पटनाः जन सुराज के सूत्रधार ने बिहार सरकार पर शिक्षा के नाम पर बड़ा घोटाला करने का आरोप लगाया है। पटना में पदयात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा पर हर साल 50 हज़ार करोड़ रुपये खर्च करती है, लेकिन बिहार के 50 बच्चों को भी ढंग की शिक्षा नहीं मिल पाती। उनका कहना है कि नेता जानबूझकर शिक्षा व्यवस्था को खराब रखना चाहते हैं ताकि गरीब लोग सिर्फ खिचड़ी और अनाज के लालच में उन्हें वोट देते रहें। प्रशांत किशोर ने यह भी वादा किया कि जन सुराज सरकार बनने पर 15 साल तक के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।
शिक्षा के नाम पर हर साल 50 हजार करोड़ का बजट कागजों पर खर्च!
बिहार में बेहतर शिक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर पदयात्रा कर रहे प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि शिक्षा के नाम पर हर साल 50 हज़ार करोड़ रुपए का बजट सिर्फ कागजों पर खर्च होता है, जबकि हकीकत में बिहार के स्कूलों की हालत बहुत खराब है। पीके ने कहा-‘ आप गरीब और बेरोजगार इसलिए हैं क्योंकि आपने जिनको वोट दिया, वो नहीं चाहते कि आपके बच्चे पढ़ें। वो केवल खिचड़ी और 4 किलो अनाज का लालच देकर आपसे आपका वोट लेना चाहते हैं।’शिक्षा के स्तर में सुधार की कोशिश नहीं
प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि नेता और अधिकारी जानते हैं कि बिहार के स्कूलों में शिक्षा का स्तर बहुत नीचे है, लेकिन वे जानबूझकर इसे सुधारने की कोशिश नहीं करते। उनका मानना है कि नेता चाहते हैं कि बिहार के लोग गरीब और अनपढ़ बने रहें ताकि वे उन्हें आसानी से अपने बहकावे में रख सकें।15 साल तक के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा
जन सुराज अभियान के जरिए प्रशांत किशोर बिहार में बदलाव का वादा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जन सुराज यह सुनिश्चित करेगा कि बिहार के शिक्षा पर खर्च होने वाला हर एक रुपया बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में इस्तेमाल हो। साथ ही, उन्होंने यह भी घोषणा की कि जन सुराज सरकार बनने पर 15 साल तक के सभी बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। उनका दावा है कि भारत में ऐसा क्रांतिकारी कदम इससे पहले किसी भी राज्य में नहीं उठाया गया है।from https://ift.tt/QkZyFat
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