काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने संसद में विश्वास मत हासिल कर लिया है। बुधवार को संसद में विश्वास मत जीतने के बाद प्रचंड ने कहा कि अब उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी केंद्र) के नेता प्रचंड ने 15 महीने के भीतर तीसरी बार विश्वास मत जीता है। बुधवार को विश्वास प्रस्ताव पर नेपाल की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में प्रंचड को 157 सदस्यों का समर्थन हासिल हुआ। सीपीएन (माओवादी केंद्र) प्रतिनिधि सभा में तीसरा सबसे बड़ा दल है। उसको नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी का भी समर्थन मिला। दिसंबर 2022 में पुष्प कमल दहल ने प्रधानमंत्री पद ग्रहण किया था। इसके बाद से ये तीसरा मौका है, जब उन्होंने सदन में विश्वास मत हासिल किया है। प्रंचड ने हाल ही में नेपाली कांग्रेस से अलग होकर नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के साथ एक नया गठबंधन बनाया है। नेपाल के संविधान के हिसाब से किसी सहयोगी दल के सत्तारूढ़ गठबंधन से समर्थन वापस लेने के बाद प्रधानमंत्री को विश्वास मत हासिल करना होता है। ऐसे में बुधवार को नेपाली संसद में विश्वास मत पर वोटिंग हुई।
नया मौका मिलने से बढ़ी मेरी जिम्मेदारी: प्रचंड
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने संसद में विश्वास मत जीतने के बाद कहा कि उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है क्योंकि देश राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है। संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए दहल ने कहा, “आज संसद से प्रधान मंत्री के रूप में तीसरा विश्वास मत हासिल करना मेरे लिए बढ़ी हुई जिम्मेदारी का मुद्दा है। देश और जनता के लिए और अधिक कुशलता से काम करने के लिए संसद ने मुझे एक और मौका दिया है।” पुष्प कमल दहल ने विश्वास मत हासिल किया लेकिन उनको पिछले साल के विश्वास मत की तुलना में इस बार 15 वोट कम मिले हैं।पिछली बार उन्हें कुल 172 वोट मिले थे, जबकि इस बार वोटों की संख्या 157 रही। पुष्प कमल दहल नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी केंद्र के अध्यक्ष भी हैं।from https://ift.tt/irLZdjO
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