यादा वीडियो पोस्ट

बच्चों ने प्रिंसिपल से कहा था, ‘इंस्टाग्राम पर अगर आप रील डालेंगे तो आप बहुत जल्दी पॉपुलर हो जाएंगे और आपको बहुत रुपया मिलेगा।’ बस फिर क्या था, प्रिंसिपल ने सोशल मीडिया पर एक दर्जन से ज्यादा वीडियो बनाकर पोस्ट कर डाले।

स्थानीय ग्रामीणों ने शिक्षक के व्यवहार को अनुचित बताया

इस घटना से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों को शिक्षित करने की बजाय एक शिक्षक का इस तरह का व्यवहार निंदनीय है। इस घटना से सवाल उठता है कि क्या स्कूलों में बच्चों को सही माहौल मिल रहा है? शिक्षा विभाग को इस मामले की पूरी गंभीरता से जांच करनी चाहिए और दोषी लोगों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।


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Sunday, September 15, 2024

भारी कीमत चुकानी पड़ेगी... हूतियों के हमले से बौखलाए नेतन्याहू, इजरायल का 'ऑपरेशन यमन' शुरू

तेल अवीव: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यमन के हूती विद्रोहियों को चेतावनी दी है कि उन्हें इजरायली जमीन पर मिसाइल दागने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के अनुसार, रविवार सुबह स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे यमन से इजरायल की ओर मिसाइल को लॉन्च किया गया था। हालांकि, यह मिसाइल संभवतः हवा में ही टुकड़े-टुकड़े हो गई थी। यह मिसाइल मध्य इजरायल में एक खुले क्षेत्र में गिरी, जिसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इस बीच इजरायली सेना ने 'ऑपरेशन यमन' को शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि जल्द ही इजरायली सेना यमन में एक बड़े एयरस्ट्राइक को अंजाम दे सकती है।

हूतियों ने और हमलों की दी धमकी

इजरायल फायर एंड रेस्क्यू अथॉरिटी के टेलीग्राम पर साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों में एक खुले मैदान में हवा में धुएं के बड़े-बड़े गुबार उठते हुए और तेल अवीव और यरुशलम के बीच एक शहर मोदीन में एक ट्रेन स्टेशन के अंदर कांच के टुकड़े बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं। ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता ने हमले की पुष्टि की। उसने दावा किया कि समूह ने एक "नई हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल" का इस्तेमाल किया और चेतावनी दी कि इजरायल को हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमले की पहली बरसी के पहले ऐसे कई और हमलों का सामना करना होगा।

नेतन्याहू ने क्या कहा

नेतन्याहू ने कैबिनेट मीटिंग से पहले बोलते हुए कहा, "हम ईरान की दुष्ट धुरी के खिलाफ एक मल्टीपोलर अभियान में हैं, जो हमें नष्ट करने का प्रयास करता है।" उन्होंने कहा, "उन्हें अब तक पता चल जाना चाहिए था कि हमें नुकसान पहुंचाने के किसी भी प्रयास के लिए हमें भारी कीमत चुकानी पड़ती है।" नेतन्याहू ने तेल अवीव पर हूतियों के घातक ड्रोन हमलों के बाद जुलाई में यमन के होदेइदाह बंदरगाह पर इजरायली एयरस्ट्राइक का जिक्र भी किया।

हिजबुल्लाह ने दागीं 40 मिसाइलें

वहीं, इजरायली सेना ने बताया कि रविवार सुबह लेबनान से कम से कम 40 मिसाइल दागी गईं, जिनमें से अधिकांश को वहां ही मार गिराया गया या वे खुले क्षेत्रों में गिरी। इजरायल-लेबनान सीमा पर हमलों के कारण दोनों तरफ के हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। इजरायल ने लेबनान के हिजबुल्लाह के खिलाफ व्यापक सैन्य अभियान शुरू करने की बार-बार धमकी दी है। नेतन्याहू ने कैबिनेट बैठक में कहा, “यथास्थिति जारी नहीं रहेगी। इसके लिए हमारी उत्तरी सीमा पर शक्ति संतुलन में बदलाव की जरूरत है। हम अपने निवासियों को सुरक्षित रूप से उनके घरों में वापस भेजने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।” हिजबुल्लाह ने कहा है कि अगर गाजा में युद्ध विराम हो जाए तो वह अपने हमले रोक देगा।


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Saturday, September 14, 2024

हमजा बिन लादेन, ओसामा के उस बेटे की कहानी जो मुर्दा घोषित होने के पांच साल बाद हुआ 'जिंदा', जानें क्या कर रहा

काबुल: अलकायदा के कुख्यात सरगना और कभी दुनिया का सबसे खतरनाक शख्स माने जाने वाले हमजा बिन लादेन एक बार फिर दुनिया की टॉप खुफिया एजेंसियों के बीच चर्चा का विषय है। कई सालों से यह माना जाता रहा है कि हमजा बिन लादेन की मौत हो चुकी है। साल 2019 में अमेरिकी हवाई हमले के बाद उसकी मौत की खबरें सामने आई थीं। हालांकि, उसकी मौत की पुष्टि के लिए कभी कोई डीएनए सबूत नहीं पेश किया गया। अब नई खुफिया जानकारी से पता चलता है कि 'आतंक का क्राउन प्रिंस' कहा जाने वाला हमजा अभी भी जिंदा है और एक बार फिर से अलकायदा की कमान संभाल रह है।हालिया खुफिया आकलन से पता चलता है कि हमजा हमले में बच गया था और वर्तमान में अपने भाई अब्दुल्ला के साथ मिलकर अलकायदा को फिर से मजबूत कर रहा है, ताकि दुनिया को थर्रा सके। ब्रिटिश टैब्लॉयड डेली मिरर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि हमजा इस समय अफगानिस्तान में है और तालिबान के संरक्षण में रह रहा है। माना जाता है कि उसका वर्तमान गढ़ काबुल से 160 किलोमीटर पूर्व में स्थित जलालाबाद में है। वह अफगानिस्तान में 10 से अधिक आतंकी प्रशिक्षण शिविर चला रहा है।

हक्कानी नेटवर्क के मुखिया से संंबंध

ऐसा माना जाता है कि हमजा के अभियान को तालिबान के सबसे मजबूत धड़े हक्कानी नेटवर्क से समर्थन मिल रहा है। नेटवर्क का नेतृत्व करने वाले सिराजुद्दीन हक्कानी ने हमजा बिन लादेन के साथ घनिष्ठ निजी संबंध बनाए हैं। उसने अपनी एक बेटी की हमजा के साथ शादी भी की है, जिससे दोनों आतंकी संगठन एक दूसरे से और मजबूती से जुड़े हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, हमजा अपनी चार पत्नियों के साथ कथित तौर पर अफगानिस्तान के गजनी, लघमन और हेलमंद जैसे प्रांतों में फैले सुरक्षित ठिकानों में रह रहा है।

कौन है हमजा बिन लादेन?

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अनुसार, हमजा बिन लादेन को 28 फरवरी 2019 को संकल्प 2368 (2017) के पैराग्राफ 2 और 4 के अनुसार, आईएसआईएल या अलकायदा से जुड़े आतंकी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कहा कि ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन को अलकायदा के वरिष्ठ नेता अल-जवाहिरी ने आधिकारिक तौर पर समूह का सदस्य घोषित किया है।

जब हमजा बिन लादेन ने दी सऊदी को धमकी

मार्च 2018 में हमजा बिन लादेन ने अलकायदा के मीडिया आउटलेड के माध्य से बयान जारी किया, जिसमें सऊदी अरब को धमकी दी गई और अरब प्रायद्वीप के लोगों से विद्रोह करके राजशाही को उखाड़ फेंकने की अपील की गई। 2016 में अलकायदा ने हमजा बिन लादने का एक और ऑडियो संदेश जारी किया, जिसमें अमेरिका से बदला लेने की धमकी दी गई। इसमें अमेरिकियों की चेतावनी दी गई कि उन्हें अमेरिका और विदेशों में निशाना बनाया जाएगा।


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Friday, September 13, 2024

मगरमच्छ ने ई-रिक्शा से लगाई छलांग, हलक में आ गई लोगों की जान, वायरल वीडियो से मचा हड़कंप

श्योपुर: जिले के विजयपुर क्षेत्र में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। गुरुवार को एक मगरमच्छ ने ई-रिक्शा से छलांग लगा दी, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।बताया जा रहा है कि यह मगरमच्छ बरखेड़ा गांव में था और लोगों को परेशान कर रहा था। बुधवार रात को ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी थी लेकिन वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे। मजबूरन ग्रामीणों ने खुद ही मगरमच्छ को पकड़कर एक ई-रिक्शा में रख लिया था। जैसे ही ई-रिक्शा चल रहा था, मगरमच्छ ने अचानक छलांग लगा दी। हालांकि, इस घटना में किसी को चोट नहीं आई लेकिन ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

वन विभाग के अधिकारी ने क्या कहा?

राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य के अधीक्षक योगेंद्र ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है और वे मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही वे आगे की कार्रवाई करेंगे। वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे ई- रिक्शा पर बैठा हुआ मगरमच्छ कूद जाता है, जिससे आस- पास के लोगों की जान हलक में अटक जाती है।

इस घटना के बाद कई सवाल

वन विभाग के ना पहुंचने पर ग्रामीणों सवाल कर रहे हैं। बता दें कि इसके पहले भी कई इलाकों में मगरमच्छ के घुसने की घटानाएं सामने आई हैं। भारी बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं। जिसके कारण पानी में रहने वाले जीव ग्रामीण इलाकों में घुस जा रह हैं। श्योपुर की घटना के बाद लोग दहशत में हैं।


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Thursday, September 12, 2024

अब दक्षिण मुंबई से कोस्टल रोड के जरिए सीधे बांद्रा को जा सकेंगे मुंबईकर, सी लिंक को मिली नई कनेक्टिविटी

मुंबई: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को मुंबईकरों का एक बड़ा इंतजार खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में कोस्टल रोड के दक्षिणी हिस्से का उद्घाटन किया। इस रोड के खुलने से मुंबई के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उनका घंटों का सफर अब सिर्फ कुछ मिनट में पूरा हो जाएगा। इस कोस्टल रोड से दक्षिणी हिस्सा बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से जुड़ जाएगा और इसके जरिए लोग बांद्रा तक का सफर कर सकेंगे। मुंबईकर शुक्रवार की सुबह से रात 11 बजे तक इस रोड का उपयोग कर सकेंगे। सीएम ने इस मौके पर कहा कि इससे मुंबईकरों की यात्रा सुखद, तेज और आरामदायक होगी, इसके अलावा समय की भी बचत होगी। राज्य सरकार ने कोस्टल रोड का नाम धर्मवीर स्वराज्य रक्षक छत्रपती संभाजी महाराज मुंबई तटीय सड़क परियोजना (दक्षिण) रखा है। सीएम ने कहा कि यह मुंबई के लिए गेम चेंजर साबित होने वाली परियोजना है।मुंबईकरों को जाम से मुक्ति कोस्टल रोड और सी-लिंक के कनेक्ट होने से वर्ली के बिंदु माधव चौक पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। अब मुंबई के लोग कोस्टल रोड और सी-लिंक कनेक्ट होने के बाद मरीन ड्राइव से वर्ली और वर्ली से कोस्टल रोड के जरिए सी लिंक होते हुए लोग आसानी से बांद्रा पहुंच सकेंगे। पहले इसका उद्घाटन 15 अगस्त तक होना था, लेकिन बारिश और हाइटाइड के कारण काम एक माह देरी से खत्म हुआ। वर्ली के बिंदु माधव ठाकरे चौक से मरीन ड्राइव तक कोस्टल रोड की एक साइड 12 मार्च, 2024 से आवागमन के लिए खोली गई थी। कोस्टल रोड के विस्तार का ऐलान सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह परियोजना मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर (बुनियादी सुविधाओं) के विकास में अगला कदम है। इस परियोजना के कारण मरीन ड्राइव से बांद्रा सी लिंक तक की यात्रा महज 10 मिनट में पूरी हो जाएगी। इसके परिणामस्वरुप समय, ईंधन की बचत होगी और प्रदूषण भी कम होगा। इससे मुंबईकरों की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी, ऐसा विश्वास भी मुख्यमंत्री श्री.शिंदे ने व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई के 'गेमचेंजर' परियोजना का चरण आगे बढ़ रहा है और इसके बाद हम इस परियोजना को वर्सोवा, भाईंदर और विरार तक ले जा रहे हैं। भविष्य में मुंबई से वर्सोवा की 3-4 घंटे की दूरी केवल 40-50 मिनट में तय की जाएगी। पुल के निर्माण में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस परियोजना को बनाते समय कोली भाईयों (बंधुओं) का भी ख्याल रखा गया है और उन्हें न्याय भी दिया गया है। पालघर तक जाएगी कोस्टल रोड कोस्टल रोड पालघर तक जाएगा। इस कोस्टल रोड से वाढवण बंदरगाह को भी लाभ मिलेगा। मुंबई को गड्ढा मुक्त बनाने के साथ-साथ सभी सड़कें कंक्रीट से बनाई जाएंगी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी कहा कि मुंबई में ट्रैफिक जाम की दिक्कत और प्रदूषण को कम करने के लिए सभी उपाय किये जा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद इस परियोजना के लिए सभी अनुमतियां मिली हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यकाल में इस परियोजना का काम बहुत तेजी से हुआ है। इस परियोजना का 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है और बाकी काम भी जल्द पूरा किया जाएगा।


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Wednesday, September 11, 2024

भाजपा की 'रायशुमारी में' लाठीचार्ज, पार्टी में फूट के संकेत? बोकारो, धनबाद और हजारीबाग कार्यकर्ता आपस में भिड़े

बोकारोः झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए रायशुमारी कार्यक्रम अराजकता में बदल गए, जिससे बोकारो धनबाद और हजारीबाग में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं। इन घटनाओं ने देश की ‘सबसे अनुशासित पार्टी’ कही जाने वाली भाजपा की आंतरिक कलह को उजागर कर दिया है।

राज सिन्हा और एलबी सिंह के समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें

धनबाद में, धनबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए भाजपा के जिला कार्यालय में आयोजित रायशुमारी कार्यक्रम में दो गुटों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झड़प में शामिल गुट एलबी सिंह और विधायक राज सिन्हा के समर्थक थे। हंगामे की जड़ रायशुमारी प्रक्रिया में कथित अनियमितताएं थीं। भाजपा कार्यकर्ता मंजीत सिंह ने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों को पैसे का लालच देकर वोटिंग में शामिल होने के लिए लाया जा रहा था, जिससे झड़प शुरू हो गई। घटना की तस्वीरें और वीडियो, जो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हुए हैं, भाजपा कार्यकर्ताओं को पार्टी जिलाध्यक्ष की मौजूदगी में एक-दूसरे पर हमला करते हुए दिखाते हैं, जिससे अराजकता का माहौल बन गया है।

हजारीबाग में गुप्त मतदान के दौरान फैल गई अराजकता

इसी तरह की घटना हजारीबाग में सामने आई, जहां हजारीबाग विधानसभा सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार का चयन करने के लिए रायशुमारी आयोजित की जा रही थी। लगभग 400 भाजपा कार्यकर्ताओं को मतदान करने के लिए नामित किया गया था, प्रत्येक को गुप्त मतदान में तीन पसंदीदा उम्मीदवारों के नाम लिखने थे। हालांकि, मतदान प्रक्रिया के दौरान अराजकता फैल गई जब कुछ कार्यकर्ताओं ने मतदाता सूची के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पार्टी ने अनुचित रूप से कुछ नामों को हटा दिया था, जबकि अन्य को जोड़ा था, जिससे रायशुमारी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठे। स्थिति बिगड़ गई, जिससे नारेबाजी हुई और हाथापाई हुई, जिससे दो गुटों को अलग करने और व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस हस्तक्षेप की आवश्यकता पड़ी।

बोकारो में विरंची नारायण के समर्थक और विरोधियों के बीच झड़प

बोकारो में भी रायशुमारी की प्रक्रिया के दौरान विधायक विरंची नारायण और विरोधियों के बीच झड़प की खबर है। बताया गया है कि कथित अनियमितताओं और अपने नाम को मतदाता सूची से हटाए जाने पर रोष व्यक्त करते हुए बोकारो के एक वरिष्ठ भाजपा नेता भैया आरएन ओझा ने हंगामा किय उन्होंने आरोप लगाया कि उनका नाम जानबूझकर सूची से हटा दिया गया, क्योंकि उन्होंने मौजूदा विधायक का समर्थन नहीं किया था। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि यह घटना भाजपा के भीतर बढ़ते पक्षपात और गुटबाजी को दर्शाती है, यह दावा करते हुए कि अब भाजपा पहले वाली भाजपा नहीं रही।

चुनाव के पहले बीजेपी का आंतरिक कलह उजागर

झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले इन घटनाओं ने भाजपा के भीतर गहरे मतभेदों और आंतरिक कलह को उजागर किया है। पार्टी के नेतृत्व ने इन घटनाओं पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच भ्रम और अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है। इन घटनाओं ने भाजपा की छवि को प्रभावित किया है, जिसने खुद को एक अनुशासित और एकजुट पार्टी के रूप में पेश किया है। पार्टी के लिए यह जरूरी है कि वह इन मुद्दों को संबोधित करे और अपनी आंतरिक लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करें ताकि आगे चलकर ऐसी शर्मनाक घटनाएं न हों।


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Tuesday, September 10, 2024

डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट, कब और कहां देखें, जानें सबकुछ

न्यूयॉर्क: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार मंगलवार रात को प्रेसिडेंशियल डिबेट में भाग लेंगे। यह दोनों नेताओं के बीच एकमात्र राजनीतिक डिबेट होगी और इस दौरान उन पर अमेरिका को लेकर अपने बिल्कुल अलग नजरिए को बताने का भारी दबाव होगा। यह डिबेट फिलाडेल्फिया में अमेरिकी समयानुसार रात नौ बजे आयोजित होगा। कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले व्यक्तिगत रूप से कभी नहीं मिले हैं। इस डिबेट में ट्रंप के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन से भिड़ने की उम्मीद थी, लेकिन जून की शुरुआती बहस के बाद अपने खराब प्रदर्शन और बढ़ती उम्र के दबाव के कारण उन्होंने खुद को उम्मीदवारी से दूर कर लिया था। डेमोक्रेटिक पार्टी ने तब से हैरिस के पक्ष में रैली कर रही है और उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। इस बदलाव ने डेमोक्रेटिक मतदाताओं को उत्साहित किया है और पार्टी ने राष्ट्रीय और राज्य-स्तरीय चुनावों पूर्व सर्वेक्षणों में महत्वपूर्ण सुधार किया है। इस बीच, ट्रंप की चुनाव प्रचार टीम विपक्ष के नए उत्साह का जवाब देने के लिए संघर्ष कर रही है। हैरिस के प्रभाव और ट्रंप का उनके खिलाफ चक्रव्यूह रचने की कोशिश का परिणाम 5 नवंबर को मतदान के बाद आएगा। हालांकि, इस प्रेसिडेंशियल डिजेट में दोनों ही उम्मीदवार खुद को बेहतर साबित करने के लिए वाकयुद्ध में हर पैंतरा आजमाने की कोशिश करेंगे।

प्रेसिडेंशियल डिबेट की टाइमिंग क्या है और यह कहां होगी?

अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट 10 सितंबर को रात 9 बजे यूएस ईस्टर्न टाइम (भारतीय समयानुसार बुधवार सुबर 6.30 बजे) फिलाडेल्फिया, पेनसिल्वेनिया में नेशनल कॉन्स्टीट्यूशन सेंटर (NCC) में होगी। यह 90 मिनट तक चलने वाला है। NCC एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसमें एक संग्रहालय है और यह अमेरिकी संविधान के बारे में शिक्षा को बढ़ावा देता है। यह अतीत में राष्ट्रीय राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए एक स्थल के रूप में काम कर चुका है, जिसमें 2008 में डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की प्राथमिक बहस और 2020 के चुनाव से पहले दो ABC न्यूज टाउन हॉल शामिल हैं।

प्रेसिडेंशियल डिबेट को कैसे देख सकते हैं?

इस प्रेसिडेंशियल डिबेट को ABC न्यूज अपने स्थानीय सहयोगी WPVI-TV/6ABC के सहयोग से होस्ट कर रहा है। यह बहस ABC पर प्रसारित होगी और ABC न्यूज लाइव, डिज़्नी+ और हुलु जैसे प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम करने के लिए उपलब्ध होगी।

डिबेट का संचालन कौन करेगा?

ABC के वर्ल्ड न्यूज टुनाइट के होस्ट डेविड मुइर और ABC न्यूज लाइव प्राइम की एंकर लिन्सी डेविस मॉडरेटर के रूप में काम करेंगी। मुइर ने फरवरी 2016 में रिपब्लिकन प्राइमरी डिबेट का संचालन किया था, जिसमें तत्कालीन उम्मीदवार ट्रंप शामिल हुए थे। उन्होंने और डेविस ने सितंबर 2019 और फरवरी 2020 में डेमोक्रेटिक प्राइमरी डिबेट को भी को होस्ट किया था।

किस नियम पर सहमति बनी है?

बहस के नियम दोनों अभियानों के बीच विवाद का विषय रहे हैं। जून में पहली बहस के लिए, बाइडन के खेमे ने कहा था कि किसी भी व्यवधान से बचने के लिए दूसरे के बोलने के दौरान दोनों उम्मीदवारों के माइक्रोफोन बंद कर दिए जाएं। लेकिन मंगलवार की बहस के लिए, हैरिस अभियान ने इस शर्त को उलटने के लिए कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि यह नियम ट्रंप के पक्ष में काम करता है। ट्रंप बहस के दौरान भड़कने और व्यवधान डालने के लिए जाने जाते हैं, और हैरिस के रणनीतिकारों ने सुझाव दिया कि म्यूट किया गया माइक्रोफोन ट्रंप को कहीं अधिक अनुशासित दिखा सकता है। हालांकि अंत में दोनों पक्ष म्यूट किए गए माइक्रोफोन रखने पर सहमत हुए हैं।

डिबेट के दौरान क्या होगा

केवल ट्रंप और हैरिस के मंच पर आने की उम्मीद है। लाइव प्रसारण में कोई भी दर्शक मौजूद नहीं होगा, और विज्ञापनों के लिए बहस के दौरान केवल दो ब्रेक होंगे। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देने के लिए उम्मीदवारों के पास दो मिनट होंगे। खंडन भी दो मिनट तक सीमित रहेगा और आगे की प्रतिक्रिया के लिए एक अतिरिक्त मिनट की संभावना है। हैरिस और ट्रंप दोनों के पास रात के अंत में समापन वक्तव्य देने के लिए दो मिनट होंगे।


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Monday, September 9, 2024

इसे कहते हैं कूटनीति! सऊदी अरब में फिलिस्तीन का समर्थन कर इजरायल को भी साध गए जयशंकर

रियाद: सऊदी अरब पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गाजा में मौजूदा स्थिति को भारत की सबसे बड़ी चिंता बताया है। इस दौरान उन्होंने फिलिस्तीनी क्षेत्रों में नागरिकों ही हो रही मौतों पर दुख भी जताया, साथ ही इजरायल के खिलाफ हो रहे आतंकवादी घटनाओं की भी निंदा की। उन्होंने सोमवार को कहा कि भारत इस क्षेत्र में जल्द से जल्द संघर्ष विराम का समर्थन करता है। गाजा पट्टी में इजरायल और हमास के बीच पिछले 11 महीनों से युद्ध जारी है। जयशंकर ने सऊदी अरब की राजधानी में रणनीतिक वार्ता के लिए पहली भारत-खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) मंत्रिस्तरीय बैठक में यह टिप्पणी की।

जयशंकर ने इजरायल-फिलिस्तीन दोनों को साधा

उन्होंने कहा, ''गाजा की वर्तमान स्थिति अब हमारी सबसे बड़ी चिंता है। इस संबंध में भारत का रुख सैद्धांतिक और एक समान रहा है। हम आतंकवाद और बंधक बनाने की घटनाओं की निंदा करते हैं, लेकिन निर्दोष नागरिकों की लगातार हो रही मौतों से हमें गहरा दुख है।''जयशंकर ने कहा कि किसी भी कार्रवाई में मानवीय कानून के सिद्धांतों को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा, ''हम जल्द से जल्द युद्ध विराम का समर्थन करते हैं।''

इजरायल-गाजा संघर्ष में हजारों लोगों की मौत

पिछले साल सात अक्टूबर को गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास ने इजरायल पर हमला किया, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 250 अन्य का अपहरण कर लिया गया। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायल ने गाजा में हमले किए, जिससे व्यापक तबाही हुई और लगभग 40,000 लोग मारे गए।

जयशंकर बोले- भारत द्विराष्ट्र समाधान का समर्थक

जयशंकर ने कहा कि भारत लगातार दो-राष्ट्र समाधान के माध्यम से फिलिस्तीनी मुद्दे के समाधान के लिए खड़ा है। उन्होंने कहा कि भारत ने फिलिस्तीनी संस्थानों और क्षमताओं के निर्माण में भी योगदान दिया है। विदेश मंत्री ने कहा, ''जहां तक मानवीय स्थिति का सवाल है, हमने राहत प्रदान की है तथा संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) को अपना सहयोग बढ़ाया है।''

खाड़ी सहयोग परिषद की अहमियत समझें

जीसीसी एक प्रभावशाली समूह है, जिसमें संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, बहरीन, ओमान, कतर और कुवैत शामिल हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में जीसीसी देशों के साथ भारत का कुल व्यापार 184.46 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। जयशंकर ने कहा कि रणनीतिक वार्ता के लिए पहली भारत-जीसीसी मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेना उनके लिए बहुत खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि यह बैठक न केवल उपलब्धियों पर विचार करने का अवसर है, बल्कि भविष्य के लिए एक महत्वाकांक्षी और दूरगामी मार्ग तैयार करने का अवसर भी है।

ऐतिहासिक हैं भारत-खाड़ी सहयोग परिषद के संबंध

उन्होंने कहा, ''भारत और जीसीसी के बीच संबंध इतिहास, संस्कृति और साझा मूल्यों के समृद्ध ताने-बाने में निहित हैं। ये संबंध समय के साथ मजबूत होते गए हैं और एक साझेदारी के रूप में विकसित हुए हैं जो अर्थशास्त्र, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा, लोगों के बीच संबंधों और उससे भी आगे तक फैली हुई है।'' उन्होंने कहा, ''हमारे लोगों के बीच संबंध हमारे रिश्तों की नींव हैं। करीब 90 लाख भारतीय यहां रहते हैं, जो हमारे बीच एक जीवंत सेतु का काम करते हैं। आपकी आर्थिक प्रगति में उनके योगदान को व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। हम उनके कल्याण और सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए आपको धन्यवाद देते हैं।''

खाड़ी सहयोग परिषद के साथ काम कर रहा भारत

जयशंकर ने कहा, ''नवीकरणीय ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और नवाचार, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष और शिक्षा के क्षेत्रों में हमारी साझेदारी हमारे संबंधित राष्ट्रीय लक्ष्यों को साकार करने में भी मदद कर सकती है।'' समकालीन भू-राजनीति में खाड़ी क्षेत्र का महत्वपूर्ण स्थान बताते हुए मंत्री ने कहा कि ''संघर्ष और तनाव से ध्रुवीकृत विश्व में, हम वैश्विक शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध हैं।''

खाड़ी सहयोग परिषद के साथ संबंधों को और बढ़ाएगा भारत

जयशंकर ने कहा, ''इसी तरह, एआई, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और हरित विकास की मांग मानव संसाधनों को साझा करने के महत्व को उजागर करती है। संघर्ष और तनाव कनेक्टिविटी पर सहयोग के महत्व को सामने लाते हैं। बहुध्रुवीयता की ओर बढ़ रही दुनिया में, हम एक-दूसरे की आकांक्षाओं का परस्पर समर्थन कर सकते हैं।'' उन्होंने कहा, ''आइए हम इस मंच का इस्तेमाल अपने संबंधों को गहरा करने, सहयोग के नए रास्ते तलाशने और सहयोगात्मक भविष्य का निर्माण करने के लिए करें।''


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Sunday, September 8, 2024

'जज वकील डीएम एसपी सब पीते हैं शराब, जेल जाता है गरीब', शराबबंदी पर मांझी ने आखिर सबको एक साथ क्यों लपेटा?

जमुई: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने न्यायाधीश, वकील, डीएम, एसपी और दारोगा पर शराब पीने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बड़े शराब माफियाओं को पकड़ा नहीं जाता है और एक पाव पीने वालों को जेल भेज दिया जाता है। 'नागरिक अभिवादन सह शिक्षा सम्मान समारोह' में शामिल होने के लिए जीतन राम मांझी जमुई पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, 'जज, वकील, डीएम, एसपी और दारोगा सब पीते हैं शराब, जेल जाता है गरीब मजदूर।'

शराबबंदी पर मांझी ने उठाया सवाल

जमुई में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में लागू शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह नीति प्रभावी नहीं है। इससे सिर्फ मजदूर वर्ग ही प्रभावित हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़े शराब माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं होती है, जबकि गरीब मजदूरों को पकड़कर जेल भेजा जा रहा है।

'बिहार में शराबबंदी का कोई मतलब नहीं'

जीतन राम मांझी ने जमुई में एक सम्मान समारोह में कहा, 'बिहार में शराबबंदी का कोई मतलब नहीं है। बड़े-बड़े शराब तस्कर पकड़े नहीं जा रहे हैं। थाने में एसपी और दारोगा शराब पीते हैं।'

'रात में जज, कलेक्टर भी शराब पीते हैं'

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने आगे कहा, 'रात में जज, कलेक्टर भी शराब पीते हैं। लेकिन उन्हें कोई गिरफ्तार नहीं करता लेकिन मेहनत और मजदूरी करने वाले मजदूर पाव भर शराब पीने के आरोप में अरेस्ट हो जाते हैं। सिर्फ मजदूरों को ही जेल भेजा जा रहा है। जिसका खामियाजा मजदूरों के परिवारों को भुगतना पड़ता है। ये लोग रोज कमाते और रोज खाते हैं। घर का कमाऊ सदस्य के जेल जाने से परिवार पर खासा असर पड़ता है।'


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Saturday, September 7, 2024

प्राइवेट हॉस्पिटलों से रिश्वत लेकर CGHS पैनल में किया जा रहा था शामिल! सीबीआई ने मारा छापा

नई दिल्ली : और प्राइवेट हॉस्पिटलों के बीच बड़ा गोरखधंधा सामने आया है। इसमें पैसे लेकर सीजीएचएस मानकों को पूरा ना करने वाले अस्पतालों को भी सीजीएचएस पैनल में शामिल किया जा रहा था। इसके साथ ही कुछ प्राइवेट हॉस्पिटलों के एक-एक लाख रुपये के डिमांड ड्राफ्ट का पैसा फर्जी साइन करके हजम किया गया। यह मामला जयपुर स्थित सीजीएचएस ऑफिस में सामने आया है। शिकायत मिलने के बाद ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में सीबीआई ने आरोपियों के जयपुर और अजमेर स्थित ठिकानों पर छापेमारी भी की।

CGHS जयपुर ऑफिस में मिली थी शिकायत

सीबीआई ने बताया कि इस मामले में सीजीएचएस जयपुर के एडिशनल डायरेक्टर डॉक्टर मीता भसीन की शिकायत मिली थी। इसमें सीजीएसएच जयपुर और कुछ निजी अस्पतालों के बीच गोरखधंधे के बारे में बताया गया। सीबीआई ने बताया कि फिलहाल इसमें सीजीएचएस में काम करने वाले राहुल शर्मा नाम के क्लर्क की भूमिका सामने आ रही है। लेकिन शक है कि यह काम अकेले का नहीं हो सकता। इसमें सीजीएचएस में काम करने वाले और भी अधिकारी या निचले स्तर के कर्मचारी शामिल हो सकते हैं। जिसकी जांच शुरू कर दी गई है।

बड़े स्तर के अधिकारी के शामिल होने की आशंका

सीबीआई ने बताया कि इस मामले में गरिमा नाम की एक महिला का नाम भी सामने आ रहा है। इसके अलावा शक है कि इस रैकेट में बड़े स्तर पर सरकारी और निजी लोग शामिल हो सकते हैं। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि मामले में सीबीआई ने सीजीएचएस में काम करने वाले आरोपी कर्मचारी और इससे गठजोड़ रखने वाले एक प्राइवेट हॉस्पिटल के प्रतिनिधि के खिलाफ मामला दर्ज कर इनके ठिकानों पर छापेमारी की।

तय मानक पर खरे नहीं उतर रहे थे अस्पताल

आरोप है कि सीजीएचएस जयपुर में काम करने वाला आरोपी क्लर्क अपने अन्य कुछ साथियों के साथ मिलकर रिश्वत लेकर ऐसे प्राइवेट अस्पतालों को सीजीएचएस पैनल में शामिल कराने के गोरखधंधे को अंजाम दे रहा था। जो सीजीएचएस पैनल में आने के लिए तय प्रक्रिया में खरे नहीं उतर रहे थे। ऐसे कुछ अस्पताल सीजीएचएस पैनल में शामिल किए गए। जिसकी भनक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में उच्च अधिकारियों को लगी। मामले में इंटरनल जांच शुरू की गई। इसके बाद मामले का खुलासा होने पर इसमें और गहराई से जांच कराने के लिए मामले को सीबीआई के सुपुर्द कर दिया गया। शक है कि यह गोरखधंधा बड़े स्तर पर अंजाम दिया जा रहा है।


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Friday, September 6, 2024

भागवत के 'हम भगवान बनेंगे या नहीं' वाले कमेंट से कांग्रेस ने पीएम मोदी को घेरा, जानिए पूरा मामला

नई दिल्ली: कांग्रेस ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी पर करारा तंज कसा। पार्टी की ओर से ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आएसएस) के बीच संबंधों में गिरावट आई है। विपक्षी दल के नेता ने यह भी दावा किया कि हर बीतते सप्ताह के साथ इस सरकार की उम्र कम होती जा रही है। जयराम रमेश ने अपनी पोस्ट में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की कुछ टिप्पणियों को भी मेंशन किया है। साथ ही कांग्रेस नेता एक मीडिया रिपोर्ट को टैग करते अपनी बात रखी है।

पीएम मोदी, आरएसएस के बीच संबंधों में आई गिरावट- जयराम रमेश

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में दावा किया कि 4 जून, 2024 के बाद से नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और RSS के बीच संबंधों में गिरावट आई है। उनके बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। आज पुणे में एक कार्यक्रम में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने परमात्मा के अवतार वाले प्रधानमंत्री के दावे को लेकर उनपर निशाना साधते हुए कहा, 'हम भगवान बनेंगे या नहीं, इसका फैसला लोग करेंगे। हमें यह प्रचार नहीं करना चाहिए कि हम भगवान बन गए हैं।'

जयराम रमेश ने भागवत के बयान से पीएम मोदी को घेरा

जयराम रमेश ने आगे केंद्र की सरकार पर करारा वार किया। उन्होंने कहा कि हर बीतते सप्ताह के साथ इस सरकार की उम्र कम होती जा रही है। संघ प्रमुख मोहन भागवत, पुणे में शंकर दिनकर काणे (जिन्हें भैयाजी के नाम से भी जाना जाता है) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। जिन्होंने मणिपुर में काम किया। 1971 तक बच्चों की शिक्षा पर काम किया, छात्रों को महाराष्ट्र लाए और उनके ठहरने की व्यवस्था की।

विपक्ष लगातार कर रहा बीजेपी और मोदी पर कटाक्ष

लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद, भागवत ने जातीय संघर्ष से ग्रस्त मणिपुर में एक साल बाद भी शांति कायम नहीं होने पर चिंता जताई थी। चुनाव के दौरान आम विमर्श की आलोचना की थी और चुनाव खत्म होने तथा नतीजे आने के बाद क्या और कैसे होगा, इस संबंध में अनावश्यक बातचीत करने के बजाय आगे बढ़ने की अपील की थी। विपक्षी नेताओं ने उनके बयान का इस्तेमाल बीजेपी और मोदी पर कटाक्ष करने के लिए किया था।


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Thursday, September 5, 2024

दिल्ली : नाले में डूबने से मां-बेटे की गई थी जान, कोर्ट के आदेश पर DDA देगा पीड़ित परिजनों को 20 लाख मुआवजा

नई दिल्ली: दिल्ली के गाजीपुर में 31 जुलाई की शाम भारी बारिश के बाद बड़ी घटना सामने आई थी जब एक मां-बेटे की मौत निर्माणाधीन नाले में गिरकर हो गई थी। अब ने इस मामले में पीड़ित परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया है। कोर्ट ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को आदेश दिया कि वह जुलाई में यहां खुले नाले में गिरकर मौत के मुंह में समा गए मां-बेटे के कानूनी उत्तराधिकारियों को 20 लाख रुपये का मुआवजा दे।

कोर्ट में क्या हुआ

डीडीए के वकील ने शुरू में कहा कि प्राधिकरण पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 15 लाख रुपये देने को तैयार है। हालांकि, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने डीडीए को 20 लाख रुपये देने का निर्देश दिया। कोर्ट ने इसके साथ ही कहा कि यही राशि ‘मानक’ है। पीठ में न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला भी शामिल थे। कोर्ट का आदेश आने के बाद गाजीपुर की घटना में जान गंवाने वाली तनुजा और बेटे प्रियांश के कानूनी उत्तराधिकारियों को डीडीए 20 लाख रुपये देने को तैयार है।

जानिए पूरा मामला

अदालत मयूर विहार फेज-3 निवासी झुन्नू लाल श्रीवास्तव की ओर से दायर उस जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें ठेकेदार और डीडीए अधिकारियों के खिलाफ उनकी कथित लापरवाही के लिए कार्रवाई की मांग की गई थी। ठेकेदार और डीडीए अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही महिला और उसके तीन-वर्षीय बेटे की मौत हो गई थी। 31 जुलाई को हुई उस घटना को लेकर ने दलील दी थी कि मौतों से संबंधित आपराधिक मामले में एक चार्जशीट तैयार की गई है। इसमें जिम्मेदार अधिकारियों पर मुकदमा चलाने के लिए सक्षम अधिकारियों से मंजूरी मिलने के बाद फाइनल चार्जशीट दायर की जाएगी।

डीडीए को कोर्ट ने दिए क्या आदेश

पुलिस के वकील ने पहले अदालत को बताया था कि यह डीडीए का एक ठेकेदार था, जिसने वहां कुछ काम करने के बाद घटनास्थल पर नाले को खुला छोड़ दिया था। अधिकारियों की ओर से अपनाए गए रुख को देखते हुए अदालत ने पाया कि आगे किसी आदेश का अनुरोध नहीं किया गया था, इसलिए इसने मामले में कार्रवाई बंद कर दी। पीठ ने एमसीडी के इस आश्वासन को भी रिकॉर्ड पर दर्ज किया कि जिस क्षेत्र में यह घटना हुई थी, वहां सभी मरम्मत, पुनर्विकास और निर्माण कार्य दिसंबर तक पूरे कर लिए जाएंगे।

कोर्ट ने एमसीडी को दिए सफाई के आदेश

अदालत ने नालियों की तस्वीरें देखने के बाद कहा कि यह जगह अब भी काफी गंदी है। नगर निगम से कहा गया कि वह इसे साफ करवाए, क्योंकि दिल्ली में डेंगू फैल रहा है। कोर्ट ने पिछले महीने मां-बेटे की मौत पर डीडीए को फटकार लगाई थी, क्योंकि उसने पाया था कि अधिकारियों ने ठेकेदार द्वारा किये गये काम की निगरानी नहीं की, जिसने कथित तौर पर नाले के कुछ हिस्सों को खुला छोड़ दिया था। इसके बाद अदालत ने डीडीए के वकील से कहा कि वह अगली सुनवाई की तारीख से पहले पीड़ित परिवार को मुआवजे के भुगतान के बारे में अपने मुवक्किल से निर्देश लेकर आयें।


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Wednesday, September 4, 2024

वन्यजीव आपदा क्षेत्र घोषित हुआ बहराइच, आदमखोर भेड़ियों की तलाश में आएगी और तेजी

बहराइचः बहराइच जिले की महसी तहसील में मानव-भेड़िये संघर्ष के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रभावित क्षेत्र में इसे 'वन्यजीव आपदा' घोषित कर दिया है। राज्य के एक मंत्री ने बुधवार को यह जानकारी दी।मत्स्य पालन मंत्री संजय कुमार निषाद ने बताया कि बहराइच जिले में मानव-पशु संघर्ष को देखते हुए इस क्षेत्र को वन्यजीव आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। मंत्री ने कहा कि क्षेत्र को वन्यजीव आपदा क्षेत्र घोषित करने से न केवल मनुष्यों पर हमला करने वाले जानवरों को पकड़ने के लिए जारी 'ऑपरेशन भेड़िया' में तेजी आएगी, बल्कि प्रभावित परिवारों को बिना किसी परेशानी के अनुग्रह राशि प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी।उन्होंने कहा, “किसी क्षेत्र को वन्यजीव आपदा क्षेत्र घोषित करने से पीड़ितों को तत्काल मुआवजा मिलना आसान हो जाता है। वन्यजीव अधिनियम में प्रावधान है कि जंगल में किसी खतरनाक जानवर का आतंक होने पर आदमखोर जानवरों को मारने आदि के संबंध में निर्णय लेने में देरी नहीं होती। इससे धनराशि आदि स्वीकृत करना भी आसान हो जाता है।” बहराइच में मार्च से ही भेड़ियों के हमले इंसानों पर हो रहे हैं। 17 जुलाई से जब बारिश का मौसम शुरू हुआ है, तब से हमले और भी बढ़ गए हैं।सोमवार तक भेड़ियों ने सात बच्चों सहित आठ लोगों को मार डाला और लगभग 36 को घायल कर दिया। बुधवार को बहराइच के दौरे पर आए वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना और जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर भेड़ियों द्वारा किए जा रहे हमलों पर विस्तार से चर्चा की। दोनों मंत्रियों ने अस्पताल का दौरा भी किया और हमले में घायल ग्रामीणों का हालचाल जाना तथा अस्पताल प्रशासन को उन्हें सर्वोत्तम संभव उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।सक्सेना ने मीडिया से कहा, "मानव जीवन अमूल्य है, इसलिए मनुष्यों पर हमला करने वाले भेड़ियों को पकड़ने का आदेश जारी किया गया है। इसके लिए देहरादून से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है।" उन्होंने कहा, "भेड़ियों को पकड़ने के लिए स्थानीय स्तर पर भी टीमें बढ़ा दी गई हैं। उम्मीद है कि जल्द ही जानवरों को पिंजरे में बंद कर दिया जाएगा या ज़रूरत पड़ने पर गोली मार दी जाएगी।"


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Tuesday, September 3, 2024

लालू यादव का मास्टर स्ट्रोक, बिहार में सियासी भूचाल लाने की तैयारी

पटनाः आरजेडी सुप्रीमो स्वास्थ्य जांच के बाद सिंगापुर से लौट आए हैं। आते ही उनकी सियासी गतिविधियां भी तेज हो गई हैं। लालू के बेटे और बिहार के पूर्व डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव ने 10 सितंबर से बिहार में आभार यात्रा की घोषणा की है। वे अपने स्तर से इसकी तैयारियों में तो जुटे ही हैं, लेकिन अब लालू ने भी उनकी यात्रा की कामयाबी के लिए अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। आरजेडी ने अपने सभी विधायकों और विधान पार्षदों की चार सितंबर को पटना में बैठक बुलाई है। विधानसभा के पूर्व प्रत्याशियों को बैठक का न्योता गया है। नेताओं का पटना पहुंचना भी आज मंगलवार से शुरू हो गया है। बैठक के बारे में सबको यही सूचना दी गई है कि संगठन को मजबूत करने के लिए सबको बुलाया गया है। आरजेडी के अंदरखाने से निकली जानकारी के मुताबिक तेजस्वी की आभार यात्रा के अलावा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के के कोर एजेंडे पर चर्चा होगी। लालू सबको बताएंगे कि किन मुद्दों पर चुनावी माहौल बनाना है।

आरजेडी ने तय किए हैं दो बड़े मुद्दे

जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है, उसके मुताबिक दूसरे मुद्दों के अलावा दो बड़े मुद्दे ही चुनावी माहौल बना सकते हैं। ये मुद्दे आरजेडी और इंडिया ब्लाक में शामिल सभी दलों को सूट भी करते हैं। इनमें पहला बड़ा मुद्दा है जाति जनगणना का। यद्यपि बिहार में यह काम हो चुका है, इसलिए इसे बड़ा मुद्दा नहीं कहा जा सकता है, लेकिन राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में यह दीर्घकालिक असर पैदा कर सकता है। कांग्रेस भी जाति जनगणना को लेकर मुखर रही है। लालू तो जाति जनगणना की मांग करने वालों में अपने को अव्वल ही मानते हैं। तेजस्वी यादव ने कहना भी शुरू कर दिया है कि जाति जनगणना की मांग सबसे पहले लालू प्रसाद यादव ने ही की थी।

आरएसएस से लालू को बल मिला

आरएसएस ने भी जाति जनगणना के सवाल पर अपनी सहमति देकर लालू और इंडिया ब्लाक के अन्य नेताओं को ताकत दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सोमवार को जाति जनगणना पर अपने विचार बताए। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर का कहना कि जाति जनगणना संवदेनशील मामला है। इसका इस्तेमाल राजनीतिक या चुनावी उद्देश्यों के लिए नहीं होना चाहिए। कल्याण की नीयत से इसका इस्तेमाल पिछड़ रहे समुदाय और जातियों के उत्थान के लिए होना चाहिए। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उप वर्गीकरण की दिशा में बिना किसी सर्वसम्मति के कोई कदम नहीं उठाया जाना चाहिए। आरएसएस की यह राय विपक्ष की मांग का समर्थन है। इससे लालू का उत्साहित होना स्वाभाविक है। इसलिए केंद्र सरकार की ओर से इस मुद्दे पर हामी भरने तक लालू अलख जगाए रखना चाहते हैं।

कास्ट सेंसस और आरक्षण बड़े मुद्दे

लालू बुधवार को पार्टी नेताओं की बैठक में जाति जनगणना और बिहार में बढ़ाए गए आरक्षण की सीमा पर रोक को मुद्दा बनाने का निर्देश देंगे। केंद्र सरकार पहले कतिपय कारण बता कर जाति जनगणना कराने से कर चुकी है। जाति जनगणना के पक्ष में आरएसएस के आ जाने से केंद्र सरकार अगर जाति जनगणना कराने का निर्णय लेती है तो लालू और विपक्ष के नेता इसे अपनी जीत बता कर चुनाव में भुनाने का भरपूर प्रयास करेंगे। चूंकि बिहार में यह काम नीतीश कुमार करा चुके हैं, इसलिए तेजस्वी इसका लाभ उठा पाएंगे कि नहीं, यह देखने वाली बात होगी। बिहार में जाति सर्वेक्षण के बाद आरक्षण की सीमा बढ़ा कर 65 प्रतिशत कर दी गई। अदालत ने इस पर रोक लगा दी है। आरजेडी इसका ठीकरा नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी सरकार पर फोड़ेंगे। वे बताएंगे कि आरक्षण विरोधी होने के कारण मोदी सरकार ने इसे नौवीं अनुसूची में शामिल करने के नीतीश कुमार के अनुरोध पर विचार नहीं किया। इसके बावजूद नीतीश भाजपा के सहयोगी बने हुए हैं।

अपराध वृद्धि भी होगा मुद्दा

बिहार में अपराध के आंकड़े हाल के दिनों में अपने ‘एक्स’ हैंडल पर डालते रहे हैं। ऐसा कर वे आरजेडी पर जंगल राज के धब्बे को मिटाना चाहते हैं। इसलिए घूम-घूम कर वे लोगों को बताएंगे कि एनडीए के लोग बेजां आरजेडी को बदनाम करते हैं। अब तो आरजेडी का शासन नहीं है। फिर अपराध बेकाबू क्यों हैं। अफसरों के भ्रष्टाचार को भी तेजस्वी जोर-शोर से उठाएंगे।


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Monday, September 2, 2024

नॉर्वे की 52 साल की राजकुमारी ने तांत्रिक से की शादी, गवाह बनी फिल्मी सितारों की भारी भीड़

ओस्लो: नॉर्वे के राज की सबसे बड़ी संतान राजकुमारी मार्था लुईस ने एक अमेरिकी तांत्रिक से शादी की है। उनके इस शादी समारोह में सोशल मीडिया स्टार, रियलिटी स्टार और टीवी इंडस्ट्री की दिग्गज हस्तियां शामिल हुईं। यह शादी समारोह तीन दिनों के जश्न के बाद आयोजित किया गया। 52 साल की मार्था लुईस और ड्यूरेक वेरेट ने नॉर्वे के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक गेरांगर के सुरम्य शहर में विवाद किया। यह शहर आश्चर्यजनक दृश्यों वाले एक फजॉर्ड पर स्थित है। ड्यूरेक वेरेट खुद को कैलिफोर्निया से छठी पीढ़ी के जादूगर होने का दावा करते हैं।

रंगारंग कार्यक्रम भी हुए आयोजित

गुरुवार को शुरू हुए उत्सव के बाद वास्तविक विवाह समारोह एक हरे-भरे लॉन में लगे एक बड़े सफेद तम्बू में हुआ। इस समारोह में शामिल हुए मेहमानों ने बताया कि नॉर्वे और अमेरिका के कलाकारों ने इस कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति दी। नॉर्वेजियन टीवी स्टार हेराल्ड रोनबर्ग ने सार्वजनिक प्रसारक NRK को इस रंगारंग समारोह के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "यह शानदार था! यह हॉलीवुड और गेइरेंजर का मिलन था।" उन्होंने यह भी बताया, "इस कार्यक्रम को देखकर हम खूब हंसे और जमकर तालियां बजाई। यह बेहद खूबसूरत था।"

नॉर्वे का शाही परिवार हुआ शामिल

इस जोड़े ने अपनी शादी के फोटो राइट्स ब्रिटिश सेलिब्रिटी मैगजीन हेलो! और फिल्म राइट्स नेटफ्लिक्स को बेच दिए हैं। इस सौदे का नॉर्वेजियन मीडिया ने काफी विरोध भी किया। उनका कहना था कि यह व्यवस्था स्थानीय प्रथाओं के खिलाफ है। हालांकि, इस जोड़े ने प्रेस के आरोपों को खारिज कर दिया है। इस समारोह में नॉर्वे के 87 वर्षीय राजा हेराल्ड और रानी सोनजा भी नॉर्वेजियन शाही घराने के अन्य सदस्यों के साथ शामिल हुए। क्राउन प्रिंसेस विक्टोरिया और उनके पति प्रिंस डैनियल ने अपने भाई, प्रिंस कार्ल फिलिप और उनकी पत्नी, प्रिंसेस सोफिया के साथ स्वीडिश शाही घराने का प्रतिनिधित्व किया। शादी में कोई अन्य यूरोपीय शाही परिवार शामिल नहीं हुआ।


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Sunday, September 1, 2024

मिड-डे मील के लिए राशन की जगह भेजे कंकड़-पत्थर, फतेहपुर के स्कूल का हैरान करने वाला मामला

इरशाद सिद्दीकी, फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक कंपोजिट विद्यालय को दिए गए मिड-डे मील के राशन में कंकड़-पत्थर मिले हैं। राशन में कंकड़ों की अधिक मात्रा देखकर विद्यालय के शिक्षक और रसोइयां हैरान रह गए। वहीं, इस राशन से स्कूल में बनने वाले से बच्चों के स्वास्थ्य में प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका जाहिर करते हुए अभिभावकों में नाराजगी देखी जा रही है।

कोटेदारों के यहां से जाता है राशन

कंपोजिट विद्यालयों में बच्चों को पका पकाया खाना मिड-डे मील देने के लिए शासन से निर्देश है। बच्चों के लिए सप्ताह में हर दिन के अनुसार अलग-अलग स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ फलों को भी देने का शासन ने मेनू बनाया है। जिसके तहत स्कूल के स्टाफ को मैनुअल के हिसाब से बच्चों को एमडीएम देने के सख्त निर्देश दिए हैं। वहीं, स्कूलों के लिए पूर्ति विभाग से कोटेदारों को गेहूं, चावल भी उपलब्ध कराया जाता है।

दोषी पाए जाने पर होगी कार्रवाई: सप्लाई इंस्पेक्टर

राशन को ग्राम प्रधानों के माध्यम से विद्यालय में पहुंचाया जाता है। शनिवार को ऐरायां ब्लॉक के छीमी गांव स्थित कंपोजिट विद्यालय में एमडीएम के लिए आए गेहूं को जब सुबह रसोइयां ने निकाला तो उसमें भारी मात्रा में कंकड़-पत्थर दिखाई दिए, तो यह जानकारी स्कूल के शिक्षकों को दी। सप्लाई इंस्पेक्टर भास्कर मिश्रा ने कहा कि मामले की जानकारी हुई है। जांच की जाएगी। इस दौरान दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यूपी के सरकारी स्कूलों में मिलने वाले मध्याह्न भोजन का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी बहुत सारे मामले सामने आ चुके हैं।


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