वॉशिंगटन: साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 2 अक्तूबर को हुआ था। यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण था, जिसे अर्जेंटीना और चिली के कुछ हिस्सों समेत दक्षिणी गोलार्द्ध में देखा गया था। इस तरह का सूर्य ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है, लेकिन सूर्य की डिस्क को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी से सबसे अधिक दूरी पर होता है, जिससे यह आकार में छोटा दिखाई देता है और सूर्य का कोरोना नजर आता है। आसमान में सूरज आग के छल्ले की तरह नजर आता है, जिसे 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है। अब खगोलविद अगले सूर्य ग्रहण को देखने का इंतजार कर रहे हैं, जो अगले साल मार्च में लगने जा रहा है। बीते अक्तूबर के सूर्य ग्रहण की तरह ही अगला ग्रहण भी सूरज के केवल एक हिस्से को ही ढक पाएगा। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने बताया है कि 29 मार्च 2025 को आंशिक सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इसे यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और अटलांटिक और आर्कटिक महासागरों के क्षेत्रों में देखा जा सकेगा।
क्या होता है सूर्य ग्रहण?
सूर्यग्रहण एक खगोलीय घटना को कहते हैं, जो चंद्रमा के पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरने के दौरान होती है। सूर्य के सामने आने के चलते चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है। इस दौरान पृथ्वी पर अनोखा नजारा होता है। सूर्य ग्रहण केवल पूर्णिमा के दौरान ही होता है और यह तीन तरह का होता है- पूर्ण सूर्य ग्रहण, वलयाकार और आंशिक सूर्य ग्रहण।साल 2025 में कितने सूर्य ग्रहण?
साल 2025 में दो सूर्यग्रहण लगने जा रहे हैं। दोनों आंशिक सूर्य ग्रहण होंगे। पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को होगा। अमेरिका के पूर्वी टाइम जोन के अनुसार यह सुबह 4.50 बजे शुरू होगा और सुबह 8.43 बजे खत्म होगा। सुबह 6 बजकर 47 मिनट पर ग्रहण अपने चरम पर होगा। भारतीय स्टैंडर्ड टाइम अमेरिका के पूर्वी टाइम जोन से लगभग साढ़े 10 घंटे आगे है।21 सितम्बर को दूसरा सूर्य ग्रहण?
2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को होगा और यह भी आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। नासा के अनुसार यह ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। अमेरिका के पूर्वी टाइम जोन के अनुसार, यह दोपहर 1 बजकर 29 बजे से शुरू होगा और शाम 5.53 बजे खत्म होगा। दोनों सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। हालांकि, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इन्हें देखना संभव होगा।from https://ift.tt/Cgq9XLV
No comments:
Post a Comment