शिमला: चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाइवे पर बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ हे। हाइवे पर खतरनाक छठे मील (मंडी) पर एक कार पर पत्थर गिरने से 4 साल के एक बच्चे की मौत हो गई। वहीं हादसे में चार अन्य घायल हो गए। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, हिमाचल प्रदेश की राजधानी और राज्य के ऊपरी इलाकों की मुख्य जीवन रेखा चंडीगढ़-शिमला हाइवे शुक्रवार तड़के सोलन जिले में भारी भूस्खलन के बाद फिर से बंद कर दिया गया था। इसके अलावा नवनिर्मित हाइवे को चक्की का मोड़ के पास बंद कर दिया गया है। सिंकिंग जोन के कारण हाइवे लगभग एक सप्ताह तक बंद रहा।भूस्खलन के बाद चंडीगढ़-शिमला हाईवे फिर से बंदहिमाचल प्रदेश की लाइफ लाइन कहा जाने वाला चंडीगढ़-शिमला नैशनल हाइवे शुक्रवार तड़के बंद हो गया। सोलन जिले में भारी भूस्खलन के बाद इसे फिर से बंद कर दिया गया। हाइवे को मंगलवार को यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया था। अधिकारियों ने हाइवे को चलने योग्य बनाने के लिए कर्मियों और मशीनरी को तैनात किया है।विशेषज्ञ परवाणू और सोलन शहरों के बीच कई बिंदुओं पर हाइवे पर लगातार हो रहे भूस्खलन के लिए अवैज्ञानिक सड़क निर्माण को जिम्मेदार मानते हैं। पिछले सप्ताह चक्की का मोड़ के पास 40 मीटर लंबी सड़क पूरी तरह बह गई थी। पुलिस ने यात्रियों को चंडीगढ़ से शिमला की ओर जाने के लिए परवाणू-जंगशु-काला अंब-नाहन-कुमारहट्टी या बद्दी-नालागढ़-रामशहर-कुनिहार जैसी वैकल्पिक सड़कों का उपयोग करने का निर्देश दिया है।
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