Monday, July 24, 2023

यमुना का पानी खतरे के निशान के ऊपर, क्या एक बार फिर डूबेगी दिल्ली?

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के लोग एक बार फिर बाढ़ की टेंशन में जी रहे हैं। है। यमुना के आसपास बसे इलाकों के घरों में सोमवार को पानी घुस गया था। यमुना बाजार इलाके में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा परेशान नजर आए, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा जलभराव देखने को मिला। यमुना नदी का जलस्तर सोमवार को खतरे के निशान 205.33 मीटर से एक मीटर अधिक ऊपर रहा, जिसके कारण ओल्ड रेलवे ब्रिज पर रेलगाड़ियों की आवाजाही रोक दी गई थी। उधर बाढ़ के खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार अलर्ट पर है। एमसीडी की टीम बाढ़ संभावित इलाकों को दौरा कर रही है।

क्या है यमुना के हालात?

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का जल स्तर शाम पांच बजे 206.30 मीटर दर्ज किया गया। सुबह पांच से सुबह सात बजे के बीच जल स्तर 205.56 मीटर था और सुबह आठ बजे इसमें मामूली गिरावट आई और यह 206.54 मीटर दर्ज किया गया और दोपहर 12 बजे 206.47 मीटर दर्ज किया गया। आयोग ने अनुमान जताया है कि जल स्तर सोमवार देर रात दो बजे तक कम होकर 206.22 मीटर तक आ जाएगा। ओआरबी पर नदी का जलस्तर 13 जुलाई को 208.66 मीटर के अब तक के सर्वाधिक ऊंचे स्तर पर पहुंचने के बाद कुछ दिन से खतरे के निशान के आस-पास है।

हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से नदी में पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया था। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि ओआरबी पर रेलगाड़ियों का परिचालन यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण निलंबित कर दिया गया है। अधिकारी ने कहा, ‘दिल्ली और शाहदरा के बीच मार्ग बंद रहेगा और रेलगाड़ियों को नयी दिल्ली के रास्ते भेजा जाएगा।’ अधिकारियों के मुताबिक, नदी के जलस्तर में वृद्धि से राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत एवं पुनर्वास के काम पर असर पड़ सकता है।

बरकरार है बाढ़ का खतरा

सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के अनुसार, यमुना का जलस्तर शनिवार रात 10 बजे 205.02 मीटर से बढ़कर रविवार देर रात तीन बजे 206.57 मीटर पर पहुंच गया जिसके बाद इसमें गिरावट आने लगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के मुताबिक, यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में जल प्रवाह की दर शनिवार सुबह नौ बजे एक लाख के आंकड़े के पार चली गई और सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच दो लाख से 2.5 लाख क्यूसेक के बीच रही।

इन इलाकों में बारिश से बाढ़ का खतरा

दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के ऊपरी हिस्सों में भारी बारिश से निचले इलाकों में प्रभावित परिवारों के पुनर्वास पर असर पड़ेगा और उन्हें लंबे समय तक राहत शिविरों में रहना पड़ सकता है। इससे शहर में जल आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है, जो वजीराबाद पंप हाउस में बाढ़ के कारण चार-पांच दिन तक प्रभावित रही थी। पंप हाउस वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला शोधन संयंत्र में अशोधित जल की आपूर्ति करता है। ये संयंत्र शहर को करीब 25 फीसदी जल की आपूर्ति करते हैं। दिल्ली को इस महीने अप्रत्याशित जलभराव और बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।


from https://ift.tt/UfYr6ao

No comments:

Post a Comment