नई दिल्ली : ने कथित रूप से 20 लाख रुपये की रिश्वतखोरी के मामले में एनएचएआई के जीएम और डीजीएम समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एनएचएआई के जीएम, डीजीएम के अलावा एक निजी कंपनी के दो डायरेक्टर और दो अन्य शामिल हैं। सीबीआई ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नागपुर में स्थित एनएचएआई, पीआईयू के जीएम और प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद काले शामिल हैं। इनके अलावा एनएचएआई हरदा मध्य प्रदेश के डिप्टी जीएम और प्रोजेक्ट डायरेक्टर ब्रिजेश कुमार साहू, निजी कंपनी के डायरेक्टर अनिल बंसल और कुणाल बंसल शामिल है। इनके अलावा निजी कंपनी के दो अन्य कर्मचारी सी कृष्णा और छतर सिंह लोदी शामिल हैं।
सीबीआई का बड़ा एक्शन
सीबीआई ने इनके ठिकानों पर छापेमारी भी की। जहां से एक करोड़ 10 लाख रुपये और अन्य सामान जब्त किया गया। सीबीआई ने बताया कि इस मामले में मिली शिकायत पर उसने एनएचएआई के चार अधिकारियों और भोपाल की एक निजी कंपनी के पांच लोगों समेत कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इनमें कंपनी के दो डायरेक्टर और बाकी कर्मचारी हैं।क्या है पूरा मामला
मामले में सीबीआई को पता लगा कि निजी कंपनी के डायरेक्टर एनएचएआई से जुड़े अपने विभिन्न मामलों को पूरा कराने के लिए अपने कर्मचारियों के माध्यम से एनएचएआई के टॉप अधिकारियों को रिश्वत दे रहे हैं। इनमें पेंडिंग बिलों की पेमेंट कराने से जुड़े तमाम कार्यों को पूरा कराने के लिए रिश्वत के इस आदान-प्रदान की सीबीआई को भनक लग गई।20 लाख की रिश्वत केस में कार्रवाई
सीबीआई ने जाल बिछा दिया और कथित रूप से 20 लाख रुपये की रिश्वत के देन-लेन से जुड़े इस मामले में आरोपियों को पकड़ लिया। सीबीआई को शक है कि इस मामले में एनएचएआई के और भी अधिकारी शामिल हो सकते हैं। मामले में जांच की जा रही है। गिरफ्तार एनएचएआई के दोनों अधिकारियों के तमाम बैंक खाते, प्रॉपर्टी और अन्य चल-अचल संपत्ति की भी जांच की जा रही है।from https://ift.tt/rw9WL4o
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