Monday, August 14, 2023

हिमाचल में अभी खतरा टला नहीं, 15 अगस्त को भी भारी बारिश का अलर्ट, एक दिन में सबसे अधिक मौतें, 10 अपडेट्स

शिमला: शिमला: हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और भूस्खलन से पिछले 24 घंटे में 51 की मौत हो चुकी है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि यह एक दिन में भारी बारिश से सबसे अधिक मौतों का आंकड़ा है। शिमला में दो स्थान पर आए भूस्खलन में दबकर 14 की मौत हो गई। अभी भी मलबे में कुछ के दबे होने की आशंका है। सर्च और रेस्क्यू अभियान जारी है। मौसम विभाग ने मंगलवार 15 अगस्त को भी कुछ इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थिति का आकलन करने के लिए शिमला में एक आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने घोषणा की कि इस त्रासदी के कारण स्वतंत्रता दिवस समारोह के सांस्कृतिक कार्यक्रम रद कर दिए जाएंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता इस संकटपूर्ण अवधि के दौरान लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों को कम करना है। 1- शिमला में 2 जगह भूस्खलन, 14 की मौतशिमला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव कुमार गांधी ने बताया कि दूसरा भूस्खलन फगली इलाके में हुआ और वहां मलबे से पांच शव निकाले गए हैं, जबकि 17 लोगों को बचा लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि शिमला में भूस्खलन की दो घटनाओं में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई है।2- सादगी से मनेगा स्वतंत्रता दिवस सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, 'हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 50 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। 20 से अधिक लोग अभी भी फंसे हुए हैं और मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। हमने फैसला लिया है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा।'3- कालका-शिमला रेलवे ट्रैक बहाशिमला में समर हिल के पास यूनेस्को की विश्व धरोहर शिमला-कालका रेलवे पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि 50 मीटर लंबा पुल बह गया है और पटरियां लटक गई हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सेना के साथ-साथ एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और राज्य की पुलिस के जवान राहत व बचाव कार्यों में जुटे हैं। 4- भूस्खलन के कारण हिमाचल की 752 सड़कें बंदभारी बारिश के मद्देनजर सभी स्कूल और कॉलेज सोमवार को बंद रहे। शिमला-चंडीगढ़ मार्ग समेत कई सड़कें बंद हो गई। राज्य के आपात अभियान केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद कर दी गई हैं। 5- 12 में से 9 जिलों में भारी बारिश का अलर्टमौसम कार्यालय ने सोमवार को कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर राज्य के 12 में से नौ जिलों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान जताया है और मंगलवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। 18 अगस्त तक राज्य में बारिश का अनुमान है। रविवार शाम से कांगड़ा में 273 मिलीमीटर, धर्मशाला में 250 मिमी, सुंदरनगर में 168 मिमी, मंडी में 140 मिमी, जब्बारहट्टी में 132 मिमी, शिमला में 126 मिमी, बरठी में 120 मिमी, धौलाकुआं में 111 मिमी और नाहन में 107 मिमी बारिश हुई। 6- सोलन में बादल फटने से 11 की मौतसोलन जिले के जादोन गांव में बादल फटने से रविवार रात एक ही परिवार के सात सदस्य समेत 11 की मौत हो गई। जिले में बादल फटने के बाद दो मकान बह गए। हादसे में छह लोगों को बचा लिया गया जबकि सात अन्य की मौत हो गई। सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने बताया कि जिले की बलेरा पंचायत में एक झोपड़ी के भूस्खलन की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गई। रामशहर तहसील के बनाल गांव में भूस्खलन में एक अन्य महिला की मौत हो गई।7- मंडी और संभल में कितनी मौतेंउपायुक्त अरिंदम चौधरी ने कहा कि मंडी जिले की सेघली पंचायत में रविवार देर रात भूस्खलन से दो साल के बच्चे समेत एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई। तीन लोगों को बचाया गया। उपायुक्त ने कहा कि संभल में पंडोह के पास छह शव बरामद किए गए हैं। शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है, धरमपुर इलाके से दो मौतों की सूचना मिली है। बल्ह क्षेत्र के कुछ हिस्से और मंडी के नेरचौक में पानी भर गया।8- हमीरपुर में 4 की मौतहमीरपुर के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि जिले में मूसलाधार बारिश के कारण चार लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य लापता हैं। उन्होंने जिले के सभी निवासियों से खराब मौसम के मद्देनजर खास एहतियात बरतने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचने की अपील की है। उन्होंने बताया कि बाढ़ में रविवार रात को एक व्यक्ति बह गया जबकि दो अन्य को बचा लिया गया। एक अन्य घटना में बारिश के कारण मकान ढहने से एक बुजुर्ग महिला मलबे में दब गई जबकि उसके बेटे को बचा लिया गया।9- राज्य को अब तक 7,171 करोड़ रुपयेराज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य को अब तक 7,171 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। चालू मानसून सीजन में राज्य में बादल फटने और भूस्खलन की कम से कम 170 घटनाएं सामने आई हैं और लगभग 9,600 घर आंशिक या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।10- अमित शाह ने जताया दुखकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें हिमाचल प्रदेश में राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। उन्होंने जानमाल के नुकसान को बेहद दुखद बताया। सिरमौर में भी एक लड़के की मौत हुई है।


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