Sunday, March 31, 2024

भीलवाड़ा: सियासी मैदान में PM मोदी के सहपाठी, दोनों ने साथ में ली RSS की ट्रेनिंग, जानिए कौन हैं दामोदर

भीलवाड़ा : अपनी पढ़ाई के बाद 3 साल ब्यावर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे। इसके बाद संघ की तृतीय वर्ष ट्रेनिंग नागपुर में ली। उस दौरान तत्कालीन प्रचारक और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी मुलाकात हुई। 1 महीने एक कक्ष में रहकर दोस्त बनने का फायदा इस बार भीलवाड़ा के बीजेपी के लोकसभा के उम्मीदवार दामोदर अग्रवाल को मिला है।

सीपी जोशी के सामने होंगे दामोदर अग्रवाल

दामोदर अग्रवाल जब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलते थे। नरेंद्र मोदी उसी गर्मजोशी से अग्रवाल से मिलते थे। कहते थे, क्या हालचाल है। यही कारण रहा कि साल 2019 में राजस्थान में सर्वाधिक वोटों से 6 लाख से अधिक वोटों से जीतने वाले सुभाष बहेड़िया काआरएसएस के विरोध के कारण टिकट काटकर भारतीय जनता पार्टी ने भीलवाड़ा से दामोदर अग्रवाल को मैदान में उतारा। इधर, कांग्रेस ने इस सीट से कद्दावर नेता डॉक्टर सीपी जोशी को मैदान में उतारा है।

शाहपुरा जिले के रहने वाले हैं दामोदर

भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को आखिरकार अपना 25वां उम्मीदवार भी घोषित कर दिया। प्रदेश भाजपा के महामंत्री दामोदर अग्रवाल पर अपना दांव आजमाया है। इस बार भाजपा ने मौजूदा सांसद सुभाष बहेड़िया का टिकट काटकर प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। 68 वर्ष के दामोदर अग्रवाल मूलत शाहपुरा जिले के जहाजपुर के रहने वाले हैं। 3 वर्ष तक ब्यावर में संघ के प्रचारक रहने के बाद उन्होंने कपड़ा व्यवसाय शुरू किया था।

भीलवाड़ा का टिकट जारी करने में देरी की यह रही वजह

दामोदर अग्रवाल भाजपा जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वैसे तो दामोदर अग्रवाल शुरुआती दौर में मौजूदा सांसद सुभाष बहेड़िया के अति निकट थे। लेकिन यह तो राजनीति है इस बार दामोदर अग्रवाल ने टिकट की दौड़ में सुभाष बहेड़िया को मात देकर टिकट हासिल कर लिया है। भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के बीच में सहमति नहीं बनने से यह लंबे समय से टिकट होल्ड पर रखा हुआ था। अंत में ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी और संघ में दामोदर अग्रवाल के नाम पर सहमति बन गई है क्योंकि दामोदर अग्रवाल की पृष्ठभूमि भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी है।


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Saturday, March 30, 2024

क्या आपको पर्सनल लोन लेकर शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए? जवाब हैरान कर देगा

नई दिल्‍ली: कई लोग में निवेश शुरू करने के लिए लेने के बारे में सोचते हैं। इस तरह की सोच से ज्‍यादातर एक्‍सपर्ट इत्‍तेफाक नहीं रखते हैं। लोन दे रहे बैंक तो खासतौर से इस बात पक्ष में नहीं होते हैं। इसकी एक वजह शेयर बाजार से जुड़ा जोखिम है। पर्सनल होन लेकर लगाया गया पैसा डूब भी सकता है। लेकिन, इस सच से भी मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है कि आज कुछ निवेशक पैसा खत्म होने पर पर्सनल होने के विकल्प को चुनते हैं। क्या यह सही है? क्या वाकई आपको पर्सनल लोन लेकर शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए?अंतिम बात यह है कि अगर आपके पास शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कैश है तो आपको लोन लेने की कतई जरूरत नहीं है। लेकिन, कुछ लोग जो लोन लेकर करते हैं, उन्‍हें इस विकल्‍प में फायदा भी दिखता है। यानी इसके दो पहलू हैं। ऐसे में दोनों पहलुओं को समझना जरूरी है।

ज्‍यादा र‍िटर्न म‍िलने की संभावना

लोन लेकर शेयरों में लगाने वाले लोग इसमें एक सकारात्‍मक पक्ष ज्‍यादा रिटर्न को देखते हैं। शेयरों से मिलने वाला रिटर्न बैंक को दिए जाने वाले ब्‍याज से ज्‍यादा हो सकता है। हालांकि, यह खेल बहुत जोखिम भरा है। कोई भी दावे के साथ यह नहीं कह सकता है कि शेयरों से कितना रिटर्न मिलेगा। यह सबकुछ शेयर बाजार की चाल पर निर्भर करता है। यह भी सही है कि पर्सनल लोन लेने पर कुछ बैंक और ज्‍यादा पैसा लेने की पेशकश करते हैं। ऐसा इस बात पर निर्भर करता है कि कोई व्‍यक्ति लोन का रिपेमेंट कितनी ईमानदारी से करता है। यह पैसा शेयर निवेश में विविधता लाने में मदद कर सकता है। इससे बाजार के जोखिम को कुछ हद तक घटाया जा सकता है। हालांकि, रिस्‍क फैक्‍टर हमेशा रहता है।

फायदे से ज्‍यादा नुकसान

शेयर बाजार में निवेश के लिए पर्सनल लोन लेने के नुकसान की बात कर लेते हैं। जब शेयर बाजार में निवेश की बात आती है तो मनी मैनेजमेंट सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है। ऐसे में जब आप शेयरों में निवेश के लिए पैसा उधार लेते हैं तो आप मासिक ईएमआई के जरिये नियमित रूप से कर्ज चुकाने के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। इससे आपका वित्तीय बोझ काफी बढ़ सकता है। यह आपको टेंशन दे सकता है। अगर आपके खरीदे गए शेयर खराब प्रदर्शन करते हैं तो यह बोझ और बढ़ जाएगा। इसके उलट शेयर प्रत्याशित प्रदर्शन करते हैं तो भी लोन के ब्याज की भरपाई के लिए उन्‍हें पर्याप्त फायदा पैदा करना होगा। अगर मुनाफा ब्याज को कवर करने से कम हो जाता है तो आप घाटे में जाएंगे। यह घाटा बढ़ता भी जा सकता है। इससे निवेश के लिए लोन लेने का औचित्य खत्‍म हो जाएगा। आपको कभी नहीं भूलना चाहिए कि शेयर मार्केट बाजार जोखिमों के अधीन हैं। केवल वही लोग इस बारे में सोच सकते हैं जिनमें जोखिम उठाने की क्षमता बहुत ज्‍यादा है। शुरुआत कर रहे लोगों को लोन लेकर शेयरों में लगाने की स्‍ट्रैटेजी से बिल्‍कुल बचना चाहिए। ऐसी बहुत सी छोटी बचत स्‍कीमें हैं जिनमें वे निवेश कर सकते हैं।


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Friday, March 29, 2024

बीजेपी सांसद के बारे में पत्रकारों ने ऐसा क्या पूछा कि शरद पवार ने कॉलर उड़ाकर दिया जवाब? जानें

मुंबई: राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता उदयनराजे भोसले सतारा लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। लेकिन बीजेपी ने अभी तक उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की घोषणा नहीं की है। पिछले हफ्ते उदयनराजे टिकट पाने के लिए दिल्ली में बैठे थे। तीन दिन के इंतजार के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। इसके बाद उदयनराजे के सतारा लौटने पर उनकी ओर से जुलूस निकाला गया। लेकिन अभी तक उन्हें टिकट की घोषणा नहीं की गई है। इसी पर आज से सवाल पूछा गया। सतारा में दौरे के दौरान उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए।उदयनराजे का नाम लेते ही कॉलर ऊंचामहायुति ने अभी तक उदयनराजे की उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की है तो अगर वे आपसे संपर्क करें, तो क्या आप उनसे बात करेंगे? ऐसा सवाल शरद पवार से पूछा गया। शरद पवार ने साफ कहा कि अब ऐसी कोई संभावना नहीं है। पत्रकार ने यह भी कहा कि तो क्या आप भी कॉलर ऊंचा करेंगे? प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार ने भी अपना कॉलर दिखाया। इससे पत्रकारों को भी हंसी आ गई। सातारकर स्मार्ट हैंशरद पवार ने भी साफ किया कि उदयनराजे अब बीजेपी में हैं। मैंने दो दिन पहले देखा कि सतार शहर ने पूरी सड़क पर उनका स्वागत किया। इसलिए उनके हमसे संपर्क करने का कोई सवाल ही नहीं है। 2019 में उदयनराज के शरद पवार के खिलाफ बगावत करने और उपचुनाव का सामना करने के बाद शरद पवार ने सतारावालों से गलती सुधारने की अपील की थी। क्या आप इस बार भी गलती न करने की अपील करेंगे? ऐसा सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सातारकर स्मार्ट हैं। उनसे अपील करने की कोई जरूरत नहीं है।प्रफुल्ल पटेल की कड़ी आलोचनायह बात सामने आई है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2017 में प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले को बंद कर दिया है। कहा जा रहा है कि अजित पवार गुट ने बीजेपी का समर्थन किया तो प्रफुल्ल पटेल को क्लीन चिट मिल गई। वहीं शरद पवार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो उनसे इस बारे में सवाल पूछा गया। उस वक्त उन्होंने कहा था कि ये अच्छी बात है। जब प्रफुल्ल पटेल हमारे साथ थे तो हम सभी चिंतित थे। लेकिन अब जेल जाने से बेहतर है कि बीजेपी में शामिल हो जाऊं, ऐसा कहा जा रहा है। वह सच होता दिख रहा है।


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Thursday, March 28, 2024

माटुंगा के रेलवे क्वॉटर्स में रहने वाले 255 परिवार को घर खाली करने का नोटिस, धारावी रीडिवेलपमेंट प्रॉजेक्ट के तहत हुआ ऐसा

मुंबई: धारावी रीडिवेलपमेंट प्रॉजेक्ट की शुरुआत रेलवे की जमीन से हो चुकी है। माटुंगा के रेलवे क्वॉटर्स में रहने वाले 255 परिवार को जल्द ही घर खाली करने का नोटिस थमा दिया गया है। इस प्रॉजेक्ट में केवल रेलवे के कर्मचारियों के घर ही नहीं हटाए जा रहे हैं बल्कि दक्षिण मुंबई की करीब 7 एकड़ हरियाली भी पुनर्विकास की भेंट चढ़ने जा रही है। रीडिवेलपमेंट के दौरान रेलवे की इस जमीन से करीब 500 पेड़ों को हटाना होगा। गौरतलब है कि आडानी ग्रुप द्वारा रीडिवेलपमेंट का काम किया जाएगा। 26 मार्च को प्रॉजेक्ट की स्थिति देखने के लिए रेलवे बोर्ड मेंबर इंफ्रास्ट्रक्चर अनिल कुमार खंडेलवाल ने मौके का दौरा किया। खंडेलवाल रेलवे लैंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) के चेयरमैन भी हैं। रेलवे की ओर से RLDA ही इस प्रॉजेक्ट से लिए कॉर्डिनेशन कर रही है।यूनियन ने जताई आपत्तिरेलवे कर्मचारियों को क्वार्टर ख़ाली कराने का नोटिस मिलने के बाद अब यूनियन ने नाराज़गी जताते हुए संबंधित रेलवे अधिकारियों और प्रशासन को पत्र लिखा है। पत्र में त्वरित नोटिस देकर क्वार्टर ख़ाली कराने का विरोध किया गया है। पत्र में प्रॉजेक्ट के लिए जो रेलवे क्वार्टर्स के पास अस्थाई कार्यालय बनाकर सुरक्षाकर्मी को बिठाने का भी विरोध किया गया है। यूनियन ने मांग की है प्रॉजेक्ट में जो नई इमारतें बनाई जाएंगी, वहीं रेलवे के परिवारों को भी क्वार्टर दिए जाएं। नैशनल रेलवे मज़दूर यूनियन (NRMU) ने लिखा है कि इस मामले में 2019 में ही रेलवे अथॉरिटी के सामने 255 परिवारों की बात रखी गई थी। उस दौरान यूनियन को आश्वासन दिया गया था कि रेल कमर्चरियों के लिए मौजूदा कॉलोनी में ही नई इमारत की व्यवस्था की जाएगी। जब सभी परिवारों के लिए व्यवस्था होगी, तब ही रेलवे की ज़मीन राज्य सरकार को हस्तांतरित की जाएगी। लेकिन पिछले कुछ महीनों में परिस्थितियां बदल गईं और अब इन परिवारों को ओर कहीं शिफ्ट होने का आदेश निकाला गया है।क्या है रेलवे की जमीन का मामलाधारावी रीडिवेलपमेंट प्रॉजेक्ट के तहत दादर, माहिम और माटुंगा रोड में रेलवे की जमीन को इस प्रॉजेक्ट में शामिल किया गया था। इसमें माटुंगा रोड रेलवे कॉलोनी की पूरी जमीन भी हस्तांतरित करनी है। इसी जमीन पर अभी रेलवे के 255 परिवार रहते हैं। ये जमीन करीब 19 एकड़ की है, जिसमें से 12 एकड़ जहां रेलवे कर्मचारी नहीं रहते हैं, वो पहले ही हस्तांतरित कर दी गई थी। मंगलवार को रेलवे बोर्ड द्वारा इस प्रॉजेक्ट को लेकर बैठक की गई। इसमें रेलवे क्वार्टर खाली कराने और रेलवे की करीब 47.5 एकड़ जमीन को प्रॉजेक्ट अथॉरिटी को हस्तांतरित करने पर फैसला लिया गया। सूत्रों का कहना है कि रेल कर्मचारियों को शिफ्ट करने के लिए मना लिया गया था। इन स्टाफ को मुंबई में ही अन्य क्वार्टरों में शिफ्ट करने की सहमति बनी थी।क्यों हो रहा है यूनियन का विरोध?यूनियनों का कहना है कि रेलवे की जमीन हस्तांतरित करने के लिए जो पूर्व में शर्तें रखी गईं थीं, उनका पालन नहीं किया जा रहा है। रेलवे प्रशासन द्वारा अब अपने ही स्टाफ को हटाने का नोटिस दिया जा रहा है, जो रेलकर्मियों ने लिए अच्छी बात नहीं है। इन स्टाफ को शिफ्ट करने का कोई ठोस प्लान भी तैयार नहीं किया गया है। 255 परिवारों को हटाया जा रहा है जबकि उनके बच्चों की पढ़ाई, स्कूल इत्यादि की व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। इस मामले में सभी मजदूर यूनियनों ने एकमत से नाराजगी जताई है क्योंकि सवाल 255 परिवारों के भविष्य का है।


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Wednesday, March 27, 2024

MP में कांग्रेस ने जारी की प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट, शिवराज सिंह चौहान को टक्कर देगें यह दिग्गज नेता

Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने तीसरी लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में कुल 3 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। इसके पहले कांग्रेस ने दो लिस्ट में कुल 22 नामों की घोषणा की है। मध्य प्रदेश की सबसे हॉट सीट गुना और विदिशा से कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नाम के ऐलान कर दिया है।कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए 3 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने राव यादवेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है। वहीं विदिशा से शिवराज सिंह चौहान को टक्कर देने के लिए प्रताप भानु शर्मा को उतारा है। दमोह से तरवर सिंह लोधी को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है।बता दें कि इसके पहले कांग्रेस ने दो लिस्ट जारी की है। दोनों लिस्ट को मिलाकर कुल 22 प्रत्याशी हुए थे। अब तीसरी लिस्ट में कुल 3 नाम की घोषणा के बाद मध्य प्रदेश में 29 में से 25 सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है।


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राजसमंद :कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन सिंह ने पार्टी के उड़ा दिए होश, दो दिनों से 'गायब' रहने के बाद बोले- नहीं लडूंगा चुनाव

राजसमंद/जयपुर : राजस्थान की राजसमंद लोकसभा सीट पर नाटकीय घटनाक्रम सामने आया है। उन्होंने महज 2 दिन में ही कांग्रेस पार्टी को अपना टिकट लौटा दिया। बताया जा रहा है कि रावत दो दिनों से सभी के कांटेक्ट से बाहर थे। इसके बाद रावत ने राजसमंद सीट से चुनाव लड़ने के लिए इंकार कर दिया है। इसको लेकर रावत ने हाईकमान को पत्र लिखकर चुनाव लड़ने से साफ मना करते हुए टिकट लौटा दिया है। रावत का कहना है कि मैं एक महीने पहले हीचुनाव लड़ने के लिए इनकार कर चुका था। उसके बावजूद उनके बिना सहमति के पार्टी ने टिकट दिया। रावत ने चुनाव नहीं लड़ने के पीछे व्यक्तिगत कारण बताया।

दो दिनों से सबके कांटेक्ट से दूर रहे सुदर्शन रावत

लोकसभा चुनाव के चलते कांग्रेस और बीजेपी ने कुल 25 लोकसभा सीटों पर 24-24 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए है। इसके चलते राजस्थान की सियासत की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है। राजसमंद सीट पर बीजेपी ने नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह की पत्नी महिमा को टिकट दिया। जबकि उनके सामने कांग्रेस के सुदर्शन सिंह रावत चुनाव मैदान में हैं। राजसमंद सीट पर चुनावी प्रचार की सरगर्मियां शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि लेकिन दो दिनों से सुदर्शन सिंह रावत सबके कांटेक्ट से बाहर है। उनका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है। कांग्रेस के सीनियर लीडर भी उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन बात नहीं बन पा रही है। उधर, कहा जा रहा है कि सुदर्शन सिंह रावत विदेश गए हुए हैं।

सियासी चर्चा बीजेपी के गढ़ से लड़ने के इच्छुक नहीं थे रावत

राजसमंद से कांग्रेस ने इस बार सुदर्शन सिंह रावत को अपना प्रत्याशी बनाया है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि सुदर्शन सिंह ने पार्टी से टिकट की मांग नहीं की थी। इसका मुख्य कारण राजसमंद सीट बीजेपी का गढ़ रही है और यहां राजपूत समाज का बाहुल्य है। चर्चा है कि कांग्रेस को राजसमंद सीट से कोई प्रत्याशी नहीं मिला। इसके चलते पार्टी ने खुद आगे चलकर सुदर्शन सिंह को टिकट दिया है। बताया जा रहा है कि राजसमंद से कांग्रेस का टिकट मिलने से सुदर्शन सिंह राजी नहीं है। उनका बीजेपी के गढ़ और राजपूत बाहुल्य सीट से चुनाव लड़ने का कोई मन नहीं है, क्योंकि कहीं ना कहीं सुदर्शन सिंह यहीं मानते हैं कि यहां से चुनाव लड़ने पर उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा।

चिट्ठी में रावत ने बताया बिना सहमति के बनाया उम्मीदवार

इस दौरान 25 मार्च को मिले टिकट को रावत ने दो दिन में ही लौटा दिया है। उन्होंने इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को चिट्ठी लिखी। इसमें बताया कि उनकी सहमति के बिना ही उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है। जिस पर उन्होंने नाराजगी जिताई। उन्होंने कहा कि मैंने एक महीने पहले ही पार्टी को अपने चुनाव लड़ने पर असमर्थता जता दी थी। मैंने अपने चुनाव लड़ने को लेकर कोई भी रणनीति नहीं तैयार की। उन्होंने कहा कि मेरा व्यापार के सिलसिले से 2 महीने तक विदेश दौरे पर रहने का कार्यक्रम था। इसके बावजूद मेवाड़ के एक बड़े नेता ने मेरी सहमति के बिना ही टिकट के लिए मेरा नाम प्रस्तावित किया। जो ठीक नहीं है।

रावत ने कहा, किसी योग्य नेता को बनाएं उम्मीदवार

इस दौरान रावत ने डोटासरा को लिखी चिट्ठी में अपने स्थान पर किसी योग्य नेता को उम्मीदवार बनाने का आग्रह किया है। उन्होंने लिखा कि 25 मार्च की शाम को मुझे सोशल मीडिया से उम्मीदवार घोषित होने की खबर मिली। जो मेरे लिए आश्चर्य का विषय थी। उन्होंने लिखा कि मेरा फिर कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से अनुरोध है कि मेरी जगह किसी योग्य और इच्छुक उम्मीदवार को मौका दिया जाए। मेरे इस कदम से मेरे समर्थकों, शुभचिंतकों और पार्टी नेतृत्व की भावना को ठेस पहुंची होगी। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। बता दे कि, रावत को टिकट मिलने के बाद उन्होंने इसका कोई रिएक्शन तक नहीं दिया, यहां तक की उन्होंने सोशल मीडिया पर हाई कमान को भी धन्यवाद भी नहीं दिया।

यह है राजसमन्द सीट का इतिहास

राजसमंद सीट 2009 गठित की गई। इस सीट पर राजपूत समाज का बाहुल्य है। पिछले चुनाव की बात करें तो, 2009 में कांग्रेस ने यह सीट जीती थी। लेकिन इसके बाद 2014 और 2019 में लगातार बीजेपी ने इस सीट को अपने कब्जे में रखा। 2019 में दीया कुमारी राजसमंद सीट से सांसद थीं, जो अब भजनलाल सरकार में उपमुख्यमंत्री है। इस कारण सीट के खाली होने पर भाजपा ने महिमा को टिकट दिया है।


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अमेठी और रायबरेली सीट पर सस्पेंस, कांग्रेस ने गाजियाबाद से डॉली शर्मा को दिया टिकट

अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 में सभी राजनीतिक अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस चरण दर चरण उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की चार और लोकसभा सीट से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने सीतापुर सीट से नकुल दुबे को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, गाजियाबाद सीट से दिया है।यूपी की 80 लोकसभा सीट में से 17 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करना है। सपा और कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने अभी भी अमेठी और रायबरेली सीट से अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस अब तक 13 सीट पर कैंडिडेट घोषित कर चुकी है।कांग्रेस ने गाजियाबाद लोकसभा सीट से डॉली शर्मा को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इसके साथ ही बुलंदशहर सीट से शिवराम वाल्मीकि को कैंडिडेट बनाया है, जबकि सीतापुर लोकसभा सीट से नकुल दुबे को प्रत्याशी बनाया गया है। महराजगंज सीट से वीरेंद्र चौधरी को कैंडिडेट घोषित किया गया है। उधर, कांग्रेस ने इस लिस्ट में भी रायबरेली और अमेठी सीट से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

पहली लिस्ट में इनके नाम थे

कांग्रेस ने हाल ही में यूपी से उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। कांग्रेस ने पहली लिस्ट में 9 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की थी। जिसमें सहारनपुर से इमरान मसूद, अमरोहा से कुंवर दानिश अली, फतेहपुर सीकरी से रामनाथ सिकरवार और कानपुर से आलोक मिश्रा को उम्मीदवार बनाया था। झांसी से पूर्व सांसद प्रदीप जैन आदित्य, देवरिया से पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह, बाराबंकी से तनुज पुनिया और बांसगांव से पूर्व मंत्री सदल प्रसाद को प्रत्याशी बनाया था। इसी क्रम में बुधवार को 4 सीट पर और उम्मीदवार घोषित कर दिया है।


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मुरादाबाद में आजम खान ने दिखाया दम, जानिए एसटी हसन के टिकट कटने की इनसाइड स्टोरी

अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट पर बड़ा उलटफेर हो गया है। समाजवादी पार्टी ने एसटी हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को उम्मीदवार बना दिया है। पूर्व विधायक रुचि वीरा सपा के कद्दावर नेता आजम खान की करीबी मानी जाती है। एसटी हसन के समर्थकों ने आजम खान पर गंभीर आरोप लगाया है। समर्थकों का कहना है कि एसटी हसन का टिकट सपा नेता आजम खान के इशारे पर काटा गया है। फिलहाल अब मुरादाबाद सीट से आजम की करीबी रुचि वीरा सपा की अधिकृत उम्मीदवार हो गई हैं। इसको लेकर मुरादाबाद के जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने आधिकारिक घोषणा भी कर दी है। वहीं, एसटी हसन ने नामांकन वापस लेने का ऐलान कर दिया है।

सीतापुर जेल में इस उलटफेर की लिखी गई थी कहानी

दरअसल, इस पूरे घटनाक्रम की कहानी सीतापुर जेल में शुरू हुई थी। सपा मुखिया अखिलेश यादव बीते 22 मार्च को आजम खान से मुलाकात करने सीतापुर जेल पहुंचे थे। उस मुलाकात के दौरान सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने दो शर्तें रखी थीं, जिसमें से एक शर्त मुरादाबाद सीट से रुचि वीरा को उम्मीदवार घोषित करने की थी। रुचि वीरा आजम खान की बेहद करीबी मानी जाती हैं। साथ ही दूसरी शर्त आजम खान ने अखिलेश यादव को खुद रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की रखी थी, लेकिन उसके बावजूद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एसटी हसन का नाम 24 मार्च को मुरादाबाद सीट से घोषित कर दिया था।

आजम खान ने जेल में रहकर अपनी ताकत दिखाई, अखिलेश भी झुके

मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन को उम्मीदवार घोषित करने के बाद सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने जेल में रहकर ही खेल कर दिया है। उधर, रामपुर सीट से उम्मीदवार घोषित न होने के चलते मंगलवार को रामपुर की सपा जिला इकाई ने बैठक कर दी। बैठक में रामपुर सीट से अखिलेश यादव के चुनाव न लड़ने की स्थिति में चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया। मंगलवार को जहां रामपुर का सियासी पारा बढ़ रहा था तो वहीं दूसरी ओर आजम खान की करीबी रुचि वीरा लखनऊ पहुंच गईं। रुचि वीरा ने अखिलेश से मुलाकात करने के बाद अपना सिंबल लेकर मुरादाबाद के लिए रवाना हो गईं, क्योंकि अगले दिन यानी बुधवार को नामांकन का आखिरी दिन था।

एसटी हसन के नामांकन करने के कुछ घंटे बाद हुआ खेला

मंगलवार को ही समाजवादी पार्टी के पहले से घोषित उम्मीदवार एसटी हसन ने अपना नामांकन किया था, लेकिन शाम होते ही उनके टिकट पर संशय पैदा हो गया था। आजम खान की करीबी रुचि वीरा को मुरादाबाद सीट से सिंबल मिलने और घोषित उम्मीदवार एसटी हसन का टिकट कटने की सूचना मिलते ही एसटी हसन के करीबी समर्थकों ने रुचि वीरा के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी थी। फिलहाल बुधवार को रुचि वीरा के नामांकन करने के बाद मुरादाबाद की पूरी तस्वीर साफ हो गई है। आजम खान की करीबी एवं पूर्व विधायक रुचि वीरा समाजवादी पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी हो गईं।

मुरादाबाद सीट से टिकट काटने के बाद बोले एसटी हसन

टिकट कटने के बाद सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि टिकट होना या न होना वो एसटी हसन की शख्सियत को खत्म नहीं कर सकता है। जो आइडियोलॉजी हमारी है, वो आइडियोलॉजी मुलायम सिंह यादव की थी और जो आइडियोलॉजी अखिलेश यादव जी की है, हम उसी के साथ हैं। एसटी हसन ने कहा कि मैं मुस्लिम वर्ग से आता हूं। अखिलेश ने ही मुझे पार्लियामेंट भेजा था। उन्होंने कहा कि अब सपा के उम्मीदवार नहीं हैं। अपना पर्चा वापस लेंगे। इसके साथ ही एसटी हसन ने कहा कि जब एक बार टिकट दे चुके थे तो कोई कारण तो नहीं था। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ही बेहतर बता पाएंगे कि टिकट क्यों काटा गया है। सपा नेता ने कहा कि अखिलेश पार्टी के नेता हैं, जिसको चाहें लड़ाएं, जिसको चहें न लड़ाएं।

एसटी हसन का टिकट कटवाने वाले आजम कभी करीबी हुआ करते थे

उधर, जानकारों की मानें तो एक समय था, जब मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन आजम खान के करीबियों में से एक थे। मुरादाबाद से मेयर होने के दौरान ही आजम खान ने एसटी हसन को लोकसभा का टिकट दिलाया था, लेकिन सपा के कद्दावर नेता आजम खान के जेल जाने के बाद एसटी हसन सपा मुखिया अखिलेश यादव के करीबी हो गए थे। इतना ही नहीं आजम की गैर मौजूदगी में एसटी हसन पार्टी में मुस्लिमों के बड़े नेताओं की लिस्ट में शुमार हो गए थे। इसी क्रम में सपा मुखिया ने एसटी हसन को लोकसभा में पार्ट संसदीय दल का नेता भी बना दिया था। आजम खान इससे भी नाराज हो गए थे। एसटी हसन को टिकट मिलने के बाद आजम के करीबियों ने नाराजगी भी जाहिर की थी। जिसके बाद इतना बड़ा फेरबदल हो गया है। ये उलटफेर आजम खान के इशारे पर हुआ है ऐसे आरोप लग रहे हैं।


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Tuesday, March 26, 2024

पास में पिस्टल लेकिन कार नहीं... पत्नी करोड़पति लेकिन खुद लखपति कैसे हैं मंत्री संजीव बालियान?

मुजफ्फरनगर: केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान से अधिक धनवान उनकी पत्नी सुनीता बालियान हैं। डॉ संजीव जहां लखपति हैं, वहीं उनकी पत्नी करोड़पति हैं। पांच साल में उनकी पत्नी की संपत्ति में 1.41 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है।गांव कुटबी निवासी केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने भाजपा-रालोद प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्योरा भी दिया है। शपथ पत्र के मुताबिक 51 वर्षीय डा. बालियान की दो बेटी केतकी और ताज बालियान हैं। डॉ संजीव पर दो मुकदमे हैं।

मंत्री के पास एक भी कार नहीं

डॉ संजीव के चार बैंक खाते हैं, जबकि उनकी पत्नी के नाम तीन बैंक खाते हैं। पत्नी के तीनों खाते करनाल हरियाणा में हैं। सुनीता बालियान के नाम एक कार भी है, जबकि मंत्री के पास कार नहीं है।

.30 बोर की पिस्टल

संजीव बालियान के पास 82 ग्राम और सुनीता बालियान पर 549 ग्राम सोने के जेवर हैं। वहीं, केंद्रीय राज्यमंत्री के पास .30 बोर की पिस्टल है, जिसकी कीमत 50 हजार रुपये हैं। दोनों के नाम लाखों रुपये कीमत की कृषि भूमि भी है।

ऐनाटोमी में पीएचडी संजीव बालियान

संजीव बालियान वेटेरनरी ऐनाटोमी में पीएचडी हैं। वर्ष 2019 में संजीव बालियान के पास कुल जंगम आस्तिया 19.02 लाख रुपये भी, जबकि वर्तमान में 29.10 लाख रुपये हैं। वहीं, स्थावर आस्तियां पांच साल पहले 8.35 लाख रुपये, जबकि वर्तमान में 10.50 लाख रुपये हैं।

मंत्री की पत्नी के पास ज्यादा संपत्ति

इनकी पत्नी पर पांच साल पहले जंगम आस्तियां 96.71 लाख और स्थावर आस्तियां 33.44 लाख थी, जबकि वर्तमान में यह क्रमश: 2.32 करोड़ और 38.50 लाख रुपये है। वर्तमान में बालियान के पास कुल संपत्ति 39.60 लाख रुपये और सुनीता बालियान के पास 2.71 करोड़ रुपये है।


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Monday, March 25, 2024

समलैंगिक पार्टनर खोजने में लगा 10 लाख का चूना, हैरान कर देगा ऑनलाइन ठगी का यह मामला

: मेघवाड़ी पुलिस ने जोगेश्वरी (पूर्व) निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ 10 लाख रुपये की कथित धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, 28 वर्षीय पीड़ित मुंबई के एक पांच सितारा होटल में काम करता है। वह समलैंगिक है और सोशल मीडिया मंचों के जरिए समय-समय पर समलैंगिक साथी की तलाश करते रहता है। जनवरी में पीड़ित को एक व्यक्ति डेटिंग एप मिला, जो खुद को समलैंगिक बताया और संयुक्त राज्य अमेरिका के टेक्सास में कार्यरत डॉक्टर। इस डॉक्टर ने अपना नाम रामोस बेनार्ड बताया। रामोस से दोस्ती करने के बाद दोनों ने कुछ तस्वीरें और एक-दूसरे का फोन नंबर भी शेयर किया। दोनों के बीच वाट्सएप पर बातचीत भी होने लगी।तस्वीरें भेजकर जीता भरोसा जांच अधिकारियों के अनुसार, 30 जनवरी को रामोस ने भारत में लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की यात्रा करने के बहाने पीड़ित को भारत आने की बात कही और उपहार में उसके लिए महंगी कलाई घड़ी की तस्वीरें भेज दीं। रामोस ने दावा किया कि वह घड़ी वह पीड़ित के लिए भारत ला रहा था। 5 फरवरी को उसने न्यूयॉर्क से नई दिल्ली का अपना हवाई टिकट की तस्वीरें भेज दी। 5 फरवरी को पीड़ित को रामोस ने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे पर उसको एयरपोर्ट अधिकारियों ने रोक दिया क्योंकि अपने साथ 2,45,000 डॉलर (लगभग 2.04 करोड़ रुपये के बराबर) विदेशी मुद्रा लेकर आ रहा था। इसके कुछ देर बाद ही पीड़ित को किसी प्रिया नाम की एक महिला का फोन आया, जिसने खुद को कस्टम अधिकारी बताया। प्रिया ने पीडित को बताया कि उसने रामोस को डिटेन कर लिया है। उसको रिहा करने के लिए 75 हजार रुपये चुकाने होंगे। चूंकि, रामोस पीड़ित को जानता है। इसलिए प्रिया ने इस केस में पीड़ित को भी घसीटने की धमकी दी और रामोस को रिहा कराने के लिए उसके बैंक खाते में पैसे जमा करने को कहा। प्रिया को असली कस्टम अधिकारी समझ कर पीड़ित ने उसके दिए गए बैंक खाते में 75 हजार जमा कर दिए। इसके बाद प्रिया ने पीड़ित से विदेशी मुद्रा रूपांतरण शुल्क, आवास शुल्क, भोजन शुल्क, मुआवजा शुल्क, एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग आदि के बहाने पीड़ित से 6 फरवरी से 6 मार्च के मध्य विभिन्न बैंक खातों में 9.76 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। कैसे हुआ खुलासा? पीड़ित ने पुलिस को बताया कि करीब एक महीना बीत जाने के बाद और लगभग 10 लाख रुपये जमा करने के बावजूद जब रामोस को एयरोपोर्ट पुलिस ने रिहा नहीं किया बल्कि उसको रिहा करने के लिए और पैसों की मांग करने लगे तो उसको शक हुआ। उसने अपने करीबी दोस्त से इसकी चर्चा की, जिन्होंने पुलिस से संपर्क करने के लिए कहा। पीड़ित जब पुलिस को आपबीती सुनाई तो पता चला कि वह नाइजीरियन साइबर धोखाधड़ी रैकेट का शिकार बन गया है, जो इसी तरीके से भोले-भाले लोगों से ऑनलाइन ठगी करते है। बांगुर नगर थाना एवं साइबर एक्सपर्ट एपीआई अनंत तांबे कहते हैं कि प्रलोभन युक्त डिजिटल सामग्रियों के जरिए साइबर क्रिमिनल भोले-भाले लोगों को साइबर क्राइम का शिकार बनाते हैं। इसलिए साइबर क्राइम ब्रांच लोगों से अपील करती है कि वे इस तरह के संदिग्ध कॉल्स, डिजिटल ट्रांजेक्शन एवं लिंक्स आदि के झांसे में नहीं आएं। आंख मूंदकर अनजान लोगों पर भरोसा नहीं करें और फ्री में मिलने वाले संदिग्ध महंगे उपहारों आदि के झांसे में नहीं पड़े।


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Sunday, March 24, 2024

बिहार NDA कैंडिडेट लिस्ट: सभी 40 सीटों पर उम्मीदवारों का नाम यहां देखें, वोटिंग डेट समेत

पटना: बिहार की सभी 40 सीटों में से चिराग के हिस्से वाली पांच सीटों को छोड़ दे तो 35 सीटों पर नामों का ऐलान हो चुका है। जेडीयू ने अपने हिस्से की 16 सीटों पर नामों का ऐलान दिन में किया तो रात होते-होते बीजेपी ने अपने हिस्से की 17 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। होली बाद चिराग पासवान अपने कोटे की पांच सीटों पर नामों का ऐलान करेंगे। इसके अलावा एक सीट पर जीतन राम मांझी तो दूसरे पर उपेंद्र कुशवाहा खुद चुनाव लड़ेंगे।

बीजेपी की लिस्ट में ये हुआ बदलाव

बिहार बीजेपी की लिस्ट में तीन मौजूदा सांसदों का टिकट कटा है। बक्सर से सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का नाम लिस्ट से गायब है। उनकी जगह पर मिथिलेश तिवारी को टिकट दिया गया है। नवादा से सीपी ठाकुर के बेटे विवेक ठाकुर को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है। यहां से पहले एलजेपी की टिकट पर सूरजभान सिंह के भाई चंदन सिंह चुनाव जीते थे। इस बार से सीट बीजेपी के पास आ गई है। जबकि, मुजफ्फरपुर से सांसद रहे अजय निषाद पर इस बार पार्टी ने भरोसा नहीं किया है। उनकी जगह पर दूसरे निषाद, राज भूषण निषाद को उम्मीदवार बनाया गया है। सासाराम सुरक्षित सीट से सांसद रहे छेदी पासवान का भी पत्ता इस बार साफ हो गया। बीजेपी ने यहां से शिवेश राम को अपना उम्मीदवार बनाया है।

जेडीयू में कविता सिंह का कट गया टिकट

जेडीयू ने भी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया। पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार की 16 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की। 16 सीटों पर बारी-बारी से उम्मीदवार के नाम की जानकारी दी गई। जेडीयू की लिस्ट में सीवान से कविता सिंह की जगह इस बार विजयालक्ष्मी कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया गया है। सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू का भी पत्ता साफ हो गया। गया से विजय मांझी की जगह अब हम के जीतन राम मांझी चुनाव लड़ेंगे। वहीं, काराकाट सीट से महाबली सिंह की जगह आरएलएम के उपेंद्र कुशवाहा उम्मीदवार होंगे। शिवहर से लवली आनंद को जेडीयू ने उम्मीदवार बनाया है।


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Saturday, March 23, 2024

कानपुर में 28 साल बाद कांग्रेस ने उतारा ब्राह्मण प्रत्याशी, आलोक मिश्रा बने गठबंधन उम्मीदवार

सुमित शर्मा, कानपुरः यूपी का कानपुर कांग्रेस पार्टी का गढ़ रहा है। कांग्रेस पार्टी ने 28 साल बाद किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाया है। आलोक मिश्रा के नाम पर बीते कई दिनों से मंथन चल रहा था। शनिवार को पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी घोषित कर दिया। आलोक मिश्रा कानपुर के चर्चित चेहरे हैं, और डीपीएस स्कूल के प्रबंधक हैं। वहीं, बीजेपी ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। जबकि बसपा सुप्रीमों मायावती ने युवा चेरहे कुलदीप भदौरिया को प्रत्याशी बनाया है।कानपुर से पूर्व केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल कांग्रेस के सबसे मजबूत स्तंभ रहे हैं। श्रीप्रकाश जायसवाल की उम्र 80 प्लस हो जाने की वजह से उन्होंने सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली है। इसके साथ ही कांग्रेस के दूसरे सबसे बड़े चेहरे रूप में अजय कपूर का नाम था। अजय कपूर ने बीते दिनों कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। कांग्रेस पार्टी अजय कपूर को प्रत्याशी बनाने पर विचार विमर्श कर रही थी।

विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं आलोक मिश्रा

कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी आलोक मिश्रा दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। पहली बार विधानसभा चुनाव 2002 में आलोक मिश्रा कल्यापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे। आलोक मिश्रा को 43,000 वोट मिले थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उन्हें 2007 में फिर कल्यानपुर सीट से प्रत्याशी बनाया गया। जिसमें महज 25,000 वोट मिले थे।

आलोक मिश्रा की पत्नी बंदना मिश्रा मेयर का लड़ चुकी हैं चुनाव

निकाय चुनाव 2017 में आलोक मिश्रा की पत्नी बंदना मिश्रा मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं। बंदना मिश्रा ने बहुत ही शानदार चुनाव लड़ा था। उनकी टक्कर बीजेपी प्रत्याशी प्रमिला पांडेय से थी। निकाय चुनाव में बंदना मिश्रा को 2,91,591 वोट मिले थे। लेकिन बंदना मिश्रा को बीजेपी प्रत्याशी प्रमिला पांडेय के सामने हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर थी।

1984 में कांग्रेस ने उतारा था ब्राह्मण प्रत्याशी

कांग्रेस पार्टी ने 1984 में नरेशचंद्र चतुर्वेदी को प्रत्याशी के रूप में उतारा था। नरेशचंद्र चतुर्वेदी ने जीत भी दर्ज की थी। इसके बाद से ब्राह्मण प्रत्याशी जीत नहीं दर्ज सका। इसके बाद पार्टी ने भूधरमिश्रा को प्रत्याशी जरूर बनाया था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थी। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने वैश्य बिरादरी से श्रीप्रकाश जायसवाल को प्रत्याशी बनाया। श्रीप्रकाश भी अपना पहला चुनाव हार गए थे। लेकिन इसके बाद श्रीप्रकाश तीन बार सांसद रहे।


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Friday, March 22, 2024

सिर्फ दो हफ्ते में जितना बढ़ गया हमारा विदेशी मुद्रा भंडार, उसका भी आधा नहीं पाकिस्‍तान का कुल रिजर्व

नई दिल्‍ली: 15 मार्च को समाप्त सप्ताह में 6.396 अरब डॉलर बढ़ा। यह बढ़कर 642.492 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे एक सप्ताह पहले देश का कुल 10.47 अरब डॉलर की ऊंची छलांग लगाकर 636.095 अरब डॉलर हो गया था। इस तरह पिछले दो हफ्तों में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 16.86 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले सिर्फ दो हफ्ते में जितना बढ़ा है पाकिस्‍तान का कुल रिजर्व भी उतना नहीं है। 15 मार्च को खत्‍म हुए हफ्ते को करीब 8 अरब डॉलर था। सप्‍ताह के दौरान इसमें 10.5 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी हुई।

फॉरेन करेंसी एसेट्स में भी इजाफा

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 15 मार्च को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां (FCA) 6.034 अरब डॉलर बढ़कर 568.386 अरब डॉलर हो गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लिखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।

गोल्‍ड र‍िजर्व 42.5 करोड़ डॉलर बढ़ा

रिजर्व बैंक ने कहा कि सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 42.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 51.14 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक, इस दौरान विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 6.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.276 अरब डॉलर हो गया। समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत की आरक्षित जमा भी 12.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.689 अरब डॉलर हो गई।


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Thursday, March 21, 2024

भारत ने क्यों की मालदीव की तारीफ? माले पहुंची विदेश मंत्रालय की टीम ने जमकर सराहा

माले: भारत के विदेश मंत्रालय की एक टीम ने गुरुवार को भारतीय रियायती ऋण सुविधा के तहत हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पुनर्विकास सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। ये परियोजनाएं विदेश मंत्रालय के विकास साझेदारी प्रशासन (डीपीए) द्वारा संचालित की जा रही हैं, जिसका उद्देश्य विकासात्मक भागीदारी के जरिये मित्रता को मजबूत करना है। पिछले कई दशकों में भारत ने मालदीव को कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को विकसित करने में मदद की है। विदेश मंत्रालय की टीम का नेतृत्व सुजा के मेनन कर रही हैं, जो विदेश मंत्रालय में डीपीए में संयुक्त सचिव हैं। इससे पहले मंगलवार को डीपीए टीम ने गण इंटरनेशनल एयरपोर्ट पुनर्विकास परियोजना सहित अन्य परियोजना स्थलों का दौरा किया।

भारतीय टीम ने मालदीव में कई स्थानों का किया दौरा

विकास साझेदारी प्रशासन (डीपीए) की टीम ने मालदीव मं कई परियोजना स्थलों का दौरा किया। इसके बाद मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, "चौथी भारत-मालदीव लाइन ऑफ क्रेडिट समीक्षा बैठक के हिस्से के रूप में, विदेश मंत्रालय की ज्वाइंट सेकरेट्री के नेतृत्व वाली टीम ने हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पुनर्विकास परियोजना और भारतीय रियायती क्रेडिट लाइन के तहत कार्यान्वित बाराह और केला द्वीपों में जल और स्वच्छता परियोजनाओं के तहत उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की।”

भारतीय उच्चायुक्त ने की बैठक की अध्यक्षता

भारतीय उच्चायोग ने कहा, "सोमवार को भारत मालदीव लाइन ऑफ क्रेडिट समीक्षा बैठक में मंत्रालयों के हितधारकों के साथ उपयोगी बातचीत हुई। इस दौरान चालू परियोजनाओं का जायजा लेने और प्रभावी वितरण के लिए उनके कार्यान्वयन को और सुव्यवस्थित करने के लिए सहयोग पर भी चर्चा हुई।" बैठक की सह-अध्यक्षता भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने की और इसमें विदेश मंत्रालय, भारत के एक्जिम बैंक और मालदीव सरकार की एजेंसियों के अधिकारियों ने भाग लिया।


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Wednesday, March 20, 2024

सेंट्रल रेलवे मुंबई डिविजन पर मेंटिनेंस का गड़बड़ ‘घोटाला’, हर साल करोड़ों का नुकसान

मुंबई: मध्य रेलवे मुंबई डिविजन में इन दिनों गड़बड़ियों का दौर शुरू है। इस बार गड़बड़ी एस्केलेटर्स के रखरखाव को लेकर सामने आई है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली के सवालों का जवाब देते हुए मध्य रेलवे ने बताया कि एस्केलेटर्स मेंटिनेंस के लिए उन्हें प्रति एस्केलेटर 2.97 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं जबकि पश्चिम रेलवे प्रति एस्केलेटर 1.85 लाख रुपये खर्च कर रही है। मध्य रेलवे को केवल एस्केलेटर मेंटिनेंस से प्रतिवर्ष 1.13 करोड़ का नुकसान हो रहा है।पश्चिम रेलवे पर ज्यादा एस्केलेटरआरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मध्य और पश्चिम रेलवे प्रशासन से एस्केलेटर के संबंध में विभिन्न जानकारी मांगी थी। पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता शकील अहमद ने अनिल गलगली को बताया कि चर्चगेट और विरार के बीच 106 एस्केलेटर हैं। वहीं, मध्य रेलवे के वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता एच.एस.सूद ने अनिल गलगली को बताया कि सीएसटीएम से कल्याण और सीएसटीएम से वाशी के बीच 101 एस्केलेटर हैं।मध्य रेलवे के पास नहीं है रिकॉर्डपश्चिम रेलवे ने एस्केलेटर बंद होने की जानकारी देते हुए बताया है कि एक साल में 1825 एस्केलेटर बंद होते हैं। 95 प्रतिशत मामलों में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आपातकालीन बटन बंद करने से एस्केलेटर बंद हो जाता है। मध्य रेलवे के एच.एस.सूद ने माना है कि बंद एस्केलेटर की जानकारी का विवरण नहीं है। विशेष दिनों पर बंद किए गए एस्केलेटर की जानकारी अनुरोध पर प्रदान की जा सकती है।विजिलेंस में हुई शिकायतआरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने बताया कि एस्केलेटर्स में मेंटिनेंस के नाम पर हो रही गड़बड़ी पर विजिलेंस को कार्रवाई के लिए शिकायत की है। गलगली ने सवाल उठाया कि जब मध्य रेलवे के पास डेटा ही नहीं है कि एक एस्केलेटर्स कितनी बार बंद हो रहे हैं, तो मेंटिनेंस की रकम किस लिहाज से दी जाती है। गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर रोजाना दर्जनों शिकायत एस्केलेटर्स के बंद पड़े रहने की मिलती है। सूत्रों का कहना है कि मध्य रेलवे पर सालभर में करीब 3-4 हजार बार एस्केलेटर्स बंद हो रहे हैं, इसकी वजह से आंकड़े उजागर नहीं किए जा रहे हैं।मध्य रेलवे पर क्यों उठ रहे हैं लगातार सवाल?पिछले कुछ दिनों में मध्य रेलवे मुंबई डिविजन में सीबीआई द्वारा भी भ्रष्टाचार से जुड़ी कार्रवाई की गई थीं। इसके अलावा इन दिनों दादर, ठाणे और कल्याण जैसे स्टेशनों पर क्राउड मैनेजमेंट के नाम पर स्टॉल्स हटाए जा रहे हैं। डिविजन की इस कार्रवाई में भी कई गंभीर आरोप लग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार एनएफआर में रेल कोच रेस्टॉरेंट्स को फायदा पहुंचाने के लिए एेसा किया जा रहा है। इससे पहले लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर आग लगने की एक घटना के बाद पूरे मुंबई उपनगरीय स्टेशनों पर कुकिंग बंद कर दी गई जिससे सालों से रेलवे में रोजी-रोटी कमाने वाले स्टॉल्स वालों को चोट पहुंची है।रेलवे ने क्या कहा?मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल निला ने बताया कि एस्केलेटर्स के संबंध में रेलवे द्वारा ताजा आंकड़े दिए गए हैं। आरटीआई के जवाब में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। अन्य रेलवे द्वार दिए गए आंकड़ों में हो सकता है मेंटिनेंस की रेट पुराने कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से बताई गई है।


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Tuesday, March 19, 2024

ताजमहल घूमने आयी 65 साल की महिला पर्यटक की मौत, सीने में उठा था दर्द

सुनील साकेत, आगरा: ताजमहल घूमने आयी 65 साल की महिला पर्यटक की मंगलवार शाम को मौत हो गई। महिला के सीने में अचानक दर्द उठा और गिर पड़ी। आनन-फानन में महिला को नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया। एंबुलेंस में ही चिकित्सकों ने उन्हें चेक किया। तब तक महिला ने दम तोड़ दिया था। 65 साल की बुुजुर्ग महिला अपने परिजनों के साथ ताजमहल भ्रमण पर आयी थी।हरियाणा के जिला सिरसा की रहने वाली पार्वती देवी पत्नी राम प्रताप सिंह (65) मंगलवार को अपने परिजनों के साथ ताजमहल आयी थीं। शाम को वे ताजमहल घूमने के लिए पहुंची थीं। ताजमहल पहुंचते ही गेट के पास अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। महिला जमीन में गिर पड़ी। आसपास लोगों की भीड़ जुट गई। साथ में आए परिजनों में चीख पुकार मच गई।

रास्ते में ही हो गई थी मौत

इधर जानकारी होते ही सुरक्षा एजेंसी सीआईएसएफ, एएसआई की टीम मौके पर पहुंच गई। महिला को ताजमहल के बाहर खड़ी हुई एंबूलेंस से ले शांति मांगलिक अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने महिला को एंबूलेंस में ही चेक किया था। तब तक उसकी मौत हो गई थी। हालांकि इसके बाद भी महिला को एसएन मेडिकल कालेज लाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। घटना शाम 6 बजे की बताई जा रही है।

फूल गई थी सांस

ताज सुरक्षा एसीपी सैय्यद अरीब अहमद ने बताया कि महिला ताजमहल के भीतर प्रवेश नहीं कर पाई थी। गेट के पास ही महिला पर्यटक की तबियत बिगड़ गई। तत्काल मेडिकल टीम महिला को नजदीकी अस्पताल में ले गई थी। चिकित्सकों ने महिला की मौत का कारण सांस फूलने और सीने में तेज दर्द होना बताया है। हर्ट अटैक भी हो सकता है। मौत की सही वजह पोस्ट मार्टम के बाद स्पष्ट हो पाएगी। सीएमओ रात में ही महिला के पोस्ट मार्टम करवाने की बात कह रहे हैं।


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Monday, March 18, 2024

JJM Scam: ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे डॉ. महेश जोशी, नोटिस का जवाब भेजकर मांगी 15 दिन की मोहलत

जयपुर : जल जीवन मिशन में हुए करोड़ों रुपए के कथित घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व मंत्री डॉ. महेश जोशी को पूछताछ के लिए बुलाया था। दो दिन पहले उन्हें नोटिस देकर सोमवार 18 मार्च को जयपुर दफ्तर में उपस्थित होने के निर्देश दिए थे लेकिन डॉ. महेश जोशी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए। डॉ. महेश जोशी ने ईडी के नोटिस का जवाब भेजा है। उन्होंने कहा कि ईडी ने बहुत ही शॉर्ट नोटिस पर पूछताछ के लिए बुलाया है। जेजेएम से संबंधित दस्तावेज एकत्र करने और कुछ जरूरी जानकारी हासिल करने के लिए कुछ दिन का समय चाहिए। डॉ. जोशी ने ईडी से 15 दिन की मोहलत मांगी है।

अब ईडी के रिप्लाई का इंतजार

डॉ. जोशी ने ईडी के नोटिस का जवाब भेज दिया है। अब यह ईडी पर निर्भर करेगा कि वहां से समय मिलता है या नहीं। ईडी के अधिकारियों को लगेगा कि उन्हें दस्तावेजों की आवश्यकता नहीं है और हाजिर होकर कुछ सामान्य सवालों के जवाब जानना है तो ईडी एक बार फिर डॉ. जोशी को नोटिस जारी कर सकती है। डॉ. महेश जोशी के करीबी व्यक्ति से ईडी पिछले तीन चार दिन से पूछताछ कर रही है। उससे पूछताछ के बाद ही ईडी ने डॉ. जोशी को नोटिस जारी किया था।

एसीबी ने किया था घोटाले का भंडाफोड़

पिछले साल भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने पीएचईडी के कुछ अधिकारियों और ठेकेदारों को लाखों रुपए की रिश्वत लेते देते गिरफ्तार किया था। लाखों रुपए की नकदी जब्त की गई थी। एसीबी की जांच में पता चला कि जल जीवन मिशन के विभिन्न कार्यों में करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया। डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पीएचईडी में हुए घोटाले के खिलाफ कई बार आंदोलन किए थे। डॉ. मीणा का आरोप था कि ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को टेंडर दे दिए गए। कई फर्मों को करोड़ों रुपए का एडवांस भुगतान कर दिया गया। डॉ. मीणा ने ईडी को कई दस्तावेज भी सौंपे थे जिसके बाद ईडी ने जेजेएम घोटाले की जांच शुरू की।

दो महीने पहले ईडी ने मारा था छापा

इसी साल 16 जनवरी को ईडी ने पूर्व मंत्री महेश जोशी और कई ठेकेदारों के ठिकानों पर दबिश देकर छापेमारी की थी। दिल्ली, जयपुर, गुजरात और बांसवाड़ा सहित कई शहरों में छापेमारी की थी। इससे पहले ईडी ने पिछले साल भी महेश जोशी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जलदाय विभाग के तत्कालीन एसीएस सुबोध अग्रवाल के घर और दफ्तर में भी जांच की गई थी। सूत्रों के मुताबिक ईडी को घोटाले से संबंधित कई अहम दस्तावेज मिले हैं जिसके आधार पर ईडी की कार्रवाई आगे बढ रही है।


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Sunday, March 17, 2024

अगर आप इतने ताकतवर हो, मजबूत हो तो हमारे नेताओं को क्यों ले जा रहे हो, सचिन पायलट ने BJP से पूछा सवाल

जयपुर : देश में लोकसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद सियासी पारे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बीजेपी को जमकर आड़े हाथ दिया। पायलट कांग्रेसी नेताओं को तोड़कर बीजेपी में शामिल करवाने को लेकर जमकर बरसे। उन्होंने निशाना बनाते हुए कहा कि अगर आप इतने ताकतवर, इतने कॉन्फिडेंस वाले और इतने मजबूत हो तो, कांग्रेस के नेताओं को तोड़कर अपने में शामिल क्यों कर रहे हो? हमारे लोगों को हमारे में ही रहने दो। पायलट ने एक न्यूज़ चैनल को दिए गए साक्षात्कार के दौरान सवाल के जवाब पर बीजेपी पर जमकर हमला किया।

आप मजबूत है तो, हमारे लोगों को हमारे में ही रहने दीजिए

अलवर के पूर्व सांसद करण सिंह यादव समेत 18 नेताओं के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में होने को लेकर पायलट से सवाल किया गया। जिसको लेकर पायलट ने बीजेपी पर जमकर निशाना लगाया। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा अपने को इतनी कॉन्फिडेंस वाली, ताकतवर और मजबूत मानती है तो, कांग्रेस के नेताओं को तोड़कर अपने में शामिल क्यों कर रही है? उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी का मैजिक चलता तो, उनकी पार्टी के सिटिंग एमपी एमएलए क्यों बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं? उन लोगों को हमारी कांग्रेस पार्टी में अच्छाई दिखी होगी। तभी ही तो उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की। बता दें कि चूरू लोकसभा सीट के सांसद राहुल कस्वां ने टिकट काटने पर नाराज होकर कांग्रेस ज्वाइन की। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें चूरू लोकसभा चुनाव का टिकट भी दिया।

हम लोकसभा चुनाव में अच्छा मुकाबला करेंगे

सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का बेवजह इतना मुद्दा बनाया जा रहा है। हालांकि सभी नेताओं की अपनी विचारधारा है। लोकतंत्र में सबको अपनी विचारधारा के अनुसार कार्य करने का हक है। लेकिन उनका यह डिसीजन सही है या गलत? यह तो आने वाले समय में जनता बताएगी। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में बीजेपी के नेता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। लेकिन इसको लेकर कभी बात नहीं की जाती है। केवल राजस्थान को ही मुद्दा बनाया जाता है। उन्होंने दावा किया है कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पूरी ताकत के साथ अच्छा मुकाबला करेगी।

जिसको जाना है, पार्टी छोड़कर जाए, कोई फर्क नहीं पड़ता-डोटासरा

डोटासरा शनिवार को दो दर्जन कांग्रेसी नेताओं के बीजेपी ज्वाइन करने पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जो डर गया, सो मर गया। ऐसा कोई इंजेक्शन नहीं है, इसे देखकर हम पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को मनोबल बढ़ा सके। उन्होंने कहा कि जिसको पार्टी छोड़कर जाना है जाए, ऐसे नेताओं से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ द्वेष पूर्ण कार्रवाई की जा रही है।


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'एक नेता ने सोनिया गांधी के सामने रोते हुए कहा कि...': राहुल ने किया बड़ा दावा

Rahul Gandhi Nyay Yatra: राहुल गांधी ने कहा, "हमने निर्वाचन आयोग से वीवीपीएटी (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की गिनती करने के लिए कहा, लेकिन हमारी मांग स्वीकार नहीं की गई." विपक्षी दलों के गठबंधन "इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के कई घटक दलों के नेताओं ने रैली को संबोधित किया.

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Saturday, March 16, 2024

स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश, हिंदू देवी-देवताओं पर की थी अभद्र टिप्पणी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लखनऊ की एक विशेष अदालत ने देवी लक्ष्मी और अन्य हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने के लिए पूर्व मंत्री के खिलाफ शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया। एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंबरीश कुमार श्रीवास्तव ने वजीरगंज थाने को स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच करने का निर्देश जारी किया।याचिकाकर्ता रागिनी रस्तोगी ने अदालत से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देने की मांग वाली याचिका दाखिल की थी। याचिकाकर्ता के मुताबिक, 15 नवंबर 2023 को अखबार में स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान प्रकाशित हुआ, जिसका शीर्षक था 'चार हाथों के साथ लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती हैं'?याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान से भारत में हिंदू धर्म को मानने वाले करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया कि स्वामी प्रसाद मौर्य पहले भी कई बार हिंदू धर्म का अपमान करने वाले बयान देकर हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते आ रहे हैं। स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में समाजवादी पार्टी (सपा) की सदस्यता और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देकर अपना एक राजनीतिक दल गठित किया है।


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Friday, March 15, 2024

महाराष्ट्र के किसानों के लिए गुड न्यूज, 1 लाख 60 हजार तक के कर्ज पर स्टांप ड्यूटी माफ, एकनाथ शिंदे ने की घोषणा

मुंबई: मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को किसानों के 1 लाख 60 हजार रुपये तक के कर्ज पर स्टांप शुल्क माफ करने की घोषणा की। बीड जिले में किसान क्रेडिट कार्ड जन समर्थ की डिजिटल परियोजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री की ओर से ऑडियो और वीडियो प्रणाली के माध्यम से किया गया। इस कार्यक्रम में उन्होंने यह घोषणा की। मुख्यमंत्री शिंदे ने इस अवसर पर कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी रहेगी। किसानों के लिए डिजिटल क्रांति का उपयोग करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल परियोजना किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार आम लोगों और किसानों की है। हमें गर्व है कि यह सरकार बलिराजा की है। अतिवृष्टि और ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं में हमने किसानों की मदद की है। हमारा देश मुख्यतः कृषि प्रधान है। हम किसान को केंद्र बिंदु मानकर सभी योजनाएं बना रहे हैं। हमने पिछले डेढ़ साल में किसानों को 45 हजार करोड़ रुपये की मदद की है। 120 सिंचाई परियोजनाएं शुरू की गई हैं। इससे प्रदेश की 15 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचाई के दायरे में आ जाए। दरअसल किसान क्रेडिट कार्ड के डिजिटलीकरण की इस सार्वजनिक परियोजना के लिए देश के दो जिलों को चुना गया था। इसमें बीड जिला भी शामिल है। पिछले कुछ दिनों में बीड जिले के राजस्व, कृषि आदि अलग-अलग विभागों ने 4 लाख 75 हजार किसानों का पंजीकरण कर उनकी किसान आईडी तैयार की है। इसके लिए दो ऐप भी बनाए गए हैं। इस प्रणाली के माध्यम से किसान दस्तावेज़ रहित और घर-आधारित अल्पकालिक लोन के लिए आवेदन कर सकता है। इसके अलावा इस आईडी से उन्हें सरकार की अन्य योजनाओं के लिए आवेदन करना और उनका लाभ उठाना भी आसान हो जाएगा। यह परियोजना "एग्रीस्टैक-सीपीएमयू" की ओर से चलाई जा रही है।कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने फैसले का स्वागत किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस फैसले से फसली ऋण लेने वाले किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बीड जिले के 22 किसानों के खाते में एक क्लिक के माध्यम से सीधे किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से राशि जमा की। राज्य के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे, आबकारी मंत्री शंभुराज देसाई, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री संजय बनसोडे, विधायक बालाजी कल्याणकर, विधायक राजेश पवार, विधायक संजय रायमुलकर, कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुप कुमार, कृषि आयुक्त डॉ. प्रवीण गेडाम, संभागीय आयुक्त मधुकरराजे अरदाद, कलेक्टर दीपा मुधोल-मुंडे और अन्य उपस्थित थे।


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Thursday, March 14, 2024

'...पालतू जानवरों के स्वभाव का पता लगाएं', हाई कोई ने दिल्ली पुलिस को क्यों दिया ऐसा आदेश?

नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस को तुगलक लेन इलाके के धोबीघाट क्षेत्र में रहने वाले लोगों के पालतू जानवरों का 'स्वभाव' पता लगाने का निर्देश दिया। पिछले महीने धोबीघाट क्षेत्र में करीब डेढ़ साल की एक बच्ची को कुत्तों ने कथित रूप से मार डाला। न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद ने पुलिस को 19 मार्च तक स्थिति रिपोर्ट पेश कर पूरा ब्योरा देने को कहा है। अदालत बच्ची के पिता की याचिका पर सुनवाई कर रही है जिसने अपनी बेटी की मौत के सिलसिले में 50 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति मांगी है। अदालत ने कहा, ' पुलिस को उस क्षेत्र में रखे जा रहे पालतू जानवरों का स्वभाव पता करने का आदेश दिया जाता है। यह भी कहा गया है कि वहां पिटबुल है। इसकी जांच कीजिए। मंगलवार तक स्थिति रिपोर्ट दाखिल कीजिए।' सुनवाई के दौरान अदालत ने पुलिस से यह भी पता लगाने को कहा कि जहां यह घटना घटी, क्या उसके आसपास के मकानों में कोई पालतू कुत्ता है।अदालत ने कहा कि वह आसपास के किसी मकान में जंगली कुत्ते रखे जाने की आशंका को निर्मूल साबित करने के लिए यह जानकारी मांग रही है जिसने संभवत: बच्ची पर हमला किया हो। एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के वकील ने दावा किया कि इस क्षेत्र में पिटबुल है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पुलिस से यह भी पता लगाने को कहा कि जहां घटना हुई, वहां आसपास के घरों में कोई पालतू कुत्ता था या नहीं।


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Wednesday, March 13, 2024

नेपाल के पीएम प्रचंड ने 15 महीने में तीसरा बार जीता विश्वास मत, बोले- अब मेरी जिम्मेदारी बढ़ गई

काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने संसद में विश्वास मत हासिल कर लिया है। बुधवार को संसद में विश्वास मत जीतने के बाद प्रचंड ने कहा कि अब उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी केंद्र) के नेता प्रचंड ने 15 महीने के भीतर तीसरी बार विश्वास मत जीता है। बुधवार को विश्वास प्रस्ताव पर नेपाल की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में प्रंचड को 157 सदस्यों का समर्थन हासिल हुआ। सीपीएन (माओवादी केंद्र) प्रतिनिधि सभा में तीसरा सबसे बड़ा दल है। उसको नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी का भी समर्थन मिला। दिसंबर 2022 में पुष्प कमल दहल ने प्रधानमंत्री पद ग्रहण किया था। इसके बाद से ये तीसरा मौका है, जब उन्होंने सदन में विश्वास मत हासिल किया है। प्रंचड ने हाल ही में नेपाली कांग्रेस से अलग होकर नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के साथ एक नया गठबंधन बनाया है। नेपाल के संविधान के हिसाब से किसी सहयोगी दल के सत्तारूढ़ गठबंधन से समर्थन वापस लेने के बाद प्रधानमंत्री को विश्वास मत हासिल करना होता है। ऐसे में बुधवार को नेपाली संसद में विश्वास मत पर वोटिंग हुई।

नया मौका मिलने से बढ़ी मेरी जिम्मेदारी: प्रचंड

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने संसद में विश्वास मत जीतने के बाद कहा कि उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है क्योंकि देश राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है। संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए दहल ने कहा, “आज संसद से प्रधान मंत्री के रूप में तीसरा विश्वास मत हासिल करना मेरे लिए बढ़ी हुई जिम्मेदारी का मुद्दा है। देश और जनता के लिए और अधिक कुशलता से काम करने के लिए संसद ने मुझे एक और मौका दिया है।” पुष्प कमल दहल ने विश्वास मत हासिल किया लेकिन उनको पिछले साल के विश्वास मत की तुलना में इस बार 15 वोट कम मिले हैं।पिछली बार उन्हें कुल 172 वोट मिले थे, जबकि इस बार वोटों की संख्या 157 रही। पुष्प कमल दहल नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी केंद्र के अध्यक्ष भी हैं।


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Tuesday, March 12, 2024

अमित कात्याल के नाम नया घोटाला! होमबायर्स का 400 करोड़ विदेश में खपाया, लालू परिवार से कनेक्शन जानें

दिल्ली/पटना: लालू परिवार के कथित करीबी सहयोगी की कंपनियों पर ED ने एक बार फिर छापेमारी की। रियल एस्टेट और शराब कंपनी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर शिकंजा कसा गया। दिल्ली-NCR में विभिन्न परिसरों पर छापे मारे गए। अमित कात्याल को पिछले वर्ष ईडी ने कथित 'नौकरी के बदले जमीन' घोटाले में गिरफ्तार किया था। इस घोटाले में लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बेटी और सांसद मीसा भारती के साथ कुछ अन्य कथित रूप से शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली, गुरूग्राम और सोनीपत में कृष्ण बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के कुल 27 परिसरों की तलाशी ली गई। इस कंपनी के प्रमोटर अमित कात्याल और राजेश कात्याल हैं। ये कंपनी हरियाणा से संचालित होती है।

घर खरीदने वालों का 400 करोड़ विदेश खपाया

सूत्रों ने बताया कि ईडी की जांच का संबंध कंपनी के प्रमोटरों द्वारा घर खरीदारों की 400 करोड़ रुपए की कथित हेराफेरी और उन्हें विदेश में खपाने से है। ईडी ने आरोप लगाया कि अमित कात्याल ने घर खरीदारों की 200 करोड़ रुपए से अधिक रकम तो श्रीलंका भेज दी। सूत्रों के मुताबिक उनके बेटे कृष्ण कात्याल ने अपना भारतीय पासपोर्ट अधिकारियों को सौंप दिया है।सूत्रों के मुताबिक, 400 करोड़ रुपए के होमबॉयर या प्लॉटबॉयर के पैसे की कथित हेराफेरी और विदेश में फंड लगाने की जांच से संबंधित प्रवर्तन एजेंसी की ओर से दिल्ली, गुरुग्राम, सोनीपत में स्थित 27 परिसरों की तलाशी ली गई। इससे पहले अमित कात्याल को भी लैंड फॉर जॉब मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था।

लैंड फॉर जॉब मामले में भी आमित कात्याल आरोपी

लैंड फॉर जॉब मामले में ईडी ने अमित कात्याल, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव, हृदयानंद चौधरी और दो कंपनियों के खिलाफ 8 जनवरी को चार्जशीट दायर की थी। मेसर्स एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नौकरी बदले जमीन घोटाले का मामला चल रहा है। विशेष अदालत ने 27 जनवरी को अभियोजन की शिकायत पर संज्ञान लिया था। अमित कात्याल पर एजेंसियों की ओर से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की ओर से उम्मीदवारों से कई जमीनें हासिल करने का आरोप लगाया गया है। दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में कात्याल के परिसर को एके इंफोसिस्टम्स के कार्यालय के रूप में घोषित किया गया था, लेकिन कथित तौर पर राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा आवासीय परिसर के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा रहा था।

लालू यादव के बेटे-बेटियों के साथ अमित कात्याल भी आरोपी

ईडी ने 31 जुलाई 2023 को राजद नेता राबड़ी देवी, मीसा भारती (लालू यादव की बेटी), विनीत यादव (लालू की बेटी हेमा यादव के पति), शिव कुमार यादव हेमा यादव के ससुर) की 6.02 करोड़ रुपए मूल्य की छह अचल संपत्तियां कुर्क की थीं। एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, दोनों कंपनियां लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों के स्वामित्व और नियंत्रण में रही है।इस बीच, दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को अमित कात्याल की अंतरिम जमानत 22 मार्च तक बढ़ा दी। एके इंफोसिस्टम्स के प्रमोटर अमित कात्याल, जिन्हें पिछले साल नवंबर में केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। 5 मार्च को मेडिकल ग्राउंड पर सात दिन की अंतरिम जमानत दी गई थी। 11 नवंबर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया था।


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Monday, March 11, 2024

भारत ने आर्मेनिया तक हथियार पहुंचाने को बनाया नया गलियारा, अब तुर्की-अजरबैजान की टेंशन नहीं!

येरेवन: भारत और आर्मेनिया ने पिछले कुछ साल में रक्षा सहयोग को कई गुना बढ़ाया है। इसके तहत आर्मेनिया ने भारत के कई हथियारों की खरीद की है। इनमें स्वदेशी पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, कल्याणी फोर्ज का 155मिमी तोप, आकाश एयर डिफेंस सिस्टम और एक एंटी ड्रोन सिस्टम भी शामिल है। अब इन हथियारों की आर्मेनिया को डिलीवरी भी शुरू हो गई है। लेकिन, तुर्की और अजरबैजान की बढ़ती धमकियों को देखते हुए भारत और आर्मेनिया ने इन हथियारों की डिलीवरी के लिए एक नया रास्ता ढूंढ निकाला है। पब्लिक रेडियो ऑफ आर्मेनिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CONCOR) के संयुक्त कार्य समूह HALCON ने आर्मेनिया को रणनीतिक कार्गो निर्यात के लिए एक नया हवाई गलियारा स्थापित किया है।

भारत को मिलेगी रणनीतिक बढ़त

रिपोर्ट में बताया गया है कि एचएएल में मिग कॉम्प्लेक्स के सीईओ साकेत चतुर्वेदी की अध्यक्षता में उड़ान का उद्घाटन किया है। इसे भारत के लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे और रणनीतिक निर्यात क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। एचएएल और कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के बीच सहयोग वैश्विक बाजार में अवसरों को भुनाने के लिए भारत के प्रयासों का एक प्रतीक माना जा रहा है। खासकर आर्मेनिया जैसे रणनीतिक महत्व वाले देशों में ऐसे सहयोग से भारत को अच्छी-खासी बढ़त मिल सकती है। जैसे-जैसे भू-राजनीतिक हालात बदल रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए नई-नई चुनौतियां पैदा हो रही हैं। ऐसे चुनौतियों से निपटने के लिए एक विश्वसनीय और कुशल लॉजिस्टिक समाधानों की मांग बढ़ रही है।

लॉजिस्टिक का बड़ा खिलाड़ी बनेगा भारत

रणनीतिक एयर कार्गो निर्यात को संभालने के बिजनेस में उतरकर HALCON का लक्ष्य खुद को भारत के लॉजिस्टिक्स परिदृश्य में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करना है। यह साझेदारी कंटेनर कार्गो परिवहन और लॉजिस्टिक मैनेजमेंट में कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की दक्षता के साथ-साथ एयरोस्पेस और रक्षा प्रौद्योगिकी में एचएएल की विशेषज्ञता का लाभ उठा सकती है। आर्मेनिया, यूरोप और एशिया के बीच एक रणनीतिक जगह पर स्थित होने के कारण भारतीय निर्यात के लिए एक आकर्षक बाजार हो सकता है। इससे आर्मेनिया की बढ़ती अर्थव्यवस्था और यूरोपीय बाजारों तक पहुंच स्थापित करके भारत भी लाभ कमा सकता है।


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Sunday, March 10, 2024

संविधान में संशोधन को लेकर अनंत हेगड़े के कमेंट पर घमासान तो क्या बोली बीजेपी

बेंगलुरु/नई दिल्ली : बीजेपी ने संविधान में संशोधन पर पार्टी सांसद अनंत कुमार हेगड़े की टिप्पणी से उपजे विवाद को खत्म करने की कोशिश की। पार्टी ने इसे का 'व्यक्तिगत विचार' बताया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा। कर्नाटक के सांसद की टिप्पणी को लेकर विपक्ष की ओर से सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधने के बीच पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने रिएक्ट किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमेशा संवैधानिक लोकाचार और राष्ट्रीय हित के अनुरूप काम किया है।

अनंत हेगड़े के बयान पर बोली बीजेपी

बीजेपी की कर्नाटक यूनिट ने 'एक्स' पर पोस्ट किया कि संविधान पर सांसद अनंत कुमार हेगड़े की टिप्पणी उनके निजी विचार हैं और पार्टी के रुख को प्रतिबिंबित नहीं करती। बीजेपी देश के संविधान को बनाए रखने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराती है और हेगड़े से उनकी टिप्पणी के संबंध में स्पष्टीकरण मांगेगी। कांग्रेस ने बीजेपी सांसद हेगड़े के बयान के बाद आरोप लगाया कि संविधान को 'फिर से लिखना और नष्ट करना' बीजेपी और आरएसएस का एजेंडा है।

अनंत हेगड़े ने क्या कहा था

अनंत हेगड़े ने कहा कि बीजेपी को संविधान में संशोधन करने के लिए और 'कांग्रेस की ओर से इसमें जोड़ी गईं अनावश्यक चीजों को हटाने के लिए' संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में दो-तिहाई बहुमत की जरूरत होगी। कर्नाटक से छह बार के लोकसभा सदस्य हेगड़े ने कहा कि अगर संविधान में संशोधन करना है, कांग्रेस ने संविधान में अनावश्यक चीजों को जबरदस्ती भरकर, विशेष रूप से ऐसे कानून लाकर, जिनका उद्देश्य हिंदू समाज को दबाना था, संविधान को मूल रूप से विकृत कर दिया है। अगर यह सब बदलना है, तो यह मौजूदा बहुमत के साथ संभव नहीं है।

कांग्रेस ने बीजेपी सांसद को घेरा

हेगड़े के आज अपने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि यह दिखाता है कि बीजेपी संविधान विरोधी है। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें ऐसा करने दें, संविधान में संशोधन करें। इससे पता चलता है कि केंद्र की बीजेपी सरकार और बीजेपी सांसद (संविधान निर्माता) बाबासाहेब आंबेडकर के दिए संविधान के खिलाफ हैं।


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Saturday, March 9, 2024

केके पाठक नहीं जाएंगे दिल्ली! CM नीतीश ने शिक्षा विभाग में खास ऑपरेशन पूरा करने का दिया टास्क

पटना: देखिए गांधी मैदान में शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटने के दौरान मुख्यमंत्री ने केके पाठक की तारीफ की। उसके बाद बिहार विधानसभा में केके पाठक के पक्ष में खड़े होकर मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर ही सवाल खड़ा कर दिया। मुख्यमंत्री ने केके पाठक को ईमानदार बताते हुए विपक्ष पर उन्हें हटाने की कोशिश करने का आरोप तक लगा दिया। केके पाठक को इतनी जल्दी दिल्ली प्रतिनियुक्ति पर नीतीश कुमार नहीं भेजेंगे। बिहार में शिक्षा व्यवस्था पर हमेशा से सवाल उठते रहा है। पहली बार है कि सरकार की गांव-गांव तारीफ हो रही है। केके पाठक के कुछ फैसलों को शिक्षकों ने अव्यवहारिक बताया। नीतीश कुमार ऐसा नहीं मानते हैं। उनके मन में है कि केके पाठक काफी कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति हैं। इन्हें बिहार की शिक्षा व्यवस्था को ही संभालना चाहिए। ये कहना है वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक धीरेंद्र कुमार का। धीरेंद्र कहते हैं कि आप केके पाठक का नेचर देखिए। वो बिहार के अन्य आईएएस अधिकारियों की तरह चेंबर में बैठ कर फैसले नहीं लेते। वे जमीन पर जाते हैं। वहां कमी होने पर सुधार का प्रयास करते हैं।

जानकारों की राय

वरिष्ठ पत्रकार सुनील पांडेय कहते हैं कि केके पाठक दिल्ली से लौटने के बाद लगातार स्कूलों और प्रशिक्षण केंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। केके पाठक भविष्य में शिक्षा विभाग में होने वाले फैसलों की घोषणा कर रहे हैं। केके पाठक ने तालिमी मरकज और टोला सेवकों को एक्टिव किया है। उन्हें प्रशिक्षण दिलवा रहे हैं। उसके अलावा सभी शिक्षकों को हर 6 महीने पर प्रशिक्षण अनिवार्य कर रहे हैं। लगातार राजभवन से उनका विवाद जारी है। वे यूनिवर्सिटी के वीसी के साथ बैठक कॉल करते हैं। क्या आपको ऐसा लगता है कि बिना मुख्यमंत्री की स्वीकृति के ऐसा संभव है। केके पाठक कहीं नहीं जा रहे हैं। सुनील पांडेय कहते हैं कि केके पाठक को मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग में विभिन्न तरह के सुधार कार्यों के लिए रखा है। उसमें एक 'खास ऑपरेशन' फर्जी टीचर भी है। देखिए बीपीएससी से बहाल फर्जी शिक्षकों की लगातार गिरफ्तारी हो रही है। केके पाठक की पहल के बाद जैसे सक्षमता परीक्षा शुरू हुई है, एक नया खुलासा होना शुरू हो गया है। बहुत सारे फर्जी प्रमाण पत्रों पर बहाल नियोजित शिक्षकों का खुलासा हो रहा है।

शिक्षा विभाग में अलग चर्चा

शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी नाम नहीं छापने की शर्त पर बता रहे हैं कि केके पाठक दिल्ली जाने वाले नहीं हैं। उनकी ओर से नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा और राज्यकर्मी का दर्जा देने का मामला। उसके अलावा बीपीएससी में होने वाली शिक्षकों की आगामी बहाली। बीपीएससी के फर्जी शिक्षकों को निकाल-बाहर करना। ये सारा काम अभी उनके जिम्मे है। जिस पर तेजी से काम हो रहा है। फर्जी शिक्षक हर हाल में बचने वाले नहीं हैं। अधिकारी ने बताया कि नई और वैज्ञानिक तकनीक को अपनाकर वैसे शिक्षकों को बाहर करना है, जो फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि इससे काम करने वाले और असली शिक्षकों पर कोई असर पड़ने नहीं जा रहा है। वैसे शिक्षक आराम से अपनी ड्यूटी कर सकते हैं। लेकिन केके पाठक की नजर से एक भी फर्जी शिक्षक नहीं बचेगा। ये जान लीजिए। मुख्यमंत्री की ओर से साफ निर्देश है कि शिक्षा विभाग से फर्जी शिक्षकों के कलंक को पूरी तरह से हटा दिया जाए। इसके लिए लगातार काम हो रहा है। देखिए जब से ऐसे शिक्षकों की खोजबीन शुरू हुई है। कई शिक्षक गायब हैं। सैकड़ों शिक्षकों का डाटा नहीं मिल रहा है। पता चला है कि एक ही सर्टिफिकेट पर दर्जनों नियोजित शिक्षक 23 सालों से काम करते आ रहे हैं। केके पाठक किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं।

बिहार के शिक्षक आक्रोशित

वहीं, दूसरी ओर शिक्षकों का अपना दर्द है। शिक्षकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जब से केके पाठक शिक्षा विभाग में आए हैं। हजारों महिला शिक्षक बीमारी की शिकार हो गई हैं। महिलाओं में ब्लड प्रेशर और हीमोग्लोबिन की कमी वाली बीमारी सामने आ रही है। बक्सर जिले के एक शिक्षक ने बताया कि महिलाएं अब डॉक्टर के यहां दौड़ लगाने लगी हैं। गत 9 महीने में केके पाठक ने सुधार से ज्यादा शिक्षकों को तनाव दिया है। इस तनाव की वजह से हेड मास्टर और शिक्षक बीमार हो रहे हैं। उन्हें स्थानांतरण का भय दिखाया जाता है। वेतन रोकने की बात कही जाती है। लेबर लॉ कहता है कि आप किसी का पूरा वेतन नहीं रोक सकते हैं। सस्पेंड होने के बाद भी जीवन यापन का पैसा मिलना चाहिए। केके पाठक पूरी तरह दादागिरी चलाते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए बाद में केके पाठक बहुत गलत साबित होंगे। पूरे बिहार के शिक्षकों में नाराजगी है। केके पाठक सुधार के कार्य कर रहे हैं। लेकिन नियोजित शिक्षक पिछले 23 सालों से कई तरह की परीक्षा देकर अपनी योग्यता साबित कर चुके हैं। उन्हें राज्य कर्मी के लिए दोबारा सक्षमता परीक्षा देने की कोई जरूरत नहीं थी। शिक्षकों का कहना है कि गलत लोगों पर कार्रवाई से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्हें वो दंडित करें लेकिन सामान्य तौर पर स्कूल और शिक्षा के माहौल को सही रखा जाए। शिक्षक पैनिक माहौल में काम कर रहे हैं।

कहीं नहीं जाएंगे पाठक

शिक्षा विभाग से जुड़े जानकार कहते हैं कि राज्य सरकार ने केके पाठक को दिल्ली प्रतिनियुक्ति पर भेजने की बात नहीं कही थी। ये केके पाठक की ओर से आवेदन आया था। जिस पर अभी तक मुहर नहीं लगी है। ग्रामीण इलाकों में केके पाठक के लिए सपोर्ट बढ़ रहा है। वे जहां जा रहे हैं। उनकी आरती उतारी जा रही है। अभी हाल में उन्होंने सिवान और गोपालगंज का दौरा किया। उन्होंने स्कूलों के अलावा प्रशिक्षण केंद्रों की व्यवस्था का जायजा लेते हुए कई तरह के निर्देश दिए। उन्होंने टोला सेवकों और तालिमी मरकज वालों की हौसला अफजाई की। वे एक अच्छे अधिकारी हैं। इसमें कोई दो राय नहीं। शिक्षा विभाग से जुड़े जानकारों का कहना है कि पहली बार बिहार में 34 पुरुष और महिलाओं की टीम पटना में बैठ रही है। पूरे बिहार के स्कूलों की शिकायत सुनती है। केके पाठक ने पटना में कमांड एंड कंट्रोल रूप बनाया है। ये केशव कुमार पाठक की ही सोच का नतीजा है। इस कंट्रोल सेंटर में टीचर के नहीं होने, मिड डे मील के देर से आने और स्टूडेंट्स की समस्या फोन पर पूरे बिहार से आती है। उसका त्वरित समाधान होता है। ऐसी व्यवस्था किसी राज्य में नहीं है। इस तरह के अधिकारी को राज्य सरकार भला कैसे जाने देगी। शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी केके पाठक को विभाग का टीएन शेषन बताते नहीं थकते। वे कहते हैं कि उनका कड़क मिजाज और तेवर पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन की याद दिलाता है। पाठक बिहार के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता, उपस्थिति से लेकर पढ़ाई की स्थिति को बेहतर करना चाहते हैं।

केके पाठक के तेवर

राज्य सरकार के कैबिनेट समन्वय विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक, जो वर्तमान में बिहार में अतिरिक्त मुख्य सचिव (शिक्षा) हैं, ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन किया था। अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा कि उनका आवेदन विचाराधीन कैटेगरी में रख लिया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए राहत मिलने की संभावना है और नहीं भी है। आप देखते रहिए केके पाठक तब तक कहीं नहीं जाएंगे। जब तक वे मुख्यमंत्री के शिक्षा विभाग में चलाए जा रहे खास ऑपरेशन को कंपलीट नहीं कर लेते। नवंबर 2021 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस आकर, पाठक को निषेध, उत्पाद शुल्क और पंजीकरण विभाग में तैनात किया गया था। जून 2023 में उन्हें शिक्षा विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया। हाल में उनका राजभवन से टकराव चल रहा है। कुछ दिन पूर्व उनकी शिकायत करने नेताओं का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिला था। उसके बाद भी उनके तेवर में कोई कमी नहीं आई। पूर्व में केके पाठक की बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अध्यक्ष के साथ भी नोकझोंक हुई। बीपीएससी शिक्षकों की बहाली और बायोमेट्रिक की जानकारी को लेकर केके पाठक ने पत्र जारी कर सवाल उठाए। लेकिन मुख्यमंत्री की ओर से कुछ भी ऐसा नहीं किया गया, जिससे ये लगे के केके पाठक को वो नापसंद करते हैं।


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Friday, March 8, 2024

दीप्ति शर्मा ने रचा इतिहास, महिला प्रीमियर लीग में हैट्रिक लेने वाली बनीं पहली भारतीय गेंदबाज

नई दिल्ली: ने महिला प्रीमियर लीग में हैट्रिक लेने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया। अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ एक मैच में उन्होंने दो ओर के दौरान लगातार तीन गेंद पर तीन विकेट लेकर हैट्रिक पूरा किया। दीप्ति के उम्दा प्रदर्शन की शुरुआत कैपिटल्स की कप्तान मेग लैनिंग को लेग-बिफोर विकेट के जरिए आउट करने से हुई।

दीप्ति ने इन तीन का किया शिकार

इसके बाद दीप्ति शर्मा को 19वें ओवर में गेंदबाजी का मौका मिला। उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए एनाबेल सदरलैंड और अरुंधति रेड्डी के विकेट लिए। इन अहम विकेटों ने दिल्ली कैपिटल्स को यूपी वॉरियर्ज से एक रन से हारने में अहम भूमिका निभाई। दीप्ति की यह हैट्रिक टूर्नामेंट में एक खास पल था क्योंकि यह इस संस्करण में पहली हैट्रिक थी। मैदान से लेकर कमेंट्री में किसी तो उस समय पता ही नहीं चला कि दीप्ति की हैट्रिक हो गई है।

वोंग हैट्रिक लेने वाली पहली खिलाड़ी

महिला प्रीमियर लीग के इतिहास में दीप्ति हैट्रिक लेने वाली मुंबई इंडिया की इजी वोंग के बाद केवल दूसरी खिलाड़ी बनीं। वोंग ने पिछले साल के एलिमिनेटर में वॉरियर्ज के खिलाफ ही यह कारनामा किया था। दिलचस्प बात यह है कि दीप्ति भी उस हैट्रिक विकेट में शामिल थीं। उनके हरफनमौला प्रदर्शन ने उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिलाया। मैच के बाद दीप्ति से पूछा गया तो उन्हें पता ही नहीं था कि उन्होंने हैट्रिक विकेट चटका लिया है।

एक रन से जीती वॉरियर्स

यूपी वॉरियर्स ने महिला प्रीमियर लीग के इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स को एक रन से हराया। वॉरियर्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट पर 138 रन बनाए। दिल्ली की टीम इसके जवाब में 19.5 ओवर में 137 रन पर आउट हो गई। दीप्ति शर्मा ने तीसरे नंबर पर खेलते हुए बल्लेबाजी में भी अर्धशतक ठोका।


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Thursday, March 7, 2024

लोहे जैसा शरीर! बीजेपी के युवा नेता, जानिए कौन हैं देशराज, जिनकी जिम में वर्कआउट के दौरान बिगड़ी तबीयत, हुई मौत

कोटा : राजस्थान के कोटा शहर में गुरुवार का दिन बीजेपी प्रदेश संगठन के लिए दुखद खबर लेकर आया है। दरअसल, आज जिम में वर्कआउट करने के दौरान बीजेपी के युवा नेता देशराज गुर्जर की अचानक तबियत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। बता दें कि कोटा जिले के धर्मपुरा गांव के रहने वाले देशराज गुर्जर का शरीर बहुत हष्टपुष्ट सुडौल था। देशराज को बॉडीबिल्डिंग का बचपन से ही शौक रहा है। देशराज की हेल्थ देख बहुत से लोग उन्हें फॉलो भी करते थे।

ट्रॉली को पीठ के बल खींचते थे : देशराज

देशराज के ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं, जहां वह सामाजिक कार्यक्रम में हजारों की भीड के बीच, दोनों हाथो से मोटरसाइकिल उठाकर करतब दिखाते थे। गांव में ट्रॉली को पीठ के बल खींचते थे। बताया जा रहा है कि देशराज बुधवार को वर्कआउट कर रहे थे। तभी जिम में साइकिल चलाते समय उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, जिम से उन्हें निजी अस्पताल लेकर गए। घंटेभर तक डॉक्टर्स ने बचाने की कोशिश की मगर उनकी तबियत बिगड़ की चली गई। इससे बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बीजेपी ने किया OBC मोर्चा का महामंत्री नियुक्त

देशराज गुर्जर के इस तरह से चले जाने से उनके परिवार के लोग, रिश्तेदार, परिचित, सोशल मीडिया के फॉलोवर काफी शॉक लगा है। भारतीय जनता पार्टी में देशराज पोसवाल सक्रिय कार्यकर्ता थे। उन्हें पार्टी ने bjp OBC मोर्चा का महामंत्री नियुक्त किया हुआ था। देशराज गुर्जर पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के तौर पर जाने जाते थे।


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Wednesday, March 6, 2024

Faridabad News: पहली बार दो हज़ार का मुनाफा कराया, फिर ठग लिए साढ़े आठ लाख रुपये

फरीदाबाद: टेलिग्राम पर घर बैठे कमाई का झांसा देकर ठगों ने एक महिला से साढ़े आठ लाख रुपये ठग लिए। साइबर थाना एनआईटी की पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राजीव कॉलोनी में रहने वाली विभा ने बताया कि 28 जनवरी को उनकी टेलिग्राम आईडी पर राहुल नाम के व्यक्ति ने मेसेज किया कि घर बैठे निवेश कर कमाई की जा सकती है। उसने उन्हें रेटिंग के बारे में बताया और कहा कि रेटिंग के 10 हजार रुपये से काम करना होगा। इसके बदले तीन से चार हजार रुपये कमीशन मिलेगा। वह उसकी बातों में आ गईं। पहली में लौटाए 12 हजार अगले दिन 10 हजार रुपये लगाए। आरोपी ने उन्हें 12 हजार रुपये वापस कर दिए। इससे अगले दिन यानी 29 जनवरी को रेटिंग के नाम पर 50 हजार रुपये जमा करा दिए। इसके बाद उन्होंने दो लाख 10 हजार रुपये जमा करा लिए। 31 जनवरी को 50, एक फरवरी को 22 हजार रुपये और फिर लगातार पैसे जमा कराते रहे। मुनाफे के बारे में पूछने पर आरोपी ऑनलाइन दिखा देते थे कि मुनाफा हो रहा है। एक साथ पैसे और कमिशन मिल जाएगा। वह कुल आठ लाख 50 हजार 599 रुपये ट्रांसफर कर चुकीं। उसके बाद आरोपी उन्हें तरह-तरह का बहाना बनाकर टरकाने लगे। उन्हें निवेश करने की बात कहते थे, लेकिन उन्हें शक हो गया। उन्होंने पैसे भेजने बंद कर दिए, बाद में ठगी का अहसास हुआ। इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गंवाए 14 लाख रुपयेफरीदाबाद से सटे पलवल में घर बैठे रुपये कमाने के चक्कर में एक युवक ने करीब 14 लाख रुपये गंवा दिए। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज किया है। किठवाडी गांव में रहने वाले नरेंद्र ने बताया कि 28 फरवरी को उनके मोबाइल नंबर पर मेसेज आया था कि प्राइवेट कंपनी में पैसे लगाने पर घर बैठे मुनाफा सहित राशि मिलेगी। झांसे में आकर उन्होंने दो बार 10-10 हजार रुपये बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए। कंपनी की तरफ से 20 हजार रुपये के बदले 33 हजार 410 रुपये अकाउंट में जमा करा दिए गए। इस लालच में आकर पीड़ित ने 13.96 लाख रुपये जमा करा दिए। इसके बाद आरोपी का नंबर बंद हो गया और मेसेज भी नहीं आए। इसके बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की। जांच अधिकारी देवीसिंह का कहना है कि मोबाइल नंबर और खाता नंबर के आधार पर मामले की जांच की जारही है। पुलिस जल्द आरोपियों तक पहुंच जाएगी।


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Tuesday, March 5, 2024

10 लाख रुपए में ऐसे लीक किया सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 का पेपर, एक नहीं, कई गैंग्स थी शामिल

जयपुर : 2021 की परीक्षा में जमकर धांधली हुई लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने पेपरलीक नहीं माना और भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने से दर्जनों ऐसे अभ्यर्थियों का चयन हो गया जिन्होंने पेपर लीक माफियाओं से पेपर खरीद कर पढा और अच्छे अंकों से लिखित परीक्षा पास की। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद सीएम भजनलाल शर्मा ने पेपर लीक के मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। एसओजी के एडीजी वीके सिंह को एसआईटी का नोडल ऑफिसर बनाया। वीके सिंह की टीम ने पेपर लीक मामलों की नए सिरे से जांच शुरू की तो सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का खुलासा हुआ। एसओजी ने 15 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर सहित कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

हसनपुरा जयपुर स्थित स्कूल से लीक किया गया था सब इंस्पेक्टर भर्ती का पेपर

पेपर लीक मामलों में कुख्यात आरोपी जगदीश विश्नोई को जेईएन भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले मे गिरफ्तार किया था। एसओजी ने उससे पूछताछ की तो सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 के पेपर लीक के प्रकरण का खुलासा हो गया। जगदीश विश्नोई ने एसओजी को सब कुछ बता दिया कि उसने किस तरह से पेपर को लीक किया और किन किन लोगों के जरिए पेपर को अभ्यर्थियों तक पहुंचाया। जगदीश विश्नोई ने बताया कि जयपुर के शांति नगर हसनपुरा स्थित रविंद्र बाल भारती सीनियर सैकेण्डरी स्कूल से उसने पेपर लीक किया था। इस स्कूल में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का सेंटर था। इस परीक्षा केंद्र का अधीक्षक राजेश खंडेलवाल के सहयोग से सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक किया गया था। 13 सितंबर को हुए पेपर लीक नहीं कर पाए लेकिन 14 और 15 सितंबर को हुए दोनों पारियों के पेपर लीक किए गए थे।

केंद्राधीक्षक के ऑफिस में पहले ही छिप गया था यूनिक भांबू

जगदीश विश्नोई ने यूनिक भांबू उर्फ पंकज चौधरी के मार्फत रविंद्र बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल शांति नगर हसनपुरा जयपुर से लीक करवाया गया था। केंद्र अधीक्षक राजेश खंडेलवाल से मिलीभगत करके स्कूल के केंद्राधीक्षक के रूम में यूनिक भांबू को पहले ही छिपा दिया था। परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले पेपर परीक्षा केंद्र पर पहुंचते हैं। जब पेपर केंद्राधीक्षक के चैंबर में पहुंचे तो केंद्र अधीक्षक राजेश खंडेलवाल के ऑफिस में रखे गए और ऑफिस को दो घंटे के लिए सील कर दिया गया था। उसी कमरे में छिपे यूनिट भांबू ने लिफाफा खोलकर पेपर की फोटो खींची और जगदीश विश्नोई को वाट्सअप कर दिया। लिफाफे को बड़ी चतुराई से सील करके उस पर टेप चस्पा करके रख कर यूनिक फिर से ऑफिस में ही छिप गया। बाद में जगदीश विश्नोई ने पेपर को सॉल्व करके अलग अलग जिलों में बैठे अपने गर्गों को व्हाट्सएप कर दिया जहां उन गुर्गों के द्वारा दर्जनों अभ्यर्थियों को सॉल्व पेपर पढाया गया।

10 लाख रुपए में खरीदा, करोड़ों रुपए कमा लिए

चूंकि यूनिक भांबू के मार्फत पेपर लीक करवाया गया था। ऐसे में जगदीश विश्नोई ने रविंद्र बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल शांति नगर हसनपुरा के केंद्राधीक्षक राजेश खंडेलवाल को यूनिक भांबू के मार्फत 10 लाख रुपए दिए थे। सिर्फ 10 लाख रुपए में पेपर हासिल करके पेपर लीक माफियाओं ने करोड़ों रुपए कमा लिए। एक के बाद एक कई गुर्गों के पास सॉल्व पेपर पहुंचाया गया जहां उन गुर्गों की ओर से अलग अलग जिलों में दर्जनों अभ्यर्थियों को सॉल्व पेपर पढाया गया और उनसे लाखों रुपए वसूले गए। 13 सितंबर को परीक्षा केंद्र पर पेपर देरी से पहुंचे थे। ऐसे में वो पेपर लीक नहीं कर पाए। 14 और 15 सितंबर को दोनों दिन की दोनों पारियों में हुए पेपर को इस गैंग ने लीक किया था।

सभी गैंग आपस में संपर्क में

राजस्थान में पेपर लीक की कई अलग अलग गैंग बनी हुई है लेकिन किसी भी एक गैंग के हाथ कोई एक पेपर लगता है तो वे उस पेपर को आपस में शेयर करते हैं। इसकी एवज में लाखों रुपए का लेन देन होता है। जगदीश विश्नोई की ओर से लीक किया गया सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर अलग अलग गैंग के पास पहुंचाया गया था। वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक करने वाली गैंग के सदस्य अनिल कुमार उर्फ शेर सिंह मीणा, सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण को भी यह पेपर 50 लाख रुपए में बेचा गया था। 50 लाख में पेपर खरीद कर उन माफियाओं ने भी अलग अलग अभ्यर्थियों को बेच कर करोड़ों रुपए की काली कमाई कर ली।


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Monday, March 4, 2024

मां-बाप के साथ सोई बच्ची को उठा ले गया जंगली जानवर, सुबह गन्ने के खेत में मिला आधा खाया शव

लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के शारदानगर क्षेत्र की रहने वाली 6 साल की एक बच्ची की सोमवार सुबह जंगली जानवर के हमले में मौत हो गई। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। दक्षिण खीरी के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) संजय बिस्वाल ने बताया कि शारदानगर क्षेत्र के नौधन गांव में रहने वाली छह साल की एक बच्ची रविवार रात अपने माता-पिता के साथ झोपड़ी में सोयी थी। आज सुबह वह झोपड़ी से गायब थी। उसके परिजनों ने जब तलाश की तो उसका आंशिक रूप से खाया हुआ शव पास ही में स्थित गन्ने के खेत से बरामद किया गया।उन्होंने बताया कि घटना की सूचना स्थानीय पुलिस और शारदानगर वन रेंज के अधिकारियों को दी गई जिन्होंने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। बिस्वाल ने अज्ञात जंगली जानवर के हमले में बच्ची की मौत की पुष्टि की है। हालाँकि उन्होंने तेंदुए और बाघ जैसे किसी बड़े जानवर के हमले से इनकार किया है। बिस्वाल ने बताया, ''इलाके में तेंदुए या बाघ की मौजूदगी की सूचना नहीं मिली है और न ही हमले के बाद मौके पर उनके पगमार्क मिले हैं। साथ ही हमले का तरीका भी इन जंगली जानवरों से मेल नहीं खाता।''उन्होंने कहा कि ऐसी आशंका है कि लकड़बग्घे या भेड़िये जैसे किसी अन्य मांसाहारी जानवर ने बच्ची पर हमला किया है। क्षेत्र में जंगली जानवरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए गए हैं ताकि उनकी पहचान सुनिश्चित की जा सके।'' पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।


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Sunday, March 3, 2024

20 लाख रुपये की रिश्वतखोरी केस : CBI ने NHAI के दो अफसर समेत 6 को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली : ने कथित रूप से 20 लाख रुपये की रिश्वतखोरी के मामले में एनएचएआई के जीएम और डीजीएम समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एनएचएआई के जीएम, डीजीएम के अलावा एक निजी कंपनी के दो डायरेक्टर और दो अन्य शामिल हैं। सीबीआई ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नागपुर में स्थित एनएचएआई, पीआईयू के जीएम और प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद काले शामिल हैं। इनके अलावा एनएचएआई हरदा मध्य प्रदेश के डिप्टी जीएम और प्रोजेक्ट डायरेक्टर ब्रिजेश कुमार साहू, निजी कंपनी के डायरेक्टर अनिल बंसल और कुणाल बंसल शामिल है। इनके अलावा निजी कंपनी के दो अन्य कर्मचारी सी कृष्णा और छतर सिंह लोदी शामिल हैं।

सीबीआई का बड़ा एक्शन

सीबीआई ने इनके ठिकानों पर छापेमारी भी की। जहां से एक करोड़ 10 लाख रुपये और अन्य सामान जब्त किया गया। सीबीआई ने बताया कि इस मामले में मिली शिकायत पर उसने एनएचएआई के चार अधिकारियों और भोपाल की एक निजी कंपनी के पांच लोगों समेत कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इनमें कंपनी के दो डायरेक्टर और बाकी कर्मचारी हैं।

क्या है पूरा मामला

मामले में सीबीआई को पता लगा कि निजी कंपनी के डायरेक्टर एनएचएआई से जुड़े अपने विभिन्न मामलों को पूरा कराने के लिए अपने कर्मचारियों के माध्यम से एनएचएआई के टॉप अधिकारियों को रिश्वत दे रहे हैं। इनमें पेंडिंग बिलों की पेमेंट कराने से जुड़े तमाम कार्यों को पूरा कराने के लिए रिश्वत के इस आदान-प्रदान की सीबीआई को भनक लग गई।

20 लाख की रिश्वत केस में कार्रवाई

सीबीआई ने जाल बिछा दिया और कथित रूप से 20 लाख रुपये की रिश्वत के देन-लेन से जुड़े इस मामले में आरोपियों को पकड़ लिया। सीबीआई को शक है कि इस मामले में एनएचएआई के और भी अधिकारी शामिल हो सकते हैं। मामले में जांच की जा रही है। गिरफ्तार एनएचएआई के दोनों अधिकारियों के तमाम बैंक खाते, प्रॉपर्टी और अन्य चल-अचल संपत्ति की भी जांच की जा रही है।


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Saturday, March 2, 2024

काशी के मेरे भाइयो- बहनों... PM मोदी वाराणसी से लगाएंगे हैट्रिक, टिकट के लिए BJP नेतृत्व को बोला थैंक-यू

वाराणसी: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पहली सूची जारी की है, जिसमें देश के (Narendra Modi) को लगातार तीसरी बार मां गंगा की सेवा के लिए प्रत्याशी बनाया गया है। 2014 और 2019 के बाद अब 2024 में भी पीएम मोदी को वाराणसी लोकसभा (Varanasi Loksabha) का प्रत्याशी बनाया गया है। पीएम ने इसके लिए शीर्ष नेतृत्व का आभार जताते हुए काशी की जनता को नमन किया है। सोशल मीडिया साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर पीएम मोदी ने लिखा, 'मैं खुद में लगातार भरोसा जताए रखने के लिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं और साथ ही पार्टी के करोड़ों स्वार्थरहित कार्यकर्ताओं को नमन करता हूं। मैं काशी के मेरे भाइयों और बहनों की लगातार तीसरी बार सेवा करने का मौका मिलेगा।'उन्होंने आगे लिखा,'मैं 2014 में लोगों के सपनों को पूरा करने और गरीबों को सशक्त करने की प्रतिबद्धता के साथ काशी आया था। पिछले 10 सालों में काशी को बेहतर बनाने की दिशा में विभिन्न सेक्टर में प्रगति की है। आगे हम और अधिक उत्साह के साथ इन प्रयासों को जारी रखेंगे। मैं काशी के लोगों को उनके आशीर्वाद के लिए विशेष तौर पर कृतज्ञता जाहिर करता हूं।' इसके साथ ही पीएम मोदी ने आज जारी हुई बीजेपी की पहली सूची को लेकर कहा कि कुछ सीट पर प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं। वहीं कुछ पर आगामी दिनों में घोषणा हो जाएगी। पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर नामित सभी लोगों को मैं बधाई देता हूं। उन्होंने गुड गवर्नेंस के बेहतर रेकॉर्ड के साथ ही गरीब के भी विकास को लेकर आश्वस्त करने की बात कही। विकसित भारत के निर्माण के लिए 140 करोड़ भारतवासियों के आशीर्वाद की बात भी कही। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने शनिवार की शाम को 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे। गृहमंत्री अमित शाह गुजरात के गांधीनगर सीट, लखनऊ से राजनाथ सिंह पार्टी की तरफ से उम्मीदवार बनाए गए हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा सीट से, गुना सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया, अमेठी से स्मृति ईरानी दावेदारी करेंगी। इनके साथ ही हेमा मालिनी मथुरा से, गोरखपुर से रवि किशन, आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ से चुनाव मैदान में उतरेंगे।


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Friday, March 1, 2024

NASA के सामने होगा नोएडा के उत्कर्ष और ओम का टैलंट, NCR के 16 छात्रों की टीम के साथ करेंगे देश का प्रतिनिधित्व

नोएडा: मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। ये लाइनें ग्रेटर नोएडा के छोटे से गांव छौलस में रहने वाले उत्कर्ष और सेक्टर 12 के ओम पर सटीक बैठती हैं। दोनों ही छात्रों के साइंस मॉडल वैज्ञानिकों को इतना पसंद आया कि उनका चयन नासा के ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज में हुआ है।कलौंदा के से 10वीं के छात्र उत्कर्ष मलिक ने इलेक्ट्रिक वीकल में चार्जिंग के दौरान आग लगने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए प्रॉजेक्ट बनाया था। उन्होंने बिना तार के चार्ज होने वाले ई-वीकल का मॉडल प्रदर्शित किया था। इसी मॉडल के आधार पर उनका सिलेक्शन हुआ। अब वे 18 से 20 अप्रैल तक होने वाली नासा की प्रतियोगिता में एनसीआर के अन्य 16 छात्रों के साथ भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। वत्स राज स्वतंत्र भारत इंटर कॉलेज में जीव विज्ञान के प्रवक्ता डॉ. रजनीश कुमार शर्मा ने बताया कि उत्कर्ष मलिक पढ़ाई में तेज होने के साथ ही काफी क्रिएटिव भी है। पूर्व में उसने दनकौर, नोएडा जीआईसी और जीजीआईसी में जनपद स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में अपना प्रॉजेक्ट दिखाया, लेकिन तब उसे सफलता नहीं मिली। उन्होंने बताया कि जनवरी में एक निजी संस्थान में साइंस मॉडल प्रतियोगिता हुई थी। असफलता से परेशान होकर उत्कर्ष हिस्सा नहीं लेना चाहता था। जिस पर सभी ने उसे मोटिवेट किया। उसने हिस्सा लेते हुए अपने प्रॉजेक्ट को दिखाया। उसके प्रॉजेक्ट पर उसे 16 सदस्यीय टीम में जगह मिली है। उत्कर्ष बताते हैं कि उनके पिता उपेंद्र सिंह को आठ वर्ष पहले ब्रेन हेमरेज हो गया था। उनके 80 वर्षीय दादा सुरेंद्र सिंह खेती करते हैं। उनके साथ मां और वह हाथ बंटाते हैं। खेती और दूध बेचकर किसी तरह घर का खर्च चलता है। बहन निकिता 10वीं में पढ़ती है। डीएम ने की सराहना, डीआईओएस करेंगे मददप्रतियोगिता में उत्कर्ष के प्रॉजेक्ट को जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने निरीक्षण के दौरान 10 से 15 मिनट स्टॉल पर रुककर गहनता से देखा था। बिना चार्ज किए ई-वीकल की चार्जिंग के उनके प्रॉजेक्ट की उन्होंने काफी तारीफ भी की थी। वहीं डीआईओएस डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि उत्कर्ष हाईस्कूल की परीक्षा दे रहा है। हम उसे आगे भी हर तरह की सुविधा मुहैया कराएंगे।ओम के मॉडल को मिली सराहनासेक्टर-12 में रहने वाले ओम में 11वीं के छात्र हैं। ओम ने बताया कि स्कूल के शिक्षक अक्षय कुशवाहा की देखरेख में उन्होंने निजी संस्थान में आयोजित साइंस एग्जिबीशन में हिस्सा लिया था। जिसमें उन्होंने मार्स एक्सप्लोरेशन रोवल मॉडल प्रदर्शित किया था। उन्होंने बताया कि उनका मॉडल मंगल ग्रह में तापमान, आद्रता और नमी को बताने में सक्षम है। वह किसी भी सरफेस में चल सकता है। चाहे ही वह सतह ऊबड़ खाबड़ ही क्यों न हो। ओम की मां घरेलू सहायिका और पिता ई-रिक्शा चलाते हैं। सात महीने पहले सड़क हादसे में पैर टूटने के कारण पिता अभी घर पर ही हैं।


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